LUCKNOW/NOIDA: CM योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में एक्सपोर्ट के क्षेत्र में यूपी तेजी से अग्रसर है। साल-दर-साल निर्यात में प्रदेश ने लंबी छलांग लगाई है। अब इसे एक नए लक्ष्य पर ले जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अगले तीन साल में इसे तीन लाख करोड़ पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। ये ऐलान औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने किया है।
प्रदेश में कैसा रहा निर्यात का ग्राफ?
मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है। प्रदेश निर्यात में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार जुटी है। अगर साल 2017-18 की बात करें तो प्रदेश का निर्यात 88 हजार करोड़ रुपये का था। जो 2022-23 में बढ़कर एक लाख 74 हजार करोड़ रुपये हो गया। नंद गोपाल नंदी ने कहा कि निर्यात किसी भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण आधार स्तंब्ध होता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए निर्यातकों को भी इसके लिए आगे आना चाहिए और दूसरे निर्यातकों को प्रमोट भी करना चाहिए।
'यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से मिलेगा बढ़ावा'
अब प्रदेश के निर्यात को दोगुना करने का काम तेजी से चल रहा है। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाएगा। इस साल शो 21 से 25 सितंबर तक प्रस्तावित है। इस मेले में प्रदेश भर के 400 से अधिक बायर्स हिस्सा लेंगे।
सोर्सिंग हब के रूप में यूपी की पहचान
उत्तर प्रदेश सोर्सिंग हब के रूप में नई पहचान बना रहा है। शो में मुख्य रूप से MSME, टूरिज्म, एजुकेशनल, हेल्थ, टेक्सटाइल, स्टार्ट-अप, फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यमी हिस्सा ले रहे हैं।
Greater noida: इंडिया एक्सपो मार्ट में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आगाज होने जा रहा है। ट्रेड शो से एक दिन पहले मीडिया से चर्चा की गई। जिसमें प्रदेश के औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद समेत तमाम अधिकारी गण मौजूद रहे।
हर साल होगा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो
मीडिया से बात करते हुए अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो अब इसी तारीख को हर साल आयोजित होगा। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने हर स्तर की तैयारी की है। औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने कहा ये कार्यक्रम औद्योगिक क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। इससे ना केवल नोएडा और ग्रेटर नोएडा को बल्कि पूरे प्रदेश को इसका फायदा मिलने जा रहा है।
एक छत के नीचे जुटेंगी सभी कंपनियांः नंदी
मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि इस ट्रेड शो की खासियत ये है कि इसमें एक छत के नीचे सभी कंपनियां पहुंचेंगी। जिसका फायदा आने वाले दिनों में प्रदेश के साथ देश को भी होने वाला है। कार्यक्रम में शामिल होने दुनिया भर के 60 देशों के दो हजार बॉयर्स पहुंच रहे हैं। अभी तक इस कार्यक्रम में 68 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
'दुनिया की नज़र यूपी पर'
प्रदेश सरकार का फोकस तीन ट्रिलियन की इकोनॉमी पर है। मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आपार संभावनाओं का प्रदेश का है। नंदी ने कहा कि आज दुनिया उत्तर प्रदेश में निवेश करने की इच्छुक है। क्योंकि उसे यहां पर सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं की पूरी गारंटी सरकार की तरफ से दी जा रही है।
पिछली सरकारों ने खुद का किया भला: नंदी
मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने बिना नाम लिए सपा और बसपा निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रदेश का नहीं, बल्कि खुद का भला किया। उनका पूरा फोकस खुद पर रहा है। अगर पिछली सरकारों में किसी का भला हुआ है, तो उनका, उनके परिवार का और उसके आगे वो निकले तो जाति विशेष का। जबकि आज क्रेंद और राज्य सरकार सबके भले के लिए काम कर रही है। इसके लिए लगातार विकास कार्यों पर जोर दिया जा रहा है।
Greater Noida: औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी आज ग्रेटर नोएडा के दौरे पर हैं। ग्रेटर नोएडा पहुंचने पर प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी ने उनका स्वागत किया। मंत्री नंद गोपाल प्राधिकरण में अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार का कहर देखने को मिला है. जिसमें यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के बेटे और बहू की कार का भीषण एक्सीडेंट हो गया है. दरअसल नंदी के बेटे-बहू मर्सिडीज कार लेकर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर जा रहे थे. इसी दौरान उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई. जिसमें दोनों को गंभीर चोटें आई हैं. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई कार
मिली जानकारी के मुताबिक उनके बेटे अभिषेक और बहू कनिष्का किसी काम से आगरा से लखनऊ जा रहे थे. कार में सिर्फ दो ही लोग थे और अभिषेक खुद गाड़ी चला रहे थे. उनकी कार जब एक्सप्रेस वे के 194 किलोमीटर पर पहुंची तो अचानक कंट्रोल से बाहर हो गई और जाकर डिवाइडर से टकरा गई. डिवाइडर से टकराने के बाद मर्सिडीज कार के आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. बेटे अभिषेक और बहू कनिष्का को चोटें आई हैं. सूचना पर मौके पर तुरंत अधिकारी पहुंचे और उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया.
पीजीआई लखनऊ किया गया रेफर
वहीं मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद उन्हें प्राइवेट गाड़ी से लखनऊ भेजा गया है. उन्हें पीजीआई लखनऊ रेफर किया गया है. बहू कनिष्का की नाक में गंभीर चोट आई है. कार की टक्कर के बाद डिवाइडर पर लगे तीन बिजली के खंभे भी टूट गए हैं. सूचना मिलने के बाद डीएम सुभ्रांत कुमार शुक्ला खुद मौके पर पहुंचे और इलाज की व्यवस्था करवाई.
Noida: उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास विभाग ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में जमे कई अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। नोएडा प्राधिकरण के 6 अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के 2 और यीडा के एक कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है।
ये कर्मचारी हुए सस्पेंड
बताया जा रहा है कि ये अधिकारी और कर्मचारी ट्रांसफ़र के बाद भी नोएडा प्राधिकरण से नहीं जा रहे थे। सस्पेंशन का यह आदेश प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल सागर ने शुक्रवार को जारी किया है। नरदेव सहायक विधि अधिकारी, यूएस फ़ारूक़ी प्रबंधक प्लानिंग, विजेंद्र पाल सिंह कोमर निजी सचिव, प्रमोद कुमार लेखाकार, सुशील भाटी, सहायक विधि अधिकारी और सुमित ग्रोवर, प्रबंधक, प्लानिंग को सस्पेंड किया गया है।
ट्रांसफर के बाद भी नोएडा में जमे थे
बता दें कि बीते दिनों ऐसी सूचना थी कि प्राधिकरण के 6 अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इस कार्रवाई से जुड़ी सभी पत्रावली प्राधिकरण से मंगवा ली गई थी। दरअसल नोएडा प्राधिकरण से ट्रांसफ़र के बाद भी नई तैनाती की जगह पर न जाने को लेकर इस कार्रवाई का अंदेशा था।
बैठक में मंत्री ने जताई थी नाराजगी
बता दें कि पिछले दिनों औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने समीक्षा बैठक में कर्मचारियों और अधिकरियों को लेकर नाराजगी जताई थी। चेतावनी दी थी कि ट्रांसफ़र के बाद भी जमे अधिकारी-कर्मचारी सस्पेंड होंगे। लेकिन फिर भी इन ट्रांसफ़र अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया था। हांलाकि यह इसकी सूची काफी लंबी है। जिसमे सीनियर मैनेजर से लेकर कई अधिकारी शामिल है।
ग्रेनो और यमुना प्राधिकरण के कर्मचारी भी सस्पेंड
वहीं, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी जूनियर सिविल इंजीनियर विजय कुमार वाजपेयी, सहायक प्रबंधक सुरेंद्र कुमार सस्पेंड हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक 2 और सीनियर मैनेजर के ख़िलाफ़ कारवाई की फाइल बनी थीं, जो कि रुक गई हैं. मतलब आदेश जारी नहीं हुए हैं। इसी तरह यमुना विकास प्राधिकरण के प्रशासन प्रबंधक अजब सिंह भाटी को भी सस्पेंड किया गया है।
Noida: उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी में एक और नया आयाम जुड़ने जा रहा है। नोएडा सेक्टर-51 में आइकिया करीब 5500 करोड़ रुपये की लागत से लिक्ली नोएडा स्टोर बनाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रोजेक्ट का सोमवार को वर्चुअली शिलान्यास किया। लिक्ली नोएडा का भूमि पूजन समारोह सेक्टर 62 एक्सपो सेंटर सेक्टर-62 में आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, स्वीडन के राजदूत जान थेसलेफ, इंग्का सेंटर्स के वैश्विक विस्तार और विकास निदेशक सेबेस्टियन हाइल्विंग और आइकिया इंडिया की सीईओ सुजैन पुल्वरर मौजूद रहे।
2028 तक लिक्ली नोएडा स्टोर बनने की उम्मीद
बता दें कि आइकिया के इस प्रोजेक्ट में करीब 9000 लोगों को रोजगार मिलेगा, जो 2028 के अंत तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है। 2018 में कंपनी ने देश का पहला रिटेल स्टोर हैदराबाद में खोला था। 37 मंजिला के प्रोजेक्ट में शॉपिंग के अलावा होटल, मीटिंग प्लेस, फूडकोर्ट, फन जोन जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
एक साथ पार्किंग हो सकेंगी 4500 गाड़ियां
कंपनी के निदेशक सेबेस्टियन हाइल्विंग ने बताया कि नोएडा का मीटिंग-प्लेस 2028 तक शुरू होगा। उम्मीद है कि यहां साल में 2.5 करोड़ लोग आएंगे। यहां कम कार्बन उत्सर्जन वाली सस्टेनेबल तरीकों से प्राप्त निर्माण-सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा। बिल्डिंग पर्यावरण के अनुकूल होगी। इसके साथ ही दो मेट्रो स्टेशनों से सीधा कनेक्शन रहेगा। 4500 पार्किंग क्षमता में 70 से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशनों की सुविधा भी मिलेगी।
लॉजिस्टिक हब बनेगा नोएडा और ग्रेटर नोएडा
शिलान्यास क बाद सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नोएडा में लिक्ली का शिलान्यास प्रदेश को आधुनिक शहरी जीवन का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना न केवल नोएडा की संपन्नता की वृद्धि और विकास को दर्शाती है, बल्कि पूरे राज्य में सस्टेनेबल, समुदाय-केंद्रित स्थान बनाने के दृष्टिकोण से भी मेल खाती है। सीएम ने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण का क्षेत्र इस साल के अंत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की दूसरी सुविधाओं के साथ ही भारत के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ जुड़ जाएगा। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन भी गौतमबुद्धनगर में ही पड़ेगा।
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