यूपी में गांधी परिवार के कोटे में गिनी जाने वाली अमेठी व रायबरेली लोकसभा सीट पर प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं को रणनीति के नाम पर सब्र रखने को कहा जा रहा है। प्रत्याशी की घोषणा में देरी को पार्टी अपनी रणनीति बता रही है। वैसे संगठन के स्तर पर अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली में प्रियंका गांधी को ही संभावित प्रत्याशी मानकर चुनाव लड़ने तैयारी चल रही है।
पार्टी के राष्ट्री य महासचिव एवं यूपी के प्रभारी अविनाश पांडेय ने हाल ही में यह स्पष्ट किया कि दोनों सीटों पर प्रत्याशी के बारे में फैसला गांधी परिवार को ही लेना है। यह परिवार संगठन और क्षेत्र की जनभावनाओं से अवगत है। वैसे सूत्रों का कहना है कि अमेठी व रायबरेली संसदीय सीट पर कोई भी फैसला वायनाड (केरल) में मतदान हो जाने के बाद लिया जाएगा।
Lok Sabha Election: अमेठी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव भी मौजूर रहे। नामांकन से पहले बीजेपी प्रत्याशी ने रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया और जीत के लिए दावेदारी की। रोड शो में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता नजर आए।
अमेठी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव भी मौजूर रहे। #LokSabhaPolls #LokSabhaElections2024 #LokSabhaElection2024 #LokSabhaElections2024 #LokSabhaElection #LokSabha2024… pic.twitter.com/yU3nfBLhyI
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दरअसल, स्मृति ईरानी लगातार तीसरी बार अमेठी से भाजपा की प्रत्याशी हैं। 2014 के चुनाव में राहुल गांधी ने बीजेपी की स्मृति ईरानी को हराया था, उसके बाद सत्ता पलटी और स्मृति ईरानी लगातार अमेठी में बनी रहीं। उन्होंने 2019 में कांग्रेस की इस पारंपरिक सीट पर कमल खिला दिया था।
स्मृति ईरानी ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा कि इन पांच वर्षों में हमें अमेठी लोकसभा में सेवा का मौका मिला। इन 5 सालों में हमने पीएम मोदी के दिशा निर्देश में 1 लाख 14 हजार घर बनते देखा। चार लाख परिवारों को जीवन पहली बार शौचालय मिला। पहली बार अमेठी में 3 लाख 50 हजार घरों में नल से जल आया। डेढ़ लाख से अधिक परिवारों को विद्युत का कनेक्शन मिला। 4 लाख से ज्यादा किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि मिल रही है। यह वह अमेठी है, जिसमें पहली बार अमेठी के इतिहास में किसानों के लिए खाद की रैक उतारी गई।
बता दें, तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर सात मई को वोटिंग है। इन दस सीटों पर 100 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान 10 जिलों में संपन्न होना है। इनमें आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस, फतेहपुर सीकरी, मैनपुरी, एटा, संभल, बरेली, आंवला और बदायूं सीट शामिल हैं।
बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक और सूची जारी कर दी है। इस सूची में तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए है। इस नई लिस्ट में पार्टी ने अमेठी, प्रतापगढ़ और झांसी में उम्मीदवार घोषित किए हैं। बसपा ने इस सूची में अमेठी से अपना उम्मीदवार बदल दिया है। एक दिन पहले रविवार को ही अमेठी सीट पर रवि प्रकाश मौर्या को प्रत्याशी बनाया गया था। वह अयोध्या से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। उनकी जगह पर अब नन्हें सिंह चौहान पार्टी के प्रत्याशी होंगे।
अब अमेठी से नन्हे सिंह चौहान होंगे उम्मीदवार
बसपा ने यूपी के लिए तीन नए प्रत्याशियों की घोषणा की है। इस नई लिस्ट में पार्टी ने अमेठी, प्रतापगढ़ और झांसी में उम्मीदवार घोषित किए हैं। जारी की गई तीसरी लिस्ट में अमेठी से नन्हे सिंह चौहान उम्मीदवार होंगे। वहीं प्रतापगढ़ से प्रथमेश मिश्रा को पार्टी प्रत्याशी होंगे। जबकि झांसी से रवि प्रकाश कुशवाहा को टिकट दिया गया है।
Noida: उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर चल रहा सस्पेंश खत्म हो गया है। नामांकन के आखिरी दिन 3 मई की सुबह होते ही दोनों सीटों पर कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं। इस बार राहुल गांधी अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे। जबकि अमेठी से सोनिया गांधी के लंबे समय तक निजी सचिव रहे किशोरी लाल शर्मा को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है।
12 बजे के बाद नामांकन करेंगे राहुल गांधी
मिली जानकारी के अनुसार गौरीगंज में कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय पर तैयारी चल रही है। राहुल गांधी के पोस्टर भी लगा दिए हैं। नामांकन के दौरान रोड शो की भी मंजूरी प्रशासन से ले ली गई है। बता दें कि राहुल गांधी 2004 से लगातार तीन बार अमेठी से सांसद रह चुके हैं। लेकिन 2019 में भाजपा नेता स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। इसके बाद इस बार अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. राहुल गांधी आज 12.15 से 12.45 बजे के बीच नामांकन करेंगे।
जानिए कौन हैं किशोरी लाल शर्मा?
किशोरी लाल शर्मा कांग्रेस के युवा कांग्रेस के साथ अन्य संगठनों में भी काम कर चुके हैं। प्रधानमंत्री रहते राजीव गांधी ने युवा कांग्रेस के होनहार लोगों को सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए थे, इनमें शर्मा भी शामिल थे. किशोरी लाल का 40 साल से भी ज्यादा समय से अमेठी से जुड़ाव है। राजीव गांधी के बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली लोकसभा में उन्हें अपना प्रतिनिधि बनाया था।
Amethi: कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा के नामांकन में शामिल होने प्रियंका गांधी वाड्रा अमेठी पहुंची। जहां प्रियंका गांधी ने कांग्रेस प्रत्याशी के साथ रोड शो किया। प्रियंका के साथ राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी शामिल हुए। प्रियंका ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम यह चुनाव आपके लिए लड़ रहे हैं। हम आपके साथ खड़े हैं ।आज 3 मई है और आज से चुनाव तक हम आपके साथ रहेंगे।
अमेठी में रहकर किशोरी लाल को दिलाऊंगी जीत
बता दें कि प्रियंका गांधी का काफिला सीधे कांग्रेस कार्यालय के सामने रोड शो के लिए तैयार रथ के पास पहुंचा। जहां वह सीधे रस पर चढ़ गई। प्रियंका गांधी ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव तक हम आपके साथ रहकर किशोरी लाल जी को जीत दिलाएंगे। इनको यहां से सांसद बनाएंगे। हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। हमें आपकी आवाज उठानी है।
शर्मा जी अमेठी की गली-गली जानते हैं
प्रियंका गांधी ने कहा कि शर्मा जी 48 सालों से अमेठी की सेवा कर रहे हैं। यहां की गली-गली गांव गांव यह जानते हैं। अमेठी की क्या जरूरत है और क्या समस्याएं हैं। हर चीजों से वाकिफ हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह लड़ाई आप लोग मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़िए। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से विजई बनाने का अपील की।
चुनावों की सुगबुगाहट शुरू होते ही पार्टियों में भी एक अलग ही जोश देखने को मिलता है। ऐसा ही कुछ हाल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भी है। यूपी की 80 लोकसभा सीटों के घमासान पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इन सब के बीच इस समय रायबरेली और अमेठी हॉट सीटें हैं, जहां मुकाबला दिलचस्प बना हुआ है। जहां पर गांधी परिवार की साख दांव पर लगी हुई है। यही वजह है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस क्षेत्र में डेरा डाला हुआ है और मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए हर संभव रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं। प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली क्षेत्र मे 12 दिनों तक रहेंगी। वह कार्यकर्ताओं के साथ रोजाना रणनीतिक बैठक करेंगी और सोशल मीडिया के जरिए विपक्षी पार्टी को घेरेंगी और तीखा प्रचार करेंगी। अमेठी से उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा के अनुभव का रायबरेली में भी इस्तेमाल किया जाएगा.
चुनाव में भावनात्मक अपील की कोशिश
अमेठी में अशोक गहलोत और रायबरेली में भूपेश बघेल के अनुभव का इस्तेमाल किया जाएगा। गांधी परिवार ने इन इलाकों का मोतीलाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, राजीव गांधी के जुड़ाव वाले वाकयों का इस्तेमाल करके चुनाव में भावनात्मक अपील करने की कोशिश की है। अमेठी से उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा के अनुभव का रायबरेली में भी इस्तेमाल किया जाएगा। कांग्रेस ने आजादी आंदोलन, संविधान बचाओ के नारों के जरिए क्रांति की धरती पर सत्य की लड़ाई थीम रखी है। इसके अलावा महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर जोर देने की कोशिश है।
राहुल को जिताने के लिए बिछाई बिसात
प्रियंका गांधी ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि रायबरेली से कांग्रेस उम्मीदवार व उनके भाई राहुल गांधी को केरल की वायनाड सीट से ज्यादा मतों के अंतर से जिताया जाए. इसके पीछे की रणनीति ये है कि अगर राहुल गांधी रायबरेली में ज्यादा मतों से जीतते हैं तो वायनाड छोड़ने के लिए तर्क रहेगा. पिछले चुनाव में वायनाड से राहुल गांधी 4 लाख 30 हजार वोटों से जीते थे. इस बार रायबरेली से राहुल के सामने बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह हैं.
उत्तर रेलवे ने लखनऊ डिवीजन के 8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदले दिए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रेलवे मंत्री को पत्र लिखककर अमेठी के रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की मांग की थी। जिसके बाद उत्तर रेलवे अमेठी जिले में पड़ने वाले स्टेशनों के नाम बदले हैं। इनमें से कुछ स्टेशन शहीदों तो कुछ धार्मिक स्थलों के नाम रखे गए हैं।
फुर्सतगंज बना तपेश्वर धाम
फुर्सतगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर तपेश्वर धाम, वारिसगंज हाल्ट स्टेशन का नाम अमर शहीद भाले सुल्तान, अकबरगंज स्टेशन का नाम मां अहोरवा भवानी धाम, निहालगढ़ स्टेशन का नाम अब महाराजा बिजली पासी होगा। इसी तरह बनी रेलवे स्टेशन का नाम स्वामी परमहंस, मिश्रौली स्टेशन का नाम मां कालिकन धाम, जायस स्टेशन का नाम गुरु गोरखनाथ धाम और कासिमपुर हाल्ट स्टेशन का नाम जायस सिटी होगा।
स्मृति ईरानी ने की थी पहल
बता दें कि पिछले साल पूर्व केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने गृह मंत्री और रेल मंत्री को पत्र लिखकर आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का अनुरोध किया था। जिनमें मिश्रौली, जायस, बनी, कासिमपुर हॉल्ट, फुरसतगंज, मिसरौली, निहालगढ़, अकबरगंज और वारिसगंज रेलवे स्टेशन शामिल थे। पूर्व सांसद के इस प्रयास को जनता ने भी खूब सराहा था। स्मृति ईरानी की पहल के बाद अब स्टेशनों के नाम बदले गए हैं।
उत्तर प्रदेश के अमेठी में टीचर परिवार हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। शिवरतन गंज इलाके में टीचर, उसकी पत्नी और दो बच्चों की हत्या की गई थी। ये हत्या टीचर की पत्नी की लवर चंदन वर्मा ने की थी। जिसे पुलिस ने शुक्रवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल अवैध पिस्तौल बरामद करने पहुंची थी। तभी आरोपी ने दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायरिंग कर दी।
जेवर एयरपोर्ट से आरोपी गिरफ्तार
बता दें कि शिवरतन गंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी के पास गुरुवार की शाम को शिक्षक सुनील कुमार उनकी पत्नी पूनम और 2 बेटियों दृष्टि (5) और लाडो (1.5) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सुनील रायबरेली जिले के गदागंज इलाके के सुदामापुर गांव का रहने वाला था। वारदात के खुलासे के लिए एसटीएफ की 5 टीमें गठित की गईं थी। पुलिस ने वारदात के अगले दिन आरोपी चंदन वर्मा को जेवर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस और आरोपी के बीच हुई मुठभेड़
एडिशनल एसपी हरेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार की देर रात पुलिस आरोपी चंदन वर्मा को लेकर पिस्तौल बरामद कराने ले जा रही थी। तभी मोहनगंज थाना क्षेत्र के पीयूरे विंध्या दीवान नहर पटरी के जंगल में दरोगा मदन वर्मा की रिवाल्वर छीन कर फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके दाएं पैर में गोली लग गई। आरोपी की सीएचसी में इलाज चल रहा है लेकिन वह प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने की मांग कर रहा है।
आरोपी ने की थी सुसाइड की कोशिश : पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि चंदन वर्मा का टीचर की पत्नी पूनम से डेढ़ साल से संबंध था। अभी दोनों के रिश्ते में तनाव आ गया था। इसी को लेकर गुरुवार की शाम को चंदन बुलेट से टीचर के घर पहुंचा और सुनील, पत्नी और दो बेटियों को हत्या कर दी । वारदात के बाद चंदन ने सुसाइड करने की कोशिश की थी।
चंदन ने 10 राउंड चलाईं थीं गोलियां : सामूहिक हत्याकांड में सभी शवों को पोस्टमार्टम में 7 राउंड गोलियां चलने की बात सामने आई थी। 3 गोली मारकर सुनील की हत्या की गई थी। जबकि पूनम को दो गोली, बच्चों को एक-एक गोली मारी थी। आरोपी ने इसके अलावा तीन गोलियां और चलाईं थीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमेठी मर्डर केस में शनिवार को बड़ा फैसला किया है। सीएम योगी ने पीड़ित परिवार के लोगों ने खुद मुलाकात की और हर मुमकिन मदद की बात कही।
सीएम योगी ने की अमेठी मर्डर केस के पीड़ितो से बात
समाजवादी पार्टी के बागी विधायक मनोज पांडे शनिवार को दलित शिक्षक के परिवार के लोगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। जहां सीएम योगी ने परिवार को लोगों से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसकी जानकारी खुद सीएम योगी के आधिकारिक हैंडल से प्राप्त हुई।
सीएम योगी ने सरकारी नौकरी, जमीन और आवास दिया
सीएम योगी ने अमेठी हत्याकांड के पीड़ित परिवार के सदस्यों से घटना के बारे में बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री आवास, एक सदस्य को सरकारी नौकरी, खेती के लिए पांच बीघा जमीन, आयुष्मान कार्ड, लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई और उच्च स्तर पर जांच कराने के लिए कहा है। इसी के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
परिवार बोला वो एक्शन से हैं संतुष्ट
मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान पीड़ित परिवार के सदस्यों द्वारा पुलिस एक्शन पर संतुष्टि की बात कही गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद मृतक शिक्षक सुनील के पिता व भाभी ने बताया कि वह सीएम के आश्वसन से संतुष्ट हैं। उन्होंने आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई करवाई है। वहीं पीड़ित परिवार के साथ सीएम से मिलने पहुंचे स्थानीय विधायक मनोज पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ पीएम आवास, पांच बीघा खेती योग्य जमीन, परिवार के मुखिया की सहमति पर एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आयुष्मान कार्ड मुहैया कराने का भरोसा दिया है।
क्या है अमेठी मर्डर केस
आपको बता दें, बीते 3 अक्टूबर को चंदन वर्मा ने सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और उनकी बेटियों पर गोली बरसाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी चंदन को शुक्रवार को दिल्ली भागते समय नोएडा के जेवर टोल से गिरफ्तार कर लिया था और पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह भी कुबूल कर लिया था। इस दर्दनाक हत्याकांड की वजह चंदन और मृतक शिक्षक की पत्नी पूनम के बीच अवैध संबंध माने जा रहे हैं। हालांकि, आरोपी चंदन ने इससे इंकार किया है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022