चंडीगढ़: कुत्तों के काटने की घटना इस बीच तेजी से बढ़ा है। हालांकि कुत्ता पालने वालों के लिए सख्त नियम जरूर बनाए गये हैं। लेकिन आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या बड़ी समस्या बनी हुई है। नगर निगमों की ओर से इन आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने की कोशिश के तहत जो प्रयास किए जा रहे हैं वो नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस बीच पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एक आदेश जारी कर डॉग बाइट के पीड़ितों को मुआवजा देने का निर्देश जारी किया है।
HC ने जताई चिंता
हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा को अब डॉग बाइट पर पीड़ितों को मुआवजा देना होगा। जस्टिस विनोद एस. भारद्वाज की बेंच ने डॉग बाइट से जुड़ी याचिकाओं का निपटारा करते ये आदेश जारी किया। पंजाब हाईकोर्ट ने पशुओं के कारण सड़क पर होने वाले हादसों पर भी चिंता जताई है।
डॉग बाइट पर मिलेगा मुआवजा
हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक कुत्ते के काटने से संबंधित मामलों में पीड़ितों को हर दांत के निशान पर 10,000 रुपए न्यूनतम मुआवजा दिया जाएगा। हाईकोर्ट ने पंजाब और हरियाणा राज्यों के अलावा चंडीगढ़ को इस तरह के मुआवजे का निर्धारण करने के लिए समितियां बनाने के लिए कहा है। ये समितियां संबंधित जिलों के डिप्टी कमिश्नरों की अध्यक्षता में गठित की जाएंगी।
एक बार फिर पंजाब-हरियाणा के किसानों ने दिल्ली में डेरा जमाने की तैयारी में है. जिसको लेकर शासन-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. 13 फरवरी को होने वाले किसानों के दिल्ली कूच से पहले ही पुलिस ने शंभू बॉर्डर को सील कर दिया है. साथ ही हरियाणा पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बाड़ेबंदी शुरू कर दी है. अबकी बार हाईवे पर बड़े-बड़े पत्थरों के साथ नुकीले तार भी सड़कों पर लगाए गए है. क्योंकि पिछली बार किसानों ने ट्रैक्टरों से पत्थरों को नदी में फेंक दिया था.
प्रशासन ने बढ़ाई चौकसी
हरियाणा-पंजाब के किसानों ने जिस तरह से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का बड़ा ऐलान किया है उसके बाद से पुलिस के साथ-साथ अब सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की भी 50 कंपनियां तैनात कर दी गई है. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कोई भी किसान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं अन्यथा बड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सोशल मीडिया पर निगरानी, इंटरनेट बंद
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है. दिल्ली कूच से पहले ही हरियाणा सरकार ने इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. जारी आदेश के मुताबिक हरियाणा राज्य के अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर, मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी डोंगल सेवाएं आदि निलंबित है. बता दें कि हरियाणा सरकार का ये आदेश 11 फरवरी की सुबह 6 बजे से 13 फरवरी की रात 11:59 बजे तक लागू रहेगा.
दिल्ली कूच क्यों कर रहे किसान ?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने MSP की गारंटी के लिए कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ये ऐलान किया है. ऐसा दावा है कि 13 फरवरी को 26 से ज्यादा किसान संघों के 'दिल्ली चलो' प्रदर्शन करने वाले है. जिसके लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने एक याचिका लगाई थी। इसमें दोनों दलों ने मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर चुनाव अधिकारी का वायरल वीडियो सबूत के तौर पर पेश किया था। वहीं चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुनवाई के दौरान बैलेट पेपर खराब करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्य न्यायाधीश ने चुनाव के बैलेट पेपर तलब किए और मतगणना का वीडियो भी मांगा। इस दौरान SC में रिटर्निंग ऑफिसर रहे अनिल मसीह ने माना कि उन्होंने बैलेट पेपर पर निशान लगाया था। अब इस मामले की अगली सुनवाई 20 फरवरी को दोपहर 2 बजे होगी।
रिटर्निंग ऑफिसर से SC का जवाब-तलब
चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले की सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह से पूछा "कि आप कैमरे को देख कर बैलेट पेपर क्या लिख रहे थे? मसीह ने जवाब दिया "कि मैं लिख नहीं रहा था, नंबरिंग कर रहा था।" सीजेआई ने कहा कि वीडियो में साफ है कि आप बैलेट में एक्स मार्क कर रहे थे।" मसीह ने कहा "कि मैं यह तय कर रहा था कि संबंधित बैलेट किसका है। इसी बीच आप के काउंसलर बैलेट पेपर लेकर भागने लगे जिसको चंडीगढ़ पुलिस ने बचाया।"
रिटर्निंग अफसर पर मुकदमा चलाने की बात
CJI ने कहा "कि आप बैलेट पेपर पर साइन कर सकते हैं, लेकिन आप एक्स मार्क क्यों कर रहे थे? ऐसा कौन सा नियम है? आप मान रहे हैं कि आपने एक्स मार्क किया। इनके खिलाफ तो मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" इस पर रिटर्निंग ऑफिसर ने कहा "कि लोग कैमरा-कैमरा चिल्ला रहे थे, इसलिए मैंने उधर देखा।" इस पर सीजेआई ने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर को किसी भी दल से जुड़ा नहीं होना चाहिए।" सुप्रीम कोर्ट ने कहा "कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को हम बुला रहे हैं। कल इस पर सुनवाई करेंगे।" साथ ही सीजेआई ने निर्देश दिया "कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल बैलेट पेपर हमारे पास किसी अधिकारी को नियुक्त कर भेजे।"
मोबाइल एप्लिकेशन का इस्तेमाल पहले लोग अपनी जरूरतों के लिए और जानकारी प्राप्त करने के लिए करते थे, लेकिन अब तो इसका इस्तेमाल तस्करी के लिए भी किया जाने लगा है। जी हां आप सही समझ रहे हैं। नोएडा पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह को पकड़ा है, जो ZOOM ऐप के जरिए लग्जरी कारों को रेंट पर बुक करके गांजा तस्करी का काम करते थे। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
बरामद गांजे की कीमत 22 से 25 लाख रुपए
डीसीपी विद्या सागर ने बताया कि थाना सेक्टर 20 पुलिस और CRT/ स्वाट 2 की संयुक्त टीम ने सेक्टर 27 से एक सूचना के आधार पर दो लोगों को 2 लग्जरी कारों के साथ गिरफ्तार किया है। इन दोनों कारों की बोनेट और डिग्गी में करीब एक कुंतल दो किलो गांजा भरा था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विकास शर्मा निवासी विजय नगर गाजियाबाद और कपिल चौधरी निवासी गांव चचंलपुर बिजनौर के रूप में हुई है। जबकि एक आरोपी कुनाल फरार चल बताया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि बरामद गांजे की कीमत करीब 22 से 25 लाख रुपये है।
ZOOM ऐप के जरिए की होती थी बुकिंग
जानकारी के अनुसार पकड़ा गया आरोपी कपिल चौधरी गिरोह का सरगना है। इस मामले में फरार आरोपी कुनाल, सरगना कपिल का भांजा है। डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए ZOOM ऐप के जरिए लग्जरी कारों को रेंट पर बुक करके गांजा तस्करी करते थे। पुलिस अब इस गिरोह के फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।
उड़ीसा और शिलांग से लाते थे गांजा
पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपी उड़ीसा और शिलांग से 10 हजार रुपये प्रति किलो गांजा लग्जरी कारों की बोनेटे और डिग्गी में डालकर लाते थे। और उसे पंजाब दिल्ली, एनसीआर में 20 हजार रुपये प्रति किलो की कीमत पर बेचते थे। यहां यह काम मिथुन नामक युवक करता था। पुलिस का दावा है कि मिथुन मुरादाबाद का रहने वाला है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
सपा और कांग्रेस के बाद लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच भी गठबंधन का ऐलान हो गया है। दोनों पार्टियों के बीच दिल्ली, गुजरात, गोवा, चंड़ीगढ़ और हरियाणा में सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति बन गई है। जिसकी घोषणा शनिवार सुबह आधिकारिक तौर पर INDIA गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों ने मिलकर इन राज्यों में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
दिल्ली की 7 सीटों में 4 AAP को मिलीं
गठबंधन के ऐलान के साथ ही इस बात का भी ऐलान कर दिया गया है कि किस पार्टी के हिस्से में कौन सी सीच आई है। INDIA गठबंधन के तहत दिल्ली की कुल 7 लोकसभा सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 4 पर AAP चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। इसके तहत दक्षिणी, उत्तर-पूर्वी, नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली पर AAP के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। जबकि चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली की सीट पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी।
पंजाब में AAP और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ेगी
आप और कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में जानकारी देते हुए बताया गया कि पंजाब में AAP और कांग्रेस पार्टी दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ेगी। जबकि गोवा की दोनों लोकसभा सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसके तहत गुजरात की 26 सीटों में से 2 सीटों (भरूच और भावनगर) पर AAP, जबकि बाकी 24 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। हरियाणा की 10 सीटों में कांग्रेस 9 और AAP 1 (कुरुक्षेत्र) पर चुनाव लड़ेगी, जबकि केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक सीट पर भी कांग्रेस चुनाव लड़ेगी।
’दोनों पार्टियां एकजुट होकर लड़ेंगी चुनाव’
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान AAP नेता संदीप पाठक ने कहा ’कि वर्तमान में केंद्र की भाजपा सरकार ने लोकतंत्र के सामने कई चुनौतियों खड़ी कर दी हैं। जिनसे निपटने के लिए AAP-कांग्रेस ने एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर लंबी चर्चा हुई और इसके बाद ही सीट बंटवारे पर यह अंतिम सहमति बनी है। दोनों ही पार्टियां एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और भाजपा को हराएंगी।’
NDIA के लिए आ रहीं खुशखबरी
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए धीरे-धीरे कई राज्यों से खुशखबरी आ रही है। उत्तर प्रदेश के बाद दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और गोवा जैसे राज्यों सीट बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच सहमति बन गई है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी INDIA गठबंधन की उम्मीद नजर आ रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल में अभी संशय बकरार है। इसके अलावा तेलंगाना, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में गठबंधन के शामिल पार्टियां एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं।
राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर धमाकेदार डेब्यू देने के बाद सरफराज खान की इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में एंट्री हो सकती है। वहीं में इंडियन प्रीमियर लीग 2024 से सरफराज का यह फॉर्म अब दिल्ली कैपिटल्स को खटक रहा है। दरअसल सरफराज खान को दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने नए सीजन से पहले रिलीज कर दिया था। दिल्ली से पहले वह चार साल तक विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा थे। इसके बाद वह पंजाब किंग्स में आए फिर दिल्ली की टीम ने उन्हें खरीदा था। हालांकि घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद भी सरफराज आईपीएल में किसी भी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
2022 में दिल्ली कैपिटल्स का बने थे हिस्सा
दिल्ली कैपिटल्स के साथ सरफराज खान 2022 में जुड़े और दो सीजन टीम के लिए खेले। जिसमें उन्हें 10 मैचों में मौका मिला और वह सिर्फ 144 रन बना सके। वहीं सौरव गांगुली का मानना है ’कि सरफराज मुख्य रूप से एक रेड-बॉल खिलाड़ी हैं। टी20 क्रिकेट में सरफराज खुद को नहीं ढाल पाए हैं। यही कारण है कि फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज करने का फैसला लिया।’
IPL 2024 के लिए दो टीमें सरफराज को जोड़ना चाह रहीं
इंडियन प्रीमियर लीग 2024 की नीलामी में सरफराज खान 20 लाख के बेस प्राइस पर आए, लेकिन उन पर किसी भी फ्रेंचाइजी ने बोली नहीं लगाई। वहीं अब टीम इंडिया के लिए दमदार डेब्यू करने के बाद उनकी किस्मत के सितारे पलट सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सरफराज को दो टीमें अपने साथ जोड़ना चाह रही है, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स है। इसके अलावा उनकी पुरानी फ्रेंचाइजी आरसीबी भी उन्हें अपने साथ लेने की इच्छुक है, लेकिन संभावना केकेआर और सीएसके की अधिक बन रही है।
किसान संगठनों ने दिल्ली कूच की नई रणनीति बनाई है। इसके मुताबिक पंजाब और हरियाणा को छोड़कर देश के बाकी राज्यों के किसान छह मार्च को दिल्ली कूच करेंगे। वहीं 10 मार्च को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। बता दें कि 13 फरवरी से किसान संगठन पंजाब और हरियाणा की सीमा पर शंभू और खनौरी में डटे हैं।
दरअसल, पंजाब के बठिंडा जिले के गांव बल्लों में युवा किसान शुभकरण सिंह का भोग समागम रविवार को हुआ। इसमें देशभर से अलग-अलग किसान संगठनों के नेता पहुंचे। किसानों ने शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि दी। किसान संगठनों ने बड़ा एलान किया। छह मार्च को पंजाब और हरियाणा को छोड़कर देश के बाकी राज्यों के किसान दिल्ली कूच करेंगे। वहीं 10 मार्च को पूरे देश में चार घंटे किसान 'रेल रोको' आंदोलन करेंगे। 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान महापंचायत होगी।
किसान नेता की चेतावनी
किसान नेता पंढेर के मुताबिक, दूर-दराज के राज्यों के किसान, जो ट्रैक्टर ट्रॉली पर नहीं पहुंच सकते, उन्हें ट्रेनों और ट्रांसपोर्ट के अन्य साधनों से दिल्ली पहुंचना चाहिए. इससे यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि क्या सरकार उन किसानों को प्रवेश की अनुमति देती है, जो बिना ट्रैक्टर ट्रॉली के जाते हैं. उन्होंने कहा कि शंभू और खनौरी में आंदोलन पहले की तरह की जारी रहेगा, इसे आंदोलन को और भी ज्यादा तेज किया जाएगा.
किसान नेता ने आगे कहा कि इस आंदोलन को देशव्यापी फैलाने के लिए यूनियनों ने देश भर के किसानों और मजदूरों से 6 मार्च को दिल्ली पहुंचने और 10 मार्च को देशभर में ट्रेन रोकने की अपील की जाएगी. कहा जा रहा है कि इस आंदोलन में शामिल होने के लिए ज्यादा तर पंजाब और हिरयाणा से किसान आ रहे हैं. खासतौर पर हरियाणा के किसान दिल्ली के रास्ते पर है.
मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया. यहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद प्रदेश भर में पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के खिलाफ करीब 65 केस दर्ज हैं. लेकिन देखा जाए तो डॉन मुख्तार अंसारी के इस जुर्म के सफर के किस्से बहुत हैं। उन्हीं में से एक किस्सा ये भी है।
पंजाब की रोपड़ जेल से अप्रैल 2021 में यूपी की बांदा जेल शिफ्ट किया गया
मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से अप्रैल 2021 में यूपी की बांदा जेल शिफ्ट किया गया। इसका असर ये हुआ कि कोई भी जेलर इस जेल का चार्ज लेने के लिए ही तैयार नहीं हुआ। बाद में दो जेल अधिकारियों विजय विक्रम सिंह और एके सिंह को भेजा गया। जून 2021 में बांदा जिला प्रशासन ने जेल पर छापा मारा। उस दौरान कई जेल कर्मचारी मुख्तार की सेवा में लगे मिले। तत्कालीन डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन की जॉइंट रिपोर्ट पर डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह और 4 बंदी रक्षक सस्पेंड कर दिए गए थे।
अमृतपाल सिंह का नाम तो आप सबको अच्छे से याद होगा। जी हां हम असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह की ही बात कर रहे है। दरअसल अमृतपाल सिंह पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा है। NSA के तहत बंद अमृतपाल सिंह खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगा। आपको बता दें कि इससे पहले अमृतपाल के वकील ने जानकारी दी थी कि वह चुनावी मैदान में उतर सकता है लेकिन अब यह साफ हो गया है कि NSA के तहत जेल में बंद अमृतपाल पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगा।
अमृतपाल की मां ने की चुनाव लड़ने की पुष्टि
अमृतपाल की मां बलविंदर कौर ने चुनाव लड़ने के बारे में पुष्टि की है। बलविंदर कौर ने ये भी बताया कि अमृतपाल सिंह चुनाव लड़ने को लेकर कैसे राजी हुआ। उन्होंने कहा, "संगत के दबाव के कारन अमृतपाल सिंह चुनाव लडने पर राजी हुए." इसके साथ ही अमृतापल की मां ने कहा "कि उनका बेटा राजनीति में नहीं आना चाहता था।" बता दें कि 25 अप्रैल को अमृतपाल सिंह के परिजनों ने जेल में उससे मुलाकात की थी।
अमृतपाल 7 से 17 मई के बीच दाखिल कर सकता है नामांकन
अमृतपाल सिंह ने मीडिया के लिए एक ऑडियो मैसेज जारी किया था। जिसमें उसने कहा था कि वह खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और वह किसी भी पार्टी के पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव नहीं लड़ेगा। वकील ने बताया था कि अमृतपाल 7 से 17 मई के बीच नामांकन दाखिल कर सकता है। आपको बता दें कि इससे पहले अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने जेल में उससे मुलाकात की थी, जहां दोनों के बीच चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा हुई थी।
अजनाला पुलिस थाने पर हमला करने के मामले में हुई जेल
पिछले साल 23 फरवरी को अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े लोगों ने अजनाला पुलिस थाने पर हमला कर दिया था। अमृतपाल और उसके समर्थकों के हाथ में तलवार, लाठी-डंडे थे। ये पूरा बवाल आठ घंटे तक चला था। ये बवाल अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर हुआ था। लवप्रीत तूफान को लिस ने बरिंदर सिंह नाम के शख्स को अगवा और मारपीट करने के आरोप में हिरासत में लिया था। हालांकि, बवाल के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। इस घटना के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसके बाद अमृतपाल के कई साथी पकड़े गए लेकिन वो कई दिनों तक फरार रहा। बाद में पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी एनएसए भी लगा दिया था। इस घटना के लगभग दो महीने बाद अमृतपाल गिरफ्तार हुआ था। तभी से वो असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अमृतपाल पर कई केस दर्ज हैं।
ईडी ने यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया की प्रॉपर्टी ईडी द्वारा अटैच कर ली गई है. ये प्रॉपर्टी यूपी और हरियाणा में अटैच की गई है. दरअसल एल्विश यादव व सिंगर फाजिलपुरिया को सांपों के जहर की खरीद फरोख्त के मामले में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जिसके बाद एल्विश यादव पर ED ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था. इसके पहले ही ED द्वारा एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और लंबी पूछताछ भी हुई है. ईडी ने दोनों से करोड़ों रुपये की कीमत की प्रॉपर्टी अटैच की है.
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का दर्ज किया था केस
इस मामले में सबसे पहले कार्रवाई नोएडा पुलिस द्वारा की गई. दरअसल सांपों के जहर की खरीद-फरोख्त के मामले में एल्विश यादव को गिरफ्तार किया गया था. वहीं नोएडा पुलिस की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे प्रकरण को ED द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के संदर्भ में दर्ज किया गया और आगे की जांच शुरू की गई थी. इसके अलावा सांपों के जहर के व्यापार से जुटाई गई राशि को अवैध तरीके से दूसरे माध्यमों में इंवेस्ट किया गया. ED द्वारा इसी के आधार पार कार्रवाई की गई.
यूपी और हरियाणा की संपत्ति व बैंक खाते जब्त
ऐसी जानकारी मिली है कि ED की कार्रवाई के तहत अटैच की संपत्तियों की कीमत करोड़ों में हैं. इसके अलावा कुछ बैंक खातों को भी जब्त किया गया है. वहीं मुख्य रूप से जब्त की गई संपत्तियां यूपी व हरियाणा में मौजूद है. जिनमें दोनों हस्तियों की इसमें हिस्सेदारी पाई गई है. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है और आने वाले समय में इस मामले में अभी और कई खुलासे सामने आ सकते हैं.
अलग-अलग धाराओं में नोएडा पुलिस ने दर्ज किया था मामला
यूट्यूबर एल्विश यादव रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता रह चुके हैं लेकिन नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के साथ ही भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अलग-अलग धाराओं के अंतर्गत केस नोएडा पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था.
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022