Meerut: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सोमवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। लोहिया नगर थाना क्षेत्र में सत्यकाम स्कूल के सामने भीषण विस्फोट होने से वजह से मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे 4 लोगों की मौत हो गई है। वहीं मकान के मलबे में दबने से 5 लोग जख्मी हो गए हैं. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और बचाव में जुटी हुई है। मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है।
घर के अंदर चल रही थी फैक्ट्री
बताया जा रहा है कि घर के अंदर ही साबुन फैक्ट्री का संचालन हो रहा था। यह साबुन फैक्ट्री मेडिकल थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी आलोक गुप्ता और गौरव गुप्ता की है। संजय गुप्ता द्वारा मकान किराए पर लेकर फैक्ट्री चलाई जा रही थी।इसी फैक्ट्री में मंगलवार सुबहजोरदार धमाका हुआ। जिसके चलते फैक्ट्री के अंदर मौजूद कर्मचारी मलबे में दब गए और चार की मौत हो गई। हादसे में पांच लोग गंभीर घायल है। अभी मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इस हादसे में आसपास के कुछ लोगों को भी चोटें आई हैं, जिनमें कुछ राहगीर भी हैं।
मलबा हटाते समय दोबारा हुआ विस्फोट
बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है। मलबा हटाने के दौरान दोबारा से विस्फोट हो गया। इसके बाद मकान का मलबा करीब 25 फीट दूरी तक बिखर गया। मौके पर मौजूद कई लोगों के सिर में ईंट के टुकड़े लगे। मुख्यमंत्री ने मेरठ हादसे पर जताया दुख, अधिकारियों को दिए निर्देश वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद मेरठ हादसे का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट से 25 किलोमीटर के करीब नोएडा से आगरा जाने वाली लेने पर एक बड़ा हादसा हो गया। जिसमें तेज रफ्तार टेंपो शनिवार दोपहर को पलट गया। जिससे टेंपो में बैठे 10 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर घटना का मुआयना कर रही है।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि हादसा जीरो प्वाइंट से 25 किलोमीटर दूर हुआ हैं। यह सड़क हादसा रबूपुरा थाना क्षेत्र में हुआ है। घटना के समय सभी लोग एक टेंपो में सवार थे। जानकारी के अनुसार घटना के समय टेंपो की स्पीड काफी तेज थी। जिसकी वजह से टेंपो पलट गया। इस हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा और घटनास्थल की स्थिति संभाली। फिलहाल अब तक किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। आपको बता दें हादसे की वजह से टेंपो पलटने से यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात भी बाधिक हो गया।
उत्तराखंड में भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 2 लोग घायल हुए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ मृतकों की शिनाख्त की जा रही है।
बेतालघाट क्षेत्र में हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक नैनीताल के पास बेतालघाट क्षेत्र के मल्ला गांव ऊंचाकोट मोटर मार्ग पर सोमवार देर रात करीब 10:30 बजे पिकअप 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। जिससे चालक समेत आठ लोगों की मौत हो गई। पिकअप में सवार दो नेपाली मजदूर भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
मजदूरी कर वापस लौट रहे थे सभी
बेतालघाट थानाध्यक्ष अनीस अहमद ने बताया कि पिकअप के खाई में गिरने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू अभियान शुरू किया। वाहन चालक राजेंद्र कुमार (42) के अलावा नौ नेपाली मजदूर पिकअप में सवार थे। यह सभी क्षेत्र में पेयजल लाइन बिछाने का काम खत्म कर वापस लौट रहे थे, तभी हादसा हो गया। हादसे में जान गंवाने वाले नेपाली मजदूरों के नाम और उनके घर का पता अभी नहीं चला है।
बुलंदशहर में तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला है, जहां एक बेकाबू कार ने बाइक को टक्कर मार दी। जिसमें बाइक सवार 60 साल के वृद्ध और उनकी पत्नी की मौत हो गई, जबकि कार सवार गंभीर रुप से घायल हो गया, जिसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
भागवत कथा में शामिल होने जा रहे थे बाइक सवार
ऐसा बताया जा रहा है कि बाइक सवार अनिल चौहान और उनकी पत्नी ओमवती अलीगढ़ के गांव योगीपुर में भागवत कथा में शामिल होने जा रहे थे। जहां रास्ते में खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र के हाइवे-34 पर गांव मीरपुर के पास बेकाबू कार ने टक्कर मार दी और 60 साल के वृद्ध की मौत हो गई। साथ ही नवजात घायल है। रिपोर्टस की मानें, तो खुर्जा देहात के बाढ़ा गांव के निवासी बताए जा रहे है बाइक सवार, फिलहाल नवजात अस्पताल में भर्ती है जिसका इलाज किया जा रहा है।
आगरा में खंडोली क्षेत्र के आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। जहां पर 8 बच्चे और एक महिला तालाब में गिर गए। जिसमें 4 बच्चों की डूबने से मौत हो गई है।
आगरा में 4 बच्चों की डूबने से मौत
उत्तर प्रदेश के आगरा में एक तालाब में एक साथ आठ बच्चे और एक महिला गिर गए। बताया जा रहा है कि हादसे में 4 बच्चों की मौत हो गई है और एक की हालत गंभीर बनी हुई है। यह हादसा थाना खंडोली क्षेत्र के आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे के पास हुआ। एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि सभी को गोताखोरों की मदद से बाहर निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि बच्चे तालाब के पास खेल रहे थे। खेलते- खेलते वे तालाब में डूब गए। अधिकारियों ने बताया कि तीन बच्चों की मौत मौके पर ही हो गई थी। वहीं, एक बच्चे ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया।
खेलते हुए गिरे थे तालाब में
एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया तालाब में डूबी महिला को कांस्टेबल की मदद से बाहर निकाला गया। हादसा होने से पहले आसपास के इलाकों में झुग्गियों में रहने वाले करीब 10 बच्चे तालाब के पास खेलने के लिए पहुंचे थे। बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए यहां पर तालाब बनाया गया था। सभी को गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया है।
होमगार्ड ने बचाई मौके पर 3 बच्चों की जान
घटनास्थल से कुछ दूरी पर तैनात मुकेश कुमार ने तीन बच्चों की जान बचाई। जानकारी के मुताबिक, मुकेश कुमार को चीख-पुकार की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद वो घटनास्थल की तरफ गए, वहां डूबते बच्चों को देख तालाब में कूद गए। मुकेश कुमार का कहना है कि उन्हें लगा अगर वो एक-दो को भी बचा पाए, तो अच्छा होगा। लेकिन उन्होंने बताया कि मौके पर उन्होंने 3 बच्चों की जान बचाई।
इस वक्त की बड़ी खबर ग्रेटर नोएडा से आ रही है। जहां खोदना कला गांव में निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से मलबे में 8 बच्चे दब गए। आनन-फानन में सभी घायलों को दादरी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि इनमें से तीन की मौत हो गई है। वहीं पांच बच्चे गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। जिसमें से एक बच्चे को शारदा हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर थाना क्षेत्र के खोदना कला गांव में सगीर के मकान में काम चल रहा था। देर शाम अचानक से दूसरी मंजिल की छत पर दीवार गिर गई। वहीं दीवार छत पर गिरी जिसके चलते छत का मलबा नीचे गिर गया। जहां नीचे बच्चे खेल रहे थे। जिससे सभी मलबे में दब गए। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने सभी को घायल अवस्था में दादरी के नवीन अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पाकर मौके पर पुलिस के अला अधिकारी भी पहुंच गए। बताया जा रहा है कि तीन बच्चों की मौत हो गई है। वही तीन बच्चे घायल है जिनका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि इनमें से दो बच्चे अपनी नानी के यहां आए थे।
हादसे में घायल और मरने वाले मासूम
हादसे में आयशा पुत्री सगीर उम्र 16 वर्ष, आहद पुत्र मोइनुद्दीन उम्र 4 वर्ष ,हुसैन पुत्र इकराम उम्र 5 वर्ष ,आदिल पुत्र शेरखान उम्र 8 वर्ष, अलफ़िजा पुत्री मोइनुद्दीन उम्र 2 वर्ष ,सोहना पुत्री रहीस उम्र 12 वर्ष ,वासील पुत्र शेर खान उम्र 11वर्ष ,समीर पुत्र सगीर उम्र 15 वर्ष, सगीर के मकान की दिवार आदि गिरने से उनके ही परिवार/ रिश्तेदारों के 8 बच्चे घायल हुए जिसमें आहद, आदिल व अलफिजा की उपचार के दौरान दुखद मृत्यु हो गई। अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
राजधानी लखनऊ में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया. इस दौरान शहीद पथ पर अचानक एक बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई. वहीं बिल्डिंग के मलबे में करीब 20 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. हादसे की खबर के बाद मौके पर बचाव दल की टीमें पहुंची और दबे हुए लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची और घायलों को मलबे से बाहर निकाला जा रहा है. वहीं हादसे में तीन की मौत हो चुकी है जबकि तीन लोगों की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है.
भारी बारिश के चलते भरभरा कर गिरी बिल्डिंग
जानकारी के अनुसार यह मामला सरोजनीनगर थाना क्षेत्र का है. जहां पर ट्रांसपोर्ट नगर के पास शहीद पथ पर एक पुरानी बिल्डिंग भरभराकर गिर गई. अंदेशा है कि भारी बारिश की वजह से यह बिल्डिंग गिरी है. बिल्डिंग के अंदर दवाईयों का काम होता है. जब हादसा हुआ है उस वक्त बिल्डिंग में करीब 20 लोग मौजूद थे. हादसे की सूचना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया और तेजी से रेस्क्यू कराने के निर्देश दिए.
राहत और बचाव कार्य में जुटीं NDRF और SDRF की टीमें
वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची हैं. फिलहाल मलबे के अंदर से अब तक 12 से 15 लोगों को घायल हालत में बाहर निकाला गया है. मौके पर कई एंबुलेंस मौजूद हैं जिनकी मदद से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया जा रहा है. हालांकि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है क्योंकि अभी भी 4-5 लोगों के अंदर दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
सीएम योगी ने लिया पूरे मामले का संज्ञान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिल्डिंग गिरने की सूचना मिलने के बाद पूरे मामले पर संज्ञान लिया. सीएम योगी ने अधिकारियों से बात की और कहा कि वह भी मौके पर पहुंचे हैं और राहत कार्य में तेजी लाएं. सीएम ने घायलों के उपचार के लिए भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. एसडीएम सरोजनी नगर ने बताया कि अभी तक 10 घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया है. जो बिल्डिंग गिरी है उसका नाम हरमिलाप टावर बताया जा रहा है. यह तीन मंजिला इमारत है जिसका आधा हिस्सा भारी बारिश की वजह से टूटकर गिर गया है.
केरल वायनाड जिले में बारिश के बीच बड़ा हादसा हो गया। वायनाड के मेप्पाडी के पास अलग-अलग पहाड़ी इलाकों में मंगलवार की सुबह अचानक भूस्खलन के बाद दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। जिन्हें बचाने के लिए बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है। जिले के आला अधिकारियों के मुताबिक, मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हैं। कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तेज बारिश
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। भारी वर्षा के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। भूस्खलन प्रभावित परिवारों को अलग-अलग शिविरों या उनके रिश्तेदारों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन होने के मद्देनजर सभी सरकारी एजेंसियां खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई हैं।
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री और अधिकारियों से की बात
राहुल गांधी ने कहा, 'वायनाड में मेप्पाडी के पास बड़े पैमाने पर भूस्खलन से मैं बहुत दुखी हूं। केरल के मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर से बात की है, उन्होंने आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान चल रहा है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है। मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हरसंभव सहायता मुहैया कराने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव अभियान में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।'
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक जताया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया है , 'वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। वर्तमान में प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान चल रहा है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और वहां मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।'
दिल्ली में बुधवार शाम को शहर के कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है. वहीं इसी दौरान नॉर्थ डिस्टिक सब्जी मंडी इलाके में एक इमारत भरभरा कर गिर गई है. जिसमें कई लोगों के दबे होने की आशंकाएं जताई जा रही हैं. वहीं पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सब्जी मंडी इलाके से मकान ढहने की सूचना मिली है. मौके पर दमकल विभाग की कुल 5 गाड़ियां पहुंच चुकी हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है.
आईएमडी ने लोगों को गैरजरूरी यात्रा से बचने की दी सलाह
आपको बता दें कि दिल्ली में बारिश के बीच आईएमडी ने कहा है कि दिल्ली में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इस अवधि के दौरान अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सतही हवाएं चलने की भी संभावना है. इसके साथ ही आईएमडी ने लोगों को घर में रहने, खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखने के साथ ही गैरजरूरी यात्रा से परहेज करने की सलाह दी है.
आज शुक्रवार सुबह गाजियाबाद में तेजस एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतर जाने की खबर सामने आई। भुवनेश्वर-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस शुक्रवार की सुबह करीब 9:45 बजे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतर गई। ड्राइवर की सूझबूझ के चलते और गाड़ी की गति धीमी होने के कारण बड़ी दुर्घटना होने से बच गई।
गाजियाबाद में तेजस उतरी पटरी से
भुवनेश्वर से चलकर नई दिल्ली आने वाली तेजस एक्सप्रेस गाजियाबाद में नहीं रुकती है। लेकिन सुबह करीब 9:45 बजे जब यह ट्रेन गाजियाबाद स्टेशन पर पहुंची, तो मेन लाइन व्यस्त होने के कारण इस ट्रेन को प्लैटफॉर्म नंबर 4 से निकलने के सिग्नल प्राप्त हुए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 4 के ट्रैक पर पहुंच चुकी थी, लेकिन सबसे अंतिम डिब्बा अचानक कांटे में फंसकर गाड़ी के सबसे पीछे लगेज बोगी से आगे लगी यात्री बोगी बी-1 के चार पहिए पटरी से उतर गए और करीब 200 मीटर तक घिसटते चले गए।
ड्राइवर ने दिखाई समझदारी
तेजस के पटरी से उतरने की भनक ड्राइवर को हुई। उसको आभास हुआ, तो ड्राइवर ने तुरंत गाड़ी में ब्रेक लगा दिए। गनीमत रही कि गाड़ी की गति काफी धीमी थी, इस वजह से बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। अक्सर तेजस एक्सप्रेस ट्रेन गाजियाबाद से अपनी पूरी गति के साथ मेन लाइन से गुजरती है, लेकिन आज इस ट्रेन को प्लैटफॉर्म नंबर 4 से गुजरा गया था।
बड़ी दुर्घटना टली, लेकिन यात्रियों में दिखी दहशत
जब बोगी के पटरी पर उतरने से आवाज हुई, तो उस तेज आवाज से यात्रियों में दहशत फैल गई। ट्रेन के रुकते ही यात्री बोगी से उतर गए। इसके बाद जैसे ही घटना की सूचना अधिकारियों को मिली, वो घटनास्थल की ओर दौड़े। उन्होंने इसकी सूचना दिल्ली मंडल के अधिकारियों को दी। सूचना के बाद दिल्ली मंडल के डीआरएम, एडीआरएम, डिप्टी जीएम मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। घटना के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हुई बोगी को मुख्य गाड़ी से अलग कर दिया गया। इसमें सवार यात्रियों को दूसरी आगे की बगियों में शिफ्ट कर दिया गया। करीब आधा घंटा परेशान होने के बाद गाड़ी स्टेशन से चली।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022