नोएडा पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से खोजे 368 मोबाइल फोन, खोए फोन वापस पाकर खुशी से चमके लोगों के चेहरे

पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा लोगों के खोए हुए मोबाइल फोन को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की सहायता से लगातार तलाश कर उनके स्वामियों के सुपुर्द किया जा रहा है।

इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से खोजे मोबाइल

कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा लोगो के चोरी/खोये हुए मोबाइल फोन को थाना स्तर पर पुलिस टीम बनाकर इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की सहायता से तलाश किया जाता है एवं उन्हे जल्द से जल्द तलाश करके मोबाइल स्वामियों के सुपुर्द करने का कार्य किया जाता है। इसी क्रम में दिनांक 01.10.2023 से दिनांक 31.04.2024 तक कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा 368 मोबाइल फोन को सर्विलांस की सहायता से तलाश कर उनके स्वामियों के सुपुर्द किया जा चुका है।

खोए फोन वापस पाकर लोगों ने किया पुलिस का धन्यवाद

सभी मोबाइल स्वामियों द्वारा अपने खोये हुए फोन को वापस पाकर न सिर्फ गौतमबुद्धनगर पुलिस का आभार व्यक्त किया गया, बल्कि पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा भी की गयी। अपने खोए हुए फोन वापस पाकर सभी के चेहरे खुशी से चमक उठे।

डीसीपी क्राइम श्री शक्ति मोहन अवस्थी बोले जारी रहेगा ये अभियान

नोएडा पुलिस की ओर से डीसीपी क्राइम श्री शक्ति मोहन अवस्थी ने इस सब की जानकारी दी। साथ ही कहा कि गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा सर्विलांस की सहायता से लोगो के मोबाइल फोन को तलाश करने का कार्य लगातार जारी रहेगा।

By Super Admin | May 07, 2024 | 0 Comments

फर्जी कॉल सेंटर चलाकर, आपत्तिजनक फोटो एडिट कर लोगों को करता था ब्लैकमेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार

नोएडा पुलिस ने लोकस इंटेलीजेंस और गोपनीय सूचना की मदद से पांच हजार के ईनामी को पकड़ने में सफलता हासिल की है। थाना सेक्टर 63 नोएडा ने गोपनीय सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुये गैंगस्टर एक्ट में फरार चल रहे 5 हजार के ईनामी वांछित को गिरफ्तार किया है।

बदमाश को पुलिस ने गोपनीय सूचना की मदद से किया गिरफ्तार

नोएडा पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर 5 हजार के ईनामी को गिरफ्तार किया। जिसकी पहचान रजनीश पुत्र संजीव झा के तौर पर हुई है। अभियुक्त को पुलिस ने 62 गोल चक्कर से गिरफ्तार किया गया है।

चाइनीज लोन एप से डाटा चुराकर लोगों को करता था परेशान

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अभियुक्त रजनीश अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी कॉल सेंटर संचालित करता था। इसमें चाइनीज लोन एप के कलेक्शन का काम करता था और चाइनीज लोन एप से रोजाना मिलने वाले डाटा के अनुसार पीडितों के व्हाट्सएप नंबर पर कॉल करके लोन लिये पैसे डेढ गुने वापस करने की नियत से डाटा का इस्तेमाल करता था।

आपत्तिजनक फोटो एडिट कर करता था ब्लैकमेल

अभियुक्त व्हाट्सएप का उपयोग करके, पीडितों के फोटो पर आपत्तिजनक एवं अश्लील बातें लिखकर फोटो को एडिट करता था और पैसे न देने की दशा में आपत्तिजनक बातें पीडितों के सभी मित्रों व रिश्तेदारों को भेजने की बात कहकर प्रताड़ित करता था। जिससे लोग कई बार 10 गुणा तक पैसे दे देते थे, साथ ही पुलिस ने बताया कि पैसे न मिलने पर अभियुक्त द्वारा एडिट फोटो पीड़ित के मित्रों एवं परिजनों को भेजे जाते थे।

By Super Admin | July 02, 2024 | 0 Comments

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