Noida: गौतमबुद्ध नगर के तीन लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने वाली खबर है। नोएडावासियों के बिजली का बिल अब कम हो जाएगा। बिजली के दरों के कम करने के संबंध में उत्तर प्रदेश उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग में प्रस्ताव दाखिल किया है। जिसे आयोग ने स्वीकार कर लिया। जिसके बाद अब उपभोक्ताओं को 18 पैसे से लेकर 69 पैसे प्रति यूनिट तक कम का भुगतान करना पड़ेगा। बिजली विभाग के अधिकारी के अनुसार जिले में घरेलू, कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल और ग्रामीण क्षेत्रों के करीब तीन लाख से अधिक उपभोक्ताओं को इसका सीधा फायदा मिलने जा रहा है।
किसको कितना फायदा?
जिले में हर महीने ढाई सौ करोड़ रुपये की बिलिंग की जा रही है। इसमें हर महीने 95 फीसदी से अधिक धनराशि जमा भी हो रही है। इसके अलावा बड़े उद्योग श्रेणी में आने वाले उपभोक्ताओं को 69 पैसे प्रति यूनिट कम का भुगतान करना होगा। अगर बात करें घरेलू उपभोक्ताओं को तो उन्हें 26 पैसे से लेकर 34 पैसे तक का प्रति यूनिट के हिसाब से फायदा मिलेगा। वहीं व्यवसायिक उपभोक्ताओं को 34 पैसे से लेकर 48 पैसे तक का फायदा मिलेगा। वहीं ग्रामीणों को 13 पैसे से लेकर 30 पैसे तक का फायदा मिलेगा। उद्योग की बात करें तो उद्योग चलाने वाले उपभोक्ताओं को 33 पैसे से लेकर 69 पैसे तक प्रति यूनिट का छूट मिलेगा।
Noida: बिजली विभाग का गजब कारनामा सामने आया है। बिजली विभाग ने लापरवाही की हद पार करते हुए एक घरेलू उपभोक्ता को 4 करोड़ रुपये का बिल भेज दिया है। बिजली बिल आते ही उपभोक्ता के होश उड़ गए। फिलहाल उपभोक्ता ने बिजली निगम से शिकायत करने की बात कही है।
घर में रहती है सिर्फ सहायिका
दरअसल, सेक्टर-122 के सी-ब्लॉक में रेलवे कर्मी बसंत शर्मा रहते हैं। शर्मा को जुलाई में 4.02 करोड़ का बिजली बिल भेजा है। फोन पर बिल का मैसेज आते ही बसंत चौंक गए। शिमला में प्रशिक्षण से रहे बसंत ने आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। बसंत का कहना है कि अभी उनके घर में घरेलू सहायिका रहती है। हर माह उनका बिल एक से डेढ़ हजार के बीच आता है।
एक महीने में 28 हजार गुना बिजली बिल बढ़ाया
बसंत ने बताया कि पिछले माह का बिजली बिल 1400 रुपये था। लेकिन इस बार सीधे 28 हजार गुना बिजली बिल बढ़ गया। बिजली विभाग की ओर से भेजे गए मैसेज में उन्हें 24 जुलाई तक छूट के साथ बिल जमा करने को कहा गया है। तय अवधि तक बिल जमा करने पर उन्हें करीब 2.84 लाख की छूट देने की बात कही है।
मीटर रीडिंग सही से नहीं लेते कर्मचारी
सेक्टर-122 के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि विद्युत निगम की तरफ से मीटर रीडिंग सही नहीं ली जाती है। इसलिए अनाप-शनाप बिजली बिल भेज देते हैं। बता दें कि सेक्टर में पहले भी गलत बिल आते रहे हैं। इसके बाद उपभोक्ता को ही बिल सही कराने के लिए विद्युत निगम के चक्कर लगाने पड़ते हैं। लगातार शिकायतों के बाद भी विद्युत निगम व्यवस्था को दुरूस्त नहीं कर रहा है।
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