Noida: जिले में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में डीएम मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर तहसीलदार सदर ने ग्राम नलगढ़ा में ग्राम समाज की भूमि को कब्जा मुक्त कराया ।
प्रशासन ने लगाया बोर्ड, दी चेतावनी
जानकारी के मुताबिक ग्राम नलगढ़ा की गाटा संख्या 122 जोकि वर्तमान में राजस्व अभिलेखों में ग्राम समाज की भूमि दर्ज है। उप जिलाधिकारी सदर अंकित कुमार के नेतृत्व में तहसीलदार सदर द्वारा ग्राम समाज की भूमि पर लगभग 500 वर्ग मीटर भूमि पर निर्मित अवैध अतिक्रमण को जेसीबी के माध्यम से कब्जा मुक्त कराया गया। इसके साथ ही ग्राम समाज की समस्त भूमि को चिन्हित करते हुए उस पर बोर्ड लगा दिया गया कि यह संपत्ति ग्राम समाज की है। इस पर अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उप जिलाधिकारी सदर अंकित कुमार ने बताया कि आगे भी जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में इसी प्रकार भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
हापुड़ में गैंगेस्टर की संपत्ति कुर्क
वहीं, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में गैंगस्टर एक्ट के आरोपी सुदेश उर्फ टिल्लू पुत्र विसम्भर मूल निवासी ग्राम चाँदनेर थाना बाबूगढ़ जनपद हापुड़ के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। सुदेश उर्फ टिल्लू पुत्र विसम्भर का ग्राम बहादुरगढ़ थाना जिला हापुड़ करीब 85 लाख आम का बाग कुर्क किया गया है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने छपरौला में अधिसूचित एरिया पर अवैध कब्जे को बुधवार को ध्वस्त कर दिया और करीब 5000 वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया है। प्राधिकरण की परियोजना विभाग के महाप्रबंधक व ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार के दिशा-निर्देशन में वर्क सर्किल एक की टीम ने छपरौला गांव में अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की।
5000 वर्ग मीटर जमीन कब्जा मुक्त
यह जमीन ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया में है। इस अवैध रूप से कब्जाने की कोशिश की जा रही थी। इसकी सूचना मिलने पर परियोजना विभाग की टीम प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गई और लगभग 5000 पर मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। उन्होंने कहा है कि इस जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की जमीन कब्जा करके निर्माण कर लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। मंगलवार को परियोजना विभाग की टीम ने बिसरख में अवैध रूप से बने चार घरों को सील कर दिया है। साथ ही डूब क्षेत्र में बने पांच घरों को भी सील किया गया है।
प्राधिकरण की जमीन कब्जाने वालों के खिलाफ अभियान तेज
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने बताया कि बिसरख गांव में खसरा नंबर-773 की करीब 3 हेक्टेयर जमीन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अधिग्रहित कब्जा प्राप्त जमीन है। इस पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा करते हुए घर बना लिया था।
पहले भेजा था नोटिस
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी की गई, लेकिन कब्जा न हटाने पर प्राधिकरण ने मंगलवार को कार्रवाई की। परियोजना विभाग के वर्क सर्किल तीन के वरिष्ठ प्रबंधक मनोज सचान, प्रबंधक प्रशांत समाधिया व नीतीश कुमार और सहायक प्रबंधक गौरव बघेल की टीम ने स्थानीय सुरक्षा कर्मियों की मदद से खसरा नंबर 773 के चार घरों को सील कर दिया। कोर्ट से स्टे होने के बावजूद यहां पर लगातार निर्माण किया जा रहा था। प्राधिकरण ने स्थगन आदेश का हवाला देकर अवैध निर्माण को भी रुकवा दिया है। इसके बाद प्राधिकरण की टीम हिंडन के डूब क्षेत्र में पहुंची। कालोनाइजर बिसरख के पास डूब क्षेत्र में खसरा नंबर 112 में भी कालोनी काट रहे थे। प्राधिकरण ने इस खसरा नंबर में अवैध रूप से बने 5 घरों को भी सील कर दिया है।
सीलिंग की कार्रवाई आगे भी जारी रखने की दी चेतावनी
एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने चेतावनी दी है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित अथवा अधिग्रहित/कब्जा प्राप्त जमीन पर अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन लोगों ने प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर लिया है, उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। सभी अवैध निर्माण तोड़े जाएंगे।
Greater Noida: अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। बिसरख में 18 हजार वर्गमीटर जमीन से अतिक्रमण के बाद अब बिसरख और जलालपुर की करीब 40 हजार वर्गमीटर जमीन को खाली करवाया गया है। बिसरख और जलालपुर के खसरा संख्या 112, 116, 123, 124 के भूमि पर से अतिक्रमण हटाया गया है।
इतने कीमत की भूमि से हटाया गया अतिक्रमण
जिस जमीन से कब्जा हटाया गया, उसमें बड़ा हिस्सा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण परिक्षेत्र में आती है। जबकि कुछ हिस्सा डूब क्षेत्र का है। यहां पर कुल मिलाकर 40 हजार वर्ग मीटर को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 30 करोड़ रूपये है। प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि कुछ कालोनाइजर बिसरख के डूब क्षेत्र में जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। वर्क सर्किल तीन के प्रबंधक प्रशांत समाधिया और सहायक प्रबंधक गौरव बघेल के नेतृत्व में टीम ने बुधवार को मौके पर जाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। करीब 5 घंटे तक यह कार्रवाई चली।
प्राधिकरण की अपील- झांसे में ना आएं खरीददार
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में किसी भी व्यक्ति ने अवैध कब्जे की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने लोगों से अपील की है कि इन कालोनाइजरों के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया में किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माण करने की इजाजत नहीं है। ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।
बिसरख क्षेत्र में पहले भी हुई थी कार्रवाई
बिसरख गांव में ग्रेनो प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र पर बनी अवैध काॅलोनी को 10 फरवरी को खाली करवाया गया था। यहां पर प्राधिकरण परिक्षेत्र के 18 हजार वर्ग मीटर की जमीन कब्जा मुक्त कराया गया था। अतिक्रमण दस्ते ने जमीन पर कब्जा हासिल कर अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ बिसरख कोतवाली में शिकायत भी दी गई है।
सहारा सिटी से हटवाया गया अतिक्रमण
बीते शनिवार को बादलपुर थाना क्षेत्र के छपरौला स्थित सहारा सिटी में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया था। इस दौरान प्राधिकरण के द्वारा सवा लाख वर्ग मीटर से अधिक एरिया पर हुए अधिक्रमण को तोड़ दिया गया और जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। दरअसल, छपरौला का सहारा सिटी एरिया ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आता है। कुछ कॉलोनाइजर इस जमीन पर कॉलोनी काटने की कोशिश कर रहे हैं। वह छोटे-छोटे प्लाट काटकर लोगों को बेच रहे थे। प्राधिकरण की तरफ से इससे पहले भी धारा 10 का नोटिस जारी करते हुए इन कॉलोनाइजरों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनकी तरफ से नोटिस पर कोई अमल नहीं किया गया।
आखिर किसके सह पर चल रहा अतिक्रमण
एक तरफ प्राधिकरण अब एक के बाद एक अतिक्रमण को खाली करवाने में जुटी है। लेकिन सवाल ये कि कई जगह तो ऐसे हैं, जहां बंगले तक बनकर तैयार हैं। मतलब साफ है कि ये अतिक्रमण एक दो दिन, महीने में तो हुए नहीं होंगे। यहां पर सालों से अतिक्रमण प्राधिकरण की जमीन पर चल रहा है। फिर प्राधिकरण अब तक कहां सो रही थी।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशो के अनुसार ग्राम दयानतपुर स्थित यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की 60 मीटर रोड और यमुना एक्सप्रेसवे के इण्टरचेंज के अवैध अतिक्रमण को प्राधिकरण की टीम द्वारा ध्वस्त किया गया। ध्वस्तीकरण की इस कार्यवाही से 60 मीटर रोड के अन्तर्गत आ रही लगभग 85000 वर्ग मीटर भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। जिसकी बाजारू कीमत लगभग 125 करोड़ रूपये है। वहीं मौके पर अतिक्रमणकारियों द्वारा बाउण्ड्री आदि करके सड़क का निर्माण अवरूद्ध कर दिया गया था। जिसे प्राधिकरण की टीम द्वारा ध्वस्त कर कब्जा मुक्त करा दिया गया है।
अवैध अतिक्रमणकारियों ने प्राधिकरण से मांगा समय
वहीं प्राधिकरण इस कार्यवाही के बाद बचे हुए अवैध अतिक्रमणकारियों ने समय मांग जाने और अतिक्रमण को स्वयं हटाये जाने का आश्वासन दिये जाने पर प्राधिकरण की टीम द्वारा 05 दिन का समय दिया गया है। वहीं प्रधिकरण द्वारा दी गई अवधि में अवैध अतिक्रमण न हटाए जाने पर प्राधिकरण द्वारा शेष बचे हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया जायेगा।
कार्यवाही के दौरान मौजूद रहे अधिकारी
अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह, डिप्टी कलेक्टर अजय कुमार शर्मा समेत जेवर थाने की पुलिस फोर्स, यमुना प्राधिकरण के परियोजना विभाग और भूलेख विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का बुल्डोजर एक बार फिर अवैध निर्माण के खिलाफ गरजा। प्राधिकरण ने शनिवार को तुस्याना गांव में अधिसूचित एरिया पर हो रहे अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाया। इस दौरान लगभग 75000 वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत 20 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से लगभग 150 करोड़ रुपये बताई जा रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अधिसूचित एरिया में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत प्राधिकरण की टीम अतिक्रमण हटाने की लगातार कार्रवाई कर रहा है।
तुस्याना गांव में अवैध निर्माण को किया ध्वस्त
वर्क सर्किल तीन की टीम ने तुस्याना गांव के खसरा संख्या-517, 964, 981, 985, 995 और 1007 पर चल रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। कॉलोनाइजर तुस्याना की लगभग 75000 मीटर जमीन पर अवैध कालोनी विकसित करने की कोशिश कर रहे थे। वर्क सर्किल तीन के प्रभारी नरोत्तम चौधरी के नेतृत्व में टीम ने अवैध निर्माण को ढहा कर जमीन खाली करा ली है। परियोजना विभाग के महाप्रबंधक व ओएसडी हिमांशु वर्मा ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण की अधिसूचित एरिया में जमीन कब्जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने परियोजना विभाग के सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को अपने एरिया में जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए कड़ी नजर रखने और अतिक्रमण की सूचना मिलते ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
अवैध कॉलोनी में ना फंसाएं अपनी गाढ़ी कमाई- एसीईओ
प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने कहा है कि अवैध रूप से जमीन कब्जा कर काटी जा रही कॉलोनी में अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। अगर किसी कॉलोनाइजर से अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदा है तो रजिस्ट्री का प्रपत्र लेकर पुलिस से शिकायत करें। साथ ही इसकी एक कॉपी प्राधिकरण को भी उपलब्ध कराएं ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।
Noida: थाना सेक्टर 39 क्षेत्र के हाजीपुर में अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंची प्राधिकरण की टीम का जमकर विरोध हुआ। इस दौरान कब्जाधारकों ने प्राधिकरण की टीम के साथ साथ मारपीट करने के साथ ही पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
एक व्यक्ति ने अपने ऊपर उड़ेला डीजल
जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह करीब आठ बजे नोएडा प्राधिकरण की टीम सेक्टर-104 के हाजीपुर में खसरा नंबर-412 के निर्माणाधीन अवैध इमारत के इंटीरियर को तोड़ने के लिए पहुंची थी। स्थानीय लोगों ने टीम को इमारत के अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद प्राधिकरण के दस्ते के साथ उनकी जमकर बहस हुई। इसी दौरान एक व्यक्ति ने अपने आप पर डीजल उड़ेल लिया और आगे बढ़ने पर आग लगाने की धमकी दी।
दो प्रबंधक और एक सहायक प्रबंधक पर फेंका डीजल
आरोप है कि मौके पर मौजूद दो प्रबंधकों और एक सहायक प्रबंधक पर भी डीजल उड़ेल कर जलाने की कोशिश की गई। हालांकि वहां मौजूद प्रबंधक कार्रवाई के लिए अड़े रहे। करीब 45 मिनट तक चले हंगामे के बाद नोएडा प्राधिकरण की टीम वहां से वापस लौट गई। प्राधिकरण ने इस बाबत सेक्टर-39 थाने में विरोध करने वालों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने की एफआईआर दर्ज कर ली है।
कई बार भेजा नोटिस, फिर भी नहीं माने
बता दें कि हाजीपुर में खसरा नंबर-412 प्राधिकरण जमीन है। प्राधिकरण ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है किइस जमीन पर सुनील त्यागी, नवीन नेहरा, मनोज नेहरा का कब्जा है और अवैध निर्माण किया जा रहा है। प्राधिकरण ने पुलिस को पांच बार 17 अगस्त 2022, 18 सितंबर 2023, 9 अक्टूबर 2023, 29 नवंबर 2023 के अलावा 12 जनवरी 2024 और 3 जुलाई 2024 को सूचना दी। इसके बाद भी इन लोगों द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा है। समय-समय पर यहां अवैध निर्माण को रोका गया। लेकिन रातों-रात यहां फिर से निर्माण कर दिया गया।
एसीपी प्रथम प्रवीण सिंह ने बताया कि प्राधिकरण के कर्मचारियों पर डीजल डालने का मामला गलत है। प्राधिकरण की ओर से शिकायत मिली है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Noida: नोएडा प्राधिकरण का बुलडोजर एक बार फिर गरजा है। नोएडा प्राधिकरण ने शुक्रवार को बुलडोजर से अवैध निर्माणों को ध्वस्त करा कर करोड़ो रुपए की जमीन को कब्जा मुक्त कराया है। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
सेक्टर 159 में हो रहा था अवैध निर्माण
जानकारी के मुताबिक, सेक्टर 159 में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कियाजा रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने एक्शन लेते हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का फरमान जारी किया। इसके बाद प्राधिकरण की टीम पुलिस फोर्स के साथ अधिसूचित एरिया में हो रहे अवैध निर्माण स्थल पर पहुंच गई। इसके बाद बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। इसके साथ ही अवैध निर्माण करने वाले लोगों को नोएडा प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि दोबारा निर्माण किया तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ का कहना है कि सेक्टर 159 में अवैध निर्माण को ध्वस्त करा कर नोएडा प्राधिकरण के करोड़ों की जमीन को खाली कराया गया है। आगे भी अवैध निर्माण करने वालों पर कार्रवाई जारी रहेगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अतिक्रमण के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है। प्राधिकरण की टीम लगातार अवैध कब्जों को ढहाने में जुटी हुई है। इसी के तहत रूपवास बाईपास के पास स्थित रोड की जमीन बुधवार को अतिक्रमण मुक्त करा ली गई है। यह जमीन रोड के लिए प्रस्तावित है, जो कि रूपवास बाईपास को एनएच-91 से जोडे़गी। इसके साथ ही बुधवार को धूम मानिकपुर में भी उद्योगों के लिए आरक्षित जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है। दोनों जगहों पर कार्रवाई में लगभग 31 हजार वर्ग मीटर जमीन को खाली कराया है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 62 करोड़ रुपये है।
अवैध कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा- ओएसडी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। परियोजना विभाग अतिक्रमण हटाने की लगातार कार्रवाई कर रहा है। बुधवार को वर्क सर्किल दो की टीम ने रूपवास बाईपास और धूम मानिकपुर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। रूपवास बाईपास के पास स्थित 7500 मीटर जमीन पर कालोनाइजर अवैध कालोनी विकसित करने की कोशिश कर रहे थे। जिस पर प्राधिकरण के परियोजना विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार के नेतृत्व में वर्क सर्किल दो की टीम ने अतिक्रमण को ढहा कर रास्ते की जमीन खाली करा ली है। इसके अलावा धूम मानिकपुर के खसरा नंबर 1220, 1222, 1239 और 1244 की जमीन पर भी अतिक्रमण किया जा रहा था। वर्क सर्किल दो की टीम ने प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मियों की मदद से इन खसरा नंबरों की 23660 वर्ग मीटर जमीन को भी अतिक्रमण से मुक्त करा लिया है। परियोजना विभाग के महाप्रबंधक व ओएसडी हिमांशु वर्मा ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण की अधिसूचित एरिया में जमीन कब्जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने परियोजना विभाग के सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को अपने एरिया में जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए कड़ी नजर रखने और अतिक्रमण की सूचना मिलते ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
अधिसूचित एरिया में अवैध निर्माण करने की इजाजत नहीं- सीईओ
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया में किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माण करने की इजाजत नहीं है। ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें। वहीं प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने कहा है कि अवैध रूप से जमीन कब्जा कर काटी जा रही कॉलोनी में अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। अगर किसी कॉलोनाइजर से अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदा है तो रजिस्ट्री का प्रपत्र लेकर पुलिस से शिकायत करें। साथ ही इसकी एक कॉपी प्राधिकरण को भी उपलब्ध कराएं ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके।
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December 17, 2022