नोएडा: लगातार बारिश के चलते डूब क्षेत्र में रह रहे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। डूब क्षेत्र में पानी भर जाने के चलते कई लोग बेघर हो गए हैं। सेक्टर-125 स्थित यमुना खादर में भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिल रहा है। यहां पर यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुना खादर पानी में डूब गया है। जिसके चलते छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी बेघर हो गई हैं। इलाके में पानी भर जाने के चलते लोग घर से जरूरी सामान लेकर बाहर निकल रहे हैं। अब इन लोगों के सामने रहने और खाने की समस्या पैदा हो गई है।
नोएडा: यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने खादर क्षेत्र डूबने लगे हैं। वहां रह रहे हजारों लोग बाढ़ में ही फंस गये हैं। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी राहत बचाव कार्य जारी है। बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए पुलिस, फायर बिग्रेड, एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। अभी भी कुछ लोगों और मवेशियों के बाढ़ में फंसे होने की आशंका है। जिन्हें निकालने के लिए युद्धस्तर पर प्रशासन का कार्य जारी है।
नोएडा: इन दिनों पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसका असर अब प्लेन इलाके में भी दिखने लगा है। लगातार बारिश से नोएडा (Noida Flood) में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यमुना का जलस्तर बढ़ने से नोएडा सेक्टर 124, 125 और 135 में दस फीट से ज्यादा पानी भर गया है। इन सेक्टरों में पानी भरने के कारण सैकड़ों लोग फंस गए हैं। नोएडा पुलिस पिछले 3 दिनों से फंसे लोगों और मवेशियों को बाहर निकालने में जुटी हुई है। बृहस्पतिवार की देर रात नोएडा पुलिस के आला अफसर रेस्क्यू करने में जुटे रहे। शुक्रवार की सुबह होते ही जिले के तीनों डीसीपी जल प्रभावित और बाढ़ संभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं। स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। अब तक 2 हजार गौवंश और करीब 700 महिलाओं, पुरूषों और बच्चों को बाढ प्रभावित एरिया से रेस्क्यू किया जा चुका है।
पुलिस के आला अफसरों ने संभाली कमान
पुलिस कमिश्नरेट से मिली जानकारी के मुताबिक यमुना नदी में जल स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पर स्वयं नजर रख रही हैं। तीनों जोन के डीसीपी और एडीसीपी को लगातार जल प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर पीड़ितों की मदद करने का आदेश दिया है। पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिस वालों को स्थिति पर नजर रखने का आदेश दिया है। जिसमें स्थानीय पुलिस बल, एसडीआरएफ की टीम और फायर सर्विस के अधिकारी व कर्मचारियों निरंतर कार्रवाई कर रहे हैं। गुरुवार को डीसीपी नोएडा हरीश चन्दर, एडीसीपी नोएडा और एसीपी-1 नोएडा ने सेक्टर-126, सेक्टर-127, ग्राम नंगला वाजिदपुर, ग्राम असगरपुर में भ्रमण किया। डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने जल प्रभावित ग्राम मकनपुर खादर, मकनपुर बांगर, लतीफपुर, अट्टा गुजरान, अट्टा फतेहपुर और नवरंगपुर गांव का निरीक्षण किया है। गांव के आसपास यमुना के खादर में झोपड़ी, आवास और ट्यूबवेल आदि में जो लोग रह रहे हैं, उन्हें निकाला गया है।
दिल्ली के नॉर्थ वेस्ट जिले के मुकुंदपुर इलाके में जलभराव से से तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक बच्चे बारिश के बाद जमा हुए पानी में नहाने गए हुए थे उसी दौरान डूबने की वजह से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। तीनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि, तीनों बच्चो की उम्र 12 से 15 साल के बीच थी। यह घटना दोपहर करीब तीन बजे की है. मुकुंदपुर में एक मैदान में पानी भरा हुआ था। पिछले दिनों हुए बारिश के बाद यह लबालब भरा हुआ था। इसी में तीनों बच्चे नहाने के लिए गए थे। पानी में खेलते हुए तीनों बच्चे डूब गए. सूचना मिलने पर पुलिस का एक कांस्टेबल मौके पर पहुंचा और पानी में छलांग लगाई, लेकिन तब तक बच्चों ने दम तोड़ दिया था।
दिल्ली में बाढ़ से हालात खराब
दिल्ली में यमुना जल स्तर पर लगातार जल स्तर में जारी बढ़ोतरी की वजह से विकट स्थिति उठ खड़ी हुई है। दक्षिण पूर्व, मध्य दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्व दिल्ली कई इलाकों में चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। कुल मिलाकर दिल्ली में बाढ़ के हालात हैं। बाढ़ की वजह से यमुना नदी के डूब वाले इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इन इलाकों की सड़कों पर पानी आ गया है. जलभराव और यातायात संबंधी समस्याएं उठ खड़ी हुई हैं।
आवाजाही में हो रही परेशानी
वहीं ITO समेत फिरोज शाह कोटला किला, लोधी गार्डन, राज घाट, जंतर मंतर, पुराना किला, लाल किला, जामा मस्जिद और राष्ट्रीय प्राणी उद्यान जैसे लोकप्रिय इलाकों में भी जाम का नजारा है। ITO की मुख्य सड़क पर जल भराव होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
गौतमबुद्ध नगर में जेवर तहसील के झुप्पा ग्राम के पास जेवर-टप्पल तटबंध में कटाव हो गया है। इस सीपेज को रोकने के लिए पिछले चौबीस घंटों से फ्लड फाइटिंग का काम चल रहा है। डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अफसर जुटे हुए हैं। शुक्रवार को डीएम, जेवर के विधायक और उपजिलाधिकारी ने फ्लड फाइटिंग के कार्यों का किया निरीक्षण किया।
बाढ़ से निपटने युद्ध स्तर पर जुटे प्रशासनिक अधिकारी
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अत्यधिक वर्षा के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी समस्याओं से निपटने के लिए डीएम मनीष कुमार वर्मा को निर्देश दिए हैं। डीएम के नेतृत्व में जिला प्रशासन के अधिकारी युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटा जा सके। इसी सिलसिसले में सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया कि सिंचाई विभाग ने जेवर तहसील के झुप्पा ग्राम के पास जेवर-टप्पल तटबंध में 12.100 किलोमीटर पर सीपेज हो रही थी। इसे रोकने के लिए फ्लड फाइटिंग के कार्य चल रहा है। गौतमबुद्ध नगर के सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए सीमेंट बैग का रिजर्व स्टॉक भरकर तैयार किया गया है।
पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते यूपी समेत देश के कई राज्यों का बुरा हाल है। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। नोएडा में यमुना नदी के किनारे डूब क्षेत्र में कई सरकारी और प्राइवेट गौशाला चल रही है। यमुना में आई बाढ़ में सभी गौशाला में पानी भर गया है। हालांकि कई गौशालाओं में फंसी गायों का रेस्क्यू किया जा रहा है।
बाढ़ में फंसी गायों का रेस्क्यू
बाढ़ में फंसे लोगों और मवेशियों को सकुशल निकलवाने मैदान में डीएम मनीष कुमार वर्मा भी उतर चुके हैं। डीएम मनीष कुमार हिंदराइस गौशाला पहुंचे, जहां पर एनडीआरएफ की टीम के द्वारा गौशाला से रेस्क्यू कर गोवंश को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि हिंदराइस गौशाला में लगभग 250 गायें थीं, जिनको जिला प्रशासन की टीम के द्वारा चारा एवं मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही थी। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम के द्वारा अधिकतर गौवंशों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
GREATER NOIDA: हिंडन और यमुना नदी में जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। पानी बढ़ने से डूब क्षेत्र में रह रहे लोगों की भी मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। देर रात जिला प्रशासन और पुलिस की टीम हिंडन व डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सजग किया गया और डूब क्षेत्र से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया।
DM ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने अपर जिलाधिकारी और राजस्व के साथ बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र पहुंचकर निरीक्षण किया। डीएम ने डूब में प्रवास कर रहे लोगों का हालचाल जाना और सरकार द्वारा संचालित किये जा रहे शरणालय में लोगों को पहुंचाने के निर्देश दिए।
लोगों के लिए अलर्ट जारी
इस दौरान पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने डूब क्षेत्र और हिंडन नदी के पास रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम अपने-अपने स्तर पर काम कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी यमुना नदी के डूब क्षेत्र में रह रहे लोगों लाउडस्पीकर के माध्यम से मुनादी कराते रहे। कई जगह पानी आने पर पुलिस अधिकारी वहां पहुंचकर लोगों को सुरक्षित बाहर भी निकाला।
अस्थाई गौशाला भी बनाए गये
जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी ने इलाके का गहनता से निरीक्षण किया और नागरिकों को बाढ़ से बचाव के लिए जानकारी उपलब्ध कराई गई। सेक्टर-135 में बनाई गई अस्थाई गौशाला का भी निरीक्षण किया। जहां करीब एक हजार गायों को अभी रखा गया है।
RAIN UPDATE: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के डूब क्षेत्र में रह रहे लोगों के लिए इस बार की बारिश किसी मुसीबत से कम नहीं है। जिला-प्रशासन और पुलिस बल की मदद से लगातार बाढ़ क्षेत्र में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। जहां एक दो दिन पहले तक पानी कम पहुंचा था, वहां से भी लोगों को निकल जाने की अपील की गई थी। इस दौरान कई चेतावनी के बावजूद कई लोगों ने अपना घर नहीं छोड़ा। उनमें से कुछ लोग बाढ़ में फंस भी रहे हैं। मंगलवार और बुधवार की देर रात ऐसी घटना सामने आई, जहां पता चला कि एक परिवार बाढ़ में फंस गया है। उनके घर का एक फ्लोर लगभग पानी में डूब चुका था।
noida में 100 साल की बुजुर्ग महिला का NDRF की टीम ने किया रेस्क्यू @NDRFHQ https://t.co/wFL4dL1omY pic.twitter.com/KURraQf4TU
— Now Noida (@NowNoida) July 26, 2023
NDRF की टीम ने किया रेस्क्यू
रात के अंधेरे में NDRF और पुलिस की टीम उस घर में पहुंची, जहां पूरा परिवार बाढ़ में फंस गया था। इस परिवार में कुल तीन लोग थे। जिसमें एक 100 साल की बुजुर्ग महिला भी शामिल थी। सभी लोगों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला गया। जहां से सभी लोगों को शिविर में पहुंचाया गया।
दिन-रात लोगों को बचाने में जुटी टीम
जिला प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीम नोएडा-ग्रेटर नोएडा के डूब क्षेत्र के अलावा उन गांवों में लगातार जुटी हुई है। जहां पर बाढ़ का पानी पहुंच रहा है। ताकि किसी भी तरह की जनहानि को रोका जा सके। साथ ही इन इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की जा रही है कि अपने जरूरी सामान के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके को छोड़ दें।
NOIDA RAIN UPDATE: हिंडन नदी में जलस्तर बढ़ने से लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब भी डूब क्षेत्र और बाढ़ वाले गांवों में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। इस काम में जिला प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीम दिन रात जुटी हुई है। प्राधिकरण के CEO लोकेश एम ने DM मनीष कुमार वर्मा के साथ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे।
लगातार की जा रही है मॉनिटरिंग
यमुना और हिंडन नदी के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही व्यवस्थाएं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित अस्थाई शिविर बनाए गये हैं। जहां पर प्रभावित लोगों को पहुंचाया जा रहा है। जिले में हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित परिवारों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं, दूसरी ओर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को मदद मिल रही है या नहीं, इसका निरीक्षण करने CEO लोकेश एम और DM मनीष कुमार वर्मा पहुंचे।
लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील
दोनों अधिकारी सेक्टर-142 के पास स्थित सुत्याना गांव पहुंचे, जहां पर स्थिति का जायजा लिया। यहां पर ग्रामीणों से अपील की गई कि वो सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। जिससे किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके। शिविरों में लोगों के लिए रहने, खाने, बिजली, साफ-सफाई और मेडिकल की सुविधाएं अच्छे से उपलब्ध कराई जा रही है। इस दौरान डीएम मनीष कुमार ने अधिकारियों के निर्देश दिया कि हिंडन नदी के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जाए।
गौशाला का भी किया निरीक्षण
यहां से दोनों अधिकारी सेक्टर 135 में बनाए गये अस्थाई गौशाला का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौशाला में रखे गए पशुओं के रहने के लिए साफ-सुथरा स्थान, चारे और मेडिकल सुविधाएं मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराईं जाए। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर नोडल अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि उनके द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया जाए और प्रभावित परिवारों के लिए जो सुरक्षित अस्थाई शिविर स्थल बनाए गए हैं, उनमें मिलने वाली सुविधाओं की भी मॉनिटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कि वहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं, खानपान तथा मेडिकल सुविधा प्रवास कर रहे लोगों को मानकों के अनुरूप प्राप्त होती रहे।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022ठंड से ठिठुरा उत्तर भारत, पहाड़ों पर बर्फबारी ने बढ़ाई मुश्किलें, UP में रेड अलर्ट
January 04, 2023