GREATER NOIDA: वियतनाम ने ग्रेटर नोएडा स्थित आईआईटीजीएनएल के लॉजिस्टिक हब में निवेश की इच्छा जताई है। वियतनाम लॉजिस्टिक्स बिजनेस एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल भारत में चार दिन के विशेष दौरे पर आया है। जो बुधवार को ग्रेटर नोएडा आया, जहां प्राधिकरण की ACEO मेधा रूपम और ACEO अमनदीप डुली ने प्रतिनिधिमंडल को IITGNL की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप, मल्टी मॉडल लाजिस्टिक हब (MMLH) और मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) के बारे में प्रस्तुतीकरण के जरिए जानकारी दी।
IITGNL देश का सबसे स्मार्ट टाउनशिप
प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप देश की सबसे स्मार्ट टाउनशिप में से एक है। ये प्लग एंड प्ले सिस्टम पर बसाई गई है, उद्योग लगाने के इच्छुक निवेशकों को बहुत ही कम समय में भूखंड आवंटित किया जाता है । उद्योग लगाने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं विकसित कर दी गई हैं। भूखंड आवंटित होते ही उद्यमी उद्योग लगा सकते हैं। राष्ट्रीय राजधानी के करीब होने के साथ ही ये टाउनशिप रोड, रेल और एयर कनेक्टीविटी के मामले में अन्य शहरों से बहुत बेहतर है।
'MMLH और MMTH प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम'
ACEO अमनदीप डुली ने बताया कि MMLH और MMTH प्रोजेक्ट को लाने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। अगले 2 से 3 महीनों में एमएमएलएच के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा । प्रतिनिधिमंडल ने एमएमएलएच परियोजना के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का दौरा भी किया। आईआईटीजीएनएल के कंपनी सेक्रेटरी पतंजलि दीक्षित ने प्लग एंड प्ले सिक्टम, ऑटोमेटेड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, विद्युत सब-स्टेशन आदि सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने टाउनशिप के इंफ्रास्ट्रक्चर की सराहना करते हुए एमएमएलएच में निवेश की इच्छा जताई।
Greater Noida: मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) को आपस में जोड़ने तथा दादरी व ग्रेटर नोएडा के बीच सफर आसान को आसान बनाने के लिए पल्ला के पास रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) अब छह लेन का बनेगा। इसे चार लेन का बनाया जा रहा था। आईआईटीजीएनएल की पहल पर दो लेन और बढ़ाने की स्वीकृति मिल गई है। इस दो लेन का खर्च आईआईटीजीएनएल वहन करेगा।
50 से अधिक ट्रेनें ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से चलेंगी
दरअसल, आईआईटीजीएनएल (इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड) की तरफ से बोड़ाकी के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। यह बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ है। एमएमटीएच में तीन अहम परियोजनाएं, बोड़ाकी हाल्ट की जगह ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही अंतर्राज्यीय व लोकल बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी। पूरब की ओर जाने वाली 50 से अधिक ट्रेनें ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से चलेंगी, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत हो जाएगी। उन्हें दिल्ली, नई दिल्ली व आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अंतर्राज्यीय व लोकल बस अड्डा बनेगा
इसी तरह अंतर्राज्यीय व लोकल बस अड्डा बन जाने से उद्योगों में काम करने वालों के लिए अपने घर जाना आसान हो जाएगा। यहीं से लोकल बसें भी मिला करेंगी। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ते हुए डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक मेट्रो कनेक्टीविटी भी होगी। इन परियोजनाओं की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अगले छह माह में यह सभी परियोजनाओं का निर्माण शूरू करने की तैयारी है। इस बीच पल्ला के पास रेलवे लाइन पार करने के लिए रेलवे की तरफ से चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा है।
आरओबी को बनाने में खर्च हो रहे कुल 194 करोड़ रुपये
आईआईटीजीएनएल ने इस ओवरब्रिज को छह लेन बनाने के लिए प्रयास किया। आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार से निरंतर प्रयास किए। अब इसका लाभ मिल गया है। इस ओवरब्रिज को छह लेन का बनाने को मंजूरी मिल गई है। इस पर कुल खर्च लगभग 194 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसमें से करीब 75 करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा और शेष रकम डी एफ सी सी वहन कर रहा है। इस पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। अगले डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद है।
पुल बनने से होंगे कई अहम फायदे
इस पुल के बन जाने से कई फायदे होंगे। एक तो पश्चिमी क्षेत्रों जैसे ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली आदि की तरफ से आने वाले लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान हो जाएगा । इसके अलावा ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर रोड को भी एनएच-91 से जोड़ा जा रहा है, जिससे दादरी एवम ग्रेटर नोएडा फेस 2 के क्षेत्रों से एमएमटीएच के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी। 105 मीटर रोड को एनएच-91 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी रोड बनाने का जल्द शुरू होने जा रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। ग्रेटर नोएडा फेस टू इसी तरफ बसाने की योजना पर काम चल ही रहा है।
पुल मील का पत्थर साबित होगाः सीईओ
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक एनजी रवि कुमार का कहना है कि पल्ला-बोड़ाकी के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से न सिर्फ एमएमटीएच को लाभ होगा, बल्कि ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी। ग्रेटर नोएडा फेस टू भी इसी तरफ बसाया जाना है, उसके लिए भी यह पुल मील का पत्थर साबित होगा।
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