Bagpat: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक व्यक्ति को अपनी पत्नी को मोबाइल चलाने से मना करने पर भारी पड़ गया।कलयुगी पत्नी ने आगबबूला होकर पति की आंख में कैंची घोंप दी,जिससे पति गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद पीड़ित पति ने थाने पहुंचकर पत्नी के खिलाफ शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है। पति का आरोप है कि पत्नी मोबाइल चला रही थी, उसने पत्नी को रोका तो गुस्से से झल्ला उठी और घर में रखी कैंची उठाकर उसकी आंख में घोंप दी। कैंची लगने से पीड़ित पति की आंख में चोट आई है, जिसका वह उपचार करा रहा है।
तीन साल पहले हुई थी शादी
बता दें कि बड़ौत निवासी 28 वर्षीय अंकित की शादी तीन साल पहले रमाला थाना क्षेत्र के सूप गांव की एक युवती से हुई थी।शादी के कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक चलता रहा। लेकिन पिछले डेढ़ साल से आए दिन किसी न किसी बात को लेकर पति और पत्नी के बीच कहासुनी-मारपीट होती रहती हैं। आज भी ऐसा ही हुआ। जब अंकित ने अपनी पत्नी को मोबाइल चलाने से रोका तो वह आगबबूला गई और कमरे के अंदर चली गई। थोड़ी देर बाद ही वह कैंची लेकर आई और चारपाई पर बैठे पति अंकित की आंख में कैंची घोंप दी। जिससे अंकित लहुलुहान होकर जमीन पर गिर गया। शोर सुनकर युवक की भाभी और भतीजे दौड़े। इसके बाद अंकित को उपचार के लिए अस्पताल ले गए। उपचार के बाद अंकित ने मामला दर्ज करवाया। पुलिस मामला दर्जकर जांच पड़ताल में जुट गई है।
पुलिस कर रही जांच पड़ताल
घटना पर बड़ौत सीओ सविरत्न गौतम ने बताया कि पति-पत्नी के बीच मोबाइल चलाने को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद पत्नी ने पति की आंख में कैंची मार दी। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले में जांच पड़ताल करके कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रेटर नोएडा: बच्चे मां-बाप की आंखों का तारा होते है. उन पर आई सारी बला वो खुद पर ले लेते हैं लेकिन सोचिये अगर किसी मां-बाप के दिल का टुकड़ा उनसे छीन लिया जाए और बदले में उसकी मौत उन्हें दी जाए तो वो मंजर दुनिया का सबसे बुरा मंजर होता है. ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के बिलासपुर से सामने आया है. जिसने पुलिस-प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है. दरअसल 4 दिन पहले एक व्यापारी के 16 साल के बेटे का अपरहण हो जाता है. फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी जाती है. जिसके चप्पल और कपड़े तो बरामद हो चुके है लेकिन शव का अभी तक कोई पता नहीं लग सका है. जिसके खिलाफ व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा है. सभी व्यापारियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मार्केट को भी बंद कर दिया है.
मार्केट बंद कर व्यापारियों ने जताया रोष
16 साल के बेटे का शव अभी तक न मिलने पर व्यापारियों में रोष है. इसको लेकर बिलासपुर बाजार को व्यापारियों ने बंद रखा और सभी लोग रोड पर बैठ गए. नाराज व्यापारियों को हटाने में पुलिस प्रशासन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. परिजनों से लेकर व्यापारियों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े किए. वहीं मौके पर पहुंचे एडिशनल डीसीपी अशोक शर्मा ने परिवार को समझाया और जल्द आरोपियों को जेल में भेजने की बात कही है लेकिन परिजनों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की है. साथ ही थाने में भी जमकर हंगामा काटा है. जिसके बाद पुलिस-प्रशासन के भी हाथ-पांव फूले हुए है. वहीं दूसरी ओर पुलिस-प्रशासन लगातार शव को तलाशने में जुटा है. सूत्रों की मानें तो ऐसा कहा जा रहा है कि इस मामले में व्यापारियों से लेकर परिजनों ने आलाधिकारियों से भी संपर्क किया है. बता दें पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र के कस्बा बिलासपुर का है.
यूपी की 'लेडी सिंघम' कहलाई जाने वाली शामली की डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर के पति ने धोखा दिया, पहचान बदल कर शादी करने के बाद लाखों रूपये का फ्राड किया.
इन दिनों यूपी की 'लेडी सिंघम' DSP श्रेष्ठा ठाकुर किसी अपराधी को पकड़ने के लिए नहीं, बल्कि निजी जीवन के कारण सुर्खियों में बनी हुई हैं. दूसरों को बचाने वाली खुद ही ठगी और धोखाधड़ी का शिकार हो गई है. उन्होंने अपने ही पूर्व पति रोहित राज पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. 2012 बैच की पीपीएस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर ने अपने पति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी थी, जिसके बाद पुलिस ने उनके पूर्व पति रोहित को अरेस्ट कर लिया है.
6 साल पहले हुई थी दोनों की शादी
रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों की शादी 6 साल पहले एक मेट्रोमोनियल साइट के जरिए हुई थी, जहां पर रोहित ने खुद को 2008 के बैच का IRS अफसर और अपनी तैनाती रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर बताई थी, लेकिन बाद में उसके झूठ का खुलासा हुआ और पता चला कि वो कोई IRS अफसर नहीं है. इस झूठ के खुलासे के बाद भी श्रेष्ठा अपनी शादी बचाने के लिए शांत रहीं। लेकिन जब उनको ये पता चला कि रोहित उनके नाम से लोगों से ठगी और धोखाधड़ी कर रहा है तो उन्होंने शादी के दो साल बाद ही तलाक ले लिया. इसके बाद भी रोहित ने उनके नाम पर ठगी करना बंद नहीं किया और लगातार श्रेष्ठा की पोजिशन का फायदा उठाने की कोशिश करता रहा. जिससे तंग आकर श्रेष्ठा ने गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र में अपने पूर्व पति पर एफआईआर दर्ज कर दी, जिसके बाद पुलिस ने उसको अरेस्ट कर जेल भेज दिया.
कौन हैं श्रेष्ठा ठाकुर
आपको बता दें कि श्रेष्ठा ठाकुर यूपी के उन्नाव जिले की हैं, उन्होंने साल 2012 में UPPSC की परीक्षा को पास किया था, जिसके बाद उनको DSP बना दिया गया. उनके बेहतरीन और बेखौफ अदांज को देखने के बाद वह अक्सर चर्चा में रहने लगी और लेडी सिंघम के नाम से जानी जाने लगीं. वर्तमान में श्रेष्ठा ठाकुर शामली जिले में बतौर डिप्टी एसपी तैनात हैं. इसके पहले वो साल 2017 में बुलंदशहर जिले में सर्किल ऑफिसर के पद पर कार्यरत थीं.
उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे है. आए दिन बदमाश लूट डकैटी जैसी घटनाओं को भी अंजाम दे रहे है. लेकिन पुलिस विभाग द्वारा भी लगातार बदमाशों पर शिकंजा कसा जा रहा है. इसी कड़ी में 26 फरवरी यानी की सोमवार को पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी.
पुलिस उपायुक्त के मुताबिक, नोएडा के थाना सेक्टर 20 पुलिस द्वारा पिछले कई माह से फरार चल रहे 25000 हजार के इनामिया बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोप है कि अभियुक्त फर्जी रूप से जीएसटी फर्म घोटाले में संलिप्त था. पुलिस टीम के मुताबिक अभियुक्त का नाम विकास डबास पुत्र रविन्द्र डबास है, जिसे दिल्ली के मुबारकपुर से गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त के खिलाफ नोएडा के थाना सेक्टर 20 पर कई धाराओं में मुकदमें दर्ज है.
पुलिस उपायुक्त ने आगे बताया कि अभियुक्त द्वारा पिछले पांच वर्षों से फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर सहित तैयार कराकर फर्जी बिल का उपयोग कर जीएसटी रिफन्ड प्राप्त कर सरकार को हजारों करोड के राजस्व का चूना लगाया जा रहा था. इस पूरे खेल में वो अकेला नहीं था, बल्कि उसके कई और साथी भी थे. फिलहाल पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा पूर्व में भी इसके गिरोह को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है ।
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के जिले नोएडा में ई-सिगरेट प्रतिबंधित है. लेकिन इसके बावजूद भी किसी न किसी तरह से लोगों तक ई-सिगरेट की सप्लाई की जा रही है. जी हां चीन में बनने वाली ई-सिगरेट नेपाल के रास्ते से दिल्ली पहुंचने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जा रही है. फेक आईडी बनाकर गिरोह इस सिगरेट की सप्लाई कर रहे हैं.
ई-सिगरेट की सप्लाई
जानकारी के मुताबिक, सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने पिछले महीने में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से तीन किलो 100 ग्राम गांजा के साथ ही ई-सिगरेट बरामद की गई थी. इसी दौरान पुलिस पूछताछ में तस्करों से पता चला कि चीन में बनी ई-सिगरेट नेपाल के रास्ते उत्तराखंड आती थी. इसके बाद वहां से पीलीभीत के रास्त से दिल्ली पहुंचाई जाती है. फिर वहां से कॉलेज, बार, रेस्तरां और इस्टाग्राम के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जाती है.
गिरोह का पर्दाफाश
कहा जा रहा है कि इन गिरोह ने एक कम्युनिटी वाट्सएप ग्रुप भी बना रखा है, जो 2019 से संचालित है. फेक आईडी बनाकर सप्लाई की जा रही है. फिलहाल पुलिस इस ओर सख्ती से कार्रवाई कर रही है. उनका कहना है कि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से इसपर प्रतिबंध लगाने के जानकारी दी जाएगी.
Lucknow: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में लगी हुई है. एक के बाद एक दल बैठक कर अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर रहे हैं. ऐसे में राष्ट्रीय लोकदल आरएलडी ने प्रदेश कार्य समिति की बैठक का आयोजन किया. इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने पर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.
त्रिलोक त्यागी का पीएम को धन्यवाद
इस दौरान प्रेस वार्ता करते हुए राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकल्प लिया है. उस संकल्प को हम सब पूरा करने का काम करेंगे. हमारे जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्षों से समन्वय करके आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में मजबूती से लड़ने का काम करेंगे.
बीजेपी को करेंगे मजबूद
त्रिलोक त्यागी ने आगे कहा कि हम लोग मन से आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को जीतने का काम करेंगे. जितने भी राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता है वो अपने जिलों में NDA को मजबूत करने का काम करेंगे. साथ ही किसानों को कोई दिक्कत ना हो. इसके मद्देनजर भी किसानों के MSP के मुद्दे को लेकर सरकार से बात करेंगे.
Noida: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केंद्र सरकार ने नागरिक संशोधन कानून CAA लागू कर दिया है. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार शाम को नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. वहीं, CAA को लेकर यूपी पुलिस भी एक्टिव मोड पर है. डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश देते हुए हर स्थिति पर अपनी-अपनी नजर बनाने के लिए कहा है. साथ ही सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के निर्देश दिए है.
पुलिस टीम ने निकाला फ्लैग मार्च
CAA का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद नोएडा पुलिस भी अलर्ट हो गई है. डीसीपी और एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ नोएडा के संवेदनशाील इलाके सोरखा, सर्फाबाद, समेत कई सेक्टर में फ्लैग मार्च किया. इस दौरान एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने कहा कि CAA लागू होने के साथ ही रमजान का महीना भी शुरू हो गया है. इसको लेकर हमारी तैयारियां पहले से थी. सभी धर्मगुरुओं से बातचीत हुई है और सतर्कता बढ़ा दी गई है, जो भी भ्रामक सूचनाएं फैलाएंगे उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा जिला बदर और अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
इन जगहों पर पुलिस की नजर
बता दें कि, सार्वजनिक प्रतिष्ठानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, सरकारी संपत्ति, शापिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स के साथ ही सभी महत्वपूर्ण जगहों पर विशेष टीम को लगाया गया है. इसके साथ ही इन जगहों पर नियुक्त प्राइवेट सुरक्षा गार्ड्स को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए है. यूपी 112 के पीआरवी गाड़ियों पर तैनात पुलिसकर्मियों को ब्रीफ करते हुए सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
Noida: नोएडा के थाना सेक्टर-24 पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. टीम ने मिलकर धोखाधड़ी से ठगी करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से टीम ने नगद 1,22,500 रूपये, 03 कम्प्यूटर सीपीयू, 02 लैपटॉप, 04 मोबाइल फोन, 75 डिजिटल सिगनेचर पैन ड्राईव, 12 कटे बिल, 23 मुहर और एक स्कॉर्पियों गाड़ी को बरामद किया गया है. फिलहाल बदमाशों के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है.
मामले का खुलासा
जानकारी के मुताबिक, 11 मार्च को थाना सेक्टर-24 पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम ने डीसीपी विद्या सागर मिश्रा और डीसीपी क्राइमशक्ति मोहन अवस्थी के नेतृत्व में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. जिनका नाम शैलेंद्र गौड और देवराज सिंह है. पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वो लोग एक साथ मिलकर फर्जी बैंक खाते खोलकर नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद में लोगों के साथ करके ठगी की घटना को अंजाम देते थे.
ठगी का माल बरामद
वहीं, पुलिस ने दोनों बदमाशों के पास से नगद 1,22,500 रूपये, 03 कम्प्यूटर सीपीयू, 02 लैपटॉप, 04 मोबाइल फोन, 75 डिजिटल सिगनेचर पैन ड्राईव, 12 कटे बिल, 23 मुहर और एक स्कॉर्पियों कार बरामद की है. साथ ही दोनों के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वाराणसी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। फिर वाराणसी में सीएम योगी ने बड़ा बयान भी दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जैसे काशी बदली है वैसे ही उत्तर प्रदेश में भी बदलाव आया है। 2014 के पहले देश बहुत पीछे था।
सीएम योगी ने किए बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। पीएम मोदी के जन्मदिवस पर काशी में विशेष पूजन और हवन का आयोजन हुआ था। जहां पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक और आरती कर पीएम मोदी कि लंबी उम्र की कामाना की। इस दौरान भारी जन-सैलाब भी मौजूद रहा।
सीएम योगी ने काटा 74 किलों का लड्डू
सीएम योगी बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के बाद हवन पूजन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। जहां पर सीएम योगी यज्ञ कुंड में आहुति भी डाली। इस दौरान काशी विश्वनाथ धाम में सीएम योगी ने 74 किलो का लडडू भी काटा और उसे भक्तों में बांटा भी।
साल 2014 के पहले के भारत पर क्या कहा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान साल 2014 से पहले के भारत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि
'साल 2014 के पहले देश की सुरक्षा खतरे में थी और अराजकता का माहौल था। लोगों में विश्वास की कमी थी। देश में अलगाववाद, उग्रवाद, नक्सलवाद और आतंकवाद चरम पर था। भ्रष्टाचार तब के सरकार की पहचान बन गयी थी और युवा बेरोजगार था। बुनियादी सुविधाओं की कमी थी और स्वरोजगार को कोई प्रोत्साहन नहीं था। आप सभी ने साल 2014 के बाद बदलती हुई काशी को देखा है'।
साल 2047 तक का रोड मैप का प्लान तैयार
इसी के साथ ही सीएम योगी ने कहा कि 'क्या कभी कोई सोचता था की काशी का इतना सुन्दर सौंदर्यीकरण होगा, यहां के मठ और मंदिरों में इतनी अच्छी व्यवस्था होगी। आज से दस वर्ष पहले क्या कोई सोच पता था कि राम मंदिर बनेगा। कश्मीर में धारा 370 हटेगी। गरीबो को घर मिलेगा। आज सब संभव हुआ है। भारत देश की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चूका है। मोदी जी ने 2047 तक का रोड मैप बना दिया है'। पीएम मोदी पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि 'देव शिल्पी के जन्मदिन के दिन नए भारत के शिल्पी का जन्मदिन है। पीएम मोदी ने देश को विजन दिया है। इस विजन में डिजिटल इंडिया है। डिजिटल इंडिया के तहत आज काशी के सभी स्कूल में स्मार्टक्लास भी शुरू किया गया'।
उत्तर प्रदेश के बलिया में अवैध वसूली के मामले में शामिल कांस्टेबल से लेकर एसपी तक सभी पर योगी सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है। दरअसल, बिहार-यूपी बॉर्डर पर बिहार की तरफ से आने वाले ट्रकों से पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली का मामला सामने आने के बाद कांस्टेबल से लेकर एसपी तक नप गए हैं। योगी सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए एएसपी और एसपी को पद से हटा दिया। वहीं, सीओ से लेकर कई कांस्टेबल तक को सस्पेंड भी किया गया है।
महीने भर में करोड़ों की अवैध वसूली
अवैध वसूली के मामले को जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश के बलिया में यूपी-बिहार के इस बॉर्डर से हर रात करीब 1000 से भी ज्यादा ट्रक गुजरते थे। हर ट्रक के ड्राइवर से बॉर्डर पार करने की कीमत के तौर पर 500 रुपये की अवैध कमाई की जाती थी। अगर इसे जोड़े, तो एक दिन में ये 5 लाख की अवैध कमाई हो जाती थी, इस हिसाब से एक महीने में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की अवैध वसूली की जा रही थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिसकर्मियों के इस अवैध कमाई के जरिए की शिकायत हई और शिकायत के बाद भरौली चेक पोस्ट पर एडीजी और डीआईजी ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस दौरान ट्रकों से अवैध रूप से वसूली करते दो पुलिसकर्मियों को मौके से ही गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ वसूली में लिप्त 16 दलालों को भी पकड़ा गया।
पुलिस ने की पुलिस चौकी में छापेमारी!
पुलिसवालों के इस अवैध वसूली के मामले को लेकर डीआईजी (आजमगढ़ रेंज) वैभव कृष्ण ने बताया कि एडीजी जोन बनारस और मेरे द्वारा सादे कपड़ों में नरही थाना क्षेत्र में भरौसी तिराहे के पास बिहार-यूपी बॉर्डर पर एक पुलिस चौकी में छापेमारी की गई। वहां जो ट्रक आते हैं उससे वसूली की जा रही थी। जिसमें पुसिकर्मी संलिप्त थे। उन्होंने कहा कि ये लोग (आरोपी पुलिसकर्मी) प्रति वाहन 500 रुपये वसूलते थे और हर रात वहां से करीब एक हजार ट्रक गुजरते थे।
योगी सरकार ने लिया तुरंत एक्शन
जैसे ही इस मामले की जानकारी योगी सरकार को हुई, राज्य सरकार ने पूरी कोरंटाडीह चौकी को सस्पेंड कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी पुलिसकर्मी यूपी-बिहार बॉर्डर पर शराब, पशु तस्करी, लाल बालू की तस्करी करने वाले से पैसे की ये वसूली करते थे। अवैध वसूली का मामला सामने आने के योगी सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए एएसपी और एसपी को पद से हटा दिया। वहीं, सीओ से लेकर कई कांस्टेबल तक को सस्पेंड भी किया गया है। अब आईपीएस विक्रांत वीर को बलिया का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है। इसी के साथ ही वसूली कांड में शामिल आरोपी पुलिसकर्मियों में शामिल सीओ, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की विजिलेंस जांच के भी आदेश दिए गए हैं। वसूली के पैसों को खुलासा छापेमारी में मौके से कांस्टेबल हरदयाल सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पूरा रैकेट सामने आया।
तुरंत किया गया सस्पेंड
अवैध वसूली के इस मामले में नरही थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी (करंटाडीह) के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जिसमें कुल 7 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है। इस मामले की जांच आजमगढ़ के एएसपी को दी गई है। शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने पर नरही के थानाध्यक्ष पन्नेलाल और चौकी प्रभारी (करंटाडीह) राजेश प्रभाकर को सस्पेंड किया गया है।
हेड कांस्टेबल चंद्रजीत यादव, औरंगजेब खान, कांस्टेबल परविंद यादव, सतीश गुप्ता, पंकज यादव, ज्ञानचंद, धर्मवीर पटेल, नरही के नाइट अफसर सब इंस्पेक्टर मंगला प्रसाद, हेड कांस्टेबल विष्णु यादव, कांस्टेबल हरिदयाल सिंह, दीपक मिश्रा, बलराम सिंह, उदयवीर, प्रशांत सिंह, ड्राइवर ओमप्रकाश समेत 10 कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है। वसूली में शामिल सिपाहियों के आवासों को भी सील कर दिया गया है।
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