Lucknow: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। जहां एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी ने से सबसे पहले उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सपा ने अब तक 27 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है। वहीं, इंडिया गठबंधन में शीट शेयरिंग में मामला फंसा है।
शीट शेयरिंग फाइनल होने पर राहुल के साथ दिखेंगे अखिलेश
सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस के लिए लोकसभा सीटों का ऑफर बढ़ा दिया है। अब अखिलेश यादव की ओर से कांग्रेस को 17 सीटों का प्रस्ताव दिया गया है। सपा का कहना है कि यह हमारी ओर से आखिरी ऑफर है। यदि कांग्रेस इस पर राजी हो जाती है तो अखिलेश यादव राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया, 'हमने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीट की अंतिम पेशकश की है। इस पेशकश पर कांग्रेस की स्वीकृति के आधार पर रायबरेली में न्याय यात्रा में अखिलेश यादव का शामिल होना निर्भर करेगा।
Noida: लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को चौथी लिस्ट में 6 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जबकि गौतमबुद्धनगर से अभी तक उम्मीदवार फाइनल नहीं हो सका है। इसको लेकर शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ज़िला गौतम बुद्ध नगर लोकसभा प्रत्याशी को फाइनल करने के लिए ज़िले के नेताओं की साथ लखनऊ मुख्यालय में मंथन किया। जिसमें जिले के कई सपा नेता और पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भी मौजूद रहे।
जल्द ही उम्मीदवार होगा घोषित
नोएडा से पहुंचे समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता अतुल यादव ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है। जल्द ही गौतम बुद्ध नगर की लोकसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित हो जाएगा। अतुल यादव ने बताया कि हमारे नेता अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं में जोश और जुनून भरा है। हम अभी से ही गौतमबुद्ध नगर की सीट पर तैयारी में जुट गए हैं और हमें लोकसभा सीट के लिए मजबूती से काम करना है। इस बैठक के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही कोई मजबूत प्रत्याशी को भारतीय जनता पार्टी के सामने उतर जाए।
तीन नेता कर रहे टिकट के लिए दावा
वहीं, गौतमबुद्ध नगर की लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के दावेदार राहुल अवाना, जगदीश शर्मा, महेंद्र नागर है, जो टिकट की लगातार मांग कर रहे हैं। वहीं, यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर अपना प्रत्याशी उतार सकती है।
लखनऊ में अखिलेश ने कार्यकर्ताओं के साथ की बैठक
बता दें कि अभी तक लगातार दो बार से भाजपा के सांसद महेश शर्मा गौतम बुद्ध नगर की सीट पर कब्जा है। तीसरी बार भी शर्मा को भाजपा से टिकट मिला है। अब समाजवादी पार्टी पूरी तरह से गौतम बुद्ध नगर की लोकसभा सीट के लिए गंभीर नजर आ रही है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कार्यकर्ताओं के साथ अखिलेश यादव ने खुद लखनऊ में बैठक की है।
Gautam Buddh Nagar: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ तो वहीं दूसरी ओर सपा ने अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी कर दी है. जिसमें 6 प्रत्याशियों के नाम की समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है. इसमें गौतमबुद्ध नगर से डॉ. महेंद्र नागर, मिश्रिख से मनोज कुमार राजवंशी, सुल्तानपुर से भीम निषाद, इटावा से जितेंद्र दोहरे, जालौन से नारायण दाव अहिरवार और आजमगढ़ से निरहुआ के सामने धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारा है.
महेंद्र नागर सपा के प्रत्याशी
बता दें कि, सपा ने फिर से अपनी लिस्ट में PDA पर फोकस किया है. 15 मार्च को ही सपा ने अपनी चौथी लिस्ट जारी की थी, सपा ने अपनी चौथी लिस्ट में 6 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे. सपा की तरफ से जारी की गई चौथी लिस्ट में बिजनौर से यशवीर सिंह, नगीना से मनोज कुमार, मेरठ से भानु प्रताप सिंह, अलीगढ़ से पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह, हाथरस से जसवीर बाल्मिकी, लालगंज से दरोगा सरोज का नाम को टिकट दिया गया था. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने भदोही सीट ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए खाली छोड़ी थी, जिस पर टीएमएसी ने ललितेशपति त्रिपाठी को प्रत्याशी घोषित किया है.
यूपी की 80 सीटों पर मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान हो गया है, राज्य की 80 सीटों पर सात चरणों में चुनाव होगा. यूपी में बीजेपी, रालोद, सुभासपा, निषाद पार्टी और अपना दल (एस) मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. इसके साथ सपा-कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गठबंधन बनाया है. वहीं बसपा सुप्रीमो मायवती इस चुनाव में अकेले ही मैदान में हैं.
Gautam Buddha Nagar: एक ओर आम चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है तो वहीं दूसरी ओर नोएडा में सपा प्रत्याशी राहुल अवाना का टिकट कट सकता है. कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी जगह अखिलेश किसी और योद्धा पर विश्वास जता सकते है. हालांकि अभी ऐसी कोई पुष्टि नहीं है. लेकिन दावा किया जा रहा है दूसरे उम्मीदार पर जल्द औपचारिक ऐलान हो सकता है. जिसको लेकर सपा खेमे में हलचल मची हुई है. राहुल अवाना का टिकट कटने की बड़ी वजह क्या है?
गुटबाजी के कारण कटेगा राहुल का टिकट?
राजनीतिक जानकारों की मानें तो सपा प्रत्याशी राहुल अवाना का टिकट गौतमबुद्ध नगर सीट से कट सकता है. कहा जा रहा है कि प्रत्याशी के पहले चुनावी अभियान की शुरूआत में सपा का कोई भी बड़ा नेता नहीं पहुंचा था, जिससे साफ है कि इसे पार्टी की बेरुखी कहा जाए या फिर गुटबाजी कहा जाए.
सपा का गुप्त सर्वे
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सपा हाईकमान ने गौतमबुद्ध नगर सीट पर एक गुप्त सर्वे कराया है. जिसके बाद आज सपा कार्यालय में एक अहम बैठक बुलाई गई है. सूत्रों का कहना है कि इस सीट पर एक बार फिर समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार को बदल सकती है. पार्टी आलाकमान ने 6 जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को तलब किया है.
डॉ. नागर के जगह मिला था टिकट
बता दें कि, गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर समाजवादी पार्टी ने पहले इस सीट पर डॉ. महेंद्र नागर को चुनावी मैदान में उतारा था. डॉ. नागर को टिकट मिलने के बाद पार्टी के कई लोग असंतुष्ट थे, जिसके चलते वह सपा आलाकमान से मिले थे. माना जा रहा था कि इसके बाद ही पार्टी ने प्रत्याशी बदला था और नोएडा सेक्टर-128 असगरपुर निवासी राहुल अवाना को टिकट दिया गया था. लेकिन अब फिर से खबरें है कि सपा अपना उम्मीदवार बदल सकती है. फिलहाल यह देखना होगा कि आखिर इस बार समाजवादी पार्टी किस पर अपना भरोसा जताती है.
Gautam Buddha Nagar: लोकसभा चुनाव में अखिलेश ने फिर से नोएडा में अपने प्रत्याशी को बदल दिया है. गुटबाजी के चलते राहुल अवाना की जगह अब सपा के कद्दावर नेता डॉ. महेंद्र नागर पर भरोसा जताया है. पिछले काफी समय से राहुल को लेकर मंथन चल रहा था. गुटबाजी की शिकायतों के बाद इस फैसले को लिया गया है. बता दें सबसे पहले पार्टी ने डॉ. महेंद्र नागर को ही टिकट दिया था. बाद में नोएडा के राहुल अवाना को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. लेकिन अब ऐन वक्त पर फिर से बदल दिया गया है. जिसके बाद सपा खेमे में खलबली मची हुई है.
कौन हैं डॉक्टर महेंद्र नागर?
आपको बता दें कि डॉ.महेंद्र नागर समाजवादी पार्टी से पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता थे। वह काफी समय तक गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे थे लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले उन्होंने लखनऊ में समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली। उन्होंने लखनऊ में जाकर अखिलेश यादव का हाथ पकड़ा था।
डॉक्टर महेंद्र नागर का विवादों से पुराना नाता
जानकारी के अनुसार डॉक्टर महेंद्र नागर का विवादों से पुराना नाता है। जब वह कांग्रेस में थे तो वह लंबे समय तक विवादों में भी रहे थे। हालांकि, उसके बावजूद भी कांग्रेस ने उनको जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी। महेंद्र नागर काफी पुराने नेता हैं। बताया जाता है कि गुर्जर समाज में उनकी अच्छी पकड़ है। कांग्रेस में उनके खिलाफ काफी गलत गतिविधियों होने लगी थी, जिसकी वजह से उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामा था।
क्या इस बार गौतमबुद्धनगर सीट से जीतेगी सपा ?
अगर बात करें दोनों प्रत्याशियों की तो भाजपा ने चौथी बार अपने मौजूदा सांसद डॉ. महेश शर्मा पर ही भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। डॉ. महेश शर्मा साल 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। यदि इस बार भी वह गौतमबुद्धनगर सीट से जीतते हैं तो उनकी हैट्रिक होगी। दिल्ली से सटी यह सीट बसपा सुप्रीमो मायावती का गृहनगर भी है। कुछ वर्षों पहले तक इस सीट पर बसपा का दबदबा था लेकिन धीरे-धीरे उसका दबदबा जाता रहा। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट 2009 में बनी थी। गठबंधन के तहत गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट सपा के खाते में थी। इस सीट पर सपा पहली बार कांग्रेस के साथ चुनाव मैदान में है। इस सीट से अभी तक एक बार भी सपा और कांग्रेस अपनी जीत दर्ज नहीं करा सकी है।
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