हाथरस सत्संग हादसे का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, वकील एपी सिंह ने किया ये दावा

यूपी के हाथरस में नारायण साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ के बाद से पुलिस एक्शन मोड में है. पुलिस लगातार मामले के आरोपियों की धर पकड़ में जुटी हुई है. इसी कड़ी में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. मामले के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. उसे दिल्ली में यूपी पुलिस को सौंप दिया गया है. वहीं इस मामले में वकील एपी सिंह ने ये दावा किया है कि देव प्रकाश मधुकर एक लाख का इनामी था.

हाथरस पुलिस के सामने देव प्रकाश ने किया सरेंडर
बताया जा रहा है कि यूपी पुलिस दिल्ली के नजफगढ़-उत्तम नगर के बीच के एक अस्पताल में पहुंची थी. जहां हाथरस पुलिस के सामने देव प्रकाश ने सरेंडर किया. हाथरस पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. दरअसल दिल्ली के नजफगढ़ के अस्पताल में देव प्रकाश मधुकर का इलाज चल रहा था. जहां ECG की रिपोर्ट नॉर्मल आने के बाद वकील एपी सिंह ने पुलिस को इसकी सूचना दी और फिर यूपी एसटीएफ की टीम ने मधुकर को गिरफ्तार कर लिया. आपको बता दें कि हाथरस भगदड़ मामले में मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर की इस भयावह घटना के बाद से तलाश थी. भगदड़ की घटना में 123 लोग मारे जा चुके हैं.

मामले की जांच का दायरा बढ़ा
वहीं पूरे मामले में एडीजी कुलश्रेष्ठ ने कहा है कि 'अब तक 90 बयान दर्ज किए गए हैं. प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी गई है, जबकि विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है.' पुलिस जांच की स्थिति के बारे में अधिकारी ने कहा कि अधिक साक्ष्य सामने आने के बाद जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है. उन्होंने कहा, 'एकत्रित साक्ष्य निश्चित रूप से कार्यक्रम के आयोजकों की ओर से की गईं खामियों का संकेत देते हैं.' मामले में जांच जारी रहने के बीच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने जोर देकर कहा कि घटना में 'षड्यंत्र के पहलू' से इनकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, 'दोषी लोगों पर निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई की जाएगी.' आपको बता दें कि हाथरस पुलिस ने गुरुवार को छह सेवादारों को गिरफ्तार किया और 'जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है'. मामले में जिन अन्य संदिग्धों की भूमिका की जांच की जा रही है, उनसे भी पूछताछ की जा रही है.

By Super Admin | July 06, 2024 | 0 Comments

हाथरस हादसा: मुख्य आरोपी मधुकर को भेजा गया जेल, न्यायिक जांच आयोग कर रही घटना स्थल का मुआयना

हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। देवप्रकाश मधुकर को बीते दिन दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। मधुकर पर पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा हुआ था। भगदड़ हादसे में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, साकार विश्व हरि के वकील एपी सिंह ने दावा किया था कि मधुकर ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है। वह खराब स्वास्थ्य के चलते दिल्ली के अस्पताल में भर्ती था। हालांकि, हाथरस पुलिस ने सरेंडर की दावे का खंडन करते हुए इसे गिरफ्तारी बताया। न्यायिक जांच आयोग की टीम भी शनिवार और रविवार को घटना स्थल का मौका मुआना करने के साथ ही अधिकारियों से बातचीत की।

राजनीतिक दल से जुड़ी एक बात ने सबको चौंकाया
एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग उपरान्त भगदड़ मचने से 121 लोगों की मृत्यु हुई। मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर को हाथरस की एसओजी ने 5 जुलाई को देर शाम दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार किया। थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस ने आज 6 जुलाई को अभियुक्त राम प्रकाश शाक्य को कैलोरा चौराहा से तथा अभियुक्त संजू यादव को गोपालपुर कचौरी, सिकन्द्राराऊ से गिरफ्तार किया। एसपी ने बताया कि अभियुक्त देवप्रकाश मधुकर से पूछताछ में यह भी पता चला है कि इनसे कुछ समय पूर्व कुछ राजनीतिक पार्टियों ने संपर्क किया था। फण्ड इकट्ठा करने के सम्बन्ध में गहराई से जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के कार्यक्रम तथा अन्य संसाधनों को किसी राजनीतिक पार्टी से पोषित तो नहीं है । अब तक की पूछताछ से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक व निजी स्वार्थ्य के लिये इनसे जुड़े है । अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर से जुडे हुये सभी बैंक खाते, चल-अचल सम्पत्ति, मनी ट्रेल इत्यादि की जांच की जा रही है।

मनरेगा में जूनियर इंजीनियर के पद पर संविदा पर कार्यरत मधुकर
एसपी ने बताया कि पूछताछ में देव प्रकाश मधुकर ने बताया कि वह एटा में वर्ष 2010 से मनरेगा में जूनियर इंजीनियर के पद पर संविदा पर कार्यरत है । वह इस संगठन से वर्षों से जुड़ा है। संगठन के कार्यक्रम आयोजित कराना तथा संगठन के लिये फण्ड इकट्ठा करने का काम करता है। वह ग्राम फुलरई में आयोजित सत्संग के कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था तथा इस कार्यक्रम की अनुमति भी उसी ने ली थी।

व्यवस्था को सही तरीके से नहीं किया
एसपी ने बताया कि देव प्रकार मधुकर तथा इसके निर्देशन में कार्य कर रहे सेवादारों और समिति के सदस्यों की सत्संग के पंडाल के आसपास बैरिकेडिंग, प्रवेश द्वार, निकास द्वार, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग व अन्य सुविधाओं की पूरी जिम्मेदारी थी। देव प्रकाश एवं अन्य सेवादारों ने पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम स्थल के अन्दर किसी भी तरह के हस्तक्षेप से रोका । वहां पर इनके सेवादार तरह-तरह की वेशभूषा में कमांडो के रुप में सारी व्यवस्था देख रहे थे । वहां पर किसी भी व्यक्ति को वीडियोग्राफी अथवा फोटोग्राफी करन से रोका जाता था। व्यवस्था को सही तरीके से नहीं किया गया एवं प्रशासन की अनुमति पत्र की अनेक शर्तों का उल्लंघन करते हुये यातायात व्यवस्था आदि को प्रभावित किया।

जानबूझकर बाबा की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला गया
पूछताछ से यह भी स्पष्ट हुआ कि इनके द्वारा भीड़ को संभालने का कोई प्रयास नहीं किया गया। सभी मौके से फरार हो गये । पूछताछ में यह भी पता चला कि इनके और इनके सेवादारों द्वारा प्रवचनकर्ता की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला गया, जबकि इनको इस तथ्य की जानकारी थी कि भीड़ से निकालने के समय चरणरज के लिये भगदड़ मचने से भयानक दुर्घटना हो सकती थी ।

By Super Admin | July 07, 2024 | 0 Comments

हाथरस हादसाः एपी सिंह का बड़ा खुलासा, कुछ लोगों ने भीड़ में खोल दिए थे जहरीली गैस से भरे डिब्बे, जिससे दम घुटा

हाथरस हादसे में मौत की वजह को लेकर साकार हरि उर्फ भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने नया दावा पेश किया है। उन्होंने डिब्बों से निकली जहरीली गैस को मौत की असली वजह बताया है। एपी सिंह ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हाथरस में सत्संग के बाद हादसा बाबा की बढ़ती लोकप्रियता के खिलाफ एक साजिश है। हादसे के गवाहों ने उनसे संपर्क किया। गवाहों को कहना है कि 15-16 लोग जहरीली गैस के डिब्बे ले जा रहे थे, जिन्हें उन्होंने भीड़ में खोल दिया था। इसके बाद वहां भगदड़ मच गई।


हमारे पास गवाह और सबूत
वकील एपी सिंह ने कहा कि मैंने मारे गए लोगों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखी है। जिससे इससे पता चला है कि सभी लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। उन्होंने कहा कि जहरीली गैस को छोड़ने वालों को भागने में मदद करने के लिए घटनास्थल पर वाहन खड़े थे। जिसके हमारे पास सबूत हैं और हम इसे पुलिस और कोर्ट को देंगे। एपी सिंह ने कहा कि जो गवाह उनके पास पहुंचे हैं, उन्होंने नाम न छापने का अनुरोध किया है। हम उनके लिए सुरक्षा की मांग करेंगे।

भक्तों के लिए भोले बाबा ही हैं साकार ईश्वर, बंद घर के आगे दिन भर टेक रहे माथा
वहीं, अब भोले बाबा के अनुयायी सामने आ रहे हैं और बाबा को ईश्वर की दर्जा दे रहे हैं। प्रेमदेवी का कहना है कि लंबे समय से वह बीमार थीं, साकार हरि के शरण में आईं तो उनकी शारीरिक पीड़ा मिट गई। इसी तरह अजय ने कहा कि घर धीरे-धीरे स्थितियां सुधरती गईं। आज उसके घर में किसी चीज की कमी नहीं है। प्रेमदेवी और अजय जैसे कई लोग हैं जो कह रहे हैं कि साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के अंदर ईश्वरीय शक्ति है, तभी तो उनकी शरण में आए व्यक्ति की पीड़ा समाप्त हो जाती है। यही वजह है कि हाथरस हादसे में 121 लोगों की मौत के बाद भी भोले बाबा के केदार नगर शाहगंज में बंद पड़े मकान पर पूरे दिन श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी है। मंडलीय मनौवैज्ञानिक मानते हैं कि पीड़ित व्यक्ति की पीड़ा जब कम होती है या दूर हो जाती है तो उसे ऐसा करने वाले बाबाओं के चमत्कार पर विश्वास हो जाता है, उनका यह विश्वास आस्था में बदलते ही ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है।

By Super Admin | July 08, 2024 | 0 Comments

आगरा में बने ‘भोले बाबा’ के घर के बाहर धरने पर बैठा शख्स, खुलासों के बाद भी दिखा अति-विश्वास का नजारा!

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग में हुए हादसे में जान गवाने वाले 123 लोगों के साथ इंसाफ की गुहार चारों ओर सुनाई दे रही हैं। सत्संग में हादसे के बाद हरि उर्फ भोले बाबा नाम से विख्यात बाबा को लेकर कई खुलासे भी हुए, लेकिन अब तक बाबा की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जिसके विरोध में आगरा के शाहगंज क्षेत्र के केदारनगर में स्थित बाबा के घर के बाहर एक अकेले व्यक्ति ने धरना प्रदर्शन शुरु किया है।

आगरा में ‘बाबा’ के घर के बाहर धरना

हरि उर्फ भोले नाम से विख्यात बाबा पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जिसके विरोध में आगरा में उसके घर के बाहर कृष्ण गोपाल उपाध्याय ने धरना प्रदर्शन शुरू किया है। वो बेहद शांति के साथ घर के बाहर किनारे पर बैठा है। साथ ही एक पोस्टर भी लगाया हुआ है, जिसमें लिखआ है- 123 लोगो की मौत के जिम्मेदार भोले बाबा की गिरफ्तारी कब?

गिरफ्तारी होने पर बंद होगा प्रदर्शन

धरना प्रदर्शन कर रहे कृष्ण गोपाल उपाध्याय ने कहा है कि वो तब तक ये प्रदर्शन जारी रखेंगे। जब तक बाबा की गिरफ्तारी नही हो जाती है। आपको बता दें, कृष्ण गोपाल उपाध्याय जहां प्रदर्शन कर रहे हैं, वो बाबा का ही घर है। ये आगरा के शाहगंज क्षेत्र के केदारनगर में स्थित है।

अति ने मती भ्रष्ट की!

कहते हैं कि आस्था का कोई मेल नहीं। लेकिन धरने पर बैठे कृष्ण गोपाल उपाध्याय से बातचीत के दौरान नॉव नोएडा के रिपोर्टर को अति-विश्वास का एक उदाहरण मिला। बेशक बाबा को मानने वाले हजारों हैं, लेकिन सत्संग में हुए मौत के तांडव के बाद बाबा को लेकर कई खुलासे भी हुए हैं। उसपर जब कृष्ण गोपाल उपाध्याय बाबा के घर के बाहर धरना दे रहे थे, तभी कुछ लोगों ने बाबा के घर के बाहर मत्था भी टेका।

By Super Admin | July 08, 2024 | 0 Comments

जांच समिति ने सौंपी रिपोर्ट; हाथरस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक जिम्मेदार, स्थानीय प्रशासन की भी जवाबदेही तय

Lucknow: हाथरस के सिकन्दराराऊ में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान घटित हादसे के तत्काल बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 02, 03 और 05 जुलाई को घटना स्थल का निरीक्षण किया था। जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया गया। इसके अलावा, घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, फोटो, विडियो क्लिपिंग की जांच की गई। दो सदस्यी जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है।


6 अधिकारियों को किया गया सस्पेंड
जिसमें कहा गया है कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया और वरिष्ठ अधिकारियों को समुचित जानकारी नहीं दी। जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम, सीओ व तहसीलदार सहित 06 निलंबित कर दिया गया है। आयोजकों ने बिना पुलिस वेरिफिकेशन जिन लोगों को अपने साथ जोड़ा, जिसकी वजह से अव्यवस्था फैली और लोगों की जान गई।

● एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है।

● जांच समिति ने अब तक हुई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है।
● जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है। स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं।
● उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया।
● उक्त अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया। एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है। तदक्रम में, उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
● आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली। अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त एवं सुचारु व्यवस्था नहीं की गई। न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया।
● आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं। इनके द्वारा जिन लोगों को बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़ा गया, उनसे अव्यवस्था फैली।
● आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया। स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया।
● सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई। भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीकेटिंग अथवा पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और हादसा घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटना स्थल से भाग गए।

By Super Admin | July 09, 2024 | 0 Comments

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़, अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर

उत्तर प्रदेश के हाथरस में रतिभानपुर में हो रहे सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई, इस भगदड़ में 50 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। वहीं, जानकारी के मुताबिक, अभी मौत का ये आंकड़ा और बढ़ सकता है। सीएम योगी ने इस घटना की जानकारी ली और बड़ा एक्शन लिया है।

सत्संग में 50 से ज्यादा लोगों की मौत

मौजूदा जानकारी के मुताबिक, हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 50 से ज्यादा लोगों के शव पहुंच चुके हैं। सीएमओ का कहना है कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि लगातार घायल लोग अस्पताल ला जा रहे हैं।

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इस घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ऑफिस ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, मुख्य सचिव के साथ डीजीपी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

By Super Admin | July 02, 2024 | 0 Comments

कौन हैं नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा, जिनके सत्संग में हुई दुर्घटना में तमाम लोगों ने गवाई अपनी जान

उत्तर प्रदेश के हाथरस से सत्संग में भगदड़ और फिर 60 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर ने सनसनी फैला था। ये सत्संग नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा का बताया जा रहा है। इस सत्संग में हजारों की तादाद में लोग जुटे थे। फिर अचानक सत्संग में हुई भगदड़ मच से चारों ओर चीख-पुकार मच गई और करीब 60 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस संख्या के और बढ़ने की बात भी कही गई है। ये हादसा उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के सिकन्दराराऊ क्षेत्र में आयोजित सत्संग में हुआ है।  

कौन हैं नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा?

नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा को साकार हरि को पटियाली वाले बाबा नारायण साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है। इनके सत्संग में हमेशा ही हजारों की तादाद में लोग आते हैं। कोराना काल में उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मई, 2022 में इनके सत्संग का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 50,000 से अधिक लोग सत्संग में शामिल हुए थे। यहां उमड़ी भीड़ के चलते शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। उस समय भी जिला प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।

इस कारण हुआ हादसा?

हाथरस में फुलरई मुगलगढ़ी के एक खेत में साकार हरि बाबा का एक दिवसीय सत्संग चल रहा था। वहां पर बच्चों के साथ महिलाएं और पुरुष बाबा का प्रवचन सुन रहे थे। लगभग पौने दो बजे सत्संग खत्म हुआ, बाबा के अनुयायी बाहर सड़क की ओर जाने लगे। बताया जा रहा है कि लगभग 50 हजार की संख्या में अनुयायियों को सेवादारों ने जहां थे, वहीं रोक लिया। सेवादारों ने साकार हरि बाबा के काफिले को वहां से निकाला। उतनी देर तक वहां अनुयायी गर्मी और उमस में खड़े रहे। बाबा के काफिले के जाने के बाद जैसे ही सेवादारों ने अनुयायियों को जाने के लिए कहा, वहां भगदड़ की स्थिति बन गई। लोग गर्मी की वजह से भीड़ में बेहोश होकर गिरने लगे।

पत्नी के साथ देते हैं बैठकर करते हैं सत्संग

जानकारी के अनुसार, नारायण साकार हरि एटा जिले बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। अध्यात्म की दुनिया में आने से पहले वह गुप्तचर विभाग में थे। नारायण साकार अपनी पत्नी के साथ सत्संग करते हैं। इनके सत्संग को ‘मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम’ कहा जाता है। यहां नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा अपनी पत्नी संग मंच पर बैठकर सत्संग करते हैं। इस बार यह सत्संग 2 जुलाई, मंगलवार को हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील के ग्राम फूलरई मुगलगढ़ी, नेशनल हाईवे में आयोजित किया गया।

By Super Admin | July 02, 2024 | 0 Comments

Hathras Satsang Hadsa में सामने आया सबसे बड़ा अपडेट बढ़ा मौत का आंकड़ा, PM मोदी ने की CM योगी से बात, कल जाएंगे पीड़ितों से मिलने

उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि के भोले बाबा सत्संग में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. हाथरस मामले पर सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के ज्यादातर नेताओं ने हादसे पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे इन सभी नेताओं ने हाथरस की हृदय विदारक घटना पर दुख जताया है. इस बीच खबर ये भी है कि कल सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस जा सकते हैं.

सदन में भाषण बीच में रोक पीएम ने जताया दुख
पीएम मोदी ने कहा, “इस समय चर्चा के बीच अभी मुझे एक दुः खद खबर भी दी गई है. उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुः खद मृत्यु की जानकारी आ रही है. जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.

PM मोदी ने सीएम योगी से बात की
हाथरस मामले पर पीएम मोदी ने फोन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. खुद पीएम ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की है. उन्होंने लिखा कि पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है.

सीएम योगी ने हादसे को लेकर जताया शोक
सत्संग में मची भगदड़ में लोगों की मौत पर सीएम योगी ने कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं और प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.

सीएम योगी ने जांच के दिए निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने हाथरस में हुए हादसे में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. वहीं हाथरस में मची भगदड़ को लेकर सीएम योगी ने गहन जांच के निर्देश दिए हैं और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस हादसे को लेकर दुख जताया है. राजनाथ सिंह ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन सभी पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है.

कांग्रेस नेता खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर जताया दुख
वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस हादसे पर दुख जताया है.मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं.शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं.सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए.विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाएं.

कैसे हुआ हादसा?
हाथरस के मुगलगढ़ी इलाके स्थित फुलरई गांव में मानव मंगल मिलन समागम समिति ने नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध 'भोले बाबा' का प्रवचन कार्यक्रम रखा था. इसमें तकरीबन 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटी थी. कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा अधिक लोग पहुंच गए थे. इसी बीच वहां भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. जबकि 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. इनमें कई की हालत गंभीर है. मृतकों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. एटा के सीएमओ ने बताया कि अब तक 27 शव आ चुके हैं. बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं. वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं. फिलहाल, शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है, फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा. 



By Super Admin | July 02, 2024 | 0 Comments

Hathras Satsang Hadsa: योगी सरकार ने जारी किया हेल्प लाइन नंबर, मृतक के परिजनों से लेकर घायलों को किया मुआवजा देने का ऐलान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही मुख्यमंत्री ने एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर 24 घंटे में दुर्घटना के कारणों की जांच रिपोर्ट तलब की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं और पल पल की रिपोर्ट के लिए उन्होंने प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों (असीम अरुण, संदीप सिंह और लक्ष्मी नारायण चौधरी), मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा है और लगातार उनके संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री का निर्देश है कि घटना का दोषी कोई हो, बचेगा नहीं, उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 05722227041 तथा 05722227042 जारी किए हैं।

प्रदेश सरकार के मंत्रियों व अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, "जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"

सत्संग के दौरान मची भगदड़
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तो की भीड़ जुटी। कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा भक्त सत्संग कार्यक्रम में पहुंचे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए एटा भेजा गया। घटना सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास की है

By Super Admin | July 02, 2024 | 0 Comments

हाथरस सत्संग हादसा; अब तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि, आयोजकों और सेवादारों के खिलाफ केस दर्ज

हाथरस में सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के रतीभानपुर गांव में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में अभी तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि कई घायल हैं। एटा, अलीगढ़, हाथरस और आगरा में शवों के पोस्टमार्टम किए जा रहे हैं। वहीं, सत्संग के मुख्य मुख्य आयोजक मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर सहित अन्य के खिलाफ सिकंदराराऊ कोतवाली में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सत्संग को लेकर गए बोर्ड में 26 आयोजनकर्ताओं के नाम लिखे गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 34 मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए हाथरस लाई गए। 34 शव अलीगढ़ भेजे गए थे। कासगंज में 30 और आगरा में 21 शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। हाथरस मोर्चरी आए 34 शवों में से 30 जे पोस्टमार्टम हो चुके हैं। राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

भगदड़ की कैसे हुई थी शुरुआत

जिस वक्त सूरजपाल उर्फ 'भोले बाबा' अपनी गाड़ी में सवार होकर कार्यक्रम स्थल से निकल रहे थे। तभी दोपहर करीब 2 बजे श्रृद्धालु ने बाबा की गाड़ी के गुजरने के मार्ग से धूल समेटना शुरु कर दिया। कार्यक्रम स्थल से निकल रही भीड़ के दबाव के कारण नीचे बैठे, झुके श्रद्धालु दबने कुचलने लगे और चीखपुकार मच गई। वहीं, जीटी रोड के दूसरी ओर लगभग तीन मीटर गहरे खेतों में भरे पानी एवं कीचड़ में बेतहाशा दबती कुचलती भागती भीड़ को आयोजन समिति एवं सेवादारों द्वारा अपने हाथों में लिये डंडों से जबरदस्ती रोक दिया गया। जिसके कारण भीड़ का दबाव बढ़ता चला गया और महिला, बच्चे एवं पुरुष दबते कुचलते चले गए। कुछ ही देर बाद लाशें बिछ गईं। वहीं, बाबा मौके से निकल गए। घायलों और मृतकों की सेवादारों द्वारा कोई मदद नहीं की गई।

By Super Admin | July 03, 2024 | 0 Comments

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