Noida: दिल्ली-NCR में फोन चोरी की घटना बहुत आम है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में तो फोन चोरी की घटनाएं आए दिन घटती रहती हैं। इसके लिए पुलिस विभाग की तरफ से सतर्क भी किया जाता रहता है। पुलिस एक ऐसा ही अभियान चलाया, पहले लोगों के गायब फोन को बरामद किया गया। फिर उनके मालिकों की तलाश कर उन्हें लौटाया गया। जिसे पुलिस विभाग की तरफ से नाम दिया 'ऑपरेशन सहयोग'। इस ऑपरेशन के तहत 191 गायब फोन को बरामद कर उनके मालिकों को वापस किया गया।
ऐसे तलाश कर वापस किये गये फोन
पहले तो पुलिस ने फोन की तलाश की, फिर उनके असली मालिक को भी तलाशा गया। पिछले एक साल से पुलिस की टीम बरामद किये गये इन मोबाइल फोन के मालिकों की तलाश में भी जुटी रही। जब इनके मालिकों का पता चला तो बुलाकर उनका मोबाइल फोन वापस किया गया। डीसीपी हरीश चंद्र के नेतृत्व में चलाए इस अभियान की लोग खूब प्रशंसा कर रहे हैं।
noida police के 'ऑपरेशन सहयोग' से खिल उठे चेहरे @noidapolice https://t.co/1U49mIRCZq pic.twitter.com/j0IrkWo5Vs
— Now Noida (@NowNoida) October 6, 2023
आजकल हर दिन आपको चोरी और डकैती की घटनाएं सुनने को जरूर मिल जाती हैं। वहीं एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे सुनकर आप भी कहेंगे चोरी करने के लिए लोग क्या- क्या नहीं करते हैं। जी हां ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना इलाके में एक कंपनी से डिलीवरी के लिए जाते वक्त सैमसंग के मोबाइल को गायब करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 72 सैमसंग के फोन बरामद हुए हैं। गायब किए गए फोनों की कीमत 13 लाख रुपए से ज्यादा बताई गई है।
कंपनी में ड्राइवर थे आरोपी
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया ’कि 20 फरवरी को शैडोफैक्स कंपनी से एक्सपोर्ट करते समय 80 मोबाइल (ए-15 5जी) के गबन को लेकर सूरजपुर थाने में मामला दर्ज हुआ था। वहीं मामले की जांच के दौरान 48 घंटे के भीतर रवि गौड़, दिनेश और अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। शैडोफैक्स टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड से सैमसंग के मोबाइल फोन की डिलीवरी के लिए ट्रांसपोर्ट का काम करती है और तीनों आरोपी उक्त कंपनी में ड्राइवर के रूप में कार्यरत थे।
अनजान लोगों को बेचे मोबाइल
वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया ’कि उन्होंने कंपनी से फोन चुराने की योजना पहले ही बना ली थी। जिसके तहत रवि गौड़ ने कंपनी में ड्राइवर का काम शुरू कर दिया। प्लान के मुताबिक 8 से 14 फरवरी के बीच 80 सैमसंग के मोबाइल गायब किए। उनमें से 8 मोबाइल फोन अनजान लोगों को 80,000 रुपये में बेचे गए। पुलिस ने बचे हुए 72 मोबाइल फोन एक किराए के मकान से बरामद किए हैं।
नोएडा की थाना फेस-2 पुलिस ने नामी कंपनी के मोबाइल चोरी करने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्त सैमसंग कम्पनी के मोबाइल फोन के पार्ट्स चोरी करते थे। थाना फेस-2 पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व लोकल इंटेलिजेंस की सहायता से गिरफ्तारी की।
666 मोबाइल फोन पार्ट्स रियर कवर बरामद
थाना फेस-2 पुलिस टीम ने अभियुक्त करन पुत्र होरीलाल और अवनीश पुत्र शैतान सिंह गिरफ्तार किया है। दोनों अभियुक्तों को थाना क्षेत्र के एसएमसी कम्पनी सेक्टर-88 के पास खण्डहर से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस को सैमसंग मोबाइल के रियर पार्ट्स कुल 106 ट्रे (666) बरामद हुए हैं। जिसकी कुल कीमत लगभग 2 लाख रुपये बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस दोनों बदमाशों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
नोएडा सेक्टर 39 पुलिस ने बीते दिन गोदरेज कंपनी के सामने बने पार्क से घरों मे घुसकर चोरी करने वाले 3 चोरों को वारदात के 12 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से चोरों के बारे में पता चला है, गिरफ्तारी के साथ ही कब्जे से 6 मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं।
पीजी और घरों में घुसकर करते थे मोबाइल चोरी
नोएडा सेक्टर 39 की पुलिस के मुताबिक, अभियुक्त शातिर किस्म के चोर है, जो दिन और रात में मौका पाकर लोगों के घरों से मोबाइल फोन व अन्य सामानों की चोरी करते है। बीते दिन मोबाइल चोरी करते हुए सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी, जिसके बाद चोरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सदरपुर चौकी प्रभारी अंकुर चौधरी ने सिर्फ 12 घंटे में ही आरोपियों को अरेस्ट किया है।
बरामद किए 6 मोबाइल फोन
अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। पकड़े गए तीनों अभियुक्त नोएडा के रहने वाले बताए गए हैं। जिनमें अरुण (22), अंकित (19) और राकेश ( 27) शामिल हैं। साथ ही प्राप्त 6 मोबाइल OPPO A7, मोबाइल फोन नीले रंग का, INFINIX रंग हल्का हरा नीला, वीवो रंग हल्का नीला, वीवो मॉडल T2 5G रंग कार्बन ब्लैक और सैमसंग रंग ग्रे मॉडल ए – 22 है।
आजकल मोबाइल जहां लोगों की जरूरत है। समय काटने का साधन है। वहीं मौत का कारण भी बनता जा रहा है। दरअसल एक ऐसा ही वाकया नोएडा में सामने आया है। जहां पत्नी का ज्यादा समय मोबाइल के साथ व्यतीत करना पति को रास नहीं आया। जिसके बाद पति ने अपने भांजे के साथ मिलकर अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले में पूछताछ की जा रही है।
पत्नी का मोबाइल चलाना पति को नहीं आता था रास
दरअसल नोएडा के सेक्टर-67 स्थित एक कंपनी में काम करने वाले सर्वेश की साल 2011 में रेखा से हुई थी। सर्वेश अपनी कंपनी में सिलाई का काम करता था। वहीं रेखा भी एक दूसरी कंपनी में धागा काटने का काम करती थी। पत्नी का दूसरी कंपनी में काम करना सर्वेश को अच्छा नहीं लगता था जिसके कारण सर्वेश ने रेखा से कई बार उसी की कंपनी ज्वॉइन करने की बात कही लेकिन हर बार रेखा बात को टाल देती थी। इसके साथ ही रेखा अपना ज्यादा समय मोबाइल पर ही बिताती थी। जो कि सर्वेश को बिल्कुल नागवार गुजरता था। जिसके कारण सर्वेश अपनी पत्नी पर शक करने लगा। आए दिन दोनों के बीच झगड़े होते और सर्वेश रेखा को जान से मारने की बात कहता था।
पति ने भांजे के साथ मिलकर पत्नी को उतारा मौत के घाट
23 जुलाई की रात को सर्वेश ने अपने भांजे पवन को घर बुलाया था। उस रात भी रेख अपने मोबाइल में व्यस्त थी तभी सर्वेश ने रेखा से मोबाइल मांगा। जिसके बाद दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ। झगड़ा होने के बाद गु्स्से में सर्वेश और पवन छत पर चले गए। जहां दोनों ने शराब पी इस दौरान सर्वेश ने सारी बात भांजे पवन को बताई। जिसके बाद दोनों ने मिलकर गला दबाकर रेखा की हत्या कर दी। जिसके बाद दोनों ने रेखा के शव को कपड़े में लपेट कर कमरे में बंद कर दिया और खुद छत पर सोने चले गए। सुबह सर्वेश भांजे पवन को छिजारसी शनि मंदिर छोड़ आया और वापस आकर पड़ोसियों के यहां सोने चला गया। मकान मालिक को जब शक हुआ। तो उसने सर्वेश से बात की। जिसके बाद पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने सर्वेश और पवन को हिरासत में ले लिया।
एक बार फिर पुलिस का बड़ा एक्शन देखने को मिला है जहां पुलिस ने एक राह चलते मोबाइल छिनने वाले को सबक सिखाया है.
नोएडा के सेक्टर 24 पुलिस ने शुक्रवार सुबह केटीएम बाइक से चेन और मोबाइल स्नेचिंग करने वाले एक बदमाश को पुलिस ने धर दबोचा है. इस दौरान अभियुक्त गौतम को पुलिस ने माल बरामद करने के लिए सेक्टर 42 के जंगल में ले जाया. जहां बदमाश ने अचानक बैग से तमंचा निकालकर पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी. इस दौरान जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली शातिर बदमाश के पैर में जा लगी और बदमाश घायल हो गया. घायल बदमाश को पुलिस ने इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया है. वहीं ये कार्रवाई सेक्टर 24 व सेक्टर 39 थाना पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से की गई है.
मोबाइल और चैन लूट की दर्जनों घटनाओं को दे चुका अंजाम
पकड़े गए बदमाश को पास से पुलिस को अवैध तमंचा लूट और चोरी के मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. मिली जानकारी के अनुसार पकड़ा गया बदमाश अपने साथियों के साथ मिलकर केटीएम बाइक से लूट और चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है. शातिर बदमाश नोएडा एनसीआर क्षेत्र में मोबाइल और चैन लूट की दर्जनों घटनाओं को अंजाम दे चुका है
पुलिस मुठभेड़ में लगी बदमाश को गोली
मनीष मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि सेक्टर-42 के जंगल में पहुंचने पर गौतम ने अचानक बैग से तमंचा निकाला और पुलिस पर फायर करते हुए भागने का प्रयास किया. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाश पर फायरिंग की. जिसमें अभियुक्त गौतम के दाहिने पैर में गोली लग गई. घायल आरोपी को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. इन आरोपियों के पास से एक चाकू, एक तमंचा 315 बोर, दो जिंदा कारतूस और 10 हजार रुपये नगद बरामद किए गए हैं. आरोपियों के गैंग के अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम जुटी हुई है. साथ ही गिरफ्तार अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी और अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है.
नोएडा थाना सेक्टर 63 पुलिस ने मोबाइल फोन की दुकान का शटर तोड़कर और पब्लिक कन्वेंस में बैठने वाली सवारियों के पास से मोबाइल फोन चुराने वाले गैंग को गिरफ्तार किया है। इस गैंग के 5 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है और साथ ही उनके पास से 15 मोबाइल फोन और 3 अवैध चाकू भी बरामद किए हैं।
पुलिस का पड़ताल, आरोपी गिरफ्तार
पिछले महीने की 20 तारीख, यानी कि 20 मई को अज्ञात चोरों के द्वारा दुकान का शटर तोड़कर मोबाइल फोन और वहां रखे पैसे लेने का एक मामला दर्ज किया गया था। जिस पर कार्यवाही करते हुए सेक्टर-63 ने इस गैंग को धर दबोचा है।
लोकल इंटेलीजेंस और बीट पुलिसिंग की मदद से पकड़े गए आरोपी
इस पूरे मामले की पड़ताल के लिए सेक्टर-63 पुलिस टीम ने टीम गठित की। साथ ही लोकल इंटेलीजेंस और बीट पुलिसिंग की मदद से आज 7 जून को को चोरी की घटना का सफल अनावरण किया। साथ ही दुकान का शटर तोड़कर और वाहनों में बैठी सवारियों के पास से मोबाइल फोन चोरी करने वाले 5 आरोपी मनीष, मोहित कुमार, राजदेव, अखिल और आर्यन को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों को सीआईएसएफ की तरफ जाने बाले बंद पडे अंडर पास के पास से गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों की उम्र 19 से 22 साल के बीच है।
अपराध करने का क्या होता है तरीका?
शुरुआती पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग रात में मोबाइल फोन की दुकानों से एवं मौका लगते ही टेम्पू में बैठी सवारियों के मोबाइल फोन चोरी करते है, जो मोबाइल फोन हम लोगों से बरामद हुए है, उनमें से 10 मोबाइल फोन 20 मई की रात में आश्रम रोड पर स्थित मोबाइल फोन की दुकान से शटर का ताला तोडकर चोरी किये थे। और बरामद 5 अन्य मोबाइल फोन हम लोगों द्वारा मिलकर टेम्पू में बैठी सवारियों के पास से चोरी किये थे। चोरी किये गये पैसे हम लोगों द्वारा आपस में बांटकर अपने-अपने खर्चे में प्रयोग कर लिए गए है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022