एक बार फिर यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में एक अजब-गजब मामला सामने आया है। जिसमें एक परीक्षार्थी के एडमिट कार्ड में उसकी जगह सनी लियोनी की फोटो लगी थी, जी हां यूपी पुलिस की कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में एक परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र खूब चर्चा में है। जिसके एडमिट कार्ड में सनी लियोनी की फोटो लगी हुई है, हालांकि, रजिस्ट्रेशन और रोल नंबर में परीक्षार्थी का ही नाम है। वहीं परीक्षार्थी का कहना है कि जब उसने शुरू में अपना एडमिट कार्ड निकलवाया तब उसकी फोटो ही थी, लेकिन पता नहीं कैसे बाद में ये बदल गया। फिलहाल पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई है।
धर्मेन्द्र के एडमिट कार्ड में सनी लियोन
आपको बता दें कि जिस परीक्षार्थी के पुलिस भर्ती एडमिट कार्ड में अभिनेत्री सनी लियोनी की फोटो लगी थी, उसका नाम धर्मेंद्र कुमार है। जो कि महोबा के रगौलिया बुजुर्ग गांव का निवासी है। सनी लियोनी की फोटो लगा प्रवेश पत्र सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद क्राइम ब्रांच परीक्षार्थी के गांव रगौलिया बुजुर्ग पहुंची और उससे पूछताछ की। वहीं पूरे प्रदेश में परीक्षार्थी के नाम पर सनी लियोनी के नाम और फोटो लगा प्रवेश पत्र जारी होने का मामला सुर्खियां बन रहा है। परीक्षार्थी का महोबा जिले से जुड़े होने के चलते यहां की पुलिस भी एक्टिव हो गई है। साथ ही पुलिस सॉल्वर गैंग की संभावनाओं को देखते हुए बारीकी से जांच कर रही है।
परीक्षार्थी धर्मेंद्र को नहीं है कोई जानकारी
धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उसने महोबा के एक कंप्यूटर कैफे से पुलिस भर्ती के लिए आवेदन किया था। परीक्षा केन्द्र कन्नौज आया था। मगर एडमिट कार्ड में उसके स्थान पर सनी लियोनी की फोटो छपने के कारण वह परीक्षा देने के लिए नहीं गया। मामले में रविवार को गांव पहुंची पुलिस टीम ने धर्मेंद्र से गहनता से पूछताछ की। अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच कराई जा रही है, क्या किसी ने गलत नाम से आवेदन किया है।
पुलिस अधिकारी हुए परेशान
वहीं दूसरी ओर अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम और फोटो सहित प्रवेश पत्र जारी होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। कोई इसे तकनीकी कमी बता रहा तो कोई सनी लियोनी के पुलिस भर्ती में शामिल होकर पुलिस बनने की बात कहकर चुटकी ले रहा है। वहीं, अधिकारी इस पूरे मामले को लेकर खासे परेशान हैं। पुलिस के सामने इस पूरे मामले से पर्दा उठाना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
नोएडा। पेपर लीक के बाद रद्द हुई उत्तर प्रदेश पुलिस की परीक्षा अब जून में होगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने परीक्षा को छह महीने में दोबारा करने का वादा किया था। परीक्षा के लिए दो दिवसीय जारी कार्यक्रम का एक नोटिस सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें बताया गया है कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 29 और 30 जून 2024 को होगी।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अपर सचिव ने अपने आदेश में कहा है कि लिखित परीक्षा 29 और 30 जून को संपन्न होगी। प्रवेश पत्र वेबसाइट से डाउनलोड किये जा सकते है।
पेपर लीक होने की वजह से कैंसिल की गई थी परीक्षा
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को पूरे प्रदेश में कराई गई थी, लेकिन उसके तुरंत बाद ही इसे रद्द घोषित कर दिया गया था, क्योंकि पेपर लीक हो गया था। तब यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि ये परीक्षा 6 महीने के अंदर दोबारा आयोजित की जाएगी।
60,244 पदों पर होगी भर्ती
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा 60,244 पदों को भरने के लिए इन परीक्षाओं को एक बार फिर से आयोजित किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस की भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 60,244 सिपाहियों के पदों पर चयन के लिए होने वाली इस परीक्षा को प्रदेश के 67 जिलों में 23 से 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। परीक्षा को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन कराया जा चुका है, जबकि शेष की सत्यापन प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा संदिग्ध अभ्यर्थियों के सत्यापन के लिए परीक्षा केंद्र पर ही ईकेवाईसी की व्यवस्था की जा रही है। इनकी परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी।
अब तक 48 लाख आवेदनों का हुआ सत्यापन
48 लाख आवेदनों की जांच में 20 हजार से अधिक अभ्यर्थी संदिग्ध निकले है। सत्यापन में इनके आधार कार्ड का ब्योरा मूल डाटा सेमेल नहीं खाया है। इन अभ्यर्थियों को मूल दस्तावेज लेकर परीक्षा केन्द्र पर ढाई घंटे पहले पहुंचना होगा। इसके साथ ही भर्ती बोर्ड ने इन अभ्यर्थियों के बारे में उनके संबंधित जिलों की पुलिस को भी अर्लट कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष डीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि परीक्षा को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है। 48 लाख अभ्यर्थियों के आधार का सत्यापन कराया जा चुका है। इस परीक्षा में 48 लाख 17 हजार 441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनमें करीब 20 हजार अभ्यर्थियों के आधार कार्ड मूल डाटा से मेल नहीं खाए हैं। इसलिए इन अभ्यर्थियों को संदिग्ध माना गया है। इनके आधार कार्ड व अन्य आईडी का सत्यापन परीक्षा केन्द्र पर किया जाएगा।
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