मध्य प्रदेश के हरदा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में अचानक धामाके के कारण आस-पास के इलाके में हड़कंप मच गया. मामले की जानकारी तलब कर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने राहत और बचाव के कामों को शीघ्र पीड़ितों तक पहुंचाने के कार्य को सुनीश्चित करने के आदेश दिए.
एमपी के हरदा की घटना
खबर आ रही है कि सुबह 11:30 बजे हरदा जिले के मगरधा रोड स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में वहां पर रखे हुए पटाखों के बारूद में अचानक आग लगने के कारण धमाका हो गया. बताया जा रहा है कि ये धमाका इतना भीषण था कि आस पास के रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों के घर के शीशे तक टूट गए. आग लगने के मूल कारणों का पता लगाया जा रहा है. इसी दौरान पुलिस, फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम हादसे वाली जगह पर राहत और बचाव के कामों में जुट गईं है.
हरसंभव मदद का आश्वासन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने मंत्री उदय प्रताप सिंह को डीजी होम गॉर्ड अरविंद कुमार और एसीएस अजीत केसरी के साथ घटना स्थल पर तुरंत जाकर समीक्षा के आदेश दिए है. जिला अधिकारी ऋषि गर्ग ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि तुरंत उपचार करने के लिए घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है और गंभीर रूप से जख्मी लोगों को चिकित्सा जांच के बाद भोपाल या फिर इंदौर शिफ्ट कर दिया जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृत्कों के परिवार को 4 लाख की सहायता राशी की घोषणा कि है तो वहीं पर घायलों के मुफ्त उपचार का ऐलान भी किया है.
50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की आशंका
प्राथमिक जानकारी के अनुसार अभी तक 6 लोगों की मृत्यु की पुष्टी हो चुकी है, 50 से ज्यादा लोगों के गंभीर रूप से चोटिल होने की खबर आ रही है. धमाके के चलते आस-पास के कई घरों में आग लगने की घटना भी सामने आ रही है. पास के नगर पालिकाओं से 4 दमकल की गाड़ियों को मौके पर आग बुझाने के लिए रवाना किया गया है.
केरल के वायनाड में भूस्खलन के कारण 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वायनाड पहुंचे. जहां पीएम ने राहत कार्यों का जायजा लिया. इसके साथ ही पीएम मोदी में अस्पताल में भर्ती हादसे के पीड़ितों से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दिया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड भूस्खलन घटना और चल रहे राहत प्रयासों पर समीक्षा बैठक की. इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी को मिलकर इस आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों की सहायता करनी है. आपदा में सैकड़ों परिवार के सपने उजड़ गए हैं. प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया है, जिसके मैंने वहां जाकर के देखा है. पीड़ित परिवार से भी मिला और उनकी पीड़ा भी सुनी है.
हर कोई बिना रुके आपदा में मदद करने पहुंचा- पीएम
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि मैं अस्पताल भी गया और वहां, घटना में घायलों से मिला. वायनाड में भूस्खलन की घटना के बाद मैंने तुरंत मुख्यमंत्री से बात की थी और मदद भेजवाई थी. हर कोई बिना रुके आपदा में मदद करने के लिए पहुंचा था. भारत सरकार और पूरा देश पीड़ितों के साथ है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि दक्षिण से मैं लगातार संपर्क में रहा हूं. घटना के बाद पल-पल की जानकारी लेता रहा हूं. घटना में सैकड़ों परिवार के सपने उजड़ गए हैं. ऐसे संकट के समय जब हम साथ मिलकर के काम करते हैं तो कितना उत्तम परिणाम मिलता है. घटना के बाद हर कोई बिना रुके तुरंत ही आपदा प्रभावित लोगों के बीच पहुंचने का प्रयास किया.
केंद्र सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी- पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं सभी पीड़ितों और उनके परिजनों को, कि हम सब इस संकट में उनके साथ हैं. सरकार में नीति नियमों के तहत सहायता राशि दी गई है. हम और भी राशि देने की कवायद करेंगे. बहुत ही उदारता पूर्वक सभी समस्याओं के समाधान के लिए केरल सरकार के साथ भारत सरकार खड़ी रहेगी. सरकार ने छोटे बच्चों और जिन्होंने अपनो को खोया है उनके लिए एक लंबे समय तक की योजना बनाने का निर्णय लिया है. 1979 में जब गुजरात के मोरबी में बारिश के बाद डैम नष्ट हुआ था और उसका सारा पानी शहर में घुस गया था, 2500 से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए थे. उस समय मैंने वॉलेंटियर के रूप में कार्य किया था और मैं ऐसी आपदा की परिस्थिति को भलीभांति जानता हूं. केंद्र सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी.हमारी ओर से पूरा सहयोग रहेगा.
हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को सपा ने मदद की घोषणा की थी. सत्संग हादसे के पीड़ितों को लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा एक-एक लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की गई थी. जिसके बाद शुक्रवार को समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल हादसे में जान गंवाने वाले दादरी के लोगों के आवास पर पहुंचा और उन्हें सहायता राशि भेंट की. बता दें कि हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में सैकड़ो लोगों की जान चली गई थी. जिसमें जनपद गौतम बुध नगर के दादरी कस्बे की रहने वाली दो महिलाओं ने भी जान गंवा दी थी.
"इस मानवीय पहल से पीड़ित परिवारों को राहत मिलेगी"
इस मौके पर मुजफ्फरनगर से पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मानवीय संवेदना दिखाते हुए, हाथरस हादसे के सभी मृतकों के परिवारों को आर्थिक मदद रूप में 1-1 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. उनका यह कदम पीड़ित परिवारों को बल देने का काम करेगा और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगा. इसके अलावा पूर्व मंत्री राकेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की इस मानवीय पहल से न केवल पीड़ित परिवारों को राहत मिलेगी. बल्कि यह समाज में संवेदनशीलता और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करेगा.
"हाथरस हादसा भाजपा सरकार की बहुत बड़ी विफलता"
वहीं इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने कहा कि हाथरस हादसा भाजपा सरकार की बहुत बड़ी विफलता है. यदि इतने बड़े आयोजन को लेकर सरकार सजग होती, तो यह हादसा रोका जा सकता था. इस हादसे ने उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी है. यदि घायलों को समय से उचित इलाज मिल जाता तो मृतकों की संख्या इतनी नहीं होती. दादरी नगर अध्यक्ष अनीस अहमद बिसाहाड़िया ने कहा समाजवादी पार्टी पीड़ितों के साथ खड़ी है और हमेशा खड़ी रहेगी.
मौजूद रहे कार्यकर्ता
इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा, समाजवादी अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल भारती, पूर्व जिला अध्यक्ष फकीरचंद नागर, वीरेंद्र यादव, आश्रय गुप्ता, फैजल खान, दिनेश गुर्जर, हरवीर प्रधान, प्रमोद मेंबर, राहुल आर्यन, प्रवीण भाटी, सुमित भारती, हुकम सिंह भारती, योगेश गौतम, निशांत नागर आदि मौजूद रहे.
नोएडा के सेक्टर 21 में शिरोज़ कैफ़े में समाजवादी पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता पहुंचे. जहां तेज़ाब पीड़िताओं द्वारा चलाए जा रहे शिरोज़ कैफ़े में सामाजिक चिंतन सभा का आयोजन आम पार्टी व टी पार्टी के रूप में किया गया. सभा का आयोजन अतुल यादव (पूर्व नोएडा महानगर अध्यक्ष समाजवादी छात्र सभा )ने किया. वहीं सभा की अध्यक्षता दीपक विग (पूर्व नोएडा महानगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी ) ने की. इस सभा का संचालन कुवर बिलाल बरनी (पूर्व मीडिया प्रभारी नोएडा महानगर अध्यक्ष ) ने किया ।
"2027 में इस सीट पर पार्टी को दिलानी है विजय"
सभा के दौरान संबोधन करते हुए दीपक विग ने यहां मौजूद सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि 2027 की तैयारी अभी से शुरू कर देनी चाहिए. टिकट चाहे गुर्जर, यादव, मुस्लिम, बनिया, ब्राह्मण किसी को भी मिले. सेक्टरों में ,ग्रुप हाउसिंग में, झुग्गियों में, गांव में, कच्ची कालोनियों में सभी कार्यकर्ताओं को जी जान से काम करके सबको जोड़ना है. सभा को संबोधित करते हुए कहा गया कि नोएडा की सभी जाति, सभी धर्म के लोगों को पार्टी से जोड़ना है और 2027 में इस सीट पर पार्टी को विजय दिलानी हैं. साथ ही कहा कि ऐसी चिंतन बैठकें समय-समय पर होती रहेंगी. इसके अलावा सभा को विपिन अग्रवाल , बिलाल बरनी , राजेश अम्बावत , शशि यादव ने भी संबोधित किया.
सभा में मौजूद रहे कार्यकर्ता
सभा में प्रमुख रूप से दीपक विग , अतुल यादव , हसीब सैफ़ी , दिनेश यादव ,बाबूलाल बंसल ,रोहित , कोशिंदर यादव , विपिन अग्रवाल ,बिलाल बरनी ,राजेश अम्बावत ,शशि यादव ,साहिल चौधरी ,विकास भूमिहार आदि मौजूद रहे.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि के भोले बाबा सत्संग में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. हाथरस मामले पर सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के ज्यादातर नेताओं ने हादसे पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे इन सभी नेताओं ने हाथरस की हृदय विदारक घटना पर दुख जताया है. इस बीच खबर ये भी है कि कल सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस जा सकते हैं.
सदन में भाषण बीच में रोक पीएम ने जताया दुख
पीएम मोदी ने कहा, “इस समय चर्चा के बीच अभी मुझे एक दुः खद खबर भी दी गई है. उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुः खद मृत्यु की जानकारी आ रही है. जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.
PM मोदी ने सीएम योगी से बात की
हाथरस मामले पर पीएम मोदी ने फोन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. खुद पीएम ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की है. उन्होंने लिखा कि पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है.
सीएम योगी ने हादसे को लेकर जताया शोक
सत्संग में मची भगदड़ में लोगों की मौत पर सीएम योगी ने कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं और प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.
सीएम योगी ने जांच के दिए निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने हाथरस में हुए हादसे में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. वहीं हाथरस में मची भगदड़ को लेकर सीएम योगी ने गहन जांच के निर्देश दिए हैं और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस हादसे को लेकर दुख जताया है. राजनाथ सिंह ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन सभी पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है.
कांग्रेस नेता खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर जताया दुख
वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस हादसे पर दुख जताया है.मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं.शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं.सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए.विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाएं.
कैसे हुआ हादसा?
हाथरस के मुगलगढ़ी इलाके स्थित फुलरई गांव में मानव मंगल मिलन समागम समिति ने नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध 'भोले बाबा' का प्रवचन कार्यक्रम रखा था. इसमें तकरीबन 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटी थी. कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा अधिक लोग पहुंच गए थे. इसी बीच वहां भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. जबकि 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. इनमें कई की हालत गंभीर है. मृतकों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. एटा के सीएमओ ने बताया कि अब तक 27 शव आ चुके हैं. बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं. वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं. फिलहाल, शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है, फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.
विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को सुबह हाथरस जाएंगे. इसकी जानकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने दी. राय ने बताया कि राहुल गांधी इस दौरान भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करेंगे. साथ ही घायलों का हालचाल भी जानेंगे. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता सड़क मार्ग के जरिए रवाना होंगे. आपको बता दें कि मंगलवार को हाथरस में नारायण साकार हरि के सत्संग में भगदड़ की वजह से 123 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए. घटना के बाद विपक्ष के किसी वरिष्ठ नेता का हाथरस का यह पहला दौरा होगा. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हाथरस का दौरा किया था और अस्पताल में घायलों से मुलाकात की थी.
हादसे का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर
हाथरस हादसे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी शलभ माथुर ने कहा कि मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर पर 1 लाख का इनाम रखा गया है. पुलिस जल्द ही कोर्ट से उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाएगी. आईजी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी. बाबा का रोल सामने आया, तो उसके खिलाफ करवाई की जाएगी. हालांकि FIR में भोले बाबा का नाम नहीं है. लेकिन भोले बाबा के अपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है. उनके फॉलोअर्स हर शहर में हैं, ऐसे में कई शहरों में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. बाबा ने नौकरी से वीआरएस लिया था, न्यायिक आयोग इसमें प्रशासनिक लापरवाही की जांच करेगा. आईजी ने कहा कि मामले में 6 आरोपियों को पूछताछ के बाद अरेस्ट किया गया है, वह आयोजन समिति के मेंबर हैं. आरोपी घटना के बाद मौके से फरार हो गए थे. पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें 2 महिलाएं शामिल हैं. आरोपी खुद ही क्राउड मैनेजमेंट का काम करते थे. इस काम के लिए प्रशासन का हस्तक्षेप इन्हें स्वीकार नहीं था.
तीन सदस्यीय जांच कमेटी दो महीने में सौंपेगी रिपोर्ट
वहीं जिला मजिस्ट्रेट आशीष कुमार ने कहा कि भगदड़ के बाद 21 शवों को आगरा, 28 को एटा, 34 को हाथरस और 38 को अलीगढ़ ले जाया गया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को हाथरस त्रासदी की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो इस संभावना की भी जांच कर रहा है कि भगदड़ के पीछे कोई साजिश थी. पैनल दो महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौतें हो चुकी हैं, जबकि कई घायलों का इलाज चल रहा है। मंगलवार को हुए हादसे के बाद से नेताओं और अधिकारियों का अलीगढ़ और हाथरस पहुंचना जारी है। इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचें, जहां आशा देवी, मुन्नी देवी आ ओमवती के परिवार वालों से मिले।
पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करायेंगे
अलीगढ़ के गांव पिलखाना में राहुल गांधी मृतक मंजू उसके छह वर्ष के बेटे पंकज अन्य परिवार की शांति देवी व प्रेमवती के को सांत्वना दी। मृतक मंजू की सास को राहुल गांधी ने आश्वस्त किया कि वह अपने स्तर से हर संभव उनकी मदद करेंगे। राहुल गांधी ने इसी गांव की प्रेमवती की बहू सोनिया से मुलाकात की।
सीएम योगी पीड़ितों दिल खोलकर मुआवजा दें
हाथरस हादसे के पीड़ितों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। कई लोगों की मौत हुई है. मैं इसको राजनीतिक प्रिज्म से नहीं कहना चाहता हूं. लेकिन प्रशासन की कमी तो है, गलतियां तो हुई हैं. ये पता लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों मुआवजा सही मिलना चाहिए। क्योंकि ये गरीब परिवार हैं और इनका मुश्किल समय है। इसलिए मुआवजा ज्यादा से ज्यादा मिलना चाहिए। राहुल ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि पीड़ितों को दिल खोलकर मुआवजा दें। ये गरीब लोग है, इनको पैसे की जरूरत है। सत्संग स्थल पर पुलिस की तरफ से व्यवस्था सही नहीं थी, ऐसा परिवार वालों ने बताया है. जो चिंता की बता है।
हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अब तक इस घटना में आयोजन समिति से जुड़े छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। वहीं मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमेठी मर्डर केस में शनिवार को बड़ा फैसला किया है। सीएम योगी ने पीड़ित परिवार के लोगों ने खुद मुलाकात की और हर मुमकिन मदद की बात कही।
सीएम योगी ने की अमेठी मर्डर केस के पीड़ितो से बात
समाजवादी पार्टी के बागी विधायक मनोज पांडे शनिवार को दलित शिक्षक के परिवार के लोगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। जहां सीएम योगी ने परिवार को लोगों से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसकी जानकारी खुद सीएम योगी के आधिकारिक हैंडल से प्राप्त हुई।
सीएम योगी ने सरकारी नौकरी, जमीन और आवास दिया
सीएम योगी ने अमेठी हत्याकांड के पीड़ित परिवार के सदस्यों से घटना के बारे में बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री आवास, एक सदस्य को सरकारी नौकरी, खेती के लिए पांच बीघा जमीन, आयुष्मान कार्ड, लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई और उच्च स्तर पर जांच कराने के लिए कहा है। इसी के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
परिवार बोला वो एक्शन से हैं संतुष्ट
मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान पीड़ित परिवार के सदस्यों द्वारा पुलिस एक्शन पर संतुष्टि की बात कही गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद मृतक शिक्षक सुनील के पिता व भाभी ने बताया कि वह सीएम के आश्वसन से संतुष्ट हैं। उन्होंने आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई करवाई है। वहीं पीड़ित परिवार के साथ सीएम से मिलने पहुंचे स्थानीय विधायक मनोज पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ पीएम आवास, पांच बीघा खेती योग्य जमीन, परिवार के मुखिया की सहमति पर एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आयुष्मान कार्ड मुहैया कराने का भरोसा दिया है।
क्या है अमेठी मर्डर केस
आपको बता दें, बीते 3 अक्टूबर को चंदन वर्मा ने सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और उनकी बेटियों पर गोली बरसाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी चंदन को शुक्रवार को दिल्ली भागते समय नोएडा के जेवर टोल से गिरफ्तार कर लिया था और पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह भी कुबूल कर लिया था। इस दर्दनाक हत्याकांड की वजह चंदन और मृतक शिक्षक की पत्नी पूनम के बीच अवैध संबंध माने जा रहे हैं। हालांकि, आरोपी चंदन ने इससे इंकार किया है।
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