GREATER NOIDA WEST: नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद की तरफ आने जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। चार मूर्ति गोल चक्कर पर लगने वाले जाम से अब आपको निजात मिलने जा रहा है। यहां पर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी अंडरपास बनाने जा रही है। इसके लिए अथॉरिटी के सामने प्रेजेंटेशन दे दिया गया है। ये अंडरपास 60 मीटर रोड पर बनेगा।
80 करोड़ की लागत से बनेगा अंडरपास
गौर सिटी से लेकर सीधे अर्था रोड तक चार मूर्ति गोल चक्कर के नीचे से होते हुए ये बनाया जाएगा। ये रोड ग्रेटर नोएडा से होते हुए चार मूर्ति गोल चक्कर से NH-24 के लिए जाती है। चार लेन का अंडरपास करीब 800 फुट लंबा होगा। इसे बनाने में तकरीबन 80 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
जाम से मिलेगी निजात
अंडरपास निर्माण को लेकर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने राइट्स कंपनी से स्टडी करवाया। जिसमें पता चला कि हर दिन करीब 9 हजार वाहन चार मूर्ति गोल चक्कर से होकर गुजरते हैं। जिससे यहां पर रस ऑवर में हमेशा लंबे जाम का सामना करना पड़ता है। कई बार तक यहां पर एक से दो घंटे तक लोगों को जाम में फंसे रहना पड़ता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तेजी से बढ़ रही है जनसंख्या
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहवासियों की तेजी से संख्या बढ़ रही है। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा के एक दूसरे हिस्से में भी आवाजाही रहती है। जिससे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति गोलचक्कर पर लंबा ट्रैफिक जाम लग जाता है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई नए प्रोजेक्ट का भी निर्माण किया जा रहा है। जिसमें स्कूल, कॉलेज, बीपीओ, नर्सिंग होम, मॉल आदि तैयार हो रहे हैं। जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर आने वाले दिनों में और दबाव बढ़ जाएगा। जिसे देखते हुए यहां पर अंडरपास का निर्माण करवाने की तैयारी हो रही है। हालांकि इस प्रोजेक्ट को कम्पलीट होने में करीब ढाई साल का वक्त लग जाएगा।
GREATER Noida: किसान सभा की कमेटी ने ग्राम पाली और रामपुर फतेहपुर की आबादी प्रकरणों की सुनवाई को लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने धरना देकर नारेबाजी की. धरने की अध्यक्षता ओमवती देवी ने की और संचालन सतीश यादव ने किया. धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसानों की सभी समस्याओं का हल करवाने के लिए आंदोलन की शुरुआत की गई है. आंदोलन सभी समस्याओं को हल करने के दृढ़ संकल्प के साथ शुरू किया गया है. आंदोलन के दबाव के कारण किसान विरोधी अधिकारियों का तबादला प्राधिकरण से हुआ है. इसी तरह किसानों के पक्ष में प्राधिकरण ने कई मामलों में उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं
अधिकारी किसानों का करने लगे हैं सम्मान
रुपेश वर्मा ने कहा कि आंदोलन के दबाव के कारण ही किसान किसानों की प्राधिकरण में एंट्री बिना रोक-टोक के हो गई है. अधिकारीगण भी किसानों के साथ सम्मान के साथ पेश आने लगे हैं. वर्षों से रुकी पड़ी आबादियों की सुनवाई आबादी नियमावली के तहत शुरू की गई हैं. जिसमें आज ग्राम रामपुर फतेहपुर और पाली गांव के प्रकरणों की सुनवाई की गई. सुनवाई के दौरान किसान सभा की कमेटी प्रकरणों में पैरवी के लिए उपस्थित रहे.
आंदोलन की धमक दिल्ली और लखनऊ पहुंची
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से 14 अगस्त को हुई वार्ता के क्रम में सांसद सुरेंद्रनागर और विधायक धीरेंद्र सिंह को शामिल करते हुए वार्ता आयोजित की जानी है, जिसे जल्दी ही आयोजित किया जाना है. किसान सभा के एक्शन कमेटी के नेता गवरी मुखिया ने कहा कि किसान सभा की कमेटी पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही हैं. आंदोलन मजबूत है, हजारों की संख्या में किसान धरना स्थल पर उपस्थित हो रहे हैं. जिनमें आधे से ज्यादा संख्या महिलाओं की है. आंदोलन की धमक दिल्ली और लखनऊ तक है. आंदोलन की मजबूती के कारण किसानों की आवाज को कोई दबा नहीं सकता. किसानों के सभी मसलों को हल करके ही आंदोलन खत्म होगा.
मांगों को पूरा कराने के बाद ही खत्म होगा आंदोलन
किसान सभा के उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि आंदोलन की प्रमुख चार मांगों 10% आबादी प्लाट, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, नए कानून को लागू करना, रेट रिवीजन और रोजगार के नीति सबसे अहम मसले हैं, जिन्हें हल करके ही आंदोलन खत्म होगा. धरने को नितिन चौहान, निशांत रावल मोहित नागर प्रशांत भाटी अजय पाल भाटी हरेंद्र खारी, ब्रह्मपाल सूबेदार मनोज प्रधान खानपुर विजेंद्र नागर मोनू मुखिया सतपाल संजय नागर चतर सिंह निरंकार प्रधान मोहित भाटी अजब सिंह नेताजी केशव रावल यतेंद्र मैनेजर ने संबोधित किया. धरने पर पूनम भाटी तिलक देवी जोगेंद्र भाटी संतरा विमलेश हरवेश कमलेश राजवती देवी एवं अन्य हजारों किसान उपस्थित रहे.
GREATER Noida: परी चौक गुर्जर भवन में किसान संगठनों का आंदोलन लगातार जारी है। रविवार को किसानों ने आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया इसके साथ ही युवाओं को जोड़ने के लिए जनसंपर्क अभियान भी चलाने की रणनीति बनाई।धरने के 96 वें दिन धरना प्रदर्शन स्थल पर आजाद खान ने धरने की अध्यक्षता की और संचालन सतीश यादव ने किया ।
सांसद और विधायकों को नहीं है किसानों की चिंता
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि भाजपा की सरकार है और प्राधिकरण सरकार की संस्था है। गौतम बुद्ध नगर जिले से एक लोकसभा सांसद, एक राज्यसभा सांसद, तीन विधायक और एक एमएलसी है। किसान लंबे अरसे से अपने मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं परंतु किसी भी जनप्रतिनिधि की प्राथमिकता में किसान और किसानों के मुद्दे नहीं हैं। जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता में उनके अपने कारोबार और अपने काम तो हैं परंतु किसानों के कामों को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं है। यहां तक कि विधायक और सांसद जब भी आंदोलन में हस्तक्षेप करने आए हैं तो सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर ही आए हैं और उन्होंने कभी भी अपनी जिम्मेदारी जनता और किसानों की ओर अपनी कोई जिम्मेदारी महसूस नहीं की है। ना ही धरने पर आकर कभी उन्होंने धरने को समर्थन दिया है । इस तरह उनकी भूमिका स्पष्ट है। जनप्रतिनिधि सरकार के साथ खड़े हैं।
जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे किसानों का साथ
रुपेश ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर किसानों के साथ समझौता करने आए थे और उनके किए समझौते का सरकार ने पालन भी नहीं किया है। अभी भी किसान सभा लगातार इस इंतजार में है कि वह किसानों से किए अपने वादे को पूरा करेंगे। इस संबंध में उनको शामिल कर प्राधिकरण के अधिकारियों केसाथ बातचीत होनी है परंतु सांसद के समय नहीं देने के कारण वह वार्ता भी लटकी हुई है। इसलिए किसान सभा ने अपने आंदोलन को तेज करने के लिए 22 तारीख को नौजवानों के रोजगार के मुद्दे पर बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए किसान सभा की नौजवान कमेटी गांव में सघन प्रचार अभियान कर रही है।
किसानों के मुद्दे हल होने के बाद ही खत्म होगा आंदोलन
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसान सभा ने धरना प्रदर्शन जिन मुद्दों को लेकर शुरू किया है, उन्हें हल करके ही दम लिया जाएगा । किसान सभा के नेता रणवीर मास्टर जी ने ऐलान करते हुए कहा कि 10% प्लाट, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, रोजगार की नीति और नए कानून को लागू करा कर ही आंदोलन खत्म होगा। नौजवान कमेटी के अध्यक्ष सुशांत भाटी ने कहा, क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी की समस्या है। प्राधिकरण ने हजारों हेक्टेयर जमीन ली है, जिससे ढाई लाख से ज्यादा किसान प्रभावित हैं और हजारों किसान जमीन जाने के कारण विस्थापित हुए हैं। आज तक भी प्राधिकरण की ओर से अधिग्रहण से प्रभावित किसान परिवारों के लिए रोजगार की कोई नीति नहीं है। एक भी नौजवान को प्राधिकरण के माध्यम से प्राधिकरण अथवा किसी फैक्ट्री में रोजगार नहीं मिला है। नौजवान आक्रोशित हैं और 22 तारीख को बड़ी संख्या में रोजगार के मुद्दे पर प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
किसानों की जमीन कौड़ियों के दाम बेचे गए
गुर्जर भवन परी चौक पर सुनील फौजी के संयोजन में किसान सभा ने एनसीआर के सभी किसान संगठनों की बैठक बुलाई। बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर वर्तमान में चल रहे आंदोलन को मजबूत करने का निर्णय लिया गया और मिलकर लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया गया। सुनील फौजी ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों में व्यापक एकता बनाने के मकसद से सभी संगठनों को आज यहां आमंत्रित किया गया है। नए कानून को लागू ने करके और किसानों की जमीनों को कौड़ियों के भाव हड़प कर किसानों का भयंकर शोषण किया गया है। आंदोलन का मकसद है की भूमि अधिग्रहण में नए कानून को पूरी तरह लागू कराया जाए और इसके लिए आंदोलन को व्यापक बनाते हुए मजबूत किया जाएगा। धरने को जनवादी महिला समिति की दिल्ली कमेटी की नेता आशा शर्मा आशा यादव चंदा बेगम गुड़िया रेखा चौहान ने संबोधित किया।
Greater Noida: किसान सभा की कमेटी ने रोजा याकूबपुर की आबादी की सुनवाई को लेकर किसान सभा का धरना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 99 वां दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बाबा नेतराम ने की धरने का संचालन सतीश यादव ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान सभा के नेतृत्व में किसानों के आंदोलन के परिणाम में आबादी प्रकरणों की सुनवाइयां चल रही हैं। जिसमें किसान सभा की कमेटी ने आज रोजा याकूबपुर के 50 प्रकरणों में सुनवाइयां करवाई। किसान सभा की ओर से गवरी मुखिया, राजीव नागर, महाराज सिंह प्रधान, निशांत रावल, डॉक्टर रुपेश वर्मा शामिल रहे। आबादियों की सुनवाई आबादी निस्तारण कमेटी के अध्यक्ष एसीईओ आनंद वर्धन ने की।
ताल कटोरा स्टेडियम में होगा बड़ा सम्मेलन
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि 24 अगस्त को दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में ऑल इंडिया किसान सभा के देश भर के डेलिगेट्स का सम्मेलन है। जिसमें जमीनों के अधिग्रहण सहित किसानी के अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। किसान सभा गौतम बुद्ध नगर की किसान सभा की इकाई से 50 सदस्य राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। धरना स्थल से 24 तारीख को 8:00 बजे 50 प्रतिनिधियों को लेकर बस रवाना होगी, जिसमें आधी संख्या महिलाओं की रहेगी।
माहिला कमेटी का किया गठन
किसान सभा की जिला स्तरीय महिला कमेटी की सदस्य तिलक देवी, गीता भाटी, जोगेंदरी पूनम भाटी ने गांव थापखेड़ा में जाकर महिलाओं की बैठक की और महिलाओं की कमेटी का निर्माण किया। तिलक देवी ने थापखेड़ा में महिलाओं से अपने हकों के लिए घर से निकलने और किसान आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की।
महिलाओं की ताकत से आंदोलन हुआ मजबूत
महिलाओं की मीटिंग की आयोजक पूनम भाटी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की ताकत की वजह से और उनके धरने में बड़ी हिस्सेदारी के कारण किसानों के सभी काम आगे बढ़ रहे हैं। हमें और संगठित होकर आंदोलन का हिस्सा बनना पड़ेगा। धरने को सूबेदार ब्रह्मपाल, हरेंद्र, संजय नागर, गवरी मुखिया, सुरेश यादव, प्रवीण त्यागी, डॉक्टर जयचंद शर्मा, राजीव नागर, आशा शर्मा, रेखा चौहान, चंदा बेगम ने संबोधित किया धरने पर सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।
Greater Noida: अवैध पार्किंग को लेकर रविवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण दादरी में टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन अजगर के आवाहन पर पहुंचे किसानों ने टोल कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया। इसके साथ ही गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने किसानों और ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया।
टोल कर्मचारियों पर मारपीट का लगाया आरोप
इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि आसपास के गांव के लोगों से भी टोल टैक्स वसूला जा रहा है। किसानों ने कहा कि कई बार लुहारली टोल प्लाजा पर पर उनके साथ मारपीट भी हो चुकी है। धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अवैध पार्किंग बंद करने के लिए टोल प्रबंधक को ज्ञापन भी दिया।
हाइवे पर ट्रक खड़े रहने से होते हैं हादसे
सचिन भाटी ने बताया कि नेशनल हाईवे पर सेथली और नगला के बीच रिलायंस और अल्ट्राटेक की अवैध पार्किंग बनी हुई है। इन अवैध पार्किंग की ट्रक अधिकतर हाईवे पर खड़ी रहती है, जिसकी वजह से निकालने के लिए कम जगह मिलता है और आए दिन हादसे से होते रहते हैं।
टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि अवैध पार्किंग को लेकर कई बार टोल प्लाजा प्रबंधन और पुलिस से शिकायत की जा चुकी है। लेकिन सुनवाई नहीं हुई किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस और टोल प्लाजा प्रबंधन की मिली भगत से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Noida: अपनी मागों को लेकर किसानों का धरना लगातार जारी है. अपनी मांगे को हल ना होते देख किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने बताया 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा और किसी को भी अंदर या बाहर नहीं आने दिया जाएगा. जब तक हमारे मुद्दों को हल करने का समाधान नहीं कर दिया जाएगा. इसी कड़ी में हम सभी साथियों ने गांव में मीटिंगों का दौर फिर से शुरू कर दिया है। गांवों से अपील की जा रही है कि वह अपने हको के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्राधिकरण पर पहुंचे।
बड़े आंदोलन करने की दी चेतावनी
किसान सभा के सचिव जगदीश नंबरदार ने बताया कि हमारे मुद्दों के प्रति जनप्रतिनिधियों व प्राधिकरण का रवैया ढुलमुल है। हमारे इतने अवगत कराने के बाद भी उनको किसानों के मुद्दों की गंभीरता समझ नहीं आ रही है। क्षेत्र में इन बातों को लेकर आक्रोश है। हम इन लोगों को चेताना चाहते हैं कि या तो यह जल्द से जल्द मुद्दों को हल करें अन्यथा किसान बड़े कदम उठाने के लिए विवश होंगे।
धरना स्थल पर मनाएंगी रक्षा बंधन
महिला किसान जोगेंद्री ने कहा कि रक्षाबंधन का पावन पर्व होने के बावजूद भी हम महिलाओं ने तय किया है कि हम अपना त्यौहार धरना स्थल पर ही मनाएंगे. अपने भाइयों को यहीं पर राखी बांधेंगी. प्राधिकरण व जनप्रतिनिधियों को अपने अपनी पीड़ा से अवगत कराने के लिए अपना त्यौहार भी यहीं मनाएंगे।
जनप्रतिनिधि आलीशान मकानों में कुंभकर्णी नींद में सो रहे
धरने की अध्यक्षता कर रहे किसान सभा के संरक्षक जगदीश नंबरदार ने बताया कि जनप्रतिनिधियों का काम अपनी वोटों तक सीमित है। वह लोगों के मध्य जब वोट मांगने के लिए आते हैं, तो अच्छे-अच्छे बातें करते हैं और वादे करके जाते हैं कि आपकी समस्याएं हमारी समस्या है। परंतु वही जनप्रतिनिधि जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर पिछले 4 महीना से सड़कों पर है। लेकिन आलीशान मकानो में कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं. हम जब तक उन्हें नींद से नहीं जाग लेते तब तक यहां से जाने वाले नहीं है।
प्राधिकरण ने किसानों के साथ किया धोखा
किसान सभा के उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल ने कहा कि प्राधिकरण पिछले 20 दिनों से हमसे बोल रहा है कि हमने आपके 17 मुद्दे हल कर दिए हैं। परंतु हकीकत यह है कि अभी तक हल किए हुए मुद्दों को भी उन्होंने लागू नहीं किया है ।यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। प्रशांत भाटी ने बताया कि प्राधिकरण पर होने वाले महापड़ाव के क्रम में आज हमने सुबह इटेड़ा गांव में युवाओं की मीटिंग की. जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और अपने अधिकारों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए संकल्प लिया कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के घेराव में युवाओं की बहुत बड़ी भागीदारी होगी।
Greater Noida: विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा धरना रक्षाबंधन को भी 107वां दिन जारी रहा. धरने की अध्यक्षता राम सिंह नागर और संचालन हरेंद्र खारी ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 10% प्लाट का मुद्दा आंदोलन की पहचान है। 10% प्लाट के मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता।
जनप्रतिनिधि कभी भी किसानों के मुद्दों के प्रति गंभीर नहीं रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने इस सरकार के दौरान कभी भी किसानों के मुद्दों को नहीं उठाया है। किसान हमेशा अपनी लड़ाई खुद ही लड़ते आए हैं। इस मोर्चे पर जनप्रतिनिधि पूरी तरह विफल रहे हैं । जनप्रतिनिधियों का सरोकार केवल अपने करियर को आगे बढ़ाने, रिश्तेदारों मित्रों की तरक्की करने तक सीमित रहा है । किसानों ने अपनी लड़ाई अपने दम पर लड़ी है। यह लड़ाई भी अपने दम पर ही लड़कर जीतेंगे।
गिरफ्तारी देने के लिए सैकड़ों किसान तैयार
वहीं, किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेट पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। किसान हजारों की संख्या में गिरफ्तारी देने को तैयार हैं। किसी भी कीमत पर किसान अपने हकों से समझौता नहीं करेंगे। सादौपुर गांव के किसान सभा की कमेटी के अध्यक्ष निरंकार प्रधान ने कहा, लड़ाई आर पार के मकसद से शुरू की गई है। किसानों को आज पूरे 107 दिन हो गए हैं। गर्मी धूप बारिश में महिलाओं सहित सड़क पर रहे हैं।
आंदोलन तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं
उन्होंने कहा कि यह सरकार, अफसर और जनप्रतिनिधियों की हर दर्जे की असंवेदनशीलता है। अभी तक भी किसानों के मुद्दों को हल करने की तरफ कदम नहीं बढ़ाया है। नए अधिकारी भी डेढ़ महीने से अधिक समय से तैनात हैं और अभी भी मुद्दों को हल करने के लिए समय की मांग कर रहे हैं। जबकि मुद्दे स्पष्ट हैं, कोई नई मांग, नया मुद्दा नहीं है। तय नियमों कानून समझौते के अनुसार ही मुद्दों को हल करने की मांग की जा रही है । कई महीने से आबादियों की सुनवाईयां चल रही है। लेकिन आबादियों के प्रकरण अभी तक भी प्राधिकरण बोर्ड बैठक से पास नहीं किए गए हैं। ऐसे में आंदोलन को तेज करने के अलावा किसानों के पास कोई विकल्प नहीं है। किसानों ने फैसला किया है कि यदि मुद्दे हल नहीं होंगे तो प्राधिकरण को भी नहीं चलने देंगे ।
Greater Noida: किसान सभा का धरना प्रदर्शन 116वें दिन प्राधिकरण के खिलाफ जारी रहा। धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा 12 सितंबर को डेरा डालो, घेरा डालो प्रोग्राम के तहत प्राधिकरण को बंद किया जाएगा. जिसके लिए महिलाओं नौजवानों किसानों और भूमिहीनों की चार टीम क्षेत्र में प्रचार कार्य में लगी हैं।
किसान सभा के युवा नेता मोहित नागर ने कहा कि नौजवान पूरी तरह संगठित हैं और 12 सितंबर को हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर डेरा डालकर प्राधिकरण को बंद करने का कार्य करेंगे। प्रशांत भाटी ने कहा कि घंघोला गांव में पुस्तकालय स्थल पर नौजवानों की बैठक की गई। जिसमें बड़ी संख्या में नौजवान उपस्थित रहे उपस्थित नौजवानों ने 12 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में आने का वादा किया।
अभय भाटी ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे। हमारे क्षेत्र के प्रतिनिधियों में कोई दम नहीं है। उन्होंने आज तक किसानों की किसी भी समस्या को प्राथमिकता पर नहीं लिया है। न ही कभी उसके लिए कोई आवाज उठाई है, जो कुछ भी हुआ है वह संगठित किसानों के प्रयासों से ही संभव हुआ है। इस बार भी हम अपने संगठन और एकता के दम पर ही सफलता प्राप्त करेंगे।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व में जितने भी आंदोलन हुए हैं, वह सब किसानों के संगठित प्रयास का नतीजा थे। जो कुछ भी आज तक हासिल हुआ है वह भी किसानों के संगठित आंदोलन का नतीजा है। किसान सभा हमेशा अपना आंदोलन अपने संगठन लोगों के दम पर करती है। आंदोलन ऐतिहासिक है, जिसमें सैकड़ो लोग रोज धरना स्थल पर आ रहे हैं ।12 तारीख को डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम में हजारों किसान हिस्सा लेंगे।
Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 118वें भी जारी रहा. सोमवार को राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी समस्त विधायकों के साथ अपना समर्थन देने पहुंचे. वहीं, मोहित नागर के नेतृत्व में 12 सितंबर प्राधिकरण बंद करो ट्विटर पर ट्रेंड अभियान चलाया गया. जिसमें हजारों ट्वीट कर प्राधिकरण बंद के ऐलान को ट्रेंड कराया गया. इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि प्रशासन की ओर से हर गांव में पुलिस भेजकर किसानों को डराने की कोशिश हो रही है. परंतु किसान सभा की कमेटियां और किसान सभा के लोग प्राधिकरण को बंद करने की पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं. प्राधिकरण को तभी खोला जाएगा जब मुद्दों पर ठोस नतीजे आ जाएंगे.
लोक दल हमेशा से किसानों की आवाज
धरने को समर्थन देने राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में उनके सभी विधायक धरना स्थल पर शाम 4:00 बजे पहुंचे. जयंत चौधरी ने धरने को समर्थन देते हुए कहा कि लोक दल हमेशा से किसानों की आवाज रहा है. रालोद किसानों की ही पार्टी है. किसानों की जब गिरफ्तारी हुई थी तब भी लोक दल के विधायक चंदन चौहान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पर भी पहुंचा था और जेल में भी पहुंचा था. उन्होंने कहा कि लोक दल की जिला कमेटी, जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी के नेतृत्व में हमेशा धरने के साथ खड़ी है. 12 सितंबर को भी लोक दल के कार्यकर्ता और नेता एवं विधायक धरने को समर्थन देने आएंगे और लोक दल हर समय आपके साथ खड़ा है.
मुद्दों को लटकाए जाने की कोई ठोस वजह नहीं
वहीं, किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि हम प्राधिकरण को पर्याप्त समय दे चुके हैं. अपनी समस्याओं को हल करने के लिए नए सीईओ को आए भी डेढ़ महीने से अधिक का वक्त हो गया है, उन्हें मुद्दों पर अपना निर्णय लेना है. मुद्दों को लटकाए जाने की कोई ठोस वजह नहीं है. प्राधिकरण और शासन किसानों की परीक्षा ले रहा है, उनके वाजिब मुद्दों को लटका कर आंदोलन को लंबा खींचकर थकाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन आंदोलन अपने मुकाम पर पहुंच कर रहेगा. इसी संकल्प के साथ आंदोलन शुरू हुआ था कि मुद्दों को हल कर करके ही दम लेंगे।
किसानों को भ्रमित करने की कोशिश
किसान सभा के महासचिव हरेंद्र ने कहा हमारी लड़ाई वाजिब है. काफी वक्त हम प्राधिकरण को अपनी समस्याओं को सुलझाने के बाबत दे चुके हैं. प्राधिकरण के अधिकारी फर्जी मीटिंग मिनट जो उन्होंने 6 तारीख की वार्ता वाले दिन तैयार की थी. परंतु किसान सभा के लोगों को दिखाने और देने से इनकार कर दिया था. उसी मीटिंग मिनट को जारी किया गया है और लेखपालों की गांव में ड्यूटी लगाई गई है कि वे किसानों को भ्रमित करें कि किसानों के मुद्दे हल हो गए हैं. जबकि किसानों के मुद्दे अभी तक भी हल नहीं हुए हैं. किसानों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है परंतु किसान पुरी तरह जागरूक हैं और प्राधिकरण की किसी चाल में अबकी बार फंसने वाले नहीं है.
प्रशासन को किसानों से कोई सरोकार नहीं
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री का दौरा आसपास होता है तो प्रशासन के लोग किसानों के मुद्दों के संबंध में फर्जी बात करना शुरू कर देते हैं और उसके बाद फिर शांत हो जाते हैं और किसानों को उनके हाल पर छोड़ देते हैं. इन लोगों का किसानों से कोई सरोकार नहीं है. केवल किसानों को बहकाने आश्वासन देने अथवा धमकाने की ही कोशिश की जाती है आज धरने की अध्यक्षता तिलक देवी ने की संचालन सतीश यादव ने किया.
इन्होंने भी किया धरने को संबोधित
धरने को तेजपाल रावल, अजय पाल भाटी, मोनू मुखिया मोहित यादव, मोहित भाटी, मोहित नागर, प्रवीण त्यागी, ओमवीर त्यागी, दुष्यंत सेन, राजीव नागर, महाराज सिंह, जयकरण सिंह भाटी, चतर सिंह भाटी, मदनलाल भाटी, बाबा संतराम, प्रशांत भाटी, गजेंद्र चौधरी, सुरेश यादव, गबरी मुखिया, बुधपाल यादव, निशांत, संदीप भाटी, पूनम भाटी, तिलक देवी, गीता भाटी, कृष्णा चौधरी , सरिता देवी, रीता चौधरी, संतरा देवी, निर्मला, सुनीता, सविता, पूजा ने धरने को संबोधित किया।
Greater Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 120 वें भी दिन जारी रहा। बुधवार को धरने पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अपना समर्थन दिया। उत्तम पटेल के साथ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी वीर सिंह यादव डॉ महेंद्र नागर सुनील चौधरी ने कार्यकर्ताओं के साथ आकर अपना समर्थन दिया।
अभी जारी रहेगा धरना
धरने को संबोधित करते हुए जोगेंद्री देवी ने कहा कि किसान सभा के 12 सितंबर के डेरा डालो घेरा डालो के दौरान कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। किसान सभा के नेता मोहित नागर के पैर में फ्रैक्चर आ गया है। साथ ही प्रशांत भाटी डॉक्टर, रुपेश वर्मा सहित कई लोग घायल हो गए। आंदोलन के मुद्दों पर काफी हद तक सहमति बन गई थी। प्राधिकरण में सुनील फौजी और डॉक्टर रुपेश वर्मा को मीटिंग मिनट बनवानी थी परंतु संबंधित अफसर की अनुपलब्धता के कारण के मीटिंग मिनट नहीं बन पाई, लिहाजा धरना अभी जारी रहेगा।
बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा
जगबीर नंबरदार ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि धरना ऐतिहासिक है। धरने के मुद्दों पर प्राधिकरण ने सहमति जाहिर की है। मीटिंग मिनट समय सीमा के साथ जारी होनी है। जिला एक्शन कमेटी में रखकर अनुमोदन कराकर किसानों की बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंदर भाटी ने कहा कि पार्टी सदन से सड़क तक धरने के साथ है।
नए कानून को लागू करने की लड़ाई जारी रहेगी
जय किसान संगठन के नेता सुनील फौजी ने कहा कि नए कानून को लागू करने की लड़ाई हम लगातार लड़ते रहेंगे। धरने का संचालन अजय पाल भाटी ने किया। धरने को विशेष भाटी, बुद्ध पाल यादव, गवरी मुखिया सुरेश यादव, राजीव नागर, सुशील निरंकार, प्रधान पप्पू प्रधान, तेजपाल रावल, निशांत रावल, सचिन भाटी, अभय भाटी, नागर बाबा, संतराम राम सिंह नागर, नरेश नागर, विजयपाल नागर, शेर सिंह पहलवान, डॉक्टर जगदीश शेखर, प्रजापति ओमवीर नागर संबोधित किया।
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