Noida: GST विभाग को 15 हज़ार करोड़ का चूना लगाने के मामले में 7 आरोपियों को भगौड़ा घोषित कर दिया है। कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद पेश नहीं होने पर इन आरोपियों को भगौड़ा घोषित किया गया। अब सभी सातों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया गया है।
अब तक 25 आरोपियों की गिरफ्तारी
इस मामले में अब तक एक महिला सहित 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि आरोपियों के बैंक खातों में अभी तक 3 करोड़ रुपये सीज कराये गये हैं। बाकी आरोपियों की धड़ पकड़ के प्रयास जारी हैं। फरार चल रहे 7 आरोपियों को कोर्ट में पेश होने के लिए वारंट जारी किया गया। लेकिन ये आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुए। जिसके बाद फरार चल रहे सभी 7 आरोपियों को कोर्ट ने भगौड़ा घोषित कर दिया है। साथ ही इन पर ईनाम भी घोषित किया गया है।
सेल कंपनियों के जरिए लगाया जा रहा था चूना
दरअसल, जीएसटी विभाग को चूना लगाने के लिए इन आरोपियों ने बकायदा सेल कंपनियां बन ली थी। जिसके जरिए देश भर में जीएसटी विभाग को चूना लगाया जा रहा था। थाना सेक्टर-20 में सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
नोएडा पुलिस की अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ लगातार जारी है। इसी क्रम में नोएडा पुलिस ने एक बड़े जालसाज गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने जीएसटी की फर्जी बिलिंग और इनवॉइस तैयार करके अरबों रुपए का फ्रॉड कर केंद्र सरकार को चूना लगाया है। थाना सेक्टर 20 पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो कि सोनीपत के उद्योगपति हैं। पुलिस ने अजय शर्मा पुत्र रामनिवास शर्मा निवासी गुड मंडी सोनीपत हरियाणा और संजय जिंदल पुत्र राजेंद्र जिंदल निवासी गुड मंडी सोनीपत हरियाणा को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि दोनों आरोपियों पर 25-25 हज़ार का ईनाम घोषित था।
40 करोड़ की सम्पति कुर्क कर ली गई
पुलिस के मुताबिक आरोपी संजय जिंदल मेसर्स ए एस ब्राउन मेंटल एंड एलॉय प्राइवेट लिमिटेड और अजय शर्मा मेसर्स क्रिस्टल मेटल इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। संजय जिंदल मेसर्स ए एस ब्राउन मेंटल एंड एलॉय प्राइवेट लिमिटेड ने करीब 17 करोड रुपए और अजय शर्मा मेसर्स ए एस क्रिस्टल मेंटल इंडस्ट्री ने 8.5 करोड रुपए का आईटीसी का फ्रॉड किया है। इस संबंध में थाना सेक्टर 20 में एक मुकदमा दर्ज किया गया था जिसकी जांच के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। वहीं पकड़े गए दोनों आरोपियों की करीब 40 करोड़ की सम्पति कुर्क कर ली गयी है और करोड़ों रूपये बैंक खातों मे फ्रीज़ कराये जा चुके है।
पकड़े गए आरोपी गिरोह के मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक आरोपी करोड़ों रुपए की रकम डकारने के लिए फर्जी जीएसटी फॉर्म तैयार करवाते थे और उन्हीं फर्जी जीएसटी फार्मों से फर्जी इनवॉइस व बिलिंग कर अवैध लाभ अर्जित करते थे। दोनों इस गिरोह के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। इस मामले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022