गौतमबुद्ध नगर में ओवलोड वाहनों के खिलाफ डीएम मनीष कुमार वर्मा ने एक सख्त कदम उठाया है. डीएम ने वाहनों की ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. जिसके तहत 197 ओवरलोड वाहनों पर अब कार्रवाई की जा चुकी है. इन ओवरलोड वाहनों पर कुल मिलाकर एक करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है. बता दें कि यह कदम ट्रांसपोर्ट यूनियन की शिकायत के बाद उठाया गया था. जिसमें ओवरलोडिंग की समस्या को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक रिट भी दाखिल की गई थी.
डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बनाई टास्क फोर्स
इस समस्या को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी, एआरटीओ, जिला खनन अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों की एक टास्क फोर्स बनाई. इस टास्क फोर्स ने ओवरलोड वाहनों की धरपकड़ की. इन वाहनों में राजस्थान और हरियाणा से रोड़ी, गिट्टी, और रेत लाकर गौतमबुद्ध नगर में अवैध रूप से ढोने का प्रयास किया जा रहा था. टीम ने ना केवल इन वाहनों के चालान काटे, बल्कि कुछ वाहनों को सीज भी किया और उन पर भारी जुर्माना लगाया. इसके साथ ही इन ओवरलोड वाहनों के चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस और परमिट को निलंबित करने की भी सिफारिश की गई है.
ओवरलोड वाहनों के चालान से 1 करोड़ से अधिक का मिला रेवेन्यू
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्रवाई से एक करोड़ रुपए से अधिक का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है. ओवरलोड वाहनों को जिले में चलने नहीं दिया जाएगा. अगर किसी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत पाई जाती है. तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि ओवरलोड वाहनों को लेकर उन्होंने ही जिलाधिकारी से शिकायत की थी. इस मामले में कोर्ट में पीआईएल भी दाखिल की गई थी. अब जब कार्रवाई हो रही है तो उनके पास कई लोग आकर दबाव बना रहे हैं और उनकी पॉलिसी को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
सालों से अपने आशियाने की आस लगाए बैठे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. यूपी सरकार ने अपने आशियाने के इंतजार में बैठे खरीददारों के लिए अब 63,418 प्लाटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ कर दिया है. ये फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 24 अगस्त को हुई एक बड़ी बैठक के बाद लिया गया है.
सीएम के निर्देश के बाद दिखा असर
बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि जिन बिल्डरों की बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ है. उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए. साथ ही खाली पड़ी जमीन और बिना बिके फ्लैटों को जब्त कर लिया जाए. जिससे अपने सपने का आशियाना बनाने के इंतजार में बैठे घर खरीदारों को उनका हक मिल सके. सीएम योगी के निर्देश पर इस कार्रवाई के तहत अगर देखा जाए तो 161 परियोजनाओं में से 93 डेवलपर्स ने सरकार की तरफ से पेश किए गए राहत पैकेज का लाभ उठाते हुए 25 प्रतिशत बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया है. इसके तहत 905 करोड़ रुपए प्राधिकरण के पास जमा कराए जा चुके हैं. अब रजिस्ट्री का प्रक्रिया तेजी के साथ शुरू कर दिया जाएगा.
8000 फ्लैटों की रजिस्ट्री का काम पूरा
ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की तरफ से अभी तक 8000 फ्लैटों की रजिस्ट्री का काम पूरा किया जा चुका है. वहीं बाकी बचे 55,418 फ्लैटों की रजिस्ट्री 2025 के मध्य तक पूरी होने की उम्मीद है. रियल एस्टेट संगठन नारेडको ने शहरी आवास मंत्रालय से इस प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त समय की मांग की है लेकिन सरकार की तरफ से सख्ती दिखाते हुए कहा गया है कि घर खरीददारों के हित में सरकार सर्वोपरि है. रजिस्ट्री की प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी किसी भी तरह का समय बर्बाद बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
सपनों के आशियाने का काफी साल पुराना है मसला
यह मामला काफी साल पुराना है. यहां पर घर खरीदारों के लिए बहुत बड़ी चिंता थी. हजारों खरीदारों ने अपनी जमा पूंजी लगाकर फ्लैट खरीदे थे लेकिन कानूनी प्रक्रियाओं और बकाया राशि की वजह से उन्हें अभी तक उनके मालिकाना हक और अपने सपने का आशियाना नहीं मिल सका. ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगभग 60 प्रतिशत परियोजनाएं जमीन के बकाया भुगतान की वजह से अभी भी अटकी हुई थी. इसकी वजह से घर खरीददारों की समस्या लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही थी. अब सरकार की तरफ से उठाए गए कदम के बाद घर खरीदारों की उम्मीद जगी है. एक बार फिर अपने सपने के आशियाने की तरफ लोग उम्मीद भरी आंखों से देख रहे है.
यूपी सरकार लगातार उत्तर प्रदेश को विकसित प्रदेश बनाने के लिए तत्पर है. इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा के विकास को गति देने में एक अहम कड़ी जोड़ दी है. ग्रेटर नोएडा में विकास को गति देने के लिए दो प्रमुख योजनाओं पर कार्य शुरू हो गया है. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना और संचालन के साथ ही गंगा जल प्रोजेक्ट से संबंधित परियोजनाओं को गति देने के लिए काम शुरू हो गया है. सीएम योगी के विजन के अनुसार ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-1 में 'सिक्वेंशियल बैच रिएक्टर टेक्नोलॉजी' बेस्ड सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापित किया जाएगा. 79.57 करोड़ की लागत से बनने वाले 45 एमएलडी कैपेसिटी युक्त सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर रिक्लेमेशन फैसिलिटी की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही संचालन और टेस्टिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए एजेंसी निर्धारण और कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
एजेंसी निर्धारण और कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू
इसी प्रकार गंगा जल प्रोजेक्ट के अंतर्गत 3 जोनल रिजरवॉयर में इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और अन्य सिविल वर्क्स को जल्द पूरा करने के लिए एजेंसी निर्धारण और कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है. इस कार्य में कुल मिलाकर 11.44 करोड़ रुपए का व्यय अनुमानित है. इन दोनों ही कार्यों को पूरा करने के लिए ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से प्रक्रिया शुरू हो गई है और सभी कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पूरा करने पर फोकस किया जा रहा है. ग्रेटर नोएडा के समेकित विकास के लिए सीएम योगी के विजन में तैयार की गई विस्तृत कार्ययोजना के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-1 में 79.57 करोड़ रुपए की लागत से सिक्वेंशियल बैच रिएक्टर (एसबीआर) टेक्नोलॉजी युक्त सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का विकास किया जाएगा. यह 45 एमएलडी कैपेसिटी वाला एसटीपी होगा, जिसे एजेंसी निर्धारण और कार्यावंटन के बाद 15 महीनों में पूरा किया जाएगा.
सौर ऊर्जा युक्त होगा प्लांट
वहीं ऑपरेशन और मैनेजमेंट के लिए 120 महीनों की समय सीमा निर्धारित की गई है. इस प्लांट के निर्माण को लेकर पहले एजेंसी द्वारा साइट एनवॉयरमेंट प्लान तैयार किया जाएगा. सभी निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न मानकों का ध्यान रखा जाएगा, जिसमें वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के स्तर को भी मॉनिटर करते हुए कम से कम रखा जाएगा. इसमें ट्रीटमेंट प्लांट वॉटर रीक्लेमेशन फैसिलिटी भी होगा. प्लांट के संचालन के लिए 3 महीने का ट्रायल पीरियड भी निर्धारित किया गया है, जिसमें इसके संचालन के विभिन्न मानकों को मॉनिटर करते हुए क्रियान्वित किया जाएगा. इस दौरान, डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड की समयावधि 12 महीने निर्धारित की गई है. प्लांट का डिस्पोजल चैनल हिंडन नदी के किनारे स्थित होगा. प्लांट को सौर ऊर्जा युक्त भी किया जाएगा और इसके हाइड्रोलिक पंपों का संचालन सौर ऊर्जा के जरिए किए जाने की योजना है.
स्क्रीनिंग के बाद सीवेज वेट वेल में प्रवेश करेगा
प्लांट में अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सीवरेज आउटकम को गहरे गुरुत्वाकर्षण आउटफॉल सीवर की तरफ से प्राप्त किया जाएगा, जो रॉ सीवेज को एक रिसीविंग चैंबर में डिस्चार्ज करेगा, जहां से इसे डाउनस्ट्रीम मोटे स्क्रीन में ले जाया जाएगा. सीवेज के साथ आने वाली सामग्रियों को हटाने के लिए उसे गीले कुएं के ऊपर मोटे स्क्रीन चैनल में छाना जाएगा. स्क्रीनिंग के बाद सीवेज वेट वेल में प्रवेश करेगा. प्लांट वेट वेल युक्त होगा, जिसकी क्षमता औसत और पीक फ्लो स्थितियों के दौरान पर्याप्त हाइड्रोलिक प्रतिधारण करने की होगी. प्लांट में फ्लो मैनेजमेंट, इनलेट चैंबर, फाइन स्क्रीनिंग और डी-ग्रिटिंग व्यवस्था को भी पूर्ण किया जाएगा. प्लांट में उपचारित सीवेज में से बीओडी, सीओडी, निलंबित ठोस, नाइट्रोजन और फास्फोरस को हटाने तथा बायोलॉजिकल ऑर्गैनिक रिमूवल के लिए एसबीआर इकाइयों में डाला जाएगा. एसबीआर बेसिन को दो क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा, जोकि सिलेक्शन जोन और एरेशन जोन युक्त होंगे. एसबीआर एकल चरण में चक्रीय/बैच मोड में काम करेगा. यह जैविक कार्बनिक निष्कासन, नाइट्रीकरण, विनाइट्रीकरण और जैविक फास्फोरस निष्कासन करेगा और एक साथ अपशिष्ट स्थिरीकरण करने में सक्षम होगा.
जल्द से जल्द काम पूरा करने पर फोकस
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की तरफ से बनाई गई कार्ययोजना के अनुसार, गंगा जल प्रोजेक्ट को एजेंसी निर्धारण और कार्यावंटन के बाद 12 महीने की कार्यावधि में पूरा कर लिया जाएगा. परियोजना के अंतर्गत 85 क्यूसेक कैपेसिटी वाले गंगा जल प्रोजेक्ट में 3 जोनल रिजरवॉयर में इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इंस्ट्रूमेंट और अन्य सिविल वर्क्स को जल्द से जल्द पूरा करने पर फोकस किया जा रहा है. इसके अंतर्गत, विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट इंस्टॉलेशन और फिटिंग वर्क्स, पाइपलाइन फिटिंग और इंस्टॉलेशन, फ्लोर माउंटेड क्लोरिनेशन सिस्टम, हाइपो क्लोराइड डोजिंग सिस्टम, मीटरिंग और डोजिंग पंप इंस्टॉलेशन समेत विभिन्न कार्यों को पूरा किया जाएगा.
साल के आखिरी तीन महीने ही बचे हैं. वहीं इन तीन महीनों अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में त्योहारों की भी धूम रहती है. साल के इन तीन महीनों में दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ, भाई दूज, क्रिसमस की धूम रहने वाली है. ऐसे में लोग छुट्टियों के बहाने परिवार के साथ घूमने की भी योजना बना लेते हैं. तो वहीं इस बार यात्रियों की बढ़ती भीड़ से निपटने के लिए रेलवे ने भी कमर कसकर पूरी तैयारी कर ली है. जिससे लोग अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें.
6 हजार पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला
एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रेलवे ने त्योहारी सीजन नजदीक आते ही एक करोड़ से अधिक यात्रियों को दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के त्योहारों पर घर पहुंचाने के लिए लगभग 6,000 पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला कर लिया है. वहीं इन त्योहारों के दौरान कई रेल मार्गों, विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए जाने वाले रास्तों पर भारी भीड़ देखी जाती है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को बताया कि इस साल के त्योहारी सीजन के लिए अब तक कुल 5,975 विशेष ट्रेनें अधिसूचित की गई हैं. जबकि पिछले साल केवल 4,429 ट्रेने थीं.
1 करोड़ से ज्यादा लोगों को घर जाने में होगी सुविधा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 'इससे पूजा की भीड़ के दौरान 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को घर जाने में सुविधा होगी.'दुर्गा पूजा 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है. 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी और छठ पूजा का त्योहार 7 और 8 नवंबर को मनाया जाएगा. वहीं रेलवे के अधिकारियों ने ये भी कहा कि अधिक मांग होने पर विशेष ट्रेनों की संख्या और बढ़ाई जा सकती है. इसके अलावा 108 ट्रेनों में अतिरिक्त जनरल कोच भी जोड़े गए हैं. जबकि 12,500 नए कोच बनाने की मंजूरी दे दी गई है. इन्हें अगले एक से दो सालों में विभिन्न ट्रेनों में जोड़ा जाएगा.
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अलीगढ़ का दौरा किया. इस दौरान सीएम योगी ने युवाओं को नियुक्ति पत्र, उद्यमियों को ऋण, विद्यार्थियों को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण और ₹705 करोड़ की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत की. वहीं सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए सभा को संबोधित भी किया.
अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर में तोप भी बनेगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर में तोप भी बनेंगी. जो दुश्मन के दांत को खट्टा करेगी. इस डिफेंस कॉरिडोर में बनी राइफलें अराजक तत्वों की छाती को छिन्न-भिन्न करने का काम करेगी. सीएम ने लोगों से आगे कहा कि इस प्रगति की रफ्तार को थमने मत दीजिये. ये थमेगी तो देश की रफ्तार थमेगी. समाजवादी पार्टी का कन्नौज में 'नवाब'. ब्रांड है. विपक्षी पार्टियां दंगा कराएंगी, विकास के कार्यों को बाधित करेंगी, नौजवानों को पलायन कराएंगी. मगर हम ऐसा नहीं होने देंगे.
"अगर हिमाकत की, तो आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी"
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि सपा प्रमुख को इस मामले में बोलने का अधिकार नहीं है. अयोध्या और कन्नौज में सपा के नेताओं द्वारा बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ किया गया. उनकी सरकार के दौरान व्यापारियों में भय का माहौल था. सपा-कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश में दंगा करा दिया था. हमारी सरकार में कोई दंगा नहीं हुआ. किसी को भी बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं करने देंगे. अगर किया तो अंजाम भुगतना होगा. सबको सुरक्षा देंगे लेकिन किसी को कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं करने देंगे. हिमाकत की तो आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी. उनकी सम्पत्तियों को जब्त कर गरीबों के लिए आवास बना दिए जाएंगे. सीएम ने आगे कहा कि बिना सुरक्षा, सुशासन कुछ नहीं हो सकता. आज प्रदेश में युवाओं को रोजगार मिल रहा है, निवेश आ रहा है और विकास हो रहा है.
पीएम मोदी के हाथों में देश सुरक्षित- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि सपा हो या कांग्रेस इनके अंदर लगता है कि जिन्ना की आत्मा घुस गई है. देश का विभाजन करने का पाप जिन्ना ने किया था. अंतिम समय में घुट-घुट कर मरा था. वही काम आज विपक्ष कर रहा है. समाज को बांट रहे हैं. सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के हाथों में देश सुरक्षित है. विपक्षी पार्टियों को उनके मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.
यूपी प्रशासन एवं प्रबंध अकादमी ने पीसीएस अधिकारियों की सूची जारी की है. ये सूची 10 जून 2024 से 30 अगस्त 2024 तक आयोजित किए गए व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली अधिकारियों की है. मऊ में तैनात पीसीएस अधिकारी अंकित कुमार वर्मा की अब तैनाती फिरोजाबाद कर दी गई है. प्रतीक्षा पांडेय को अमेठी से बुलंदशहर में तैनाती दी गई है.
नवीन तैनाती ग्रहण ना करने पर होगी कार्रवाई
सरकार द्वारा जारी सूची में शामिल अधिकारी अपना व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद नई तैनाती पर कार्यभार ग्रहण करेंगे. इसके साथ ही कार्यभार प्रमाणक भी शासन को उपलब्ध कराएंगे. वहीं अगर पीसीएस अधिकारी तत्काल तैनाती ग्रहण नहीं करते हैं तो नियमानुसार संबंधित अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
13 साल के अंडर 19 टीम के भारतीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने इतिहास रच दिया है. ये कमाल सूर्यवंशी ने यूथ टेस्ट मैच में कर दिखाया है. दरअसल भारत अंडर-19 और ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम के बीच खेले जा रहे यूथ टेस्ट मैच के दौरान सूर्यवंशी ने 58 गेंद पर शतक ठोंक दिया. इसके साथ ही वैभव सूर्यवंशी अब पेशेवर क्रिकेट में सबसे कम उम्र के शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं.
64 गेंदों में वैभव ने बनाए 104 रन
यूथ टेस्ट मैच में वैभव सूर्यवंशी ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भारतीय पारी का आगाज किया. इस दौरान वैभव ने कुल 64 गेंदों का सामना करते हुए 104 रन बनाए. वैभव की विस्फोटक पारी में 14 चौके और 4 छक्के शामिल हैं. वैभव सूर्यवंशी रनआउट होकर पवेलियन लौटे. 64 गेंदों की पारी के दौरान वैभव ने अपना शतक 58 गेंद पर ही पूरा कर लिया.
12 साल की उम्र में बिहार के लिए किया डेब्यू
रणजी ट्रॉफी 2023-24 में वैभव सूर्यवंशी ने बिहार के लिए डेब्यू कर खूब सुर्खियां बिटोंरी थी. वैभव ने तब मुंबई के खिलाफ डेब्यू किया था. तब मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने वैभव की खूब प्रशंसा की थी. इसके बाद वैभव ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ भी रणजी मैच खेला. हालांकि दोनों ही पारियों में वह अपना खाता नहीं खोल सके. अब तक खेले गए 2 रणजी मैच में वैभव ने 31 रन बनाए थे. साल 2024 की शुरुआत में ही वैभव सूर्यवंशी रणजी ट्रॉफी में सबसे कम उम्र के डेब्यू करने वाले खिलाड़ी बने थे. बाएं हाथ के बल्लेबाज ने सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. वैभव सिर्फ 12 साल और 284 दिन के थे जब उन्होंने बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ डेब्यू करके इतिहास रच दिया था. बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने उस समय 15 साल और 230 दिन के थे जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में गुजरात के खिलाफ मुंबई के लिए अपना पहला मैच खेला था. वहीं युवराज सिंह ने महज 15 साल और 57 दिन के थे, जब युवराज ने अपने रणजी करियर की शुरुआत की.
ग्रेटर नोएडा की थाना बीटा-2 पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने अवैध असलहा सप्लाई गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस को अवैध पिस्टल और चाकू बरामद हुआ है. पकड़े गए आरोपी मेरठ से अवैध असलहा खरीदकर एनसीआर में सप्लाई करते थे
अवैध असलहा सप्लाई गैंग के तीन सदस्य अरेस्ट
थाना बीटा-2 पुलिस ने शनिवार को अवैध शस्त्र के साथ अभियुक्त शिवम सोम पुत्र राजेन्द्र सिंह, हर्ष पुत्र संजीव, अर्जुन पुत्र राजेन्द्र को गिरफ्तार किया है. शातिर अपराधियों को पुलिस ने पी-3 के पास गन्दे नाले की पास सर्विस रोड थाना क्षेत्र बीटा 2 से गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्तों के कब्जे से 1 पिस्टल 32 बोर, 2 चाकू नाजायज बरामद हुए है.
कैसे देते थे वारदात को अंजाम
पकड़े गए शातिर किस्म के अपराधी अवैध असलहा के सप्लायर हैं. जो कि मेरठ से कम दामों में नाजायज असलहा को खरीदकर लाते है. इन असलहा को आरोपी दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में ऊंचे दामों में बेच कर अवैध धन अर्जित कर लेते हैं.
ग्रेटर नोएडा में 25 सितंबर से इंटरनेशनल ट्रेड शो का आगाज होने वाला है. ये ट्रेड शो अगले चार दिन तक चलेगा. जिसका साफ मतलब है कि लोगों को सड़कों पर जाम से जूझना पड़ेगा. ये स्थिति 29 सितंबर तक देखने को मिल सकती है क्योंकि इस दौरान कई रूट्स का डायवर्जन किया जाएगा. आपको बता दें कि ट्रेड शो का उद्घाटन करने के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ग्रेटर नोएडा पहुंचने वाले हैं. ऐसे में कई वीआईपी गाड़ियों के साथ-साथ लोगों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 6 दिन तक ट्रैफिक एडवाजरी जारी कर दी है.
जाम से बचने के लिए लें रूट डायवर्जन की मदद
इस आयोजन के समय 24 से 29 सितंबर तक यातायात में हुए बदलावों को ध्यान में रख कर आप जाम से बच सकते हैं. जाम से बचने के लिए आप रूट डायवर्जन की मदद ले सकते हैं. मिली जानकारी के अनुसार यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का दूसरा संस्करण है, जिसे ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित किया जा रहा है. इवेंट के दौरान सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और आसपास की सड़कों पर मालवाहक वाहनों के चलने पर प्रतिबंध रहेगा. इन मार्गों पर केवल दूध, फल, सब्जी और चिकित्सा आपूर्ति ले जाने वाली जरूरी मालवाहक गाड़ियों को ही चलने की अनुमति होगी. इसके अलावा गैर-जरूरी वाहनों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्रों पर "नो-एंट्री" के बोर्ड लगा दिए जाएंगे.
इन रास्तों का करें इस्तेमाल
चिल्ला बॉर्डर लाइट पर ट्रैफिक डायवर्ट रहेगा. जिसके लिए लोगों को एनएच-9, एनएच-24, एनएच-91, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से जाने की सलाह दी गई है. इसके अलावा डीएनडी टोल प्लाजा पर भी ट्रैफिक डायवर्ट रहेगा. इसके लिए लोग एनएच-91, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जा सकते हैं. कालिंदी बॉर्डर की ओर जाने के लिए आपको ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और एनएच-91 की ओर से जाना होगा. जेवर टोल की अगर बात करें तो दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को टोल से पहले यू टर्न लेना होगा और फिर उस रूट को अलीगढ़ की ओर मोड़ दिया जाएगा. होंडा सीएल चौक पर ट्रैफिक को सिरसा राउंडअबाउट से होते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से रिडायरेक्ट कर दिया जाएगा. वहीं सूरजपुर घंटा चौक और परी चौक पर तिलपता और सिरसा गोल चक्कर होते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर इस रूट को मोड़ा जाएगा.
लोकल ट्रैफिक भी रहेगा डायवर्ट
इस दौरान ग्रेटर नोएडा के लोगों को भी डायवर्जन का सामना करना पड़ेगा. होंडा CL चौक से आने वाले वाहन जो नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली जा रहे हैं तो आपको सिरसा राउंड अबाउट के माध्यम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर रिडायरेक्ट किया जाएगा. इसी तरह, सूरजपुर घंटा चौक और परी चौक से आने वाले यात्रियों को डायवर्जन का सामना करना होगा. आपको भी तिलपता और सिरसा राउंडअबाउट के माध्यम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर जाना पड़ेगा.
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December 17, 2022