Greater Noida: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) 21 अक्टूबर यानि कल से ग्रेटर नोएडा में रहेंगे। ग्रेटर नोएडा में जीरो प्वाइंट पर चल रहे किसानों के धरना स्थल पर राकेश टिकैत एक महा पंचायत को संबोधित करेंगे। किसान नेताओं ने घोषणा की है कि 21 अक्टूबर को किसानों का हल्ला बोल कार्यक्रम होगा। किसानों के हल्ला बोल कार्यक्रम के मंच से किसान नेता राकेश टिकैत अपने खास अंदाज में दहाड़ते हुए नजर आएंगे।
कल से किसानों का हल्ला-बोल
ग्रेटर नोएडा में किसान पिछले 12 दिन से जीरो प्वाइंट पर धरना दे रहे हैं। धरना दे रहे किसान नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र के किसानों की एक दर्जन से अधिक मांगें पूरी करने की मांग कर रहे हैं। जीरो पॉइंट पर चल रहे धरने के 12 वें दिन भारतीय किसान यूनियन के एनसीआर अध्यक्ष मटरू नागर ने बताया कल होने वाली महापंचायत में भारी संख्या में किसान पहुंचने वाले हैं। किसानों की मांगों में मुआवजे से लेकर आबादी के प्लॉट तक की अनेक मांगें शामिल हैं। 12 दिन तक उनकी मांग न सुने जाने पर किसानों ने 21 अक्टूबर 2023 को हल्ला बोल कार्यक्रम की घोषणा की है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर किसानों का धरना जारी है। आज किसानों के बीच किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों के धरने के बीच पहुंचे।
प्राधिकरण और प्रशासन पर साधा निशाना
पिछले 13 दिनों से किसान ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर अपनी कई मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। किसानों का जोश और बढ़ गया, जब उनके बीच उनके नेता राकेश टिकैत पहुंचे। किसानों ने जोरशोर से राकेश टिकैत का स्वागत किया। जिसके बाद राकेश टिकैत ने प्राधिकरण और प्रशासन पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने प्राधिकरण पर कई आरोप लगाए। राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की बात नहीं सुन रहे हैं। लेकिन उनको किसानों की बात सुननी पड़ेगी।
जमीन पर पहले किसानों का हक- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण के अफसर अपनी मनमानी कर रहे हैं। जबकि यहां की जमीन पर पहले किसानों का हक है, ना कि प्राधिकरण का। इसलिए प्रशासन और प्राधिकरण को किसानों की बात सुननी पड़ेगी।
'अफसर बैठकर सुने किसानों की मांग'
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीन एयरपोर्ट में जा रही है। कई किसान ऐसे भी हैं, जिनके पास अब जमीन नहीं बची। राकेश टिकैत बोले अधिकारियों के पास तो कई मकान हैं लेकिन जिनकी जमीन जा रही है, वो अब बेघर हो रहे हैं। ऐसे में कलेक्टर, कमिश्नर और प्राधिकरण के अफसरों को बैठकर किसानों की बात सुननी चाहिए। जिससे किसान परेशान ना हो।
दिल्ली की तरफ प्रदर्शन करते आ रहे किसानों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले तो भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दे दी चेतावनी।
किसानों ने अपनी मांगो को मनवाने के लिए 'दिल्ली चलो' मार्च के चलते हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ दिए, जिसके बाद भगदड़ के जैसे हालात बन गए और वहां पर बवाल शुरू हो गया है।
किसानों के प्रदर्शन के कारण भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। भगदड़ जैसे हालात होने के कारण पुलिस और सुरक्षाबलों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को 200 मीटर पीछे तक धकेल दिया है। पुलिक ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सड़क को कंक्रीट की दीवारों से बंद कर दिया गया है।
हरियाणा पुलिस ने दागे आंसू गैस गोले
बता दें किदिल्ली कूच के लिए निकले किसानों को पंजाब पुलिस ने तो बिना किसी रुकावट के आगे जाने दिया, लेकिन जब प्रदर्शनकारी किसान मार्च करते हुए पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर पहुंच गए थे। यहां पर हरियाणा पुलिस ने उनको रोकने के लिए रास्तों को बड़े-बड़े कंक्रीट के बैरिकेड्स से जाम कर रखा था, जिसको किसान लांघने की तैयारी में थे। इसी दौरान पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दाग दिए, जिससे वहां भगदड़ मच गई।
सरकार पर भड़के राकेश टिकैत
अब किसानों के प्रदर्शन पर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि, देश में बड़ी पूंजीवाद कंपनिया हैं, जिन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है। उन पार्टीयों ने देश पर कब्जा कर लिया हैं इसलिए अब दिक्कतें तो आएंगी।
कर्नाटक के बेंगलुरू में उन्होंने आगे कहा कि, अगर किसानों के साथ कोई अन्याय हुआ और सरकार ने उनके लिए कोई दिक्कत पैदा की तो ना ही वो किसान ज्यादा दूर हैं और न दिल्ली हमसे ज्यादा दूर है।"
आंदोलन में नहीं शामिल है बीकेयू
किसानों के चल रहे इस आंदोलन में भारतीय किसान यूनियन शामिल नहीं है, जिस पर राकेश टिकैत का कहना है कि, "ये मार्च को किसान यूनियन ने बुलाया है। इन संगठनों ने पिछले आंदोलन में खुद को दूर रखा था और इनमें से किसी संगठन ने हमसे संपर्क भी नहीं किया है। सब अपने तरीके से कार्यक्रम कर रहे हैं, लेकिन सरकार जो कर रही है वो गलत कर रही है। उनको बातचीत करके समस्या को सुलझाना चाहिए और सरकार कील वगैरह का इस्तेमाल न करे।"
आज भारतीय किसान यूनियन की मीटिंग कैंप कार्यालय तिरुपति ईट उद्योग दनकौर में हुई। जिसकी अध्यक्षता डेलचंद शर्मा रन्हेरा और संचालन सुनील प्रधान ने किया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा 14 मार्च को रामलीला ग्राउंड दिल्ली में होने वाली महापंचायत में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्रॉली, बस, गाड़ियों और रेल से दिल्ली रामलीला ग्राउंड मे 13 मार्च से भारी संख्या में पहुंचने लगेंगे।
14 मार्च को रामलीला ग्राउंड दिल्ली में महापंचायत
प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार को किसानों से वार्ता कर समस्या का हल निकालना चाहिए और किसानों की बड़ी मांग एमएसपी पर कानून एवं स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करें। एनसीआर अध्यक्ष माटरू नागर ने बताया एनसीआर के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली रामलीला ग्राउंड महापंचायत में एक दिन का धरना प्रदर्शन करेंगे और सरकार को जगाने का कार्य करेंगे जिलाध्यक्ष रॉबिन नगर ने बताया 14 मार्च को गौतम बुद्ध नगर से भारी संख्या में दिल्ली रामलीला ग्राउंड में किसान पहुंचकर चौधरी राकेश टिकैत जी के हाथों को मजबूत करेंगे।
कार्यक्रम में मौजूद रहे किसान कार्यकर्ता
इस मौके पर राजीव मलिक, चंद्रपाल बाबूजी, रजनीकांत अग्रवाल, सुबेराम मास्टर, धनीराम मास्टर, रामनिवास, सुनील प्रधान, महेश खटाना, लाल यादव, हसरत प्रधान, भगत सिंह प्रधान, इंद्रेश चेची, विनोद शर्मा, योगेश शर्मा, पवन नागर, राजू चौहान, अतुल चौहान, जोगिंदर चेची, पीतम सिंह, कपिल, मूलचंद शर्मा, बली भाटी, संदीप खटाना, सुंदर भुडा, बृजपाल सिंह, श्रीपाल मलिक, श्याम सिंह, बल्लू खेड़ा, अरविंद लोहिया, संदीप एडवोकेट, अमित डेढा, रामस्वरूप सिंह, चाहत राम नागर, सोनू बैसला, जीते गुर्जर, विक्रांत शाकीर, सत्ते भाटी आदि किसान कार्यकर्ता मौजूद रहे.
Ghaziabad: किसान नेता राकेश टिकैत सोमवार को उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद पहुंचे। राकेश टिकैत को पासपोर्ट के रिनुअल को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते उन्होंने आज गाजियाबाद में पासपोर्ट अधिकारी से मुलाकात की। उनका कहना है कि पासपोर्ट का रिनुअल नहीं हो पा रहा है, जिस कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
राकेश टिकैत का पासपोर्ट नहीं हो रहा रिन्यूल
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि मुज्जफनगर के पुलिस अधिकारी और यहां के पासपोर्ट अधिकारी दोनों विभाग के कर्मचारियों में तालमेल है। गाजियाबाद के पासपोर्ट विभाग के अधिकारी कुछ पेंडेंसी निकाल देते हैं और मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा कागज नहीं भेजे जाने की बात कहते हैं, जिस कारण उनका पासपोर्ट रिनुअल नहीं हो पा रहा है।
राकेश टिकैत ने दी धरने की चेतावनी
राकेश टिकैत ने कहा कि पासपोर्ट रिनुअल नहीं होने से उन्हें काफी दिक्कत हो रही है, ऐसे में आज वह धरना देने के लिए आए थे, लेकिन गाजियाबाद पासवर्ड अधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि मुजफ्फरनगर से कुछ कागजात उन्हें मांगे हैं, जिसके बाद उनका पासपोर्ट रिनुअल कर दिया जाएगा। इसके साथ ही राकेश टिकैट ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इसके बाद भी पासपोर्ट रिनुअल नहीं हुआ तो उनके वह गाजियाबाद या मुजफ्फरनगर में धरना देंगे।
नवनिर्वाचित सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत का थप्पड़ कांड अब गरमाता ही जा रहा है। अब इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है। भाकियू नेता ने CISF जवान का समर्थन किया है। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने फेसबुक पर वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि देखो थप्पड़-वप्पड़ तो कुछ नहीं लगा। बहस उनकी जरूर हुई होगी और उनको किसी न किसी बात का दर्द होगा। जब देश में जय जवान और जय किसान का नारा लगता है। किसानों के साथ जैसा व्यवहार हुआ, तो वह कहीं ना कहीं आहत हुई हैं। हम सभी उस परिवार और बेटी के साथ हैं। आपको बता दें कि चंड़ीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनौत के साथ सीआईएसएफ जवान की तकरार के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है।
धारा लगाकर CISF जवान को एक नोटिस दे दो- टिकैत
उन्होंने कहा कि इनको बात कहनी है। अपनी बात कहें। तो उसको कहीं ना कहीं दर्द हुआ लेकिन वो वर्दी पहन रही हैं। पोस्टिंग पर हैं तो नहीं करना चाहिए। आंदोलन करने के लिए तो बहुत हैं, कानूनी कार्रवाई होती है कोई चीज हुई तो उसने कहा है किसी को आप वह धारा लगाकर उनको एक नोटिस दे दो। यह जवान है। यह किसान परिवार से आते हैं। कोई भी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हों, कोई भी लोग हों, किसी जाति के खिलाफ, किसी व्यवसाय के खिलाफ, किसी भी धर्म के खिलाफ, किसी किसान-आदिवासी के खिलाफ भी गलत शब्दों का इस्तेमाल ना करें। इन सब पर इनको कंट्रोल करना चाहिए।
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