Noida: नोएडा में साइबर ठग पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। प्रतिदिन जालसाज नए-नए तरीके अपनाकर लोगों की गाढ़ी कमाई लूट ले रहे हैं। अगर आप को भी घर बैठे कमाई का ऑफर मिल रहा है तो सावधान हो जाएं। क्योंकि घर बैठे कमाई नहीं होगी बल्कि आपका अकाउंट ही साफ हो जाएगा।
कंपनी की एचआर मैनेजर बनकर युवती ने किया फोन
सेक्टर 50 कैलाश धाम अपार्टमेंट के नवनीत शर्मा ने साइबर क्राइम थाने को दी शिकायत में बताया कि उनके पास कुछ समय पहले वाट्सएप पर इशा नाम की एक युवती का मैसेज आया था। जिसने खुद को एक ऑनलाइन रेटिंग देने वाली कंपनी का एचआर मैनेजर होने की बात बताई। इसके बाद कंपनी के साथ पार्ट टाइम नौकरी करके लाखों रुपये कमाने का ऑफर दिया। जब उसने रुचि दिखाई तो कहा कि उसे कुछ टास्क पूरे करने पड़ेगें।
पहले रेटिंग और रिव्यू का टास्क देकर फंसाया
इसके बाद उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया और कुछ यूट्यूब और ई- कामर्स वेबसाइट के ऑनलाइन पेज को अच्छा रेटिंग और रिव्यू करने का टास्क दिया, जिसको उन्होंने पूरा कर दिया। इससे उनको कुछ फायदा हुआ। इसके बाद दूसरे टास्क में ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए कहा और उनका एक अकाउंट बना दिया। उन्होंने कई कंपनियों के शेयर में निवेश किया। जिससे उनकी रकम लाखों में पहुंच गई तो उनके अकाउंट को बंद कर दिया गया। फिर से अकाउंट को खोलने का झांसा देकर आरोपी ने कई बार में 57 लाख रुपये ले लिए। जब अपने रुपये मांगे तो उनको टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर दिया गया।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के थाना बिसरख क्षेत्र का निवासी नीरज कुमार कुछ महीने पहले साइबर ठगी का शिकार हुआ और उसके खाते से 14 लाख रुपए ठग ने उड़ा लिए। शिकायत पर साइबर थाना पुलिस जांच में जुटी, करीब 58 हजार रुपए बैंक द्वारा वापस करने के दौरान पीड़ित के खाते में करीब 26 लाख रुपए ट्रांसफर हो गए। जिसको पीड़ित ने निकालकर खर्च कर लिया। बैंक अधिकारी की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर करीब 20 लाख की रिकवरी करली है।
14 लाख की हुई थी साइबर ठगी
साइबर थाना प्रभारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि बीते सितंबर में थाना बिसरख क्षेत्र निवासी नीरज के साथ ऑनलाइन 14 लाख रुपए की साइबर ठगी हुई थी। जिसकी पुलिस जांच कर रही थी। हमारी टीम ने 58 हजार रुपए फ्रीज करवाया और कोर्ट के आदेश पर यश बैंक को नीरज के खाते में ट्रांसफर करने को कहा। तकनीकी खामी के कारण बैंक द्वारा नीरज के खाते में 26 लाख 15 हजार 905 रुपए चले गए, जोकि वापस नहीं किए। जिसकी शिकायत बैंक अधिकारी ने साइबर थाने में दर्ज करवाई।
20 लाख रुपये की हो चुकी है रिकवरी
साइबर थाना प्रभारी का कहना है कि बैंक द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर एक जांच के के लिए टीम बनाई। नीरज को बुलाया और उससे अभी तक 20 लख रुपए की रिकवरी हो चुकी है। जबकि बाकी बचे रुपए की भी जल्द रिकवरी की जाएगी। नीरज का कहना है कि उसे इस बारे में बिल्कुल जानकारी नहीं थी कि वह रुपए बैंक द्वारा आ गए हैं। इसलिए उसने अपने यूज में ले लिए।
Uttar Pradesh: आज कल सोशल मीडिया का दौर है. आज के समय में लोगों की जिंदगी जितनी आसान हो गई है. उतना ही साइबर क्राइम भी बढ़ा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के 57 जिलों में साइबर थानों की शुरूआत की गई है. अब इसी लिस्ट में गाजियाबाद का भी नाम शामिल हो गया है. जी हां गाजियाबाद को भी साइबर थाना मिल गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 फरवरी को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से साइबर थाने का उद्घाटन किया. अब साइबर अपराध से पीड़ित लोगों को थाने-चौकी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.
पुलिस आयुक्त ने दी जानकारी
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने कहा कि भले ही साइबर थाने का लोकार्पण बुधवार को हुआ हो लेकिन 27 जनवरी से साइबर थाने में टीम अपना काम कर रही है. 27 जनवरी से 27 फरवरी तक थाने में 39 मुकदमे दर्ज किया जा चुके हैं. इनमें एक करोड़ 11 लाख रुपये फ्रिज भी करा दिए गए हैं. साथ ही 8,591 अपराधियों के नंबरों को भी ब्लॉक कराया गया है।
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने आगे कहा कि साइबर थाने के अलावा कमिश्नरेट के सभी थानों पर साइबर सेल भी बनाई गई है, जहां पांच लाख रुपये तक की ठगी के मामले सुने जाएंगे. इसके लिए 189 पुलिसकर्मियों को साइट्रेन की ट्रेनिंग दी गई है
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