Greater Noida: जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली उड़ान का लक्ष्य सितंबर 2024 रखा गया है। लेकिन लोकसभा चुनाव की रैलियों में नोएडा एयरपोर्ट की गूंज सुनाई देने की उम्मीद है। केंद्र और प्रदेश सरकार एयरपोर्ट का चुनाव से पहले नए साल में उद्घाटन करने की तैयारी में हैं। महत्वाकांक्षी योजना होने के कारण लोकसभा चुनाव की रैलियों में भाजपा के स्टार प्रचारक नोएडा एयरपोर्ट और इससे होने वाले विकास को अपने भाषणों में शामिल कर वोटरों को लुभाते नजर आने की संभावना है।
सपा और बसपा सरकार ने भी देखा था सपना
गौरतलब है कि नोएडा एयरपोर्ट निर्माण का सपना बसपा और सपा सरकार ने भी देखा था। लेकिन केंद्र सरकार का साथनहीं मिलने के कारण यह परियोजना सिर्फ चुनावी वादों तक सीमित रह गई। जब केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना पर नए सिरे से काम शुरू हुआ। इसके बाद जमीन अधिग्रहण से लेकर विभागीय औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद तेजी से निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है।
40 साल का हुआ है अनुबंध
बताते चलें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) और विकासकर्ता कंपनी के बीच 40 साल का अनुबंध हुआ है। इसके तहत 1 अक्टूबर 2021 से कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ है और 1095 दिन के अंदर एयरपोर्ट का संचालन शुरू होगा। इसका मतलब 30 सितंबर 2024 को ही एयरपोर्ट का काम पूरा होगा। हालांकि दावा किया जा रहा है कि इससे पहले ही इस एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरी जाएगी। एयरपोर्ट में टर्मिनल वन बिल्डिंग 90 हजार वर्ग मीटर में बन रही है। अनुबंध के अनुसार यदि निर्माण कार्य व उड़ान में देरी होती है 10 लाख रुपये प्रतिदिन कंपनी पर जुर्माना लगाया जाएगा।
विधानसभा से पहले शिलान्यास, लोकसभा चुनाव से पहले उद्घाटन
गौरतलब है कि फरवरी 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव और आचार संहिता लागू होने से पहले 25 नवंबर 2021 को जेवर में नोएडा एयरपोर्ट का शिलान्यास किया गया था। अब लोकसभा चुनाव से पहले नोएडा एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारी है। इस अवसर पर भी पहले से अधिक भव्य आयोजन होने की संभावना है।
Noida: नोएडा एंट्रेप्रिनियोर्स एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा (AGM) का आयोजन शनिवार को हुआ । जिसमें गत वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया। विपिन मल्हन ने इस अवसर पर उपस्थित सभी उद्यमी सदस्यों का धन्यवाद दिया । इसके साथ ही AGM में सर्व सम्मति से चुनाव की तिथि का ऐलान किया गया । आगामी 20 जनवरी 2024 को एनईए के चुनाव होंगे ।
सर्वसम्मति से फीस कम करने का लिया गया फैसला
इस अवसर पर विपिन मल्हन ने चुनाव की फ़ीस में भारी कमी का ऐलान किया, जिसे सर्व सम्मति से पारित किया गया । मल्हन ने कहा कि फीस में कमी का मक़सद चुनाव में ज़्यादा से ज़्यादा लोग चुनाव में भाग लें। पदाधिकारियों के लिए चुनाव फीस 1100 से घटाकर 2100 रुपये कर दिया गया है।
कार्यकारिणी सदस्यों को फीस अब 11 सौ रुपये देने होंगे
कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव की फ़ीस भी 5000 से घटाकर 1100 रुपये कर दी गई है। चुनाव के फॉर्म की फ़ीस घटाकर 100 कर दी गयी है। इस अवसर पर सभी पदाधिकारी , कार्यकारिणी के सदस्य एवं भारी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।
Lucknow: समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी पहली 16 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। मैनपुरी से डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री लालजी वर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। बीते विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा छोड़कर वे सपा में शामिल हुए थे। पार्टी ने उन्हें कटेहरी विधानसभा सीट से टिकट दिया था। वे चुनाव जीतकर विधायक भी बने। विधायक रहते अब सपा ने उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी अधिकृत तौर पर घोषित किया है। बसपा सरकारों में कैबिनेट मंत्री रह चुके लालजी टांडा सीट से भी विधायक रह चुके हैं।
धौरहरा सीट कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है सपा
समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 11 सीट देने की घोषणा की है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सीटों के बंटवारे पर ट्वीट किया, लखीमपुर खीरी जिले में भी सियासी भूचाल आ गया। राजनीतिक दलों समेत हर ओर बस यही चर्चा रही कि लोकसभा की दो सीटों खीरी और धौरहरा पर आखिर दावेदारी किसकी होगी। उधर, समाजवादी पार्टी सूत्रों के मुताबिक सपा मुखिया का पूरा जोर खीरी पर है, सपा धौरहरा सीट कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 'जन विश्वास यात्रा' पर निकल पड़े हैं। यात्रा के पहले पड़ाव में मुजफ्फरपुर पहुंचे जहां तेजस्वी यादव के समर्थकों ने क्रेन के ऊपर चढ़कर उन पर फूल बरसाए। इस दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने कहा "कि कुछ लोग कहते हैं कि RJD MY (MUSLIM और YADAV) की पार्टी है लेकिन RJD तो BAP (BAHUJAN बहुजन + AGDA अगड़ा + POOR की पार्टी है. RJD MY के साथ साथ BAP की पार्टी है।"
यात्रा में उठाये जनता के मुद्दे
मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव ने जनता के मुद्दों पर बात करते हुए कहा, “कि मैं आपकी लड़ाई लड़ने के लिए यहां हूं, हम चाहते हैं कि बिहार शीर्ष राज्यों में गिना जाए और यह जन विश्वास यात्रा का पहला सार्वजनिक संबोधन है, हमें आपके विश्वास की जरूरत है। क्या आप हमें सत्ता देंगे? आशीर्वाद मिलेगा ना? बेरोजगारी सबसे बड़ा दुश्मन है, इसे जाना चाहिए। मैंने 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। मैंने कहा था कि हम रिक्तियां भरेंगे और बिहार को राष्ट्रीय औसत के बराबर लाएंगे। हमें धोखा दिया गया और हमारी नौकरी काट दी गई।''
जनता ने हमें बिहार की सबसे बड़ी पार्टी
'जन विश्वास यात्रा' से पहले तेजस्वी यादव ने गाय को चारा खिलाया और मंदिर में पूजा-अर्चना करके आशीर्वाद लिया। यात्रा शुरु करने से पहले तेजस्वी अपनी बेटी कात्यायनी को लाड-प्यार करते हुए भी नजर आए। इस दौरान तेजस्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "कि जनता हमारी मालिक है, हम मालिक के सामने जा रहे हैं। जनता ने हमें बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनाया।
'नीतीश जनमत को अपने पैर की जूती समझते'
इसके साथ ही तेजस्वी ने गठबंधन के मुद्दे पर कहा, "कि नीतीश कुमार के पास गठबंधन बदलने का न तो कोई विजन है और न ही कोई कारण। हमने 17 महीने में जो काम किया, उसे हम जनता के सामने रखेंगे। सीएम नीतीश कुमार जनता के फैसले को कोई महत्व नहीं देते, नीतीश कुमार जनमत को अपने पैर की जूती समझते हैं। जनता इसबार उनको जरूर जवाब देगी।"
11 दिनों में राज्य के 38 जिलों का करेंगे दौरा
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव 20 फरवरी से 1 मार्च तक पूरे बिहार का दौरा करेंगे. इस दौरान राज्य के सभी 38 जिलों में जायेंगे। 'जन विश्वास यात्रा' एक जन संपर्क कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य "सार्वजनिक विश्वास" जीतना है। इसकी शुरुआत मुजफ्फरपुर से हो गई है। तेजस्वी मोतिहारी, पूर्वी चंपारण जिले के मुख्यालय में रात्रि विश्राम करेंगे। इससे पहले तेजस्वी सीतामढ़ी और शिवहर में दो और सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करेंगे।
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी पूरी तरह से एक्टिव मोड में नजर आ रही है. हाल ही में दो लिस्ट जारी करने के बाद अब सपा ने तीसरी लिस्ट जारी कर दी है. जिसमें शिवपाल यादव समेत कई दिग्गजों को पार्टी ने मैदान में उतारा है. ये सपा की तीसरी लिस्ट है जिसमें 5 नामों का ऐलान किया गया है. बता दें अब तक सपा की ओर से 32 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जा चुका है.
बदायूं सीट पर शिवपाल यादव को मिला टिकट
लिस्ट के मुताबिक सपा की तीसरी लिस्ट में 5 उम्मीदवारों के नाम हैं। इस लिस्ट में पार्टी ने बदायूं, कैराना और बरेली जैसी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। जहां बदायूं सीट पर पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदला है, और शिवपाल यादव को टिकट दिया है जबकि पहली लिस्ट में इस सीट से धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारा गया था। वहीं कैराना से इकरा हसन, बरेली सीट से प्रवीण सिंह ऐरन, हमीरपुर से अजेंद्र सिंह राजपूत और वाराणसी से सुरेन्द्र सिंह पटेल को टिकट दिया है। अखिलेश यादव की अगुवाई वाली समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की अब तक तीन लिस्टें जारी की हैं। जिसमें 80 लोकसभा सीटों में 32 पर अपने उम्मीदवार उतार दिए गए हैं।
स्वामी की बेटी और शिवपाल के बीच टक्कर
आपको बता दें अभी बदायूं की सीट से पूर्व सपा MLC स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्य बीजेपी से सांसद है. इस सीट पर संघमित्रा ने धर्मेंद्र यादव को हराकर कब्जा किया था. लेकिन अब शिवपाल यादव ने संघमित्रा का सीधा मुकाबला होगा.
कांग्रेस को सपा की ओर से 17 सीटों का प्रस्ताव
वहीं बात करें सपा की तीसरी लिस्ट की। तो ये लिस्ट तब सामने आई है, जब पार्टी की तरफ से कांग्रेस को 17 सीटों का ऑफर दिया गया है। मसलन, अखिलेश यादव कथित रूप से इससे ज्यादा सीट कांग्रेस को देने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने पहले सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 80 में 11 सीटों की पेशकश की थी। हालांकि कांग्रेस लगातार कह रही है कि इस मुद्दे पर वे सपा के साथ बातचीत में हैं।
सपा और कांग्रेस के रिश्तों में खटास !
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जो लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों का एक समूह भी है। अखिलेश यादव का कांग्रेस के साथ मतभेद चल रहा है। इस बीच कथित रूप से बात यहां तक बिगड़ गई कि उन्होंने बिना विचार किए ही लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। कांग्रेस नेताओं ने इसकी आलोचना करते हुए कहा था कि इंडिया गठबंधन की लिस्ट भी आएगी। आपको बता दें कि राहुल गांधी यूपी में हैं, लेकिन गठबंधन का हिस्सा होने के बाद भी अखिलेश यादव ने उनसे मुलाकात नहीं की है।
सपा के उम्मीदवारों की लिस्ट
पार्टी की पहली लिस्ट 30 जनवरी को जारी की गई थी, जिसमें डिंपल यादव को मैनपुरी, शफीकुर रहमान बर्क को संभल और रविदास महरोत्रा को लखनऊ लोकसभा सीट से टिकट दिया गया था। वहीं दूसरी लिस्ट 19 फरवरी को जारी की गई। जिसमें मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर सीट, मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक और हरदोई सीट से उषा वर्मा को टिकट दिया गया।
Lucknow: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में तबादला एक्सप्रेस बड़ी तेजी से दौड़ रही है। योगी सरकार लगातार नौकरशाहों को ट्रांसफर कर रही है। इसी कड़ी में अब 15 आईएस अधिकारियों को तबादला किया गया है।
नियुक्ति विभाग की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार, IAS रजनीश दुबे राजस्व परिषद के नए चेयरमैन बने, IAS राजेश कुमार सिंह प्रमुख सचिव सहकारिता बने और IAS राजेश कुमार सिंह प्रमुख सचिव कारागार बने रहेंगे। वहीं, IAS बीएल मीणा प्रमुख सचिव उद्यान एवं रेशम, IAS रवींद्र कुमार प्रमुख सचिव पशुधन दुग्ध विकास, IAS विमल दुबे को मंडलायुक्त अलीगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है।
इसी तरह IAS चैत्रा वी को मंडलायुक्त झांसी बनाई गईं। IAS मनोज कुमार सिंह से उद्यान विभाग का चार्ज हटाया गया है। IAS पी गुरू प्रसाद प्रमुख सचिव राजस्व, IAS बलकार सिंह नए आवास आयुक्त, IAS आदर्श सिंह आबकारी आयुक्त, IAS रणवीर प्रसाद एमडी विद्युत उत्पादन निगम और IAS राजशेखर एमडी पेयजल मिशन ग्रामीण बने हैं।
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश में पीसीएस के अलावा आईपीएस अधिकारियों के तबादले अब और तेजी से होंगे। एक बार अगर लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई तो उसके बाद में सरकार के लिए तबादले करना मुश्किल हो जाएगा. आचार संहिता लगने के बाद केवल चुनाव आयोग के आदेश पर ही अधिकारी इधर से उधर किए जा सकेंगे।
लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई है. इसी कड़ी में बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट भी शनिवार को जारी कर दी है. इसमें भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार कहे जाने वाले पवन सिंह को भी टिकट दिया गया है. लेकिन रविवार को पवन सिंह ने कुछ ऐसा कर दिया, जो कि चर्चाओं का विषय बना हुआ है. पवन सिंह ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल संसदीय सीट से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है.
बीजेपी की लिस्ट का ऐलान
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने 2 मार्च को 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी. इसमें पश्चिम बंगाल की 20 सीटों के उम्मीदवारों के नाम भी शामिल थे. आसनसोल संसदीय सीट से भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को दिकट दिया गया था. जबकि शत्रुघ्न सिन्हा इसी सीट से लोकसभा सांसद है. जब टिकट मिला तो पवन सिंह खुश दिखाई दिए. लेकिन कुछ ही घंटों के बाद पवन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया, जिससे राजनीति गर्भा गई.
पवन सिंह का ट्वीट
पवन सिंह ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि भारतीय “भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हूं. पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा.” विपक्ष का हमला वहीं, सुपरस्टार के इस ट्वीट के बाद विपक्षियों ने सत्ता धारी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि “पश्चिम बंगाल के लोगों की अदम्य भावना और शक्ति.” फिलहाल अब तो ये आने वाले वक्त में ही पता चल सकेगा कि अब बीजेपी इसपर रुख अपनाती है.
Lucknow: अखिलेश यादव ने भाजपा नेताओं द्वारा अपने नाम के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परिवार के रूप में जोड़ने के मुद्दे पर तंज करते हुए सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा है कि लगता है मेले में बिछड़ा परिवार मिल गया।
उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा है, ''किसने सोचा था कि भाजपा के यह दिन भी आ जाएंगे कि कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले और कुछ काम को ज्यादा जरूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे। कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा तो कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए प्रार्थना पत्र लिखेगा। कोई टिकट कटने पर सन्यास लेने का एलान कर देगा तो कोई टिकट मिलने के बाद भी दूर से ही इंटरनेट मीडिया पर व्यक्तिगत कारणों से टिकट ठुकरा देगा। उन्होंने लिखा है कि भाजपा एक दल के रूप में इतनी कमजोर कभी नहीं थी, अब तो भाजपा वाले भी कह रहे हैं कि नहीं चाहिए भाजपा।''
लोकसभा चुनावों की सरगर्मियां हर तरफ साफ तौर पर देखने को मिल रही हैं। इस दौरान पार्टी नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप लगाना और अपनी रैलियों के दौरान कटाक्ष करना एक आम बात हो गई है। इस दौरान कई पार्टियों के नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष और टिप्पणियां करने से पीछे नहीं हटते हैं लेकिन पीएम मोदी विपक्ष के इन तीखे बाणों को अपना हथियार बनाकर बड़ी ही सरलता से विपक्ष की ओर मोड़ देते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मणिशंकर अय्यर, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के बाद अब लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ टिप्पणी की है।
140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार- PM
दरअसल INDI गठबंधन की रैली में लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा था ’कि मोदी का कोई परिवार नहीं है’। लालू प्रसाद यादव की इस टिप्पणी का जवाब प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना की रैली में देते हुए कहा ’कि ये कहते हैं मोदी का कोई परिवार नहीं है। मैंने देशवासियों के लिए जीने का सपना देखा था, यही मेरा संकल्प है। देश के करोड़ों लोग मुझे अपना मानते हैं। 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार हैं।’ वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने ‘मोदी का परिवार’ कैंपेन शुरू कर दिया है।
कब-कब किए गए PM मोदी पर तीखे वार
ये कोई पहली बार नहीं है जब विपक्ष ने पीएम मोदी पर कटाक्ष किया है। इससे पहले 2007 के गुजरात चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को ‘मौत का सौदागर’ बताया था। उस वक्त गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी ने इस बयान पर संसद पर हमला करने वालों का जिक्र करते हुए कहा था ’कि मौत के सौदागर तो ये लोग हैं।’ 2014 के चुनाव में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था ’कि वो चायवाला क्या प्रधानमंत्री बनेगा’। इसके बाद एक बार फिर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने 2017 में गुजरात चुनाव के दौरान पीएम को नीच इंसान बताया था। तब पीएम ने कहा था ’कि कांग्रेस के लोग मुझे नीच कहते हैं, गुजरात के बेटे के लिए इन शब्दों का प्रयोग कांग्रेस को भारी पड़ेगा। प्रदेश के नतीजे इसके गवाह होंगे।’
चौकीदार चोर बना BJP के लिए संजीवनी
वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर राफेल डील में घोटोले का आरोप लगाते हुए कहा था ’कि चौकीदार चोर है।’ जिस पर पलटवार करते हुए पीएम ने कहा था ’कि यह देश के सभी चौकीदारों का अपमान है। एक तरफ सभी लोग चौकीदार होने की शपथ ले रहे हैं, कांग्रेस के नेता उनका अपमान कर रहे हैं।’ इसके बाद नवंबर 2022 में गुजरात चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को रावण कहा था। जिस पर पीएम ने कहा था ’कि कांग्रेस राम विरोधी है, ये लोग राम के अस्तित्व को नहीं मानते, लेकिन रामायण के किरदार का इस्तेमाल मुझे गाली देने के लिए करते हैं। जितना कीचड़ उछाला जाएगा, कमल उतना ही खिलेगा।’ इसके बाद कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को जहरीले सांप की तरह बताया था। तब पलटवार करते हुए पीएम ने कहा था ’कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा सांप के जहर का है, वो मेरी तुलना सांप से कर रहे हैं और जनता से वोट मांग रहे हैं। सांप तो भगवान भोले के गले की शोभा है। ईश्वर रूपी जनता के गले का सांप होना भी मुझे स्वीकार है।’
New Delhi: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। राजनीतिक पार्टियों के साथ आम लोगों को भी चुनाव की घोषणा का इंताजर कर रहे हैं। ऐसे सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग अगले हफ्ते किसी भी दिन लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। फिलहाल आयोग आम चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए कई राज्यों के दौरे पर है। सभी राज्यों में तैयारियों का आकलन करने के बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों की एलान करेगा।
राज्यों का दौरा कर रहा चुनाव आयोग
चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव 2023 की तारीखों का एलान 14-15 मार्च को कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनावों की तर्ज पर ही इस बार भी सात चरण में ही चुनाव कराए जा सकते हैं। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में पहले चरण के लिए मतदान हो सकता है। चुनाव आयोग अगले हफ्ते किसी भी दिन लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। फिलहाल आयोग सभी राज्यों में राजनीतिक दलों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर रणनीति तय कर रही है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022