लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट कल यानी की 4 जून को आने वाले हैं। गौतमबुद्ध नगर में 15 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला कल का रिजल्ट तय करेगा। मतगणना के पहले घंटे में पहला रुझान सामने आ जाएगा। जेवर के मतों की गणना 29 चरण में होगी। खुर्जा और सिकंद्राबाद विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना 31-31 चरण में होगी। सबसे पहले जेवर विधानसभा के मतों की गणना समाप्त होगी।
कल होगा गौतमबुद्ध नगर में 15 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला
मतगणना के दिन यानी कि मंगलवार को सुबह आठ बजे से प्रक्रिया शुरु होगी। गौतमबुद्ध नगर के तीन विधानसभा नोएडा, दादरी और जेवर व बुलंदशहर जिले की सिकंद्राबाद व खुर्जा विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना एक साथ होगी।
सुबह साढ़े 6 बजे स्ट्रांग रूम से निकाले जाएंगे ईवीएम
फूल मंडी में बने सील बंद स्ट्रांग रूम से ईवीएम को साढ़े छह निकाला जाएगा। प्रत्याशी या उनके प्रतिनिधि की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम की सील को खोला जाएगा। इसके बाद ही ईवीएम को मतगणना के लिए टेबल पर ले जाया जाएगा। इसके लिए अलग से कारिडोर बनाया जाएगा। ईवीएम के मतों की गणना से पहले पोस्टल बैलेट, ईटीपीबी के मतों की गणना होगी। इन मतों की गणना समाप्त होने के बाद ही ईवीएम के मतों की गणना शुरू होगी और अंतिम वोट की गिनती तक जारी रहेगी।
ड्यूटी पर तैनाती के पुख्ता इंतजाम
मतगणना के लिए तैनाती के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिसमें 349 कर्मियों की ड्यूटी रहेगी। एक टेबल पर चार कर्मचारी होंगे। 52 कर्मचारी रिजर्व में रखे जाएंगे। मतगणना कक्ष में प्रत्याशी व उनके एजेंट को ही जाने की अनुमति होगी। पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए 14 टीम बनाई गई हैं। यह टीम दस टेबल पर मतों की गणना करेंगी। जबकि ईवीएम के मतों की गणना के लिए 71 टीम गठित की गई हैं।
कर्मचारियों के लिए बैन मोबाइल फोन व इलेक्ट्रानिक उपकरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मचारियों पर मोबाइल फोन व इलेक्ट्रानिक उपकरण ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। कर्मचारियों को सुबह छह बजे मतगणना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। फूलमंडी मतगणना स्थल पर प्रवेश के लिए अलग-अलग गेट निर्धारित किए गए हैं। गेट नंबर पांच से प्रत्याशी व उनके एजेंट को प्रवेश मिलेगा। मतगणना कर्मी व मीडिया कर्मी को गेट नंबर दो से प्रवेश मिलेगा।
97 करोड़ मतदाताओं ने 543 लोकसभा सीटों पर चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर दिया है। चुनाव आयोग (ECI) की ओर से रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है, जो 4 जून को पारदर्शिता के साथ बिना किसी बाधा के मतगणना कराएंगे। लोकसभा चुनाव में वोटों की गिनती रिटर्निंग ऑफिसर (RO) और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (AROS) की देखरेख में किसी बड़े हॉल में होती है। इनके अलावा, चुनाव आयोग की ओर से एक वरिष्ठ अधिकारी को पर्यवेक्षक के तौर पर तैनात किया जाता है।वोटों की गिनती शुरू करने से पहले रिटर्निंग ऑफिसर और असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर मतों की गोपनीयता बनाए रखने की शपथ लेंगे। मतगणना शुरू होने से पहले जोर-जोर से बोलकर शपथ लेते हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी।हालांकि, किसी विशेष परिस्थिति में समय में बदलाव भी किया जा सकता है। सबसे पहले बैलेट पेपर और इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम ( ETPBS) के जरिए डाले गए वोटों की गणना होगी।बता दें कि आमतौर पर बैलेट पेपर व ईटीपीबीएस के जरिए चुनाव ड्यूटी में तैनात सरकारी कर्मचारी, सैनिक, देश के बाहर सेवारत सरकारी अधिकारी, बुजुर्ग मतदाता व प्रिवेंटिव डिटेंशन में रहने वाले लोग मतदान करते हैं। इन वोटों को गिनने में करीब आधे घंटे का समय लग जाता है।सुबह 8-30 बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ EVM के वोटों की गिनती शुरू होती है। हॉल में एक राउंड में 14 ईवीएम के वोटों की गिनती की जाती है।मतगणना केंद्र पर मौजूद रिटर्निंग ऑफिसर प्रत्येक राउंड की गिनती के बाद रिजल्ट का एलान करते हैं। साथ ही इसे चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी अपडेट किया जाता है। मतों की गिनती का पहला रुझान सुबह 9 बजे से आना शुरू हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव के परिणाम से पहले अखिलेश यादव को हुई आशंका, लगा दिया ये बड़ा आरोप
अखिलेश ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने न्यायालय तक में अपने लोग पिछले दरवाजे से सेट किए हैं। न्यायाधीशों से खुलकर एक विचारधारा विशेष के लिए बयान दिलवाएं,नौकरशाही में लेटरल एंट्री के नाम पर यही धांधली की। सपा मुखिया ने अपनी बात शुरू करने के लिए एक शेर पढ़ा जितनी ऊंचाई पर जाकर कटती है पतंग उतना ही बड़ा होता है उसका पतन।अखिलेश यादव ने कहा हमारे आंतरिक सर्वे में विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए की प्रदेश में सबसे अधिक सीटें आ रही हैं। भाजपा विपक्ष को डरा रही है, लेकिन जनता तैयार है और वह करो या मरो की तरह आंदोलित है।अखिलेश ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने न्यायालय तक में अपने लोग पिछले दरवाजे से सेट किए हैं। न्यायाधीशों से खुलकर एक विचारधारा विशेष के लिए बयान दिलवाएं। नौकरशाही में लेटरल एंट्री के नाम पर यही धांधली की। झूठे आंकड़ों से देश को छला है,सपा मुखिया ने अपनी बात शुरू करने के लिए एक शेर पढ़ा, ''जितनी ऊंचाई पर जाकर कटती है पतंग उतना ही बड़ा होता है उसका पतन।'' उन्होंने कहा कि भाजपा ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ा और भाईचारा खत्म किया। जाति के खिलाफ जाति, संप्रदाय के खिलाफ संप्रदाय को लड़वाया है
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की तरफ से बीजेपी का बड़े झटके लगे है। वहीं इंडिया गठबंधन ने लोगों का भरोसा जीता है। जिसपर राहुल गांधी ने यूपी के लोगों का धन्यवाद दिया है। समाजवादी पार्टी 37 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसमें सपा प्रमुख पूर्व सीएम अखिलेश यादव का एक बड़ा प्रयोग भी शामिल है, जिसमें उन्होंने कई सीटों पर नए युवा चेहरे उतारे थे, जोकि सफल साबित हुआ।
पुष्पेंद्र सरोज (कौशाम्बी)
उत्तर प्रदेश की कौशाम्बी सीट पर अखिलेश ने सपा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज को टिकट देकर भरोसा जताया था। पुष्पेंद्र सरोज ने बीजेपी के विनोद सोनकर को एक लाख तीन हजार 944 वोटों से हराकर न सिर्फ पिता की हार का बदला लिया है, बल्कि सपा प्रमुख के भरोसे को भी कायम किया। साल 2019 में बीजेपी प्रत्याशी विनोद सोनकर ने इंद्रजीत सरोज को 38,742 वोटों से हराया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुष्पेंद्र सरोज देश के सबसे कम उम्र के सांसद बने हैं। पुष्पेंद्र सरोज ने इस साल एक मार्च को 25 साल की आयु पूरी की है। उन्होंने लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से एकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट की पढ़ाई की है।
इकरा चौधरी (कैराना)
उत्तर प्रदेश की कैराना सीट पर समाजवादी पार्टी ने 29 साल की इकरा चौधरी को टिकट दिया था, जिन्हें 69 हजार वोटों से जीत हासिल मिली है। उन्हें कुल पांच लाख 80 हजार 13 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप चौधरी को चार लाख 58 हजार 897 वोट मिले हैं। साल 2019 के चुनाव में कैराना में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। जानकारी के मुताबिक, इकरा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और उसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से मास्टर्स किया था। वो कैराना के मौजूदा विधायक चौधरी नाहिद हसन की छोटी बहन हैं। साथ ही इससे पहले इकरा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ चुकी हैं, लेकिन इसमें उनकी हार हुई थी।
प्रिया सरोज ( मछलीशहर)
उत्तर प्रदेश की मछलीशहर सीट पर समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद और वर्तमान विधायक तूफानी सरोज की बेटी प्रिया सरोज को टिकट दिया था। प्रिया सरोज ने बीजेपी प्रत्याशी बीपी सरोज को 35 हजार 850 वोटों से हराया है। जहां प्रिया सरोज को 4,51,292 वोट मिले, वहीं बीपी सरोज को 4,15,442 वोट मिले। प्रिया सरोज ने पिछले साल नवंबर में ही 25 साल की उम्र पूरी की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिया की स्कूली पढ़ाई दिल्ली के एयरफोर्स गोल्डन जुबिली इंस्टीट्यूट से हुई और उसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। चुनाव अभियान से पहले प्रिया सरोज सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही थीं। वह यूपी के सबसे युवा नेताओं में से एक हैं।
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December 17, 2022