Greater Noida: कर्ज से बचने के लिए सुरजपुर थाना के एक युवक ने पुलिस को गुमराह किया और झूठी सूचना दी। जांच पड़ताल में खुलासा हुआ तो पुलिस ने गलत सूचना देने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया। युवक की इस साजिश में पत्नी भी शामिल थी।
भाई ने डायल 112 पर दी सूचना
नोएडा पुलिस कमिश्रनेट मीडिया सेल के अनुसार, दादरी क्षेत्र के म्यू सेक्टर -2 निवासी नितिन राघव गुरुवार को डायल 112 पुलिस कंट्रोल रुम को सूचना दी गयी कि उनका भाई विकास राघव (28) नौकरी के लिए सैक्टर 142 के लिए जा रहा था। इसी दौरान अल्फा -1 मैट्रो एटीएम पर पैसे निकालने के बाद कुछ लोगो ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। यह बात विकास ने मुझे फोन कर बताई। इसके बाद विकास का फोन लगातार बंद आ रहा है।
फोन के लोकेशन से पता चला
सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने विकास की आखिरी लोकेशन जैतपुर चौकी क्षेत्र जुनपत थाना क्षेत्र सूरजुपर के पास होना पायी गयी। इसके बाद थाना सूरजपुर पुलिस व सर्विलांस टीम की मदद से विकास को सकुशल बरामद कर लिया। इसके बाद विकास से गहनता से पूछताछ की गयी तो यह पता चला कि उसके ऊपर काफी लोगों का 8 लाख रुपये कर्ज है। इस कर्जे की मांग से बचने के लिए विकास ने चाकू मारकर लूट होने एवं अपहरण होने की कहानी झूठी कहानी गढ़ी।
पत्नी ने भी पुलिस को किया गुमराह
विकास की पत्नी से भी पूछताछ की गयी तो उसने घटनाक्रम से अनभिज्ञता जतायी। लेकिन बाद में सघन पूछताछ में स्वीकार किया कि विकास पर काफी कर्जा है, उसने कर्जा देने से बचने के लिए यह कहानी रची थी। जिसके बारे में उसे जानकारी थी, लेकिन पति विकास के दबाव के कारण चुप रही।
Greater Noida: थाना बीटा-2 क्षेत्र ऐच्छर इलाके में ढाबा संचालक के नाबालिग बेटे का बुधवार देर शाम कार सवारों ने अपहरण कर लिया। यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। आरोपियों के एक साथ युवती भी दिखाई दे रही है। पुलिस का दावा है कि ढाबा संचालक का बेटा अपनी मर्जी से कार में बैठकर गया है।
आरोपियों ने धक्का देकर कार में बैठाने का आरोप
थाना बीटा-2 क्षेत्र में शिवा ढाबा के संचालक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बुधवार को दोपहर में वह किसी काम से मार्केट गया था। जबकि उसका 15 वर्षीय बेटा ढाबे पर बैठा था। दोपहर बाद स्कोडा कार में सवार कुछ लोग ढाबे पर आए और बेटे को पास में बुलाया। आरोप है कि कार के पास जाते ही कार सवारों ने उनके बेटे को धक्का देकर गाड़ी में बैठा लिया। वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई।
पुलिस ने अपहरण से किया इंकार
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आसपास के इलाकों में बताई गई गाड़ी की तलाश शुरू कर दी। साथ ही सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी चेक की। पुलिस का दावा है के ढाबा संचालक का बेटा अपनी मर्जी से चला गया है। थाना बीटा-2 के प्रभारी का कहना है कि जिस सीसीटीवी में घटना के कैद होने की बात कही जा रही है हमने उसकी जांच की है। प्रथम दृष्टया देखने से यह लग रहा है कि किशोर खुद गाड़ी में बैठकर जा रहा है। मामले में सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया जाएगा।
Greater Noida: बीटा टू थाना क्षेत्र से 4 दिन पहले दिनदहाड़े किडनैप हुए ढाबा संचालक के बेटे का शव बुलंदशहर में मिला है। जबकि पुलिस अपहरण नहीं होने की बात कह रही थी। ऐसे में खाकी की लापरवाही से एक बच्चे की जान चल गई। बताया जा रहा है अपहरण और हत्या के पीछे लेडी डॉन का हाथ है। फिलहाल पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।
सीसीटीवी फुटेज के बाद भी पुलिस अपराधियों को नहीं खोज पाई
बता दें कि व्यापारी कृष्ण शर्मा के बेटे 15 वर्षीय कुणाल का बुलंदशहर में शव नहर में मिला है। कुणाल का चार दिन पहले कार सवार बदमाशों ने एचछर मार्किट में ढाबे से बुलाकर अपहरण कर लिया था। पिता की सूचना पर पहुंची पुलिस ने टीम का गठन किया था। साथ ही सीसीटीवी देखकर कहा था कि यह अपहरण नहीं है। कृष्ण शर्मा का आरोप है कि चार दिन तक पुलिस की हीला-हवाली करने के कारण उसके बेटे की जान गई है। बटे का शव मिलने से परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बुधवार को हुआ था अपहरण
बता दें थाना बीटा-2 क्षेत्र में शिवा ढाबा के संचालक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि बुधवार को दोपहर में वह किसी काम से मार्केट गया था। जबकि उसका 15 वर्षीय बेटा ढाबे पर बैठा था। दोपहर बाद स्कोडा कार में सवार कुछ लोग ढाबे पर आए और बेटे को पास में बुलाया। आरोप है कि कार के पास जाते ही कार सवारों ने उनके बेटे को धक्का देकर गाड़ी में बैठा लिया। वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। सीसीटीवी में एक युवती भी दिखाई दे रही थी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि लेडी डॉन का इसमें हाथ है।
Greater Noida: बीटा टू थाना क्षेत्र से 4 दिन पहले दिनदहाड़े किडनैप हुए होटल संचालक के बेटे का शव बुलंदशहर में मिला है। जिसके बाद मृतक के परिवार में हड़कंप मच गया। मृतक किशोर के पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि उनके बेटे का अपहरण होटल के सामने से हुआ था। इस बात की सूचना जब पुलिस को दी गई, तो पुलिस ने इस मामले में कोई त्वरित एक्शन नहीं लिया। यहां तक कि पुलिस ने अपहरण की बात मानने तक से इनकार कर दिया था। जब गांव और परिवार के लोगों ने दबाव बनाया गया तो उनके परिवार के लोगों को ही पुलिस पकड़ ले गई।
"परिवार के लोगों को ही पकड़ ले गई थी पुलिस"
मृतक किशोर के बेटे के पिता कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया कि दबाव के बाद जब पुलिस ने इस मामले की सुनवाई की तो उनके परिवार के लोगों को ही हिरासत में लेकर टॉर्चर किया गया था। कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही के चलते उनके बेटे का मर्डर हुआ है। मीडिया से बात करते हुए किशन कुमार ने कुछ लोगों के नाम भी लिए और उन पर हत्या की आशंका जताई है।
मृतक किशोर के गांव की गीता भाटी ने सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि जब सही आरोपियों के बारे में पुलिस को जानकारी दी गई थी तो उन पर समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की गई। फिलहाल व्यापारी के बेटे की हत्या के बाद पूरे गांव में पुलिस के प्रति आक्रोश है। बता दें कि व्यापारी कृष्ण शर्मा के बेटे 15 वर्षीय कुणाल का बुलंदशहर में शव नहर में मिला है। कुणाल का चार दिन पहले कार सवार बदमाशों ने एचछर मार्केट में होटल से बुलाकर अपहरण कर लिया था। पिता की सूचना पर पहुंची पुलिस ने टीम का गठन किया था। साथ ही सीसीटीवी देखकर कहा था कि यह अपहरण नहीं है। कृष्ण कुमार का आरोप है कि चार दिन तक पुलिस की हीला-हवाली करने के कारण उसके बेटे की जान गई है। बटे का शव मिलने से परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एक मई को हुआ था अपहरण
बता दें थाना बीटा-2 क्षेत्र में शिवा होटल के संचालक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि बुधवार को दोपहर में वह किसी काम से मार्केट गया था। जबकि उसका 15 वर्षीय बेटा ढाबे पर बैठा था। दोपहर बाद स्कोडा कार में सवार कुछ लोग ढाबे पर आए और बेटे को पास में बुलाया। आरोप है कि कार के पास जाते ही कार सवारों ने उनके बेटे को धक्का देकर गाड़ी में बैठा लिया। वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। सीसीटीवी में एक युवती भी दिखाई दे रही थी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि लेडी डॉन का इसमें हाथ है।
गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके से व्यापारी का अपहरण किया गया था। व्यापारी की खोजबीन के लिए पुलिस ने कड़ी मशक्कत की थी। व्यापारी का फोटो सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर वायरल हुआ, इस सब के बावजूद व्यापारी का कहीं पता नहीं लग पा रहा था। पुलिस भी इस पूरे घटनाक्रम के खुलासे के लिए, टीमें गठित कर चुकी थी। अब बस इंतजार था कि कहीं कोई सुराग हाथ लगे।
फिर जब गाजियाबाद पुलिस को जैसे ही सुराग हाथ लगा, तो गाजियाबाद पुलिस पूरी तरह से एक्टिव हो गई। पुलिस ने इस अपहरण और उसके बाद हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। फिर पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर मेरठ मे जाकर व्यापारी के शरीर को भी बरामद किया।
छुपाए हथियारों से कर दी पुलिस पर फायरिंग
अब पुलिस इस घटना मैं इस्तेमाल की गई कार और व्यापारी को बेहोश किए जाने वाले उपकरण बरामद करना चाह रही थी। तभी पुलिस पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर, इस घटना में इस्तेमाल की गई कार और बाकी सामान की बारामदगी के लिए आरोपी के द्वारा बताई गई जगह पर पहुंची, तो आरोपी ने कार को बरामद करवाते हुए कार में ही रखे हथियार से पुलिस पार्टी पर ही फायर कर दिया।
दरअसल, आरोपी ने घटना में यूज की गई कार में हथियार छिपा रखे थे। जिस हथियार की मदद से आरोपी ने पकड़े जाने के बाद पुलिस की चंगुल से भगाने के प्रयास में पुलिस पार्टी पर ही कई राउंड फायर कर डाला। लेकिन गाजियाबाद पुलिस इस बार पूरी तरह से अलर्ट थी। गाजियाबाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए जब अपनी सरकारी बंदूक का इस्तेमाल किया, तो उनकी गोली सीधा बदमाश के पैर में जा लगी।
फिलहाल, बदमाश को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पकड़े गए बदमाश के पास से 315 बोर का तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। साथ ही व्यापारी को बेहोश करने में इस्तेमाल किया गया इंजेक्शन और बेहोशी के लिए इस्तेमाल की गई दवाई बरामद की है। साथ ही साथ उस कार को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है, जिस कार का इस्तेमाल इस घटनाक्रम को अंजाम देने में लिया गया था।
पुलिस अधिकारियों ने प्रेस वार्ता में उन दो आरोपियों को भी लाया गया है जो इस घटना में शामिल रहे हैं। मीडिया के द्वारा सवाल करने पर उन्होंने बताया कि इन दोनों में से एक ने इंजेक्शन के जरिए व्यापारी को बेहोश किया था। उन्होंने बताया कि आरोपियों को इस घटना को कारित करने का पछतावा है। लेकिन अपराध माफी के काबिल नहीं है। पुलिस अधिकारीयों के पीछे खड़े यह वही आरोपी है, जिसने एक घर के चिराग को बुझा डाला। पुलिस इन आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज रही है।
गौतमबुद्ध नगर पुलिस पर ऐतबार खत्म सा हो गया है। जहां एक ओर CM योगी पूरे प्रदेश की कानून-व्यवस्था सुधारने की पहल में जुटे हैं तो दूसरी ओर पुलिस की लापरवाही से आए दिन पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रेटर नोएडा में पुलिस की नाक के नीचे चार महीनों में तीन घटनाओं ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
कारोबारी का 15 साल का बेटा हुआ था अगवा, अब मिली लाश
ग्रेटर नोएडा में एक कारोबारी के बेटे को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। 15 साल के छात्र कुणाल का शव बुलंदशहर में एक नहर से बरामद हुआ है। जानकारी के मुताबिक, 1 मई को कारोबारी के बेटे को कुछ लोगों ने रेस्टोरेंट के बाहर से अगवा कर लिया था। उसे ढूंढने के लिए पुलिस की 10 टीमें लगाई गई थी। लेकिन उसे सुरक्षित बरामद नहीं किया जा सका। इस हत्याकांड के बाद पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है।
शादी का माहौल बदला मातम में
मामले में मृतक के पिता का कहना है कि ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा के रहने वाले कृष्ण कुमार अपना रेस्टोरेंट चलाते हैं। वो बेटी की शादी की तैयारियों को लेकर गांव गए हुए थे। बेटी की शादी 10 मई को होनी थी। इस दौरान 1 मई को उनके बेटे कुणाल शर्मा का रेस्टोरेंट के बाहर से अपहरण हो गया। अपहरण की शिकायत थाना बीटा 2 पुलिस को दी थी। उसे ढूंढने के लिए 10 टीमों का गठन किया था। इसके बाद भी पुलिस कुणाल को नहीं खोज पाई। आरोप है कि पुलिस ने तत्परता से मामले की जांच नहीं कि जिसके बाद कुणाल का शव बुलंदशहर के नहर से बरामद हुआ है।
पहले भी इसी तरह के मामले आ चुके सामने
15 साल के कुणाल शर्मा से पहले एक ऐसी ही घटना सामने आई थी, जब नाबालिग बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। वो मामला इसी साल फरवरी में दनकौर के बिलासपुर क्षेत्र में हुआ था। व्यापारी के नाबालिग बेटे वैभव सिंगल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद कई दिनों तक बाजार भी बंद रहा था।
इसी के साथ ही अपहरण का एक ऐसा ही केस ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 क्षेत्र से सामने आया था। गनीमत ये रही थी कि वहां बच्चा सुरक्षित था, लेकिन किडनैपिंग की खबरों ने पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने विशेष समुदाय के युवक पर अपनी बेटी का अपरहण किए जाने का आरोप लगाया था।
Greater Noida: बीटा 2 थाना क्षेत्र से व्यापारी के बेटे के अपहरण और हत्या मामले में पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी ने लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से बीटा टू थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। आरोप है कि पुलिस की लापरवाही से व्यापारी के 15 वर्षीय बेटे कुणाल की हत्या हुई थी।
बलुंदशहर में मिला था शव
उल्लेखनीय है कि व्यापारी कृष्ण शर्मा के बेटे 15 वर्षीय कुणाल का बुलंदशहर में रविवार को शव नहर में मिला है। कुणाल का 5 दिन पहले कार सवार बदमाशों ने एचछर मार्केट में होटल से बुलाकर अपहरण कर लिया था। पिता की सूचना पर पहुंची पुलिस ने टीम का गठन किया था। साथ ही सीसीटीवी देखकर कहा था कि यह अपहरण नहीं है। कृष्ण कुमार का आरोप है किपुलिस की हीला-हवाली करने के कारण उसके बेटे की जान गई है।
वारदात सीसीटीवी में कैद होने के बाद भी पुलिस नहीं लगा पाई सुराग
बता दें थाना बीटा-2 क्षेत्र में शिवा होटल के संचालक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि बुधवार को दोपहर में वह किसी काम से मार्केट गया था। जबकि उसका 15 वर्षीय कुणाल बेटा ढाबे पर बैठा था। दोपहर बाद स्कोडा कार में सवार कुछ लोग ढाबे पर आए और बेटे को पास में बुलाया। आरोप है कि कार के पास जाते ही कार सवारों ने उनके बेटे को धक्का देकर गाड़ी में बैठा लिया। वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। सीसीटीवी में एक युवती भी दिखाई दे रही थी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि लेडी डॉन का इसमें हाथ है।
'खास' दोस्तों के साथ रहना और 'खास'शौक रखना आदमी को क्या नहीं करवा देता है। आगर आपको भी भरोसा नहीं हो रहा है, तो नोएडा की ये घटना देख लीजिए। यहां टीसीएस जैसी कंपनी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शराब और लड़कियों की लत ऐसी लग जाती है कि उसको खुद की कमाई कम लगने लगती है। बता दे कि उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रची और अपने ही पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, मोलभाव के बाद 15 हजार टका पर समझौता हुआ।
Noida Crime: नोएडा के थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले इंजीनियर ने नशे की लत और डेटिंग जैसे शौक पूरे करने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची।पहले उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद का अपहरण करवाया फिर उसने मोबाइल से मां को फोन कर बेटे को जान से मारने की धमकी दी और फिरौती मांगी। लेकिन पुलिस की गहनता जांच के बाद इंजीनियर ही साजिशकर्ता के रूप में पकड़ लिया गया। फिर पुलिस ने इंजीनियर और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया।
50 लाख से घटकर 15 हजार पर मानें…
पुलिस ने उन्हें बार्गेनिंग करने की सलाह दी। जब शुभम के पिता ने मोलभाव करना शुरू किया तो 24 घंटे के अंदर कीमत 50 लाख रुपये से घटकर 15 हजार रुपये पर आ गई। फिर लेन-देन का स्थान निर्धारित किया जाता है। शुभम के पिता मौके पर पहुंचते हैं और अपहरणकर्ता भी पैसे लेने आता है। मामला पुलिस के संज्ञान में होने के कारण पुलिस भी थोड़ी दूरी पर तैनात थी। पुलिस मौके से एक युवक को गिरफ्तार कर थाने ले आई और कुछ देर खातिरदारी करने के बाद युवक ने कहा कि वह तो सिर्फ एक मोहरा था. इस घटना का मुख्य योजनाकार शिकायतकर्ता का बेटा है।
लोकेशन ट्रैकिंग कर आरोपियों को पकड़ें…
शुभम के मोबाइल फोन की लोकेशन रेवाडी बताई जा रही है। इसके बाद पुलिस ने शुभम और उसके साथियों अंकित और संदीप को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की दो टीमें अन्य दो फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
बेटे का सच जानकर उड़े होश…
घटना की सच्चाई सामने आने के बाद परिवार के लोग सदमे में आ गए। परिवार को यकीन नहीं हो रहा है कि शुभम इतनी दूर तक का सोच सकता है। पुलिस जांच में पता चला कि शुभम गौड़ को ड्रग्स और डेटिंग का शौक था। उसे हमेशा पैसों की जरूरत रहती थी। उसके परिवार ने उसे पैसे नहीं दिए। वह नोएडा में टीसीएस कंपनी में मात्र 25 हजार रुपये वेतन पर काम करते था। ऐसे में पैसों की कमी के कारण वह अपने महंगे शौक को पूरा नहीं कर पा रहा था। इसी वजह से उसने अपहरण का रास्ता चुना। जो मित्र उसने चुने,उन्हें भी पैसों की जरूरत थी। अंकित, जिसकी बहन की शादी फरवरी में थी। उस पर बहुत कर्ज था। संदीप, दीपक, उनको भी पैसों की जरूरत थी।
Noida: उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी और हाईटेक शहर नोएडा से शुक्रवार सुबह घर से ऑफिस जाती युवती के किडनैपिंग का मामला संज्ञान में आया था। जहां पर युवती ने फोन करके घरवालों से किडनैपिंग की बात कही थी। लेकिन अब घटना के कुछ ही घंटों के भीतर ही पुलिस ने युवती को बरामद कर लिया है और खुलासा किया है कि युवती ने खुद की किडनैपिंग की प्लान बनाया था।
खुद रची किडनैपिंग की साजिश
नोएडा में शुक्रवार को पृथला गोल चक्कर से होशियारपुर के लिए ऑटो में बैठी लड़की के किडनैपिंग के मामले ने सनसनी फैला दी थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए नोएडा सेक्टर-113 पुलिस ने युवती को सही सलामत बरामद कर लिया है। पुलिस ने लड़की को दिल्ली निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से बरामद किया है। साथ ही डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने खुलासा किया कि लड़की ने खुद ही अपनी किडनैपिंग का प्लान बनाया था।
घरवाले और रिश्तेदार बना रहे थे शादी का दबाव
युवती को बरामद करने के बाद पुलिस पूछताछ में सामने आया कि युवती ने खुद ही अपनी किडनैपिंग का प्लान बनाया था। वो घरवालों द्वारा बनाए जा रहे शादी के दबाव से परेशान थी। साथ ही रिश्तेदार भी घऱवालों और युवती से लगातार शादी करने के लिए कह रहे थे। जबकि लड़की अपनी अपने करियर पर फोकस करना चाहती थी। इस सब से परेशान होकर लड़की ने खुद की किडनैपिंग का प्लान बनाया था।
सुबह फोन करके दी थी अपनी किडनैपिंग की खबर
शुक्रवार सुबह घर से पृथला गोल चक्कर से होशियारपुर के लिए ऑटो में युवती बैठी थी। फिर लड़की ने फोन करके घरवालों से कहा कि मैं मुसीबत में हूं मुझे बचा लो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना को लेकर बताया गया कि युवती को कोई कपड़ा सुंघाकर बेहोश कर किडनैप कर लिया है। किडनैपर लड़की को गाड़ी की डिग्गी में डालकर ले गए ले गए हैं। युवती के फोन आने के बाद परिवार में कोहराम मच गया और उसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने कही थी खोजबीन की बात
घटना को देखते हुए एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया था कि पीड़िता के मोबाइल नंबर की लोकेशन दिल्ली प्राप्त हुई है। तत्काल पुलिस की टीमों को दिल्ली रवाना किया गया है। अन्य पुलिस टीमों द्वारा सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे है। इसके साथ ही ISTMS के द्वारा गाड़ी को ट्रेस किया जा रहा है। उच्चाधिकारी द्वारा सघनता से मॉनीटर करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। जिसके बाद अब नोएडा थाना 113 पुलिस ने युवती को सही सलामत बरामद कर लिया है। साथ ही मामले की खुलासा भी कर दिया है।
Noida: नोएडा में दिनदहाड़े रोड पर अपहरण की सूचना से हड़कंप मच गया। हालांकि यह वास्तविक में किडनैपिंग नहीं थी। बल्कि तीन युवक रील बनाने के लिए किडनैपिंग का सीन कर रहे थे। कोतवाली सेक्टर-20 क्षेत्र के सेक्टर-18 स्थित बाजार में युवक का अपहरण करने की रील बनाकर सनसनी फैलाने वाले तीनों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
रील बनाने के लिए युवक बना रहे थे वीडियो
जानकारी के अनुसार, सेक्टर-18 स्थित बाजार में एक युवक एक अन्य युवक का अपहरण कर कार में बैठाने का प्रयास कर रहा है। जबकि एक युवक वीडियो बना रहा था। इस वीडियो को घटनास्थल पर मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। इसके साथ ही नोएडा के भरे बाजार में एक युवक का अपहरण होने का कैप्शन लिखकर वायरल कर दिया। दिनदहाड़े व्यस्त बाजार से युवक के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई।
तीनों युवकों को बाद में जमानत पर छोड़ा
पुलिस ने वीडियो की जांच शुरू की तो सामने आया कि मार्केट से किसी युवक का अपहरण नहीं हुआ है। बल्कि कुछ युवक रील बनाने के लिए वीडियो बना रहे थे। युवक रविवार को कार लेकर किडनैपिंग थीम पर रील बनाने के लिए पहुंचे थे। रील बनाने के चक्कर में ही अपने ही दोस्त को पकड़ कर खींच रहे थे। एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि युवकों की पहचान गांव सर्फाबाद के अजीत, बरौला गांव के दीपक और अभिषेक के रूप में हुई है। शांतिभंग की धाराओं में तीनों के खिलाफ कार्रवाई कर गिरफ्तार किया गया। इसके बाद तीनों जमानत पर छोड़ दिया गया।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022