योगी सरकार के तमाम दावे फेल, ग्रेटर नोएडा में बदमाशों ने युवती से की छेड़छाड़, 11 दिन बाद वीडियो वायरल होने पर टूटी पुलिस की नींद

योगी सरकार के दावे एक बार फिर फेल होते नजर आ रहे हैं। सरकार के महिलाओं की सुरक्षा के दावों को शोहदे बड़े आराम से धता बता रहे हैं। वहीं इन सबमें अगर हम ये कहें कि पुलिस प्रशासन इन शोहदों का पूर्ण सहयोग कर रहा है तो ये गलत नहीं होगा। दरअसल ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमें एक युवती के साथ बाइक सवार दो बदमाश छेड़छाड़ की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। वहीं पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि दोनों युवक आए दिन युवती को परेशान करते रहते हैं। वहीं छेड़छाड़ का वीडियो वायरल होने पर दनकौर पुलिस की नींद टूटी और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया है। 

छेड़छाड़ का वीडियो वायरल होने पर जागी पुलिस
दनकौर कस्बे की रहने वाली 21 वर्षीय युवती कई सालों से दिल्ली मेट्रो में काम करती है। आरोप है कि कस्बे के ही दो युवक पिछले कई दिनों से उसका पीछा कर रहे हैं। 11 जून को भी आरोपियों ने रात करीब 9 बजे ड्यूटी से घर लौटते समय फब्तियां कसीं। जब वह अनदेखा कर जाने लगी तो उन्होंने बाइक मोड़ ली और छेड़छाड़ कर फरार हो गए। पीड़िता ने घर पहुंचकर पूरी बात बताई। इसके बाद पीड़िता के परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की। आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं शुक्रवार को सोशल मीडिया पर आरोपियों द्वारा छेड़छाड़ का 19 सेकंड का वीडियो वायरल हुआ। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने तुरंत पीड़िता से लिखित में शिकायत में लेकर आरोपियों को हिरासत में ले लिया। वहीं इस पूरे मामले में थाना दनकौर प्रभारी का कहना है कि पीड़िता की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। मयंक समेत 2 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

क्यों नहीं की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई?
इस घटना के बाद एक सवाल उठता है कि क्या पुलिस वीडियो वायरल होने का इंतजार कर रही थी या फिर बदमाशों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने का। क्या ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए जिन्होंने 11 जून को शिकायत मिलने के बाद भी कुछ नहीं किया। क्या इन पुलिस वालों को सरकार केवल बैठने की तनख्वाह देती है। क्या अगर त्वरित कार्रवाई की जाती तो युवती रोज-रोज की प्रताड़ना से ना बच जाती। क्या योगी सरकार के तमाम दावे और वादे केवल मुंहजुबानी ही है।

By Super Admin | June 22, 2024 | 0 Comments