New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट से राहत मिल गई है। केजरीवाल शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने केजरीवाल की जमानत अर्जी को मंजूर करते हुए 15 हजार रुपये के मुचलके और एक लाख के सिक्योरिटी बांड पर जमनात दी।
ईडी की शिकायत पर कोर्ट ने किया था तलब
बता दें कि समन का पालना ना करने पर ईडी ने कोर्ट में शिकायतें की थी, इसी मामले में केजरीवाल कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट में केजरीवाल के वकील ने गुजारिश की कि उनके क्लाइंट को जाने दिया जाए और इस मामले में बहस जारी रखी जाए। इस पर कोर्ट ने केजरीवाल को कोर्ट से जाने की इजाजत दी। अब इस मामले में अगली सुनवाई 1 अप्रैल को होगी। लेकिन अब केजरीवाल को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश नहीं होना होगा।
केजरीवाल के वकील ने ईडी के समन को बताया अवैध
आम आदमी पार्टी के लीगल हेड संजीव नासियार ने बताया कि कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तलब किया था। पिछली बार जब उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया था। वे आज व्यक्तिगत रूप से पेश हुए और बेल बॉन्ड जमा किया। जमानत मंजूर हो गई है। उन्होंने कहा कि ईडी के समन के संबंध में हमारा रुख स्पष्ट है कि वे कानून के अनुरूप नहीं हैं और अवैध है। अदालत जो भी निर्णय लेगी, हमारा उसका पालन करेंगे। बता दें कि केजरीवाल को ईडी द्वारा आठ समन जारी किए गए। केजरीवाल एक बार भी एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। इसके बाद जांच एजेंसी ने कोर्ट में केजरीवाल के खिलाफ दो शिकायतें दर्ज कराई थीं।
केजरीवाल को जमानत मिलने पर भाजपा ने बोला हमला
अरविंद केजरीवालको जमानत मिलने पर भाजपा नेता बांसुरी स्वराज ने कहा, 'बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आज अरविंद केजरीवाल को जमानत लेनी पड़ी। ये नौबत इसलिए आई, क्योंकि केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिए गए 8 समनों की अवहेलना की।
New Delhi: शराब घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने देर रात गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। वहीं, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता सड़क पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के नेता भी अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए इमरजेंसी करार दिया है।
सुप्रीम कोर्ट में आज हो सकती है सुनवाई
बता दें कि अरविंद केजरीवाल पहले मुख्यमंत्री हैं,जो पद पर रहते हुए गिरफ्तार हुए हैं। इसके पहले लालू प्रसाद यादव, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री समेत अन्य ने गिरफ्तारी से पहले इस्तीफा दे दिया था। अगर सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को आज राहत नहीं मिलती है तो जेल से दिल्ली सरकार चलने की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में देर रात ही अपील दाखिल कर दी थी। उम्मीद है कि आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
New delhi: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की सक्रियता लगातार बढ़ रही है। पति की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद अब उन्होंनेन्हों नेपार्टी के लिए नए अभियान का आगाज किया है। 'केजरीवाल को आशीर्वाद' कैंपेन का आगाज करते हुए सुनीता केजरीवाल ने वॉट्सऐप नंबर जारी किया ।
स्वतंत्रता सेनानियों से की तुलना
सुनीता केजरीवाल ने अपने पति की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों से करते हुए कहा कि उनके रोम-रोम में देशभक्ति बसी है।उन्होंने ने यह कहकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा कि केजरीवाल ने तानाशाही ताकतों को ललकारा है। सुनीता ने कहा,'कल कोर्ट में अरविंद जी ने अपना पक्ष रखा आपने सुना होगा। नहीं सुना हो तो प्लीज सुन लें। जो कुछ उन्होंने कोर्ट के सामने कहा उसके लिए बहुत हिम्मत चाहिए। सच्चे देशभक्त हैं वे। बिलकुल इसी तरह हमारे स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों की तानाशाही से लड़ते थे। पिछले 30 साल से मैं उनके साथ हूं। देशभक्ति उनके रोम-रोम में बसी है। अरविंद जी ने देश की सबसे ताकतवर, भ्रष्टाचारी और तानाशाही ताकतों को ललकारा है।'
सुनीता केजरीवाल ने एक वॉट्सऐप नंबर जारी करते हुए लोगों से अरविंद केजरीवाल का साथ देने की अपील की। इसके लिए अपना संदेश और शुभकामनाएं भेजने को कहा
Delhi: दिल्ली शराबा घोटाले से जड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। लेकिन इसी बीच उनके लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार तारीख का एलान कर दिया है। उनकी अर्जी पर 15 अप्रैल को सुनवाई की जाएगी। बता दें कि, अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। साथ ही उन्होंने गिरफ्तारी को गै-कानूनी भी बताया है।
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने के साथ ही लोकसभा चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने के लिए भी जल्द से जल्द रिहाई मांगी है। ऐसे में अब 15 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। हालांकि, बेंच को लेकर अभी तक कोई भी स्थिति साफ नहीं की गई है। वहीं, इस मामले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि भले ही सीएम को अभी लगातार झटके मिल रहे हैं, लेकिन वह जल्द ही इन सभी चुनौतियों से निपटेंगे और जेल से बाहर भी आएंगे।
ये याचिका हुई थी खारिज
बता दें कि, तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका को भी राऊज एवेन्यू कोर्ट ने खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने जेल में वकीलों से मिलने के लिए अतिरिक्त समय मांगा था। गौरतलब है कि,केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में अपने वकीलों से से हफ्ते में पांच बार मिलने की अनुमति मांगी थी। लेकिन जेल मैनुअल के हिसाब से हफ्ते में अभी दो बार वकीलों से मुलाकात की अनुमति है। इसी को लेकर 5 अप्रैल को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था।
दिल्ली शराब घोटाले मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत सोमवार को 15 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। जिसके बाद अब आम आदमी पार्टी के संयोजक को तिहाड़ जेल में भेज दिया गया है। जिसके कारण अब जेल से सरकार चलाने की प्रक्रिया और जटिल होने की आशंका जताई जा रही है। अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ की जेल नंबर 2 में रखा गया है। उन्हें अदालत में सौंपे गए और स्वीकृत नामों के अनुसार, काम के संबंध में दिल्ली सरकार के अधिकारियों से मिलने की अनुमति होगी। केजरीवाल सप्ताह में दो बार परिवार के सदस्यों से भी मिल सकते हैं, लेकिन उनके नाम उस सूची में होने चाहिए जिसे जेल सुरक्षा द्वारा मंजूरी दी गई है। मधुमेह से पीड़ित केजरीवाल की नियमित स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी।
सलाखों के पीछे से सरकार चलाना बेहद चुनौतीपूर्ण
वहीं तिहाड़ जेल के पूर्व पीआरओ सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि सलाखों के पीछे से सरकार चलाना उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। मुख्यमंत्री के लिए एक समर्पित सहायता प्रणाली की आवश्यकता होती है। वर्तमान में 16 जेलों में से किसी में भी मुख्यमंत्री कार्यालय को समायोजित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा नहीं है। शासन में केवल दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने से कहीं अधिक शामिल है क्योंकि इसमें कैबिनेट बैठकें आयोजित करना, मंत्रियों के साथ परामर्श करना, कर्मचारियों के साथ जुड़ना और उपराज्यपाल के साथ संवाद करना आवश्यक है। जेल के भीतर मुख्यमंत्री कार्यालय स्थापित करना व्यावहारिक रूप से असंभव है।
केजरीवाल की सुरक्षा के लिहाज से जेल नम्बर 2 मुफीद
तिहाड़ की जेल नम्बर 2 सजायाफ्ता कैदियों के लिए है। सजायाफ्ता कैदियों को कहीं लाने और ले जाने का मुद्दा नहीं रहता वो अपने बैरक में ही रहते हैं। इसलिए केजरीवाल की सुरक्षा के लिहाज से इस जेल को मुफीद माना गया है। जेल नंबर 2 में एक जनरल एरिया है। इसी में एक बैरक है उसी में केजरीवाल को रखा गया है। बैरक के बाहर 4 सुरक्षाकर्मी हर वक्त तैनात रहेंगे और बैरक को 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रखा जाएगा। केजरीवाल जिस बैरक में रहेंगे वो लगभग 14 फुट लंबा और 8 फुट चौड़ा है और बैरक में टॉयलेट भी है। कमरे में एक टीवी, सीमेंट का ऊंचा बनाया हुआ एक चबूतरा होगा जिसमें बिछाने के लिए एक चादर दी जाती है। ओढ़ने के लिए कंबल और एक तकिया दिया जाता है। 2 बाल्टी दी जाती है एक बाल्टी में पीने का पानी रखा जाता है। एक बाल्टी में नहाने या कपड़ा धोने का पानी रखने के काम आता है और एक जग दिया जाता है। आपको बता दें कि केजरीवाल के पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल नंबर-1 में बंद हैं, जबकि दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन जेल नंबर-7 में और राज्यसभा सांसद संजय सिंह जेल नंबर-5 में हैं।
Lucknow: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लखनऊ में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि यूपी की जनता से भारी भरकम वोट देने की अपील करने आया हूं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने लिए नहीं अमित शाह को पीएम बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं। अगर ये लोग जीत गए तो योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटा देंगे।
मोदी के 75 साल वाला रूल फॉलो करूंगा
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा में इन लोगों ने 75 वर्ष आयु पूरी करने वाले नेता को सरकार या संगठन में नहीं रहने देना है। मोदी अमित शाह को पीएम बनाना चाहते हैं। शिवराज, रमन, देवेंद्र फडणवीस सहित कई नेताओं को हटा दिया गया है। एक ही योगी आदित्यनाथ बचे हैं। अगर इनकी सरकार बनी तो दो तीन महीने में योगी आदित्यनाथ को हटा देंगे।केजरीवाल ने कहा कि मोदी 75 साल वाला रूल को फॉलो करूंगा। योगी को हटाने के मेरे बयान पर किसी की टिप्पणी नहीं आई। अब उनका हटना लगभग तय है।
देश से आरक्षण खत्म करना चाहती है भाजपा
भाजपा ने पिछले चार महीने से 400 पार का शोर मचाया हुआ है। बड़ा काम करना चाहते हैं, देश से आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। मैं सभी लोगों को आगाह करना चाहता हूं, बाबा साहेब के संविधान को ये लोग बदलना चाहते हैं। हर स्टेट में बीजेपी की सीट कम हो रही हैं। यूपी बिहार में भी संख्या कम हो रही हैं। 220 सीट से भी कम आ रही हैं। इंडी गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है। इंडिया गठबंधन देश को ठीक करेगा।
हर मुद्दे पर पीएम मोदी साध रहे चुप्पी
वहीं, संजय सिंह ने कहा कि मणिपुर के अंदर एक महिला के साथ दरिंदगी की गई। पीएम मोदी चुप रहे। प्रज्ज्वल रवन्ना के मामले में सब चुप हैं। जंतर मंतर में जब महिला पहलवानों धरना दे रहीं थीं तो स्वाति मालीवाल लड़ रही थीं। आम आदमी पार्टी एक परिवार है। स्वाति मालीवाल, पहलवान बेटियों के मामले में पीएम मोदी जवाब दे।
देश भर में भाजपा चारों खाने चितः अखिलेश यादव
वहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा देश भर में चारो खाने चित हो गई है। आरक्षण पर सबसे पहले भाजपा वार करेगी। 400 पार के नारे का मतलब 143 सीट जो बच रही हैं, वही भाजपा जीत रही है । रोटी कपड़ा और मकान की लड़ाई तो लड़नी ही है। लेकिन उससे पहले संविधान बचाने की लड़ाई लड़नी है। भाजपा हारने जा रही है। भाजपा झूठ का विवि खोल रहे हैं। भाजपा झूठे मुकदमे लिखने वाला गैंग है। भाजपा को हम सब मिलकर हराकर काम करेंगे।
New Delhi: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने सीएम आवास में जिस तरह से अपनी पिटाई होने का आरोप लगाया है, उस मामले में अब आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं। आम आदमी पार्टी ने स्वाति मालीवाल पर भाजपा का मोहरा होने के आरोप लगाया है। इसके लिए पार्टी ने स्वाति के खिलाफ चल रही एसीबी जांच को मुद्दा बनाया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, 'भाजपा और केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं को अपनी जांच एजेंसियों के माध्यम से ब्लैकमेल करके अपने साथ मिला लेती है। स्वाति मालीवाल के मामले में भी यही हुआ। आतिशी ने आगे कहा, 'उनके ऊपर ACB की जांच चल रही है। BJP ने चुनाव के समय उन्हें मोहरा बनाया। वह BJP के नेताओं से संपर्क में थीं। दिल्ली पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करे तो सब साफ हो जाएगा।
JP नड्डा बोले- दिल्ली CM हो गए बेनकाब
वहीं, राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कड़ा प्रहार करते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि इनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है। केजरीवाल लोगों के सामने बेनकाब हो गए हैं। एक साक्षात्कार में नड्डा ने कहा कि AAP अपने नेताओं की तरह झूठ की नींव पर बनी है।
New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज जेल जाना होगा। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए मिली राहत की 21 दिन की समयसीमा रविवार को समाप्त हो रही है। वहीं, ट्रायल कोर्ट ने केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर फैसला 5 जून के लिए सुरक्षित रख लिया है। ऐसे में केजरीवाल को आज सरेंडर करना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने राहत देने से किया इंकार
बता दें कि जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने जेल से बाहर बने रहने के कई बार कोशिश की। उन्होंने चिकित्सा जांच कराने के लिए अंतरिम जमानत बढ़ाने की अपील सुप्रीम कोर्ट में की थी। कोर्ट ने मेडिकल जांच कराने के आधार पर अंतरिम जमानत अवधि बढ़ाने की मांग को अस्वीकार करते ट्रायल कोर्ट जाने को कहा था।
अतंरिम जमानत पर फैसला 5 जून को
ट्रायल कोर्ट में विशेष जज कावेरी बावेजा ने शनिवार को उनकी अंतरिम जमानत पर फैसला सुरक्षित रखते हुए, 5 जून की तारीख दे दी। केजरीवाल के वकील ने जज से शनिवार को ही फैसला सुनाने की गुजारिश की लेकिन जज ने अपील अनसुनी कर दी। जज ने कहा कि यह अंतरिम जमानत का आवेदन है, न कि सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत में विस्तार का, इसलिए हम 5 जून को ही फैसला सुनाएंगे।
सरेंडर करने से पहले केजरीवाल करेंगे ये काम
वहीं, रविवार को अरविंद केजरीवाल ने X पोस्ट पर लिखा है ' माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मैं 21 दिन चुनाव प्रचार के लिए बाहर आया। माननीय सुप्रीम कोर्ट का बहुत बहुत आभार। आज तिहाड़ जाकर सरेंडर करूंगा। दोपहर 3 बजे घर से निकलूंगा। पहले राजघाट जाकर महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि दूंगा। वहाँ से हनुमान जी का आशीर्वाद लेने कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर जाऊंगा और वहां से पार्टी दफ़्तर जाकर सभी कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं से मिलूंगा। वहां से फिर तिहाड़ के लिए रवाना होऊंगा। आप सब लोग अपना ख़्याल रखना। जेल में मुझे आप सबकी चिंता रहेगी। आप खुश रहेंगे तो जेल में आपका केजरीवाल भी खुश रहेगा।'
10 मई को अंतरिम जमानत मिली थी
केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को लोकसभा चुनाव में प्रसार करने के लिए 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी। उन्हें आखिरी चरण के मतदान के अगले दिन 2 जून को सरेंडर करने को कहा था। केजरीवाल ने सुप्रीम राहत का लाभ उठाते हुए इन 21 दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र में प्रचार किया।
आखिरकार दिल्ली सीएम के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। दरअसल दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी राहत मिल गई है। सीएम केजरीवाल को ये राहत एक लाख रुपये की जमानत राशि पर मिली है। ईडी ने जमानत के विरोध के लिए 48 घंटे का समय मांगा है। कोर्ट ने कहा कि ये दलीलें कल ड्यूटी जज के सामने की जा सकती है। वहीं राउज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि एक लाख रुपये के मुचलके पर कल शुक्रवार को केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आ सकते हैं। सीएम केजरीवाल को बेल मिलने की खबर से आम आदमी पार्टी में भी खुशी का माहौल है। बता दें कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाए गए थे. ईडी ने उन्हें इसमें आरोपी बनाया था और शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके पहले दिल्ली सीएम को मई में लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की छूट मिली थी, और इसके बाद चुनाव खत्म होते ही उन्हें तिहाड़ जेल में सरेंडर करने का आदेश दिया गया था। अब उन्हें रेगुलर बेल मिल गई है।
'गोवा विधानसभा चुनाव में लगाया गया पैसा'
विशेष न्यायाधीश न्याय बिंदू ने ईडी की सुनवाई के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया था। बचाव पक्ष ने दावा किया था कि अभियोजन पक्ष के पास आप नेता को दोषी ठहराने के लिए कोई सबूत नहीं है। बहस के दौरान, ईडी ने अदालत को बताया कि 7 नवंबर, 2021 को केजरीवाल विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गोवा के होटल ग्रैंड हयात में रुके थे और बिल का भुगतान चनप्रीत सिंह ने किया था, जिन पर आरोप है कि उन्होंने तटीय क्षेत्र में AAP के फंड का प्रबंधन किया था।
अंगड़िया प्रणाली से चनप्रीत को दिए गए पैसे- ईडी
ईडी ने कोर्ट में कहा कि, "होटल को दो किस्तों में 1 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। इसका भुगतान चनप्रीत सिंह (सह-अभियुक्त) ने अपने बैंक खाते से किया था। चनप्रीत वह व्यक्ति हैं जिसने विभिन्न 'अंगड़िया' (कूरियर) से 45 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे।" अंगड़िया प्रणाली एक पुरानी समानांतर बैंकिंग प्रणाली है जहां व्यापारी एक विश्वसनीय कूरियर के माध्यम से एक राज्य से दूसरे राज्य में नकदी भेजते हैं। यह आम तौर पर मुंबई और गुजरात में आभूषण व्यवसाय में प्रचलित है। केंद्रीय एजेंसी ने जांच में शामिल होने के लिए बार-बार समन की अवहेलना करने को लेकर भी केजरीवाल पर निशाना साधा। ईडी ने यह भी कहा कि सीएम केजरीवाल ने नौ समन की अवहेलना करने के बावजूद हमने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। हालांकि केजरीवाल के वकील ने कहा कि उनके खिलाफ पूरा मामला बयानों पर आधारित है। सीएम के वकील ने अदालत में कहा कि, "बयान उन लोगों के हैं जिन्होंने दोषी होने की बात कबूल की है। वे यहां संत नहीं हैं। वे लोग खुद दागी हैं, बल्कि ऐसा भी लगता है कि जो उन्हें जमानत और माफी दिए जाने का वादा किया गया था।
'साउथ ग्रुप से 100 करोड़ आने के भी सबूत नहीं'
सीएम के वकील ने कहा "परिस्थितियों को इंटरनली ऐसे जोड़ा जाना चाहिए कि अपराध की ओर ले जाए। वकील ने कहा कि,इस बात का कोई सबूत नहीं है कि 100 करोड़ रुपये साउथ ग्रुप से आए थे। ये सभी बयान हैं, कोई सबूत नहीं है। ईडी और सीबीआई के अनुसार, साउथ ग्रुप राजनेताओं, व्यापारिक लोगों और अन्य लोगों का एक गिरोह है, जिन्होंने शराब लाइसेंस के लिए पैरवी की, जिसके लिए उन्होंने दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी को रिश्वत दी। केजरीवाल के वकील ने दावा किया है कि कई सह-अभियुक्तों के बयानों में विरोधाभास है।
जेल से बाहर आते ही अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे देने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अब दिल्ली का अगल सीएम कौन होगा, इसको लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी कालकाजी सीट से विधायक आतिशी का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे है। आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा, उच्च शिक्षा, टीटीई, वित्त, योजना, पीडब्ल्यूडी, जल, बिजली, सेवाएं, सतर्कता, जनसंपर्क मंत्री हैं।
केजरीवाल ने आतिशी का किया जिक्र
सीएम केजरीवाल ने अपने इस्तीफे के एलान से पहले भी आतिशी का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि मैंने जेल से एलजी के पत्र लिखा था कि स्वतंत्रता दिवस पर आतिशी झंडा फहराएंगी। लेकिन वो चिट्ठी वापस कर दी गई और साथ में यह भी कहा गया कि कि अगर फिर से चिट्ठी लिखी तो परिवार से मुलाकात बंद हो जाएगी।
वहीं, आतिशी के साथ-साथ सौरभ भारद्वाज नाम भी सामने आ रहा है। सौरभ दिल्ली की ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक हैं। सौरभ दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास और पर्यटन मंत्री के साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। इनके अलावा दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय का नाम भी चर्चा में है। सीएम पद की रेस में कैलाश गहलोत भी नाम चल रहा है। आप विधायक कुलदीप कुलदीप कुमार का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के नाम की अटकलें भी हैं। हालांकि अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि विधायकों की बैठक होगी और उसमें फैसला लिया जाएगा कि सीएम कौन होगा।
रविवार को केजरीवाल ने इस्तीफे का किया ऐलान
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से आबकारी नीति घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने के बाद शुक्रवार को केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आए हैं। रविवार को केजरीवाल ने पत्नी संग हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की और बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। इसके बाद आज केजरीवाल आप कार्यालय पहुंचे। यहां सीएम ने आप कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान केजरीवाल ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि वे दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान का हम सभी के ऊपर बहुत आशीर्वाद रहता है। इसी वजह से हम लोग बड़ी-बड़ी मुसीबतों से लड़कर और जीतकर आते हैं। इसके साथ मैं उन लाखों लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने हमारे साथियों के लिए दुआएं की।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022