बांदा की एक लड़की शहजादी को दुबई में फांसी की सजा सुनाई गई है. 20 सितंबर के बाद शहजादी को कभी भी फांसी दी जा सकती है. बेटी को फांसी मिलने की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया हैं. शहजादी के पिता ने पीएम मोदी से दिव्यांग बेटी को दुबई से वापस लाने की गुहार लगाई है.
इलाज के बहाने दुबई के दंपति से किया सौदा
दरअसल बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गांव गोयरा मुगली की रहने वाली शहजादी सामाजिक संस्था रोटी बैंक में काम करती थी. फेसबुक के जरिए शहजादी की आगरा निवासी उजैर से संपर्क हुआ. उजैर के प्रेमजाल में शहजादी फंस गई. 8 साल की उम्र में खाना बनाते समय शहजादी का चेहरा जल गया था. उजैर ने शहजादी के चेहरा का इलाज कराने के बहाने उसे आगरा बुला लिया. यहां से इलाज करवाने के नाम पर उजैर ने दुबई में रहने वाले दंपति फैज और नादिया के हाथों शहजादी का सौदा कर दिया. दुबई में शहजादी को घरेलू नौकर की तरह काम करना पड़ता था. फैज और उसकी पत्नी शहजादी को टॉर्चर भी करते थे. इसी बीच फैज के बेटे की इंजेक्शन लगने के बाद मौत हो गई. जिसका इल्जाम शहजादी पर लगाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया गया. दुबई की कोर्ट ने चार महीने पहले ही शहजादी को बच्चे की हत्या के जुर्म में मौत शहजादी को मौत की सजा सुनाई है.
4 महीने के बच्चे की मौत का लगाया गया इल्जाम
शहजादी के माता-पिता ने बांदा सीजेएम कोर्ट में उजैर और दुबई में रहने वाले दंपति के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. परिजनों की गुहार पर बांदा सीजेएम भगवान दास गुप्ता ने आरोपी उजैर और दंपति फैज और नादिया के खिलाफ मानव तस्करी धोखाधड़ी के तहत गंभीर धाराओं में पुलिस को मुकदमा दर्ज कराया है. आरोपी आगरा निवासी उजैर और दुबई में रह रहे इस दंपति की गिरफ्तारी के आदेश भी दिए गए थे. जिस पर पुलिस इनकी गिरफ्तारी के प्रयास भी कर रही है. मामले को लेकर शहजादी के पिता ने बताया कि बेटी की दोस्ती उजैर नाम के आगरा के शख्स से फेसबुक पर हुई. उसने कहा कि मेरी बुआ-फूफा अबु धाबी में रहते हैं तो वहां चली जाए. उनके 4 महीने का बच्चे को इंजेक्शन लगा था. उसकी मां ऑफिस चली गई. पीछे से बच्चे की तबीयत खराब हो गई और मौत हो गई. उसी का आरोप मेरी बेटी पर लगाया गया है. बच्चे को बिना पोस्टमार्टम दफना दिया गया. मेरी बेटी से मारपीट करके दस्तखत करवाए गए कि मैंने ही बच्चे को मारा है.
20 सितंबर के बाद कभी भी हो सकती है फांसी
शहजादी के पिता ने कहा कि पीएम मोदी से गुहार लगाना चाहता हूं कि वहां बात करें और इस मामले की जांच करवाएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. क्या इस देश की बेटी को इंसाफ नहीं मिलेगा. क्या वो ऐसे ही मर जाएगी. जब से बेटी से बात हुई है जी नहीं पा रहे हैं. खाना भी नहीं खाया है. उसने फोन पर रोकर बोला है कि 20 सितंबर के बाद कभी भी फांसी हो सकती है. शहजादी की मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है. बस यही कह रही है कि मेरी बेटी को बचाइये, वो बेकसूर है.
राजधानी लखनऊ में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया. इस दौरान शहीद पथ पर अचानक एक बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई. वहीं बिल्डिंग के मलबे में करीब 20 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. हादसे की खबर के बाद मौके पर बचाव दल की टीमें पहुंची और दबे हुए लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची और घायलों को मलबे से बाहर निकाला जा रहा है. वहीं हादसे में तीन की मौत हो चुकी है जबकि तीन लोगों की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है.
भारी बारिश के चलते भरभरा कर गिरी बिल्डिंग
जानकारी के अनुसार यह मामला सरोजनीनगर थाना क्षेत्र का है. जहां पर ट्रांसपोर्ट नगर के पास शहीद पथ पर एक पुरानी बिल्डिंग भरभराकर गिर गई. अंदेशा है कि भारी बारिश की वजह से यह बिल्डिंग गिरी है. बिल्डिंग के अंदर दवाईयों का काम होता है. जब हादसा हुआ है उस वक्त बिल्डिंग में करीब 20 लोग मौजूद थे. हादसे की सूचना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया और तेजी से रेस्क्यू कराने के निर्देश दिए.
राहत और बचाव कार्य में जुटीं NDRF और SDRF की टीमें
वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची हैं. फिलहाल मलबे के अंदर से अब तक 12 से 15 लोगों को घायल हालत में बाहर निकाला गया है. मौके पर कई एंबुलेंस मौजूद हैं जिनकी मदद से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया जा रहा है. हालांकि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है क्योंकि अभी भी 4-5 लोगों के अंदर दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
सीएम योगी ने लिया पूरे मामले का संज्ञान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिल्डिंग गिरने की सूचना मिलने के बाद पूरे मामले पर संज्ञान लिया. सीएम योगी ने अधिकारियों से बात की और कहा कि वह भी मौके पर पहुंचे हैं और राहत कार्य में तेजी लाएं. सीएम ने घायलों के उपचार के लिए भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. एसडीएम सरोजनी नगर ने बताया कि अभी तक 10 घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया है. जो बिल्डिंग गिरी है उसका नाम हरमिलाप टावर बताया जा रहा है. यह तीन मंजिला इमारत है जिसका आधा हिस्सा भारी बारिश की वजह से टूटकर गिर गया है.
लोकसभा चुनावों के बाद एक बार फिर यूपी में तबादलों की एक्सप्रेस दौड़ी है। इस दौरान यूपी सरकार ने कई IAS-IPS अफसरों का ट्रांसफर किया है। जिसमें 12 से ज्यादा आईएएस और 8 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए गए हैं। मुरादाबाद, सीतापुर, कासगंज समेत 7 जिलों के डीएम बदले गए हैं। वहीं 7 जिलों के कप्तानों का भी तबादला कर दिया गया है।
IAS मेधा रूपम कासगंज की नई DM बनाई गईं
आईएएस मेधा रूपम कासगंज की डीएम बनाई गईं हैं। IAS मनीष बंसल सहारनपुर के नए DM होंगे। अनुज कुमार सिंह को मुरादाबाद डीएम बनाया गया है। मुरादाबाद डीएम मानवेंद्र सिंह को हटाकर मानवेंद्र विशेष सचिव आयुष बनाया गया है। अभिषेक आनंद सीतापुर के नए डीएम होंगे। इसके अलावा, औरैया डीएम नेहा प्रकाश को हटा दिया गया है। IAS राजेन्द्र पैसिया संभल के नये जिलाधिकारी बनाए गए हैं। इसके अलावा रवीश गुप्ता डीएम बस्ती, नागेंद्र सिंह डीएम बांदा, अजय द्विवेदी डीएम श्रावस्ती, आशीष पटेल हाथरस डीएम बनाए गए हैं। मधुसूदन हुकली को कौशांबी डीएम का जिम्मा सौंपा गया है। बस्ती के डीएम आंद्रा वामसी को विशेष सचिव स्टाम्प एवं पंजीयन बनाया गया है।
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December 17, 2022