लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण की सरगर्मियां तेज हैं। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। दिनेश प्रताप सिंह इससे पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद रह चुकीं सोनिया गांधी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। जहां एक ओर बीजेपी ने रायबरेली लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। वहीं दूसरी ओर इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कौन होगा इस पर सस्पेंस अभी तक बरकरार है।
तीन बार कांग्रेस को रायबरेली सीट से मिली हार
रायबरेली लोकसभा सीट को कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर 1971 में इंदिरा गांधी ने जीत दर्ज की थी, इसके बाद तो इस सीट पर कांग्रेस पार्टी की तूती बोलने लगी। कुछ खास मौकों को छोड़ यहां सिर्फ गांधी परिवार और उनके द्वारा समर्थित लोगों ने ही जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी आज तक इस सीट पर सिर्फ दो बार जीत दर्ज कर पाई है। साल 1996 और साल 1998 में हुए लोकसभा चुनावों में यहां बीजेपी के अशोक सिंह ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद साल 1998 के चुनाव में बीजेपी के अशोक सिंह ने सपा के सुरेंद्र बहादुर सिंह को चुनाव मैदान में मात दी। इन दोनों चुनावों में खास बात यह रही कि कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी चौथे नंबर पर रहे। 1996 में कांग्रेस ने यहां विक्रम कोल और 1998 में दीपा कोल को चुनाव मैदान में उतारा था। इससे पहले साल 1977 में भारतीय लोकदल के राजनारायण ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को यहां हराया था।
सोनिया गांधी ने साल 2004 से लगातार हासिल की जीत
देखा जाए साल 1971 और साल 1980 में हुए लोकसभा चुनावों में इंदिरा गांधी रायबरेली की सांसद बनीं। इसके बाद साल 1989 और 1991 में शीला कौल यहां की सांसद बनीं। साल 1996 और 1998 में इस सीट पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा और यहां कांग्रेस प्रत्याशी चौथे नंबर पर रही। साल 1999 में कांग्रेस के टिकट पर कैप्टन सतीश शर्मा सांसद बने। इसके बाद साल 2004 से इस सीट पर सोनिया गांधी का वर्चस्व कायम रहा और उन्होंने 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट से जीत दर्ज की।
भारत की पहली नमो भारत रैपिड ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस लॉन्च से कुछ घंटों पहले ही रेलवे ने भुज-अहमदाबा द वंदे मेट्रो का नाम बदलकर नमो भारत रैपिड रेल किया था. पीएम मोदी ने पहली नमो भारत रैपिड रेल के अलावा एक साथ कई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई है. इन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में नागपुर-सिकंदराबाद, कोल्हापुर-पुणे, आगरा कैंटबनारस, दुर्ग-विशाखापट्टनम, पुणे-हुबली रूट शामिल किए गए हैं. इसके अलावा 20 कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन भी आज वाराणसी से दिल्ली के बीच शुरू हो गई है.
भारत की पहली नमो भारत रैपिड रेल
वंदे मेट्रो यानी नमो भारत रैपिड रेल को अहमदाबाद और भुज के बीच ऑपरेट किया जाना है. ये ट्रेन 360 किलोमीटर की दूरी को 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 5 घंटे और 45 मिनट में पूरा करेगी. ट्रेन कुल 9 स्टेशनों पर रुकेगी. ये ट्रेन भुज से सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर रवाना होगी और सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर अहमदाबाद पहुंच जाएगी.
19 सितंबर 2024 से कोल्हापुर-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस
कोल्हापुर-वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 20673 19 सितंबर से हफ्ते में 3 दिन सोमवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी. ये ट्रेन कोल्हापुर से सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर चलेगी और उसी दिन दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर पुणे पहुंच जाएगी. ट्रेन संख्या 20674 पुणे-कोल्हापुर वंदे भारत एक्सप्रेस 18 सितंबर से हफ्ते में 3 दिन बुधवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी. ट्रेन दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर पुणे स्टेशन से चलकर इसी दिन शाम 7 बजकर 40 मिनट पर कोल्हापुर पहुंच जाएगी. ट्रेन में कुल 8 वंदे भारत कोच हैं. मिराज, सांगली, किर्लोस्करवाड़ी, कराड और सतारा स्टेशनों पर ये ट्रेन रुकेगी.
पुणे-हुबली वंदे भारत एक्सप्रेस
पुणे-हुबली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 20670 भी 19 सितंबर से सप्ताह में 3 दिन सोमवार, गुरुवार और शनिवार को संचालित की जाएगी. ये ट्रेन पुणे से 14:15 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 22:45 बजे हुबली पहुंचेगी. वहीं 18 सितंबर से ट्रेन नंबर 20669 हुबली-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन बुधवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी। यह हुबली से 05:00 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 13:30 बजे पुणे पहुंचेगी. यह ट्रेन रास्ते में सतारा, सांगली, मिराज, बेला गवी और धारवाड़ स्टेशनों पर रुकेगी. ट्रेन में 8 वंदे भारत कोच मौजूद हैं.
नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत एक्सप्रेस
19 सितंबर से ट्रेन नंबर 20101 नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में 6 दिन मंगलवार को छोड़कर चलेगी. यह नागपुर से 5 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 12:15 बजे सिकंदराबाद पहुंचेगी. 19 सितंबर को ही ट्रेन नंबर 20102 सिकंदराबाद-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में 6 दिन मंगलवार को छोड़कर संचालित की जाएगी. यह सिकंदराबाद से 1 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 20:20 बजे नागपुर पहुंचेगी. रास्ते में ट्रेन सेवाग्राम, चंद्रपुर, बल्लारशाह, रामागुंडम और काजीपेट स्टेशन पर रुकेगी.
नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस
चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई गई 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली और वाराणसी को जोड़ेगी. यह नई ट्रेन इन शहरों के बीच मौजूदा सेवाओं में से एक की जगह लेगी. नारंगी और ब्राउन रंग की यह अत्याधुनिक ट्रेन नियमित यात्रियों, प्रोफेशनल्स और छात्रों की जरूरतों को पूरा करते हुए रेल यात्रा के लिए नए स्टैंडर्ड स्थापित करेगी.
बजाज ऑटो ने दुनिया की पहली CNG बाइक लॉन्च की है. बजाज ने इस सीएनजी से चलने वाली बाइक को बजाज फ्रीडम 125 नाम दिया है. 'बजाज फ्रीडम 125' को चलाने के लिए इसमें दो फ्यूल ऑप्शन दिए गए हैं यानी कि इसमें 2 लीटर का पेट्रोल टैंक और 2 किलो का CNG टैंक है. दोनों टैंक को एक बार फुल कराने से 330 किमी का माइलेज मिलेगा. साथ ही राइडर एक बटन से CNG से पेट्रोल और पेट्रोल से CNG पर स्विच कर सकता है. इसकी कीमत 95,000 से 1.10 लाख (एक्स-शोरूम) के बीच है. इस बेहद खास बाइक की बुकिंग अभी से शुरू हो गई है. जिसकी डिलीवरी सबसे पहले महाराष्ट्र और गुजरात में शुरू होगी। बाकी राज्यों में ये बाइक फेज वाइज मिलेगी.
11 से ज्यादा सेफ्टी टेस्ट से गुजरी बजाज फ्रीडम CNG बाइक
बजाज फ्रीडम CNG बाइक तीन वैरिएंट में आती है. बाइक के 11 से ज्यादा सेफ्टी टेस्ट किए गए हैं। इन सेफ्टी टेस्ट में 10 टन लोडेड ट्रक के नीचे आने पर भी बाइक का टैंक लीक नहीं हुआ. वहीं इस खास बाइक को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया कि CNG टू-व्हीलर चलाने का खर्च करीब 1 रुपए प्रति किलोमीटर आएगा. बजाज ऑटो के MD राजीव बजाज ने बताया, 'कंपनी CNG मॉडल के साथ बढ़ते रनिंग कॉस्ट से चिंतित ग्राहकों को टारगेट करेगी. हम CNG बाइक का एक पोर्टफोलियो बनाएंगे, जिसमें 100CC, 125CC और 150-160CC की बाइक शामिल होंगी.' इस बाइक को पूरी तरह गैस से भरने पर CNG टैंक का वजन 18kg होता है। कंपनी का दावा है कि CNG पर 100 किमी प्रति किलोग्राम और पेट्रोल का उपयोग करते समय 65kpl का माइलेज मिलता है. इसमें 125cc का सिंगल-सिलेंडर इंजन दिया गया है, जो 9.5 PS की पावर और 9.7Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है. ये इंजन पेट्रोल और CNG दोनों पर चल सकता है.
बजाज फ्रीडम 125 CNG की खासियतें
बजाज फ्रीडम 125 CNG बाइक की 6 खासियतें हैं. फ्रीडम 125 बाइक में सेगमेंट की सबसे लंबी सीट है, इस सीट की लंबाई 785 mm है. इस बाइक में CNG और पेट्रोल भरने के लिए एक कॉमन फ्यूल टैंक कैप कवर दिया गया है. फ्रीडम 125 बाइक में 2kg का CNG टैंक सीट के नीचे प्लेस किया गया है. साथ ही बाइक में मजबूत ट्रेलिस फ्रेम और सेगमेंट फर्स्ट लिंक्ड मोनोशॉक शामिल हैं. इस CNG बाइक में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ रिवर्स LED कंसोल दिया गया है. ये बाइक मिस्र, तंजानिया, कोलंबिया, पेरू, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में एक्सपोर्ट होगी.
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने PM-AASHA के लिए ₹35,000 करोड़ की मंजूरी दे दी हैं. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे किसान भाई-बहनों को सस्ती दरों पर लगातार खाद की आपूर्ति जारी रहे. इसके लिए 2024 के रबी सीजन में पोषक तत्व आधारित सब्सिडी की दरों को स्वीकृति प्रदान की गई है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि इस फैसले से देशभर के अन्नदाताओं की खेती की लागत भी कम होगी. वहीं प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले से दाल और तिलहन की फसल का न्यूनतम मूल्य सुनिश्चित हो सकेगा. भारत इन जैसी फसलों की खेती में भी आत्मनिर्भर बनेगा. किसान खुशहाल होंगे और उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी.
क्या है पीएम-आशा?
PM-AASHA एक एकीकृत योजना है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने किसानों और उपभोक्ताओं की सेवा को सुगम बनाने के लिए मूल्य समर्थन योजना और मूल्य स्थिरीकरण कोष योजना को पीएम आशा में मिला दिया है. इससे ना केवल किसानों को उनकी उपज के उचित मूल्य में मदद मिलेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी सहूलियत हो जाएगी.
कैबिनेट के अन्य फैसले जिन पर लगी मुहर
वहीं बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मीडिया और मनोरंजन की दुनिया के लिए भी अहम फैसले लिये गये हैं. जिनमें एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने को मंजूरी दी गई है. इससे क्रिएटर्स के इको-सिस्टम को बड़ा बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे. वहीं केंद्रीय कैबिनेट ने ‘बायो-राइड’ योजना को भी मंजूरी दी है. ये योजना भारत की प्रगति को जैव प्रौद्योगिकी में आगे बढ़ाएगी. इससे सतत विकास, वित्त पोषण और क्षमता निर्माण पर जोर दिया जाएगा. इसके अलावा देश में एकसाथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं इस प्रयास का नेतृत्व करने लिए पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी को बधाई देता हूं. यह फैसला हमारे लोकतंत्र को और भी अधिक जीवंत और सहभागी बनाने की दिशा में एक जरूरी कदम है.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी लगातार दौरे कर रहे हैं. इसी कड़ी में सांसद बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार रायबरेली जाएंगे. राहुल गांधी सोमवार शाम को रायबरेली पहुंचने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश उनका दौरा निरस्त हो गया है. सांसद राहुल गांधी अब मंगलवार को रायबरेली पहुंचेंगे. राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
शहीद कैप्टन के परिवार से राहुल करेंगे मुलाकात
राहुल गांधी फुरसतगंज से वह भुएमऊ गेस्ट हाउस सुबह करीब 10 बजे पहुंचेंगे. शाम पांच बजे वह दिल्ली लौट जाएंगे. अपने एक दिवसीय दौरे में वह शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के परिवार से मुलाकात करेंगे. यह परिवार लखनऊ में रहता है. राहुल गांधी कई प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर चर्चा करेंगे. इसमें वकील, डॉक्टर, उद्यमी आदि शामिल हैं. साथ ही जिले के अफसरों के साथ बैठक करेंगे. इसके साथ ही सांसद राहुल गांधी किसी एक विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं. हालांकि इसकी आधिकारिक जानकारी अभी नहीं आई है.
राहुल के दौरे को लेकर कांग्रेस संगठन सक्रिय
सांसद राहुल के सभी कार्यक्रम भुएमऊ गेस्ट हाउस में होंगे. वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करेंगे. वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. इसकी तैयारी अधिकारियों ने पूरी कर ली है. वह जनपद में चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी लेंगे. उनकी प्रगति जानेंगे और जरूरी दिशा-निर्देश भी देंगे. राहुल गांधी के दौरे को लेकर जिला प्रशासन हरकत में है. वहीं कांग्रेस का स्थानीय संगठन भी सक्रिय हो गया है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि राहुल गांधी मंगलवार को आएंगे. वह शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के परिवार से मिलेंगे.
एक अक्टूबर को हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों पर वोटिंग होनी हैं. जिसकी घोषणा हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार कर चुके हैं. जिसके नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित कर दिए जाएंगे. चुनाव आयोग की इस घोषणा के साथ ही सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी कमर कस ली है. वहीं सूत्रों की मानें तो इस बार के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के दिग्गज चेहरे भी अपनी किस्मत आजमाने को बेताब हैं.
शैलजा और सुरजेवाला दावेदारी मजबूत करने में जुटे
दरअसल कांग्रेस की पूर्व मंत्री और लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला खुद को सीएम की रेस में शामिल मान चुके हैं. इसके लिए दोनों ही नेता अपनी दावेदारी को और मजबूत करने की कोशिश में जुट गए हैं. कुमारी शैलजा तो यहां तक कह चुकी हैं कि अगर आलाकमान चाहेगा तो वो हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं. हालांकि रणदीप सुरजेवाला ने अभी तक खुलकर कुछ नहीं बोला है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि ये राहुल गांधी तय करेंगे कि उनको विधानसभा चुनाव मैदान में उतरना है या नहीं.
सीएम की कुर्सी पर दावेदारी की जंग तेज
आपको बता दें कि हरियाणा में हुड्डा खेमा भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम पद के चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करता रहता है. जबकि कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला भी खुद को राज्य में कांग्रेस पार्टी के पहली पंक्ति के नेताओं में शामिल मानते हैं. इस वजह से दोनों ही नेताओं को लगता है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में उतरकर जीत हासिल होने की स्थिति में मुख्यमंत्री की कुर्सी की रेस में उनका नाम भी आगे रह सकता है. इसी वजह से ये दोनों नेता चुनावी मैदान में उतरने को तैयार बताए जा रहे हैं.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का एक और नया अंदाज लोगों के सामने आया है. इस बार राहुल एक उबर टैक्सी में सफर करते नजर आए. इस दौरान राहुल ने केवल टैक्सी में सफर ही नहीं किया बल्कि टैक्सी ड्राइवर से गुफ्तगू भी. 40 मिनट के सफर के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने टैक्सी ड्राइवर से कई सवाल भी किए और कैब ड्राइवर, डिलीवरी एजेंट जैसे गिग वर्कर्स की समस्याओं का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि देश की जनता की आमदनी कम है और लोगों का मंहगाई से दम निकलता जा रहा है. यही भारत के गिग वर्कर्स की व्यथा है.
‘हैंड टू माउथ इनकम’ में इनका गुजारा तंगी में चल रहा- राहुल
सुनील उपाध्याय नाम के कैब ड्राइवर से बात करते हुए राहुल ने कहा कि आपको नहीं लगता है कि चुने हुए लोग अमीर होते जा रहे हैं. देश की एक बड़ी आबादी नीचे जा रही है. 10 प्रतिशत लोग ऊपर उठ रहे हैं जबकि 90 फीसदी लोग नीचे जा रहे हैं. कैब ड्राइवर ने भी कहा कि हां देश में इस वक्त यही सिस्टम चल रहा है. कैब ड्राइवर ने राहुल को बताया कि इस वक्त देश में जितने भी टैक्सी ड्राइवर हैं वो सब रो रहे हैं. स्थिति ये हो गई है को अपनी गाड़ी की किस्त तक नहीं भर रहे हैं. स्थिति तभी सुधरेगी जब रेट तय हो. ऐसी व्यवस्था बने जिससे कंपनियों को कम से कम भुगतान करना पड़े. इसके अलावा कैब ड्राइवरों के लिए भी पेंशन की व्यवस्था करनी चाहिए. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ‘हैंड टू माउथ इनकम’ में इनका गुजारा तंगी से चल रहा है. न कोई बचत और न ही परिवार के भविष्य का आधार है. इनके समाधान के लिए कांग्रेस की राज्य सरकारें ठोंस नीतियां बना कर न्याय करेंगी और INDIA गठबंधन पूरे संघर्ष के साथ इसका देशव्यापी विस्तार सुनिश्चित करेगा.
टैक्सी ड्राइवर ने शीला दीक्षित के कामों को सराहा
दिल्ली में हुए कामों का जिक्र करते हुए टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि इसका पूरा श्रेय शीला दीक्षित को जाता है. दिल्ली में जितने भी फ्लाईओवर बने और जितने भी काम हुए हैं सब उन्हीं की सरकार में हुए थे. सफर में बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने ड्राइवर के परिवार से भी बात की. बच्चों से उनका हालचाल पूछा. ड्राइवर ने कहा कि हम जितना पैसा कमाते हैं पूरा खर्च हो जाता है. टैक्सी की ही कमाई से घर का खर्च चलता है. बच्चों की फीस भरते हैं. कभी ऐसा दिन नहीं आता है जब मैं अपने बच्चों से कहूं कि चलो आज तुम्हें कहीं घुमा कर लाता हूं. पैसे ही नहीं होते हैं. इसके बाद राहुल गांधी ने उबर ड्राइवर के परिवार के साथ समय बिताया और खाना भी खाया. लंच करते समय भी राहुल लगातार उनकी समस्याओं के बारे में जानते रहे. टैक्सी ड्राइवर के परिवार में उसकी पत्नी और बच्चे शामिल रहे. इसके बाद अंत में नेता प्रतिपक्ष ने ड्राइवर के साथ-साथ पत्नी और बच्चों को गिफ्ट भी भेंट किया.
नोएडा को साफ और स्वच्छ बनाने के प्रयास में नोएडा-ग्रेनो अथॉरिटी पर्यावरण की रक्षा करना भूल गईं.दरअसल नोएडा-ग्रेनो अथॉरिटी द्वारा सड़क के किनारे लगाई जा रही टाइल्स पेड़ों के लिए खतरनाक साबित हो रही हैं. इस मामले को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता विक्रांत तोंगड़ ने एक याचिका दायर की. जिस पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को बड़ा झटका लगा है. एनजीटी ने इस मामले में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पेश होने के आदेश जारी कर दिए हैं.
NGT ने प्राधिकरण के दोनों सीईओ को जारी किया नोटिस
नोएडा में सड़कों के किनारे पेड़-पौधों को दबाते हुए की जा रही टाइल्स की इंटरलॉकिंग की वजह से पेड़ों को नुकसान हो रहा है. यही नहीं पेड़ के पास पक्की लेयर बिछाने से बारिश का पानी भी पेड़ों तक न पहुंचकर सीधे नदी-नालों में बह जाता है. यही वजह है कि शहर का भूजल स्तर तेजी से घट रहा है. इस मामले में पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने चिंता व्यक्त करते हुए एनजीटी में याचिका दायर की थी. इस मामले में सुनवाई करते हुए एनजीटी ने कुछ समय पहले सड़क किनारे लगाए गए अनावश्यक इंटरलॉकिंग टाइल्स को हटाने की निर्देश दिया था लेकिन प्राधिकरण द्वारा इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया. अब एक बार फिर इस मामले की सुनवाई करते हुए एनजीटी ने प्राधिकरण के दोनों सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. साथ ही एनजीटी के समक्ष पेश होने का आदेश दिया है. एनजीटी ने ये भी कहा कि अगर CEO दी गई तारीख पर पेश नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
इंटरलॉकिंग से पेड़ों को हो रहा नुकसान
पर्यावरणविद विक्रांत तोंगड़ और डॉ. सुप्रिया सरदाना ने बताया कि इस संबंध में एनजीटी में डाली गई याचिका पर उनके अधिवक्ता आकाश वशिष्ठ ने मजबूती से पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि पेड़ों के आसपास भी कच्चे स्थानों को कंक्रीट से पक्का कर दिया जाता है। कंक्रीट से बारिश का पानी जमीन में नहीं जा रहा है। इससे भूजल स्तर में गिरावट आ रही है। साथ ही, बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या आती है। पर्यावरणविदों ने कहा कि पेड़ों के आसपास कम से कम एक मीटर कच्चा स्थान छोड़ना चाहिए, लेकिन नोएडा-ग्रेटर नोएडा में ऐसा नहीं किया जा रहा है। याचिका में जिन प्रभावित इलाकों का विशेष जिक्र किया गया है उनमें नोएडा के सेक्टर-28, 37, 47, 50, 55 और 62 शामिल हैं, जबकि ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमेगा-1, पी-3 और अल्फा के नाम लिए गए हैं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए खुशखबरी है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट का पहला एसटीपी शीघ्र बनने जा रहा है। करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 45 एमएलडी शोधन क्षमता वाले एसटीपी के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिए हैं। एक माह में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कराने की तैयारी है। इसका निर्माण कार्य को डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस एसटीपी के चालू होने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टरों व गांव के निवासियों को बड़ी राहत मिल जाएगी। इसके साथ ही प्राधिकरण ने 23 अन्य कार्यों के लिए लगभग 18 करोड़ रुपये के टेंडर निकाल दिए हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टरों व गांवों के सीवर को शोधित करने के लिए एसटीपी की बहुत जरूरत है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इस जरूरत को देखते हुए एसटीपी शीघ्र बनाने की अनुमति दे दी। सीवर विभाग ने एसटीपी बनाने के लिए टेंडर निकाल दिए हैं।
कंपनियां 29 जुलाई तक कर सकेंगी आवेदन
प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि एसटीपी बनाने की इच्छुक कंपनियां 29 जुलाई तक आवेदन कर सकती हैं। 31 जुलाई को प्री क्वालीफिकेशन बिड खुलेगी। कंपनी का चयन कर कार्य को शीघ्र करने की तैयारी है। इसका निर्माण कार्य के शुरू होने के बाद पूरा होने में लगभग डेढ़ साल लगेंगे। अब तक ग्रेनो वेस्ट में एसटीपी न होने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की स्वच्छता के लिए इस एसटीपी की बहुत आवश्यकता थी। अब इसके जल्द मूर्त रूप में आने की उम्मीद है। इससे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सभी गांव व सेक्टर इस एसटीपी से जुड़ जाएंगे। उनके घरों से निकलने वाला सीवर शोधित हो सकेगा।
सीईओ एनजी रवि कुमार ने दिए निर्देश
इसके साथ सेक्टर बीटा वन व टू के सामुदायिक भवन के आंतरिक विद्युतीकरण का कार्य, 6 प्रतिशत आबादी भूखंडों में एलईडी लगाने, 3 जोनल रिजर्वायर के इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल कार्य और जीआईएस मैपिंग के कार्य, सेक्टर 16बी व 16सी वितरण लाइन बिछाने का कार्य, ग्रेटर नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में झूलों की मरम्मत का कार्य, सेक्टर दो में ओपन जिम के उपकरण लगाने आदि कार्य किए जाएंगे। सीईओ एनजी रवि कुमार ने इन कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया को एक माह में पूरा कर निर्माण शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। इन कार्यों की गुणवत्ता में लापरवाही न करने की सख्त हिदायत दी है।
पीएम नरेंद्र मोदी अपने दो दिन के काशी दौरे पर हैं। जहां पर पीएम मोदी कल अपना नामांकन भरने वाले हैं। नामांकन दाखिल करने से पहले पीएम मोदी करीब 10 बजे काल भैरव मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद करीब पौने ग्यारह बजे नामांकन से पहले एनडीए नेताओं के साथ बैठक होगी और 11:40 बजे नामांकन करेंगे। पीएम के नामांकन के दौरान एनडीए के कई नेता भी मौजूद रहेंगे। आपको बता दें कि वाराणसी लोकसभा सीट पर बिल्कुल अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है। वोटिंग को लेकर 7 मई से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
पीएम के चार प्रस्तावक
सूत्रों के मुताबिक इनमें सबसे पहला नाम अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले काशी के प्रकांड वैदिक विद्वान आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ का है। आचार्य द्रविड़ ने ही राम मंदिर के भूमि पूजन और शिलान्यास के अलावा काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण का भी मुहूर्त निकाला था। इसके अलावा सोमा घोष सरोज चूड़ामणि, माझी समाज से एक प्रस्तावक और एक महिला प्रस्तावक के होने की संभावना है।
नामांकन में 12 मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक भी रहेंगे मौजूद
भाजपा नेताओं के मुताबिक नामांकन में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय, महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे, राजस्थान के भजन लाल शर्मा, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा, हरियाणा के नायब सिंह सैनी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक साह नामांकन में शामिल होंगे। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी नामांकन में शामिल होंगे। लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान, अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मौजूद रहेंगे।
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December 17, 2022