Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कमर्शियल प्लॉट की स्कीम लॉन्च कर दी है। अगर आप भी कॉम्पलेक्स या फिर मॉल के मालिक बनने का सपना देख रहे हैं तो ये मौका आपके लिए है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अलग-अलग साइज में 22 प्लॉट की स्कीम निकाली है। इस आर्टिकल में हम आपको प्लॉट साइज से लेकर दाम तक पूरी जानकारी देंगे।
कितने साइज के हैं प्लॉट
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कमर्शियल के कुल 22 प्लॉट की स्कीम में निकाली है। इस प्लॉट को ई-ऑक्शन माध्यम से दिया जाएगा। सभी प्लॉट के साइज अलग-अलग हैं। अगर बात करें सबसे कम साइज की तो 1500 मीटर सबसे छोटा प्लॉट होगा। जबकि सबसे बड़ा प्लॉट 18 हजार 279 मीटर का है। इसके अलावा 1902 मीटर, 6814 मीटर, 7455 मीटर, 8188 मीटर, 12572 मीटर, 12767 मीटर, 14837 मीटर, 15448 मीटर, 18279 मीटर के प्लॉट टू फ्लोर एरिया रेशियो में निकाले गये हैं। जबकि 4 फ्लोर एरिया रेशियो में 3600 मीटर के दो प्लॉट, 4800 मीटर, 9250 मीटर, 10 हजार 400 मीटर के 5 प्लॉट, 10 हजार 600 मीटर के दो प्लॉट की स्कीम निकाली गई है।
किन सेक्टर्स में मिलेंगे प्लॉट?
कमिर्शियल प्लॉट की स्कीम अलग-अलग सेक्टर्स में निकाली गई है। इसके सिग्मा टू, सिग्मा थ्री, सिग्मा फोर, एटा-वन, तुगलपुर हलदोना, केपी-3 चाई-पाई एक्सटेंशन, जेटा-वन शामिल हैं, जहां पर कमर्शियल प्लॉट की स्कीम निकाली गई है। इसके अलावा सेक्टर-10, सेक्टर-12 और डेल्टा फस्ट में भी ये स्कीम निकाली गई है।
कमर्शियल प्लॉट के क्या होंगे दाम?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कमर्शियल प्लॉट को ई-ऑक्शन के जरिए आवंटी को अलॉट करेगी। प्राधिकरण ने इसके लिए रिजर्व प्राइज भी तय किया है। अगर सबसे छोटे प्लॉट के रिजर्व प्राइज की बात करें तो 1500 मीटर साइज के प्लॉट की रिजर्व प्राइस 9 करोड़ 62 लाख 70 हजार रुपये तय की है। जबकि सबसे बड़े साइज प्लॉट का रिजर्व प्राइस एक अरब 19 करोड़ 53 लाख 40 हजार 941 रुपये तय की है। ये दाम टू फ्लोर एरिया रेशियो के हैं। जबकि फोर फ्लोर एरिया रेशियो के सबसे छोटे प्लॉट साइज का रिजर्व प्राइस 35 करोड़ 96 लाख 50 हजार 800 रूपये तय की गई है। इस प्लॉट का साइज 3600 मीटर है। जबकि सबसे बड़े प्लॉट 10 हजार 600 मीटर साइज का रिजर्व प्राइस एक अरब 5 करोड़ 89 लाख 71 हजार 800 रखा गया है।
ऐसे करें अप्लाई
आवेदक को सबसे पहले कमर्शियल स्कीम में रजिस्टर्ड होना पड़ेगा। इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट www.greaternoidaauthority.in पर जाकर लागिन आईडी और पासवर्ड बनाना होगा। इसके बाद ई-टेंडर एसबीआई की साइट etender.sbi पर जाकर जरूरी दस्तावेज और प्रोसेसिंग फी भरना होगा। पेमेंट को ऑनलाइन ही जमा करानी पड़ेगी। जिसके बाद ई-टेंडर के नियम के अनुसार अथॉरिटी की बेवसाइट पर ही प्रतिभाग करना होगा।
ग्रेटर नोएडा में सरकार द्वारा 8 हजार वर्ग मीटर के प्लाट की ई-नीलामी कराई जा रही है. जिसका इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा पुरजोर विरोध शुरू हो गया. आईआईए का कहना है कि सरकार की ये नीति ना तो एमएसएमई के हित में है और ना ही रियल इस्टेट इंवेस्टर्स के हित में. इसके साथ ही आरोप लगाया गया है कि इस नीति के तहत सरकारी अधिकारियों द्वारा भूमाफिया, बिचौलियों और फाइनेंसरों को लाभ पहुंचाकर सीएम योगी को गुमराह किया जा रहा है.
शासन का ये कदम MSME उद्यमियों के लिए घातक
आईआईए का कहना है कि एमएसएमई को छोटे भूखंड की जरूरत होती है. जो कि 400, 500, 800, 1000, 1500 और 2000 मीटर तक के होते हैं. जो कि प्राथमिकता के आधार पर वास्तविक उद्यमी को यथार्थ सर्किल रेट पर अगर आसानी से मिल जाएं तो एमएसएमई उद्यमी अपना उद्योग लगाने की हिम्मत कर सकेगा. वरना एमएसएमई उद्यमी को मजबूरन पलायन करना पड़ेगा. वहीं शासन का यह कदम एमएसएमई उद्यमियों के लिए घातक साबित होगा.
नीलामी के जरिए प्लॉट बेचना उद्योगों के लिए सबसे बुरे दिन
आपको बता दें कि प्राधिकरण में औद्योगिक प्लॉट बेचने का एक नया चलन चल गया है. जिसमें औद्योगिक प्लॉटों की बोली लगाई जाती है या यूं कहे कि नीलामी के जरिए औद्योगिक प्लॉट बेचने शुरू कर दिए गए हैं. जो कि उद्योगों के लिए सबसे बुरे दिन है. इसके तहत सरकार 8 हज़ार मी. से छोटे औद्योगिक प्लाट को नीलामी से अलॉट करेगी और 8 हज़ार मी. से बड़े प्लाट को इंटरव्यू के आधार पर अलॉट करने की घोषणा से एमएसएमई उद्यमी नाराज हैं.
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