Noida: डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत विकास योजना के अंतर्गत जनपद स्तरीय क्रियान्वयन एवं सामान्य समिति की बैठक संपन्न हुई। जिला पंचायत राज अधिकारी कुंवर सिंह यादव ने बैठक का संचालन करते हुए अवगत कराया कि ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत भारत सरकार के द्वारा गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितेषी गांव, पर्याप्त जल युक्त गांव, स्वच्छ एवं हरित गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव, सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव एवं महिला हितेषी गांव सहित 9 थीम निर्धारित की गई हैं। जिनके अनुरूप ही प्रत्येक ग्राम पंचायत को अपनी थीम निर्धारित करते हुए कार्य योजना तैयार करनी है।
थीम के अनुसार बनाई जाए कार्य योजना
जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार ग्राम पंचायत में थीम का निर्धारण करते हुए कार्य योजना तैयार कराई जाए। ग्राम प्रधानों से वार्ता करते हुए थीम का निर्धारण कर थीम से संबंधित विभागीय अधिकारी को नामित कर दिया जाए। ताकि निर्धारित की गई थीम को लेकर जो कार्य योजना तैयार की जा रही है उसको मानकों के अनुरूप तैयार किया जा सके।
कार्य योजना तैयार कर पोर्टल पर करें अपडेट
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम सभा से अनुमोदित कार्य योजना को आगामी 31 जनवरी तक, क्षेत्र पंचायत से अनुमोदित कार्य योजना को 29 फरवरी व जिला पंचायत से अनुमोदित कार्य योजना को आगामी 31 मार्च 2023 तक ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड कर दी जाए। बैठक में ग्राम प्रधान, जिला विकास अधिकारी सुधा कुमारी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर धर्मवीर सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी, समस्त खंड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी मौजूद रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टरों और गांवों में मरम्मत व रखरखाव के कार्यों को और तेज कर दिया है। इसके लिए प्राधिकरण ने 30 कार्यों के लिए लगभग 43 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले हैं। एक माह में टेंडर प्रक्रिया को पूरा काम कराने की तैयारी है।
7 करोड़ रुपये से रिपेयर होगी सेक्टर 10 व 12 में 24 मीटर रोड
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों व गांवों में विकास व रखरखाव के कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। सीईओ के निर्देशों पर अमल करते हुए परियोजना विभाग 30 कार्यों के लिए 43 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले हैं। प्राधिकरण के परियोजना विभाग के महाप्रबंधक हिमांशु वर्मा ने बताया कि जिन 30 कार्यों के टेंडर निकाले गए हैं, उनमें लगभग 7 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-10 व 12 की 24 मीटर रोड की री-सर्फेसिंग का कार्य होगा। इसके अलावा 1.42 करोड़ रुपये की लागत से लखनावली में सीसी रोड व नाली का कार्य, 1.18 करोड़ रुपये की लागत से घोड़ी-बछेड़ा में 6 प्रतिशत आबादी भूखंडों और और 60 मीटर चौड़े संपर्क मार्ग का अवशेष कार्य के लिए भी टेंडर जारी किया गया है।
130 मीटर रोड से क्रॉसिंग रिपब्लिक तक की सड़क होगी दुरुस्त
हिमांशु वर्मा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 130 मीटर रोड से क्रॉसिंग रिपब्लिक तक 45 मीटर रोड का चौड़ीकरण और ड्रेन का निर्माण, सेक्टर चाई फोर स्थित एस/एसटी हॉस्टल में 02 वर्ष के लिए स्वीपिंग और क्लीनिंग के कार्य, सेक्टर म्यू टू स्थित 29.76 मीटर के फ्लैटों के रिपेयर के कार्य के लिए भी टेंडर जारी। कासना व सिरसा में 6 प्रतिशत आबादी के विद्युतीकरण का कार्य,सेक्टर जीटा से ओमीक्रॉन टू एवं 3 के जंक्शन तक 130 मीटर रोड का सौंदर्यीकरण व तीन वर्ष तक के लिए मेनटेनेंस के कार्य आदि के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। सीईओ एनजी रवि कुमार ने निर्धारित अवधि में टेंडर प्रक्रिया को पूरा कर इन कार्यों को प्राथमिकता पर कराने के निर्देश दिए हैं।
ग्रेटर नोएडा में जलापूर्ति के लिए बने पंप हाउस जल्द ही रंग-रोगन के साथ नए लुक-नए अंदाज में दिखेंगे। इसकी शुरुआत हो चुकी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग ने सेक्टर-37 स्थित पंप हाउस को नया रंग-रूप देकर आकर्षक बना दिया है। यह ग्रेटर नोएडा का पहला मॉडल पंप हाउस है। इसी तरह से बाकी के पंप हाउस को भी विकसित किया जाएगा। ये पंप हाउस सिर्फ रंग-रोगन से ही नहीं, बल्कि तकनीक वाइज भी अपडेट किया जा रहा है। पंप हाउसों को ऑटोमेशन सिस्टम से लैस करने पर जलापूर्ति में भी मदद मिलेगी और मेनटेनेंस का खर्च भी कम होगा।
करीब 208 पंप हाउस दुरुस्त करने का निर्देश
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने एसीईओ प्रेरणा सिंह से ग्रेटर नोएडा के सभी पंप हाउसों (करीब 208) को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए है। प्रेरणा सिंह ने सबसे पहले अलग-अलग सेक्टरों में बने पंप हाउसों को मौके पर जाकर देखा। उन्होंने जल विभाग की टीम से इन सभी पंप हाउस परिसरों को चमकाने के साथ ही तकनीक वाइज भी अपडेट कर मॉडल पंप हाउस बनाने को कहा।
ऑटोमेशन सिस्टम पर किया गया पंप हाउस
जल विभाग के महाप्रबंधक जितेंद्र गौतम, वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार और लव शंकर भारती की टीम ने सेक्टर 37 के पंप हाउस को मात्र दो दिन में मॉडल पंप हाउस के रूप में तैयार कर दिया। इस पंप हाउस को ऑटोमेशन सिस्टम पर कर दिया गया है। अब इसे चलाने या बंद करने की जरूरत नहीं पडे़गी। टंकी में पानी भर जाने पर खुद बंद हो जाएगा। किसी तरह की तकनीकी फॉल्ट होने पर अलार्म भी बजेगा। इससे जलापूर्ति को और बेहतर करने में मदद मिलेगी। साथ ही इन पंप हाउसों के रखरखाव का खर्च भी पहले से कम होगा। सेक्टर 37 के मॉडल पंप हाउस पर लगभग दो लाख रुपये खर्च हुए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने सेक्टर 37 पंप हाउस की तरह अन्य पंप हाउसों को शीघ्र विकसित किए जाने की बात कही है।
नोएडा में लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता हटने का असर दिखने लगा है। दरअसल आचार संहिता हटने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक बार फिर विकास की रफ्तार पकड़ ली है। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने मेनटेनेंस व निर्माण कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में परियोजना विभाग, उद्यान विभाग, विद्युत अभियांत्रिकी और जल-सीवर विभाग की तरफ से टेंडर निकाले गए हैं। इसके तहत चारमूर्ति चौक से तिगड़ी रोटरी की सड़क पर दोनों तरफ री-सर्फेसिंग का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिए हैं। टेंडर की प्रक्रिया लगभग एक माह में पूरा कर इस रोड को दुरुस्त कराने की तैयारी है। इसके साथ ही 19 अन्य कार्यों के लिए लगभग 73 करोड़ रुपये के प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिए गए हैं।
परियोजना विभाग ने 47 करोड़ रुपये के निकाले टेंडर
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि परियोजना विभाग ने 47 करोड़ रुपये में 12 कार्यों के टेंडर निकाले हैं, जिनमें चारमूर्ति चौक से तिगड़ी रोटरी की सड़क पर दोनों तरफ री-सर्फेसिंग के अलावा पाली में शिव मंदिर के पास पंचायत घर का अवशेष कार्य, नालों को कवर करने का कार्य, सेक्टर एक व ज्यू थ्री में नाले की सफाई के कार्य, पाली में छह फीसदी आवासीय भूखंडों को विकसित करने का कार्य आदि शामिल हैं। इसी तरह लगभग 6.85 करोड़ रुपये की लागत से कई गांवों में छह फीसदी आबादी भूखंडों में एलईडी लाइट लगाने आदि के कार्य कराए जाएंगे।
जल-सीवर विभाग ने 17.51 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले
वहीं जल-सीवर विभाग की तरफ से सेक्टर इकोटेक थ्री स्थित 20 एमएलडी एसटीपी का मेनटेनेंस व संचालन और गंगाजल परियोजना के जोनल रिजर्वायर के इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इंस्ट्रूमेंटल व संबंधित सिविल कार्य और जीआईएस मैपिंग के कार्यों पर 17.51 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले हैं। इसी तरह उद्यान विभाग ने गैलेक्सी वेगा सोसाइटी के पास 100 मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट में ओपन जिम लगाने का कार्य, डीएससी रोड और एनएच-24 के सौंदर्यीकरण आदि कार्यों के लिए 1.49 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले हैं। टेंडर प्रक्रिया को लगभग एक माह में पूरा कर काम शुरू कराने की तैयारी है।
Kanpur: सीएम योगी आदित्यनाथ चुन्नीगंज स्थित जीआईसी मैदान से कानपुर के लिए 725 करोड़ के विकास कार्यों को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लाल इमली जोकि कानपुर की पहचान है, उसक़ो फिर से चालू करने का काम भाजपा करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो भ्र्ष्टाचार किया है, उसी की भेंट लाल इमली चढ़ गयी।
सपा की टोपी लाल लेकिन कारनामे काले
सीएम ने कहा जिस सपा विधायक क़ो जेल भेजा गया, उसने ही इस सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में उस दिन दंगा कराया, जिस दिन राष्ट्रपति शहर में थे. इसीलिए इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहें हैं. अयोध्या में एक बेटी के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए भी सपा पर जोरदार हमला बोला. सीएम ने कहा कि सपा की पहचान है नवाब ब्रांड. इनकी टोपी लाल है, पर कारनामे काले हैं.सीएम ने कहा कि कहा मैं इसलिए आया हूँ, कि सीसामऊ क़ो सीसामऊ बना रहने दीजिए. युवाओं क़ो टेबलेट इसलिए दिए, क्योंकि युवा सशक्त बन सके. जो युवाओं के साथ खिलवाड़ करेगा, उनकी ज़मीनें जब्त करने का काम योगी सरकार कर रहीं है.
भाजपा में सुरक्षा, विकास व सुशासन का मॉडल
सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर जो प्रस्ताव के निवेश आए हैं, उनमें प्रदेश के एक करोड़ युवाओं क़ो नौकरियां देंगे. सरकार अपनी सभी योजनाओं में युवाओं क़ो नौकरी देगी. कानपुर में जाम की समस्या खत्म हुई. मेट्रो की सुविधा कानपुर क़ो मिली है. सीसामऊ नाला सही हो गया. गंगा साफ हो गईं. भाजपा सरकार में सुरक्षा, विकास व सुशासन का मॉडल है. ग्रीन फिल्ड एक्सप्रेस वे व गंगा एक्सप्रेस वे व डिफेन्स कॉरिडोर से कानपुर का औद्योगिक विकास होगा.
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर लोकेश एम ने मंगलवार को शहर का जायजा लिया। इस दौरान सीईओ ने लापरवाही मिलने पर ताबड़तोड़ एक्शन लिए हैं। इस एक्शन में प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग के जीएम से लेकर ठेकेदारों पर गाज गिरी है। इसके बाद पूरे प्राधिकरण में खलबली मच गई है।
सीईओ ने अधिकारियों को लगाई कड़ी फटकार
दरअसल इन दिनों हो रही बारिश के कारण शहर की हालत लगातार खराब हो रही है। इस समस्या की शिकायत को लेकर शहर के लोग सीईओ से शिकायत कर रहे थे। सीईओ के बार-बार अधिकारियों को निर्देश दिए जाने के बावजूद व्यवस्था को सुधारने में अधिकारी और ठेकेदार विफल रहे हैं। बदहाल सफाई व्यवस्था और सड़कों की खस्ता हालत मंगलवार को सीईओ के सामने आ गई। उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई। शहर भर में सफाई के मामले में मिली अव्यवस्थाओं के चलते सीईओ ने जन स्वास्थ्य विभाग के महाप्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
सीईओ ने किया शहर का निरीक्षण
शहरवासियों की मिल रही लगातार शिकायत के बाद सीईओ ने सबसे पहले एमपी-1, एमपी-2, डीएससी और एमपी-3, मार्ग निठारी और अन्य जगह का जायजा लिया। यहां पर उन्हें एमपी-1 मार्ग पर फुटपाथ की स्थिति ठीक नहीं मिली। सीईओ ने फुटपाथ को सही करने के निर्देश दिए। सेक्टर-27 कैंब्रिज स्कूल के सामने टी प्वाइंट को विकसित करने के लिए उद्यान विभाग को निर्देशित किया। केंब्रिज के सामने सड़क पर जून में बिटूमिन सरफेस किया गया था। वहां सड़क खस्ताहाल मिली। सड़क का लेवल ठीक नहीं था। सीईओ ने लापरवाही बरतने पर संविदाकार पर एफआईआर कराने और संविदाकार को ब्लैक लिस्ट करने के लिए कहा गया। साथ ही संबंधित अवर अभियंता का दो माह का वेतन रोकने के साथ प्रबंधक को कड़ी चेतावनी और वरिष्ठ प्रबंधक को स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
एजी एन्वायरो पर 2 लाख की पेनाल्टी
एमपी-2 मार्ग पर सेक्टर-30, 26 और निठारी के मध्य टी-प्वाइंट को विकसित करने के लिए उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया। इसके अलावा ग्राम निठारी के सामने अत्यधिक मात्रा में सड़क पर गार्बेज पड़ा पाया गया। सड़क की सफाई नहीं होने पर एजी एन्वायरो पर 2 लाख की पेनाल्टी लगाने और संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। एमपी-2 मार्ग से शशि चौक तक सेक्टर-30 और गांव निठारी के मध्य मार्ग पर सेन्ट्रल वर्ज दुरुस्त नहीं मिली।
अव्यवस्थाओं को लेकर स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोका
डीएससी मार्ग पर सेक्टर-42 की ओर फुटपाथ और पैरापिट वॉल क्षतिग्रस्त पाई गई। जिसके लिए पूर्व में फुटपाथ और पैरापिट वॉल का अनुरक्षण करने के लिए वर्क सर्किल-3 को निर्देशित किया गया था। सेक्टर-42 में 5 प्रतिशत आबादी भूखंड के सामने खाली पड़ी जगह पर गंदगी पाई गई। जिसके दृष्टिगत उक्त स्थल की 3 दिन में सफाई कराते हुए फोटोग्राफ के साथ-साथ कार्रवाई की जाए। यहां मिली अव्यवस्थाओं के लिए संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोका जाए। संविदाकार पर 1 लाख की पेनाल्टी लगाने के लिए कहा गया।
वरिष्ठ प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी
सेक्टर-42 और 48 के मध्य मार्ग पर अत्यधिक मात्रा में गड्ढे मिले। सिविल विभाग के अवर अभियन्ता का 2-2 माह का वेतन रोकने और प्रबन्धक को कड़ी चेतावनी जारी करने और संबंधित वरिष्ठ प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने एमपी-3 मार्ग का निरीक्षण किया गया, जहां सेक्टर-32 के समीप बायीं ओर सिटी सेंटर अंडरपास पर मिट्टी जमा मिली और घास पाई गई। संविदाकार पर दो लाख पेनाल्टी लगाने और सम्बन्धित स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोकने हेतु निर्देशित किया गया।
Noida: नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की समीक्षा बैठक शुक्रवार को हुई। जिसमें सिविल विभाग की समीक्षा के दौरान प्राधिकरण के सीईओ को काम के लक्ष्य से अवगत कराया गया। इस दौरान बताया गया कि सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशनों के बीच स्काईवॉक के निर्माण का काम सितंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा और अक्टूबर से इसका उपयोग किया जा सकेगा।
चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना का काम जल्द शुरू होगा
डीएससी रोड पर भंगेल एलिवेटेड और सेक्टर-151ए के गोल्फ कोर्स के काम की भी समीक्षा की गई। काम की धीमी गति पाए जाने पर सेतु निगम के एमडी को पत्र लिखेगा। इसके साथ ही गोल्फ कोर्स के लिए जमीन अधिग्रहण में देरी पर भूलेख विभाग को पत्र लिखने बात कही गई। समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि चिल्ला एलिवेटेड रोड की परियोजना में पांच लोगों ने बिड डाली है। जिनके दस्तावेजों का परीक्षण चल रहा है और जल्द ही काम शुरू होगा।
अतिक्रमण हटाने और विकास कार्यों पर जोर
वहीं, सीईओ ने वर्क सर्किल को निर्देश दिया कि ज्यादा से ज्यादा अतिक्रमण हटाते हुए जमीन चिह्नित किया जाए, ताकि प्राधिकरण लैंड बैंक बना सके। इसके अलावा ठेकेदारों के परफॉर्मेंस गारंटी में संशोधन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में निर्णय लिया गया कि वर्क सर्किल-3 और 8 में मार्केट का नवीनीकरण, फूड जोन, वेंडिंग जोन तैयार किया जाएगा। बारिश से पहले नालों की सफाई, निठारी का निरीक्षण करते हुए विकास, तालाबों के जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण एवं नये तालाबों के निर्माण के संबंध में विस्तृत विवरण सहित एक प्रस्तुतिकरण को कहा गया।
चौराहों और तिराहों पर लगेगी मूर्ति
समीक्षा बैठक में तय किया गया कि क्षेत्र के महत्वपूर्ण चौराहों, तिराहों के अलावा स्थलों के सौंदर्य को बढ़ाने के लिए मूर्ति की स्थापना की जाएगी. सड़कों के दोनों ओर सौंदर्यीकरण कराने की लक्ष्य दिया गया। इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा। वहीं, बैठक के बाद सीईओ ने डीएससी रोड पर बॉटेनिकल गार्डेन के सामने फुटपाथ के काम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फुटपाथ में लगाई जा रही टाईलों को एक लेवल में लगाने का निर्देश दिया । कंक्रीट के कार्य को अलग-अलग पैच में न करते हुए पूरे एक साथ करने के निर्देश दिए।
गौतमबुद्धनगर के राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में किए जा रहे कायाकल्प एवं निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। ये बैठक जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत की गई। इस योजना का उद्देश्य गौतम बुद्ध नगर के समस्त राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
डीएम को विकास कार्यों की दी गई जानकारी
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर धर्मवीर सिंह ने जिलाधिकारी को वित्तीय वर्ष 2021-22, 2022-23, 2023-24 में किए कार्यों की जानकारी दी. जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह ने प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत विद्यालयों में दीवार छत, फर्श खिड़की दरवाजे की मरम्मत, विद्यालय की रंगाई पुताई, शौचालय पेयजल से संबंधित मरम्मत कार्य एवं अतिरिक्त कक्ष, कक्षाएं, प्रयोगशाला, मल्टीपरपज हॉल, पुस्तकालय कक्ष व खेल के मैदान के निर्माण के संबंध में वर्तमान तक की गई प्रगति से अवगत कराया।
डीएम ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
जिलाधिकारी ने कायाकल्प एवं निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग, यूपीपीसीएल और आर ई डी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत विद्यालयों में कायाकल्प एवं निर्माण से संबंधित जो कार्य आप लोगों को सौंपे गए हैं। उनको निर्धारित समय अवधि में पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि उपरोक्त कार्य हेतु शासन से यथाशीघ्र शेष धनराशि को भी अवमुक्त करने हेतु पत्र प्रेषित किया जाए। ताकि सभी कायाकल्प एवं निर्माण कार्यों को निर्धारित समय अवधि में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जा सके एवं स्कूलों में पठन-पाठन हेतु सुदृढ़ मूलभूत सुविधाएं बच्चों को उपलब्ध हो सके। साथ ही विद्यालय प्रबंधकों को निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत विद्यालय में करायें जा रहे कायाकल्प एवं निर्माण कार्यों की वर्तमान तक की फोटोग्राफी एवं वीडियो तैयार कर यथाशीघ्र जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में उपलब्ध करायें। उन्होंने कार्यदाई संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा भी समय-समय पर विद्यालयों में कराए जा रहे मरम्मत एवं निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया जाए।
स्कूलों में पठन-पाठन की गुणवत्ता पर भी विशेष फोकस रखें- डीएम
जिलाधिकारी में बैठक में मौजूद विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से यह भी कहा कि स्कूलों में पठन-पाठन की गुणवत्ता पर भी विशेष फोकस रखा जाए। इसके लिए विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता की समीक्षा हेतु बैठक निर्धारित कराई जाए एवं उसमें सभी विद्यालय अपने-अपने स्कूलों शिक्षा गुणवत्ता को लेकर की गई गतिविधियों के संबंध में पावर प्रजेंटेशन तैयार करते हुए बैठक में शामिल हो।
बैठक में मौजूद रहे अधिकारीगण
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर धर्मवीर सिंह, लोक निर्माण विभाग, यूपीपीसीएल, आर ई डी विभाग के अधिकारीगण और विद्यालयों के प्रधानाचार्यगण मौजूद रहे।
नोएडा में सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी और जीएन सिंह ने विकास कार्यों की समीक्षा की। सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने डिलॉइट कंसलटेंट के प्रतिनिधियों के साथ मेडिकल डिवाइसेज पार्क में विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह व ओएसडी शैलेंद्र भाटिया द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया। विशेषकर मेडिकल डिवाइसेज पार्क में किए जा रहे विकास कार्यों से भी अवगत कराया गया। सीएम के सलाहकार जीएन सिंह द्वारा सुझाव दिया गया कि फ़ूड सेफ्टी के वरिष्ठ अधिकारी को अभी से प्राधिकरण द्वारा अपने साथ जोड़ना चाहिए। फार्च्यून 500 कंपनियों को पत्र भेजकर एमडीपी में इन्वेस्टमेंट व कंपनी स्थापित करने के लिए अनुरोध किया जाये और उनके साथ लगातार संपर्क बनाया जाये।
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का मुख्यालय भी सेक्टर-28 में बनेगा
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा प्राधिकरण द्वारा जारी नयी मेडिकल डिवाइसेज पार्क की योजना से भी अवगत कराया गया। साथ ही एमडीपी के अन्तर्गत स्थापित होने वाली इकाइयों को दिये जाने वाले विभिन्न इनसेंटिव्स के बारे में भी बताया गया। साथ ही यह भी अवगत कराया गया कि भारत सरकार द्वारा मेडिकल डिवाइसेज पार्क की एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का मुख्यालय भी प्राधिकरण क्षेत्र में सेक्टर-28 में एमडीपी पार्क में ही स्थापित किया जा रहा है। इस हेतु एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की नियुक्ति भी की जा चुकी है.
कंपनी के प्रतिनिधियों से भी की मुलाकात
मेडिकल डिवाइसेज पार्क में स्थापित हो रही कंपनियों के प्रतिनिधियों धरम देव चौधरी एमडी M/s Avience Biomedicals Pvt Ltd, manufacturing of Biochemistry, Electrolyte and Ultra Analyser व शरद जैन, एमडी M/s. Q-LineBiotech / Krish Biomedicals manufacturer of Refrigrator and freezers for Pharma Industry/ automated external defibrillator oxygon concentrator से भी मुलाक़ात की गयी. उनसे स्थापित की जा रही परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली गयी। दोनों कंपनियों के मालिकों द्वारा प्राधिकरण क्षेत्र में मेडिकल डिवाइसेज पार्क में स्थापित की जा रही अवस्थापना सुविधाओं हेतु मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह का आभार व्यक्त किया गया। डॉ. सिंह के मार्गदर्शन में प्राधिकरण द्वारा दी जा रही सहायता की सराहना भी की गयी।
अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण भी किया
प्राधिकरण कार्यालय में प्रस्तुतीकरण के पश्चात डेलीगेशन द्वारा स्थलीय निरीक्षण भी किया गया और मेडिकल डिवाइसेज पार्क सेक्टर 28 में प्राधिकरण द्वारा स्थापित की जा रही अवस्थापन सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया गया। अवनीश अवस्थी और जीएन सिंह जी द्वारा प्राधिकरण क्षेत्र स्थापित व फंक्शनल सूर्या ग्लोबल कंपनी के प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। कंपनी के अधिकारी अमित त्यागी द्वारा कंपनी की विशेषताओं व प्रोडक्ट की जानकारी से अवगत कराया गया।
बैठक व निरीक्षण में मौजूद रहे अधिकारी
बैठक व निरीक्षण में प्राधिकरण की तरफ़ अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह, विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया, विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह, महाप्रबंधक वित्त विशम्भर बाबू, राजेंद्र भाटी डीजीएम परियोजना, नंदकिशोर सुन्दरियाल वरिष्ठ स्टाफ ऑफिसर, स्मिता सिंह एजीएम उद्योग, वरिष्ठ प्रबंधक मनोज धारिवाल, राजबीर सिंह व विकास कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022