Greater Noida: क्या आप सोच सकते हैं, चरस-गांजा जैसा नशीला पदार्थ आप घर बैठे मंगा सकते हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा में चरस-गांजे को घर-घर डिलेवरी करने का काम किया जा रहा था। इसके लिए बकायदा एक नेक्सेस भी तैयार कर लिया गया था। बीटा-2 थाना पुलिस ने ऐसे ही गैंग का खुलासा किया है और गैंग के चार सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनके पास से 20 किलो से ज्यादा अवैध गांजा, 400 ग्राम चरस एक कार और बाइक के अलावा 148 फ्लिपकार्ट प्रिंटेड लिफाफे बरामद किए गये हैं। जिसकी बाजार में कीमत लगभग 25 से 30 लाख रुपये आंकी जा रही है।
नशीले पदार्थ की ऐसे होती थी तस्करी
गैंग का संचालन बीबीए की छात्रा कर रही थी। बीबीए की छात्रा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गांजे और चरस की तस्करी कर रही थी। बकायदे इसके लिए फ्लिपकार्ट जैसी नामी कंपनी के लिफाफे का भी इस्तेमाल किया जा रहा था। ताकि किसी को इसकी भनक तक ना लगे। ये गैंग व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए पहले लोगों को संपर्क किया जाता है, बाद में उन्हें ई-कॉमर्स साइट की आड़ में फ्लिपकार्ट प्रिंट लिफाफे का गलत इस्तेमाल कर लोगों तक पहुंचाने का काम गैंग करता था।
पब्लिक प्लेस में भी कर देते थे सप्लाई
एडशिनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि ये गैंग फ्लिपकार्ट के लिफाफे का इस्तेमाल करके इसकी डिलेवरी पब्लिक प्लेस में भी कर देते थे। ई-कॉमर्स साइट का लिफाफा होने के चलते किसी को कानों-कान इसकी भनक तक नहीं लगती थी। अशोक कुमार ने बताया गांजे को शिलांग से मंगाया जाता था, जो उत्तम क्वालिटी का है। गांजे की कीमत 40 हजार पर किलो के हिसाब से मंगाया जाता था, जिसे लाख रुपये से सवा लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से लोगों तक पहुंचाया जाता था।
Noida: गौतमबुद्ध नगर जिले के कॉलेज में नशे की सप्लाई का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रेटर नोएडा में नशे के धंधे का भंडाफोड़ हुआ था। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें से एक बीबीए कर चुकी युवती भी शामिल थी, जो कॉलेज में छात्रों को नशे की सप्लाई करती थी। अब नोएडा में नशे का कारोबार करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। सेक्टर 126 में पुलिस ने नशे के कारोबार करने वाले 4 छात्रों समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार छात्रों की पहचान दर्शन, सागर, आदित्य और अपूर्व के रूप में हुई है। जो एमबीए और एलएलबी के छात्र हैं।
ऐसे होती थी नशे की सप्लाई
पुलिस ने 25 लाख रुपये के कीमत का गांजा, कोकीन, चरस और MDMA की गोलियां जब्त की है। डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया नशे की खेप को छात्रों द्वारा कॉलेज में सप्लाई करवाया जाता था। डीसीपी ने बताया कि नशे की खेप को यूनिवर्सिटी, कॉलेज और पीजी में छात्रों को सप्लाई किया जाता था। इसके अलावा डिलिवरी ब्वॉय के माध्यम से भी नशे की खेप की सप्लाई कराई जा रही थी। जानकारी के मुताबिक ये गैंग व्हाट्सएप ग्रुप के साथ अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों और अन्य लोगों तक सप्लाई पहुंचाते थे। जब्त किये गये नशे के पदार्थ हाई क्वालिटी के बताए जा रहे हैं, जिसे शिलांग से मंगवाया जाता था।
नशे की खेप का थाईलैंड कनेक्शन
नशे के इस कारोबार में विदेशी मुल्क के नागरिक भी शामिल हैं। बताया जा रहा है इसका कनेक्शन नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा राजस्थान में भी इसकी सप्लाई की आशंका है। पुलिस अब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से डिटेल खंगालने में जुटी है। डीसीपी ने बताया अक्षय कुमार नाम का एक आरोपी है, जिसकी पत्नी थाईलैंड में जॉब करती है। पुलिस अब उस एंगल को खंगालने में भी जुटी है। इसके अलावा एक अफ्रीकी मुल्क के नागरिक के नाम का भी नशे के इस काले कारोबार में सामने आया है। जिससे नशे के पदार्थ की सप्लाई लेने की बात भी सामने आई है। फिलहाल पुलिस सभी एंगल को खंगालने में जुटी है।
#Noida सेक्टर 126 थाना पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो की यूनिवर्सिटी,कॉलेज समेत विदेशी नागरिकों को कोकीन,गांजा और अन्य नशीला पदार्थ सप्लाई किया करते थे,पुलिस ने नामी यूनिवर्सिटी के चार स्टूडेंट समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है,जिनके कब्जे से भारी मात्रा में… pic.twitter.com/7GlDiCeSmY
— Now Noida (@NowNoida) November 27, 2023
Noida: सोमवार को सेक्टर-126 थाना पुलिस ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्रों को नशे की सप्लाई करने वाले गैंग का खुलासा किया था। इसमें एक नामी यूनिवर्सिटी के चार छात्र भी शामिल थे। जो नशे की सप्लाई यूनवर्सिटी, कॉलेज और पीजी में किया करते थे। अब यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने सभी चारों छात्रों को निलंबित कर दिया है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि जबतक जांच चलेगी तब तक चारों आरोपी छात्र निलंबित रहेंगे।
परीक्षा देने के लिए तीन छात्रों को मिली थी राहत
तीन छात्रों को एग्जान देने के लिए कोर्ट से जमानत मिली थी। नशे में गोरखधंधे में शामिल होने के चलते यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उन छात्रों के परीक्षा पर भी रोक लगा दी है। आपको बता दें पुलिस ने 25 लाख रुपये के कीमत का गांजा, कोकीन, चरस और MDMA की गोलियां जब्त की थी। डीसीपी हरीश चंदर ने बताया था कि नशे की खेप को छात्रों द्वारा कॉलेज में सप्लाई करवाया जाता था। डीसीपी ने बताया कि नशे की खेप को यूनिवर्सिटी, कॉलेज और पीजी में छात्रों को सप्लाई किया जाता था। इसके अलावा डिलिवरी ब्वॉय के माध्यम से भी नशे की खेप की सप्लाई कराई जा रही थी। जानकारी के मुताबिक ये गैंग व्हाट्सएप ग्रुप के साथ अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों और अन्य लोगों तक सप्लाई पहुंचाते थे।
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