सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां बेगम हैदर की मौत हो गई है। उन्हें बिल्डिंग गिरने के करीब 15 घंटे बाद बाहर निकाला जा सका। नाजुक हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं अभी अब्बास की पत्नी मलबे में दबी हैं। जानकारी के मुताबिक अब्बास का परिवार अपार्टमेंट के तीसरे मंजिल में बने पेंट हाउस में रहता था। बताया जा रहा है जब बिल्डिंग गिरी तब अब्बास हैदर अपनी पत्नी और मां के साथ पेंट हाउस में थे। अब्बास हैदर को तो निकाल लिया गया लेकिन उनकी पत्नी और मां की तलाश सोमवार से जारी थी। अब सुबह 10 बजे अब्बास की मां को बाहर निकाला गया।
लखनऊ: संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या मुख्तार गैंग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे पहले मुन्ना बजरंगी की हत्या हो चुकी है। बुधवार को जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को गिरोह के लिए तगड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। इसी तर्ज पर मुन्ना बजरंगी की भी बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मुजफ्फरनगर का रहने वाला था जीवा
जीवा मुजफ्फरनगर जिले का निवासी था। उसने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय और उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मंत्री ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या की थी। दावा है कि मुख्तार गिरोह के लिए टेंडर और वसूली को हथियाने का काम जीवा ही देखता था। अभी पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल तक मुख्तार के गिरोह का जीवा अहम सदस्य माना जाता था। दावा किया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद गिरोह पहले से दशहत में था।
इन सदस्यों की भी हो चुकी है हत्या
मुन्ना बजरंगी के साले और मुख्तार गिरोह के सदस्य पुष्पजीत सिंह की भी हत्या हो चुकी है। उसकी हत्या 2016 में विकासनगर में गोली मारकर की गई थी। इसी घटना में उसका दोस्त संजय मिश्रा भी मारा गया था। सूत्रों का दावा है कि जब पुष्पजीत सिंह की तेरहवीं थी तो विकासनगर वाले उसके घर पर मुन्ना बजरंगी से मिलने के लिए कई शूटर्स आए हुए थे। पुष्पजीत सिंह के बाद गिरोह की कमान संभाल रहे मो. तारिक की हत्या कर दी गई थी।
Greater Noida: नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने फर्जी एसटीएफ अधिकारी बनकर लोगों को अपनी गाड़ी में बिठाकर रंगदारी वसूलने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. जबिक दूसरा आरोपी फरार हो गया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से एक कार, अवैध तमंचा और 2000 रुपये बरामद किया है.
नॉलेज पार्क थाना पुलिस को दो लोगों ने बताया कि जब वह गोल चक्कर के पास घूम रहे थे तभी एक कार आई और उन दोनों को उसमें बैठा लिया. कार में मौजूद लोगों ने कहा कि वह एसटीएफ से हैं. इसके बाद कार सवार दोनों को इधर से उधर घुमाते रहे और छोड़ने के एवज में 20 हजार रुपए की मांग की. डर की वजह से उन्होंने पैसे दे दे दिए. इसके बाद आरोपी दोनों को छोड़कर चले गए.
पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर दोनों कार सवारों की तलाश में जुट गई. इसके बाद तुगलपुर गांव के पास से दीपान्शु उर्फ पिंटू उर्फ अंकित मूल निवासी इटावा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक अवैध तमंचा और रंगदारी के लिए मांगे गए रुपयों में से 2000 बरामद कर लिया. घटना में शामिल एक और आरोपी अभी फरार चल रहा है. इसकी पुलिस तलाश कर रही है. बताया जा रहा है कि इन आरोपियों का पहले से भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है और पहले भी ये लोग ऐसी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस इन अपराधियों का इतिहास खंगालने में जुट गई है.
Greater Noida: थाना नॉलेजपार्क पुलिस को इनामी बदमाश को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान इनामी बदमाश के पैर में गोली मारकर घायल कर गिरफ्तार कर लिया। बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
गोल चक्कर के पास बदमाशों ने पुलिस पर चलाई गोली
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार ने बताया कि रविवार को थाना नॉलेजपार्क पुलिस द्वारा शारदा गोल चक्कर के पास चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध मोटरसाइकिल को रूकने का इशारा किया। जिसपर मोटरसाइकिल सवारों ने भागते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग की गई। पुलिस द्वारा पीछा करने पर जवाबी फायरिंग में गोली पैर में लगने के कारण बदमाश आजिब उर्फ अजीब को घायल हो गया। जबकि बदमाश अमरेश को कांबिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
डकैती मामले में फरार चल रहा था बदमाश
एडीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से एक मोटरसाइकिल, 1 अवैध तमंचा, 1 जिन्दा कारतूस व 1 खोखा कारतूस बरामद हुए हैं। आजिब 25,000 रूपये का इनामी बदमाश है, जो थाना बीटा-2 से डकैती के अभियोग में वांछित चल रहा था। घायल बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इसके अलावा गिरफ्तार बदमाशों की आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
Greater Noida: नॉलेज पार्क थाना पुलिस और बदमाशों में देर रात मुठभेड़ हुई। जिसमें पुलिस की गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
शारदा गोल चक्कर के पास हुई मुठभेड़
जानकारी के मुताबिक नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में शारदा गोल चक्कर के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक संदिग्ध बाइक पर आते हुए दिखा। पुलिस ने जब बाइक सवार को रोकने की कोशिश की तो वह भागने लगा और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमें राजेंद्र उर्फ लल्लू के पैर में पुलिस को लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने बदमाश को दबोच लिया। घायल अवस्था में पुलिस ने बदमाश को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया है।
दिल्ली एनसीआर में बदमाश के खिलाफ कई मुदमे दर्ज
ग्रेटर नोएडा डीसीपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को बदमाश राजेंद्र उर्फ लल्लू के कब्जे से तमंचा, 15 एटीएम कार्ड और 5 हजार रुपए और एक बाइक बरामद हुई है। बदमाश के खिलाफ दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में दर्जनों मुकदमे दर्ज है। मुठभेड़ में घायल बदमाश नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लूट और चोरी की घटनाओं को दे चुका है।
Lucknow: लखनऊ में पीएसी इंस्पेक्टर एके सिंह की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि पत्नी और साले ने ही मिलकर की थी। पुलिस ने साले देवेंद्र कुमार वर्मा और इंस्पेक्टर की पत्नी भावना सिंह को गिरफ्तार कर हत्या कांड का खुलासा कर दियाहै। बता दें कि कृष्णा नगर थाना क्षेत्र स्थित एक अपार्टमेंट में पीएसी इंस्पेक्टर सतीश सिंह की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। पत्नी ने पुलिस को अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था। इसके साथ ही आरोप लगाया था कि उसके पति के कई अन्य महिलाओं से अवैध संबंध है।
बहन को परेशान देख भाई ने बनाई हत्या की योजना
कृष्णा नगर पुलिस ने बताया कि इंस्पेक्टर सतीश के कई महिलाओं से संबंध थे। इन रिश्तों के चलते पत्नी भावना सिंह से लगातार झगड़ा होता था। बहन भावना को परेशान देख भाई देवेंद्र वर्मा ने इंस्पेक्टर की हत्या का बनाया प्लान था। बहन भावना भी पूरी साजिश में शामिल थी। घटना वाली रात इंस्पेक्टर की लोकेशन को ट्रैक करने के लिए पहले से आरोपी ने इंस्पेक्टर की क्रेटा कार में जीपीएस ट्रैकर लगा दिया था। Gps ट्रैकर लगाकर अपने ही मोबाइल से कनेक्ट किया था। आरोपी देवेंद्र अपने मोबाइल पर इंस्पेक्टर की गाड़ी का लोकेशन ट्रैक कर रहा था। इंस्पेक्टर को परिवार के अन्य लोगो से अलग कर अकेले लाने का प्लान भावना सिंह ने ही रचा था।
साला साइकिल से आया और हत्या कर हो गया फरार
पुलिस ने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी देवेंद्र सिंह ने साइकिल खरीदी और हुडी टीशर्ट पहनकर घटना को अंजाम देकर हो फरार गया था। रास्ते में साइकिल छोड़ी कपड़े भी फेंक दिए थे। सर्विलांस से बचने के लिए आरोपी ने अपना मोबाइल घर पर छोड़ दिया और घर पर मौजूद भांजे से ऑनलाइन फूड डिलीवरी आर्डर करवा रहा था। ताकि लोकेशन घटनास्थल पर न मिले। इंस्पेक्टर की हत्या के खुलासा में पुलिस की पांच टीमें लगाई गई थी। 10 किलोमीटर के दायरे में 400 सीसीटीवी खंगाले ले गए तब आरोपी पकड़ में आया।
Greater Noida: थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र में एक बार फिर मुठभेड़ हुई। जिसमें पुलिस ने मोबाइल लुटेरे को लंगड़ा कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मुठभेड़ में घायल शातिर लुटेरा को इलाज के लिए हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
शारदा गोल चक्कर के पास हुई मुठभेड़
जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात थाना नॉलेज पार्क पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी शारदा गोल चक्कर के पास बाइक पर एक संदिग्ध आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने रोकने का इशारा किया तो बाइक सवार भागते हुए फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की तो बाइक सवार बदमाश के पैर में गोली लगने से गिर गया। पुलिस ने तुरंत घायल बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया है।
10 मोबाइल फोन और तमंचा बरामद
गिरफ्तार हुए बदमाश की पहचान मोबाइल लुटेरे जमील खान निवासी न्यू कालोनी आजाद नगर के रूप में हुई। जो लोगों से मोबाइल फोन चोरी और लूट करता है। गिरफ्तार बदमाश के कब्जे से चोरी की बाइक, 10 मोबाईल फोन, 1 तमंचा 315 बोर, कारतूस बरामद हुआ। पुलिस जमील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई कर रही है।
Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवती से चलती गाड़ी में गैंगरेप का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। वारदात को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि KGMU के बाहर चाय का स्टॉल लगाने वाला एक युवक और उसके साथी है।
तीनों आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बता दें कि पीड़िता एक अफसर की बेटी है और शहर के नामी कॉलेज में पढ़ती है। वहीं, गैंगरेप के आरोपियों में एक निजी एंबुलेंस का संचालक और दो मेडिकल कॉलेज के पास चाय का ठेला लगाने वाले हैं। फिलहाल, वजीरगंज थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। जबकि, पीड़िता का मेडिकल करवाया गया है। युवती KGMU में इलाज करवाने आई थी। KGMU आने के दौरान बाहर चाय का स्टॉल लगाने वाले सत्यम से उसकी जान-पहचान हो गई। इस बीच मोबाइल चार्जिंग के बहाने सत्यम और उसके साथियों ने युवती से गाड़ी मे गैंगरेप किया।
युवती को पॉलीटेक्निक चौराहे पर छोड़कर भागे आरोपी
सत्यम और उसके साथी असलम और सुहैल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला है कि रेप की घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपियों ने युवती को पॉलिटेक्निक चौराहे पर छोड़ दिया था। जहां से युवती घर पहुंची और उन्हें आपबीती बताई।
लखनऊ: राजधानी में मंगलवार रात महिला सिपाही ने सुसाइड कर लिया है। मामला कैंट के सदर इलाके का है। जहां 27 वर्षीय महिला सिपाही ने प्रेमी से झगड़े के बाद मंगलवार देर रात खुदकुशी कर ली। जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने फारेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच पड़ताल की। काफी देर छानबीन करने के बाद भी कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। भाई की तहरीर पर पुलिस ने प्रेमी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
पंखें से लटकता मिला शव:
उन्नाव के गांधीनगर की रहने वाली 27 वर्षीय आंशी तिवारी यूपी पुलिस में 2019 बैच की सिपाही थीं। वो कैंट सदर के सुभाष मोहल्ले में किराए पर रहती थीं। मृतका के भाई प्रशांत तिवारी ने बताया कि मंगलवार रात बहन के इटावा निवासी दोस्त का मैसेज आया कि उसका आंशी से झगड़ा हुआ है। झगड़े के बाद से आंशी अब वो फोन नहीं उठा रही। इस पर आंशी के परिजन उसको फोन किया तो फोन नहीं उठा। बुधवार की सुबह आंशी के जीजा आलमबाग आर्दशनगर निवासी आशुतोष मिश्र किराए के मकान पहुंचे तो कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। उसके बाद खिड़की से झांक कर देखा तो आंशी का शव पंखे में पर्दे के सहारे लटकता दिखा।
फेसबुक से हुई थी दोस्ती:
आंशी के भाई प्रशांत ने बताया कि करीब पांच साल पहले आंशी की फेसबुक के माध्यम से इटावा के रहने वाले एक युवक से दोस्ती हुई थी। इसके बाद दोनों करीब आ गए। कुछ दिन पहले आंशी को युवक के और लड़कियों से संबंध में बारे में पता चला तो दोनों के बीच विवाद होने लगा। परिजन ने युवक पर आंशी को मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास का कहना है कि परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
Noida: एसटीएफ लखनऊ और नोएडा पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। एसटीएफ और थाना सेक्टर 58 पुलिस ने बीओआईपी कॉल, टीएफएन व सोफ्ट फोन के माध्यम से विदेशों में रह रहे व्यक्तियों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी वाले 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 34 मोबाइल फोन, 4 लैपटाप, 5 इंटरनेट राउटर, 4 वाहन , 22 कम्प्यूटर आदि बरामद हुआ है।
विदेशी नागिरकों से ऐसे करते थे ठगी
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 'कंप्यूटर से TFN पोर्टल के माध्यम से eyebeam साफ्टवेयर से हमारे कॉल सेंटर मे लगे सिस्टम पर लैंड कराते हैं । इस कॉल को हमारे कॉल सेंटर पर पूर्व से एक्टिव कॉलर कॉल रिसीव करते हैं और अपने आप को विदेशी कम्पनी का प्रतिनिधि बताते हुए उनकी समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन देते हैं। इसके बाद विदेशी लोगों को बोलते थे कि आपका सिस्टम हैक और आईपी एड्रेस कम्प्रोमाईज्ड हो गया है। इस समस्या के समाधान के लिए हम उनके सिस्टम को ऐनीडेस्क साफ्टवेयर से कनेक्ट कर उनके सिस्टम मे आ रही असुविधा को हल करने के नाम पर अलग-अलग माध्यम व गिफ्ट कार्ड से 100 - 500 डालर लेते थे । इस दौरान यूएस के लोगो के मोबाइल को एनीडेस्क से कनेक्ट कर मैजिक ऐप एगूगल वाइस आदि एप पर पेमेंट कराकर एकाउंट बना लेते हैं। इसके बाद उनके मोबाइल से उस अकाउंट को लॉगआउट कर अपने मोबाइल पर लॉगिन कर लेते है । फिर इन ऐप का उपयोग अपनी जरूरत अनुसार यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने के काम में लेते थे।
मेरठ का रहने वाला है सरगना
आरोपियो ने पूछताछ में बताया कि गिरोह का सरगना शाजिद शहिदी है, जिसने तीन महीने पहले कॉल सेंटर को खोला था। सरगना मूलरूप से मेरठ का रहने वाला है और दिल्ली में रहता है, जो ऑनलाइन ही कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों से बातचीत करता था। गिरोह में पकड़े गए सभी लोग यहां पर नौकरी करते थे। जिनको आरोपी ने 12 हजार रुपये मासिक वेतन पर ठगी का काम दिया था। इन लोगों ने सैकड़ों की संख्या में अमेरिकी नागरिकों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी की है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022