कुवैत से एक बड़ी दर्दनाक खबर सामने आई है जहां एक इमारत में आग लगने से 49 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 30 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं मरने वालों में 40 भारतीय भी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। दरअसल बुधवार की सुबह कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नरेट के मंगाफ शहर में एक छह मंजिला इमारत की रसोई में आग लग गई। स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे और भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई। इमारत में बड़ी संख्या में कर्मचारी रहते थे। जिनमें से दर्जनों लोगों को बचा लिया गया, लेकिन कई मौतें धुएं की वजह से दम घुटने से हुईं। वहीं कुवैत के आंतरिक मंत्री शेख फहद अल यूसुफ ने इस घटना को 'रियल डिजास्टर' बताया है। आंतरिक मंत्रालय के मेजर जनरल ईद राशिद ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद अग्निशमन दल और फॉरेंसिक टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया।
'दुर्भाग्य से रियल एस्टेट डीलरों की ओर से लापरवाही बरती गई'
आग की घटना पर उप प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और कार्यवाहक आंतरिक मंत्री, फहद यूसुफ अल-सबा ने कहा कि दुर्भाग्य से प्रॉपर्टी मालिकों के लालच की वजह से ही ऐसी घटनाएं होती हैं। मैं नगर पालिकाओं के निदेशक को बुलाऊंगा और हम सभी प्रॉपर्टी मालिकों से बात करेंगे। किसी भी प्रॉपर्टी के उल्लंघन का मामला सामने आने पर उसे हटा दिया जाएगा। या तो प्रॉपर्टी मालिक इस खुद हटा लें या मैं नगरपालिका को उन्हें हटाने के निर्देश दूंगा। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बहुत पहले ही लागू किया जाना चाहिए था लेकिन दुर्भाग्य से रियल एस्टेट डीलरों की ओर से लापरवाही बरती गई। वे उल्लंघन करते हैं और यह घटना उल्लंघनों का परिणाम है। उप प्रधानमंत्री ने कहा 49 लोगों की मौत का कारण रियल एस्टेट डीलर हैं। वहीं घटना पर एक अन्य वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें बड़ी संख्या में मजदूर रहते थे। उन्होंने कहा, हम हमेशा इस बात को लेकर सचेत रहते हैं और चेतावनी देते हैं कि अपार्टमेंट में बहुत अधिक मजदूरों को न रखा जाए। हालांकि, वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने मजदूरों के रोजगार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है और वे भारत में कहां से हैं, इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी है। अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और अधिकारी इसके कारणों की जांच कर रहे हैं।
कुवैत की घटना पर PM मोदी ने जताया दुख
कुवैत की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा, कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हर संभव मदद का दिया भरोसा
कुवैत शहर में आग लगने की घटना पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने X पर कहा, 'आग लगने की घटना सुनकर बहुत दुख हुआ। खबर है कि 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। हमारे राजदूत शिविर में गए हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। दुखद रूप से अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरे गहरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित लोगों को पूरी सहायता देगा।' वहीं कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका ने अल-अदन अस्पताल का दौरा किया, जहां आग की घटना में घायल हुए 30 से अधिक भारतीय लेबर को भर्ती कराया गया है। उन्होंने कई मरीजों से मुलाकात की और उन्हें दूतावास की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन दिया। अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि लगभग सभी की हालत स्थिर है।
भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि'भारतीय श्रमिकों से जुड़ी आग की दुखद घटना के संबंध में दूतावास ने एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 शुरू किया है। सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें। दूतावास हर संभव सहायता करेगा।'
नोएडा में फिर एक बार हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां दबंगों ने फिल्मी स्टाइल में कारों से सायरन बजाया और इलाके में दहशत का माहौल बनाने का प्रयास किया है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दावा है कि ये वीडियो नॉलेज पार्क का है. जिसमें कार के दरवाजे पर लटके एक छात्र के हाथ में सायरन है. जिससे पुलिस के सायरन जैसी आवाज आ रही है. छात्र इस सायरन को बजाते हुए कार से उतरता है और बड़े आराम से वहां से चला जाता है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
32 सेंकेंड के वायरल वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि एक सफेद रंग की एसयूवी कार के बोनट पर दो छात्र बैठे हुए हैं. कार के दाहिने हाथ के आगे के दरवाजे पर एक छात्र लटका हुआ है. कार सामने से जब आ रही होती है तो कार के दरवाजे पर लटका छात्र सायरन बजा देता है. जिसके बाद जैसे ही कार रुकती है तीनों छात्र उतर जाते हैं. कार के अंदर एक ड्राइवर और एक और छात्र भी मौजूद नजर आ रहे हैं. फिलहाल पुलिस ने वीडियो वायरल होते ही कार को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है. तो वहीं प्रशासन ने भी कांवड़ यात्रा को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. वहीं प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोग भी अपनी ओर से कांवड़ियों के लिए स्टॉल और दुकानों की व्यवस्था कर रहे हैं. जिससे कांवड़ियों को रास्ते में खाने-पीने के सामान की दिक्कत ना हो. वहीं योगी सरकार ने कांवड़ रूट के दुकानों-ठेले वालों के लिए एक आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि सभी दुकानों, ठेलों पर अपना नाम लिखें, जिससे कांवड़ यात्री जान सके कि वो किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर ' नेमप्लेट' लगानी होगी और दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान होगा लिखना. सीएमओ के मुताबिक, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है और हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी. एक ओर जहां सीएम के आदेश को लोग सिर आंखों पर रख रहे हैं. तो वहीं कुछ सियासी दलों इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
"पुलिस द्वारा जारी एडवाइजरी पर राजनीति ना हो"
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में कांवड़ यात्रा को देखते हुए दुकानदारों से अपने नाम का बोर्ड टांगने के लिए कहा गया है. इस्लामिक संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने इस फैसले का समर्थन किया है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा है कि कांवड़ यात्रा के मार्ग पर ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं और अन्य स्टॉल मालिकों के लिए सहारनपुर पुलिस ने जो एडवाइजरी जारी कि है उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. मौलाना ने कहा है कि पुलिस की एडवाइजरी कानून व्यवस्था के लिए है, क्योंकि यह एक धार्मिक यात्रा है और पुलिस ने यह व्यवस्था इसलिए लागू की है ताकि इसमें हिंदू-मुस्लिम विवाद न हो.
फिरका परस्त लोग दूरियां पैदा करेंगे- कासमी
वहीं इस मामले पर देवबंद की तरफ से भी बयान आया है. देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा है कि इससे दूरियां पैदा होगी और जो फिरका परस्त लोग हैं, उन्हें मौका मिलेगा. वह दुकानों में हिंदू-मुस्लिम कर सकें. उसको फसाद करने में आसानी होगी. मुफ्ती असद कासमी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए कहा है कि इस पर एक बार और गौर किया जाए. क्योंकि आपने देखा हुआ है कि हिंदू मजहब के लोग हर साल कांवड़ यात्रा लेकर जाते हैं तो मुस्लिम कांवड़ियों के लिए कैम्प लगते हैं मुस्लिम उनके खाने-पीने का इंतजाम करते हैं और पुष्प वर्षा भी करते हैं तो इससे आपस में दूरियां पैदा होंगी.
"कांवड़ियों के मन में किसी प्रकार की ना रहे शंका"
पश्चिमी यूपी के पुलिस अधिकारी के मुताबिक कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं. ऐसे में सभी भोजनालयों और खान-पान का सामान बेचने वाली दुकानों और ठेले वालों के निर्देश दिया गया है कि अपने यहां काम करने वाले या अपने मालिक का नाम बोर्ड पर जरूर लिखें. ये इसलिए भी जरूरी है कि ताकि किसी भी प्रकार का कोई कंफ्यूजन किसी कांवड़िए के मन में न रहे और ऐसी स्थिति न पैदा हो कि आरोप-प्रत्यारोप हो. बाद में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब न हो. इसलिए ऐसा निर्देश दिया गया है और सभी लोग अपनी मर्जी से इसका पालन कर रहे हैं.
ग्रेटर नोएडा में फिनटेक सिटी के विकास को यूपी सरकार ने हरी झंडी दे दी है. साथ ही फिनटेक्स सिटी की पहली डीपीआर भी आ गई है. यह परियोजना सितम्बर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह तक शुरू हो जाएगी. वहीं इस परियोजना के साथ ही पौधारोपण और अन्य विकास परियोजनाओं के बारे में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने जानकारी साझा की है. आपको बता दें कि फिनटेक सिटी की परियोजना उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का तीसरा सपना है जो कि अब जल्द ही साकार होने वाला है.
फिनटेक सिटी के बनने से जीडीपी में भी काफी ग्रोथ होगी
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिनटेक सिटी की डीपीआर आ गई है. इसके लिए हम लोग सितम्बर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह में सेक्टर वाइज स्कीम निकालेंगे. काफी सेक्टर्स चिन्हित किए गए हैं क्योंकि भारत में अभी बहुत कम फाइनेंन्शियल ट्रांजेक्शन हो रहे हैं. जबकि दुनिया के देशों में 66 फीसदी हो रहे हैं, भारत में इसका स्तर काफी नीचे है और आगे बहुत असीम संभावनाएं हैं. भारत की पॉपुलेशन 25 से 45 साल की काफी ज्यादा है इसके अलावा इंटरनेट का यूज देश में बहुत ज्यादा बढ़ गया है. भारत में करीब 46 फीसदी हाउस होल्ड में इंटरनेट का यूज होता है. इसके अलावा स्मार्टफोन सेंकेंड यूजर हैं पूरे वर्ल्ड में, इंटरनेट में भी पूरी दुनिया में सेकेंड यूजर हैं. आने वाले दिनों में फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन काफी बढ़ने हैं. इसलिए सेक्टर जो चिन्हित किए गए हैं उसमें एक तो बैंकिंग है, दूसरा लिंक्डिन है जहां से पैसा मिलेगा, तीसरा पेमेंट है पेमेंट गेटवे, तमाम यूपीआई, एपीआई हैं. फिनटेक्स सॉस है जिसमें आप फाइनेंन्शियल प्रोडक्ट और सर्विस कस्टमर को कैसे देंगे. इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर के लिए अलग ब्लॉक होगा. इंवेस्टेक है कि इंवेस्टमेंट का कन्ज्यूमर्स को एडवाइस दिया जाएगा कि वो अपने पैसे कहां खर्च करें, कैसे सेविंग करें, कैसे बजटिंग करें, कैसे रिटायरमेंट प्लान बनाएं. इक्विटी फाइनेंन्सिंग जो लोग शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं. उनको कैसे मार्जिन का पैसा मिल सकता है, हेजिंग का पैसा मिल सकता है, इक्विटी में कैसे निवेश कर सकते हैं, इक्विटी में निवेश के क्या जोखिम हैं, इन सभी के लिए होगा. इसके अलावा किन्श्योरटेक एक ग्रुप होगा जो इंश्योरेंस से जुड़ी सभी सूचनाएं एक प्लेटफॉर्म पर बताएगा और लोगों को अवसर देगा कि बेस्ट स्कीम चुन सकें. ट्रेडिंग और क्रिप्टो करेंसी जो इक्विटी की ट्रेडिंग होती है और क्रिप्टो करेंसी का युग है उसमें आर्टिफीशियल लैंडिंग और आर्टिफीशियल मशीन के साथ कैसे फ्यूचर में ट्रेडिंग होगी इसका अलग सेक्टर होगा. इसके बनने से जीडीपी में भी काफी ग्रोथ होगी. साथ ही साथ डिजिटल पेमेंट और बैंकिंग को एक नया आयाम मिलेगा. ये बिल्कुल क्लोज्ड होगा.
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October 05, 2024