NOIDA: सेक्टर-137 की पारस टिएरा सोसायटी में लिफ्ट में फंसकर बुजुर्ग महिला की मौत के मामले में कार्रवाई हुई है। पुलिस ने AOA अध्यक्ष रमेश गौतम को गिरफ्तार कर लिया है। सोसायटी में लिफ्ट खराब होने की सूचना की अनदेखी करने पर लापरवाही के मामले में पुलिस ने सिक्योरिटी एजेंसी AOA अध्यक्ष रमेश गौतम को गिरफ्तार किया है।
कोर्ट से मिली जमानत
रमेश गौतम को सेक्टर-142 थाना पुलिस ने अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद गिरफ्तार किया था। हालांकि उन्हें अब कोर्ट से जमानत मिल गई है। आपको बता दें 70 वर्षीय सुशीला देवी बेटे और बहु के साथ आठवें फ्लोर पर फ्लैट नंबर 803 में रहती थी। बीते गुरुवार को वो किसी काम से नीचे जा रही थी। इसी दौरान लिफ्ट का तार टूट गया और सुशीला देवी उसी में फंस गईं।
कई घंटे तक लिफ्ट में फंसी रहीं सुशीला
जानकारी के मुताबिक कई घंटे तक बुजुर्ग सुशीला देवी लिफ्ट में फंसी रहीं। सुशीला के लिफ्ट में फंसी होने का पता तब चला, जब उनके बेटे ने उन्हें तलाशना शुरू किया। तो पता चला कि एक लिफ्ट खराब हो गई है। आशंका के आधार पर जब मेंटिनेंस डिपार्टमेंट को बुलवाकर लिफ्ट खुलवाई गई तो सुशीला देवी उसमें मृत पाईं गईं।
Noida: नोएडा की सोसाइटियों में लिफ्ट में लोगों के फंसने का सिलसिला लगातार जारी है। अब सेक्टर 151 स्थित जेपी अमन सोसाइटी में एक महिला अपनी बच्ची और सास के साथ फंस गई। करीब तीनों पंद्रह मिनट तक लिफ्ट में ही फंसे रहे। इस दौरान बच्ची और बुजुर्ग महिला काफी परेशानी हो गई। वहीं महिला द्वारा अलार्म बजाने और शोर मचाने के बाद गार्ड मौके पर पहुंचा और तीनों को बाहर निकाला। घटना 3 अक्टूबर की बताई जा रही है। जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है।
इमरजेंसी बटन दबाने के बाद भी तुरंत कोई नहीं पहुंचा
सोसाइटी एओए अध्यक्ष योगेश सिंह ने बताया कि विष्णु त्यागी की पत्नी नेहा उनकी बेटी और सासु मां सोसाइटी के एन-10 टावर में रहती है। 3 अक्टूबर को तीनों किसी काम से लिफ्ट से नीचे जा रहे थे। करीब दो से तीन मिनट बाद लिफ्ट बंद हो गई। लिफ्ट टावर के 15 और 16 वीं मंजिल के बीच में फंस गई। काफी आवाज और दरवाजा खटखटाने के बाद भी कोई नहीं आया। बार बार इमरजेंसी बटन भी दबाया गया।
20 मिनट बाद गार्ड ने तीनों लोगों को निकाला, बुजुर्ग महिला को लगी चोट
करीब 15 से 20 मिनट बाद बिल्डिंग का गार्ड आया और उसने लिफ्ट का गेट खोला। लिफ्ट 15 और 16वें फ्लोर के बीच फंसी थी ऐसे में काफी गेप होने की वजह से कोई भी ऊपर नहीं आ पा रहा था। गार्ड ने कुर्सी मंगवाई और इसके बाद एक-एक करके तीनों को बाहर निकाला गया। लिफ्ट में नेहा त्यागी की सांस 74 साल की है। जिनको कुर्सी से ऊपर आने के दौरान उनके घुटने में चोट भी लगी है। योगेश सिंह ने बताया कि कई बार वे प्राधिकरण और बिल्डर से सोसाइटी की लिफ्ट को लेकर शिकायत कर चुके है। लेकिन अब तक इस समस्या से निजात नहीं मिला है।
Greater Noida West: नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसाइटियों में लिफ्ट में लोगों के अटकने मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जिससे ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों में रहने वाले लोगों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ बिल्डर की ओर से लिफ्ट के मेंटनेंस नहीं कराने से परेशानी उठानी पड़ती है। इसी कड़ी में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट न कर पाने के कारण लोग सड़क पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया।
जानकारी के मुताबिक बिसरख थाना क्षेत्र में स्थित महागुन माईवुड सोसाइटी में बंद पड़ी लिफ्ट को शुरू न होने पर रहिवासियों ने जमकर हंगामा किया। लिफ्ट की सर्विस की मांग को लेकर सोसाइटी के महिला और पुरुष सड़क को जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस लोगों की समझाने की कोशिश कर रही है। बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद है।
Noida: लिफ्ट एक्ट कानून लागू होने के बाद भी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लिफ्ट हादसे नहीं थम रहे हैं। अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा मे दो अलग-अलग लिफ्ट हादसे हो गए, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जहां, सेक्टर 142 की गुलशन इकेबाना सोसाइटी में लिफ्ट फंस गई। लिफ्ट मे खराबी के चलते दो बच्चे लिफ्ट मे फंसे गए। आसपास के लोगों की मदद से बच्चों को लिफ्ट से बाहर निकल गया। वहीं, दूसरा हादसा ग्रेटर नोएडा वेस्ट के नेबुला बिजनेस सेंटर की लिफ्ट में हुआ।
बिजनेस सेंटर की लिफ्ट में एक घंटे तक फंसे रहे 5 युवक
जानकारी के मुताबिक, नॉलेज पार्क-पांच स्थित नेबुला बिजनेस सेंटर में गुरुवार दो दोपहर करीब तीन बजे पांच लोग ऊपर जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुए। दूसरी और तीसरी मंजिल के बीच में लिफ्ट अचानक रुक गई। मोबाइल में सिग्नल नहीं होने से लोग परेशान हो गए। करीब आधे घंटे बाद युवकों ने शोर मचाना शुरू किया। शोर सुनकर वहां मौजूद लोगों ने लिफ्ट को खोलने का प्रयास किया और दमकल विभाग को सूचना दी। लिफ्ट में फंसे युवकों ने बताया कि लिफ्ट में इमरजेंसी नंबर भी नहीं लिखा था और न ही कोई सिक्योरिटी अलार्म काम कर रहा था। इस दौरान उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हुई। गर्मी की वजह से बुरा हाल हो गया था। दमकल विभाग के अधिकारी जितेंद्र ने बताया कि सूचना मिलने पर पांचों को सुरक्षित निकाला गया। ब्रेक पैड की दिक्कत होने से लिफ्ट फंस गई थी।
सोसाइटी की लिफ्ट में फंसे दो बच्चे
इसी तरह सेक्टर-143 स्थित गुलशन इकेबाना के एन टावर में लिफ्ट अटकने से दो बच्चे उसमें फंस गए। हालांकि फंसे दोनों बच्चों को सकुशल निकाल लिया गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सोसाइटी में आए दिन लिफ्ट खराब होने की घटनाएं हो रही है। लिफ्ट एक्ट पास होने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
Greater Noida West: नोएडा की सोसाइटियों में लिफ्ट हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन किसी न किसी सोसाइटी की लिफ्ट में फंसकर लोग परेशान हो रहे हैं। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित लेजर पार्क सोसाइटी में एक रेजिडेंस करीब 4 घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा और मदद की गुहार लगाता रहा है। लेकिन कोई मदद नहीं मिली। सोसाइटी निवासी प्रशांत सिंह ने इसकी शिकायत की है।
लिफ्ट की कोई बटन नहीं कर रही थी काम
लेजर पार्क हेल्प डेस्क को दी शिकायत में प्रशांत सिह ने लिखा है कि 'मैं हाल ही में सोसायटी, टावर ए2 904 में शिफ्ट हुआ हूं। बुधवार आधी रात को मैं ऑफिस से लगभग 3 बजे आया है। जब मैं टावर की लिफ्ट में घुसा तो वह काम नहीं कर रही थी और मैं फंस गया था। मैंने बाहर आने के लिए लिफ्ट का बटन दबाया लेकिन वह काम नहीं कर रही थी। मेरे टावर में कोई सुरक्षा गार्ड नहीं था। मैंने मदद के लिए वेल बटन दबाया लेकिन वहां कोई नहीं था। टावर के पास भी लिफ्ट मैन और कोई सुरक्षा गार्ड भी नहीं था। जिसकी वजह से मैं रात में बिना किसी रोशनी के लिफ्ट फंस रहा और कोई मदद के लिए नहीं आया।
जल्द ही गार्ड नहीं रखा गया तो करूंगा कानूनी कार्रवाई
प्रशांत ने बताया कि सुबह सोसायटी में एक दूध डिलीवरी बॉय आया तो उसकी मदद से बाहर निकला। प्रशांत का कहना है कि मैं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए समाज को प्राथमिकता देता हूं, अगर मेरे माता-पिता या कोई बच्चा लिफ्ट में अटक गया तो मैं क्या करूंगा। जबकि मैं रखरखाव शुल्क का भुगतान कर रहा हूं। लिफ्ट में मोबाइल नेटवर्क नहीं है। रात के समय पास के टावर में भी कोई सुरक्षा गार्ड नहीं रहता है। कोई भी बाहरी व्यक्ति आ सकता है और हमें नुकसान भी पहुंचा सकता है। मुझे अपने परिवार की सुरक्षा के लिए अपने टावर में दिन-रात एक गार्ड की जरूरत है। यदि यह चिंता जल्द से जल्द हल नहीं हुई तो मैं निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई करूंगा।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौड़ सौंदर्यम सोसाइटी के एक टावर की लिफ्ट में दो परिवार के छह लोग 45 मिनट तक फंसे रहे। अलार्म बजाने और हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने के बाद भी समय से मदद नहीं मिली। बाद में एओए की टीम ने मेंटेनेंस कर्मचारियों की मदद से दोनों परिवार को बाहर निकाला।
हेल्पलाइन नंबर नहीं कर रहा था काम
ट्यूलिप टावर निवासी दुर्गेश यादव मंगलवार रात करीब 11 बजे वह पत्नी निधि और 6 वर्षीय बेटे विराट के साथ फ्लैट में जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुए। उनके साथ एक अन्य दंपती और बच्चा भी साथ था। आरोप है कि दूसरे और तीसरे फ्लोर के बीच में लिफ्ट अचानक अटक गई। काफी देर तक लिफ्ट का अलार्म बजाने और हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर भी मदद नहीं मिली।
दोस्तों की सूचना पर मेंटनेंस टीम ने निकाला बाहर
इसके बाद लिफ्ट से ही दोस्तों और एओए के सदस्यों को फोन किया। इसके बाद एओए सदस्यों के मेंटेनेंस टीम को सूचना देने के बाद दोनों परिवार को बाहर निकाला गया। लिफ्ट में फंसने के कारण बच्चे व महिलाएं काफी सहम गई थीं। लिफ्ट में उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत पेश आई थी। वहीं गौड़ ग्रुप के मीडिया प्रभारी का कहना है कि फरवरी में सोसाइटी के रखरखाव की जिम्मेदारी एओए को दी जा चुकी है। अब जिम्मेदारी एओए की है। वहीं एओए के सदस्यों का कहना है कि बिजली जाने से लिफ्ट रुकी थी। समय पर पहुंचकर लोगों को लिफ्ट से बाहर निकाल लिया गया था।
Greater Noida: नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसाइटियों में लिफ्ट अटकने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन लिफ्ट में फंसकर बच्चे से लेकर बुजुर्ग परेशान हो रहे हैं। अब बिसरख थाना स्थित ग्रीन आर्च सोसाइटी में लिफ्ट अटकने से एक बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बच्चे की चीख पुकार से सोसाइटी में हड़कंप मच गया। कुछ देर बाद मेंटनेंस विभाग ने लिफ्ट खोलकर बच्चे को निकाला।
बच्चे की चीख से सोसाइटी में मचा हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, ग्रीन आर्च सोसाइटी के G टावर में शनिवार देर शाम करीब 8.30 बजे एक परिवार बच्च के साथ लिफ्ट से अपने फ्लैट पर जा रहा था। तभी 22वें फ्लोर पर लिफ्ट अटक गई। जिससे लिफ्ट में फंसे बच्चा जोर-जोर से चीखने चिल्लाने लगा। बताया जा रहा है कि मालफंक्शन की वजह से लिफ्ट अटक गई थी। हालांकि बाद में किसी तरह बच्चे और परिवार को बाहर निकाला।
कई बार शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं
बता दें कि ग्रीन आर्च सोसाइटी के लोगों का कहना है कि F और G टावर में लिफ्ट अटकने की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। जिसकी शिकायत सोसाइटी के लोगों ने कई बार मेंटेनेंस टीम से की। लेकिन बिल्डर और मेंटेनेंस के तरफ से इसको लगातार अनसुना किया जा रहा है। शायद बिल्डर और मेंटेनेंस एक बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। सरकार ने तो लिफ्ट एक्ट लागू कर दिया है, लेकिन बिल्डर पर इसकी रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ रहा है।
Noida: नोएडा में लिफ्ट हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाईराइज हाउसिंग सोसाइटीज़ में लगातार ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं। इसके बावजूद नोएडा में नए लिफ्ट एक्ट को लागू नहीं किया गया है। अब सेक्टर 134 स्थित जेपी विशटाउन क्लासिक सोसाइटी में बुधवार रात एक महिला करीब डेढ़ घंटे तक लिफ्ट में फंसी रही। घटना तब हुई जब लिफ्ट सातवें फ्लोर पर पहुंचने के बाद लिफ्ट अटक गई और दरवाजा नहीं खुला। घटना की जानकारी मिलते ही सोसाइटी की मेंटेनेंस टीम और पुलिस मौके पर पहुंच गईं।
एक घंटे की मशक्कत के बाद खुला दरवाजा
लिफ्ट को खोलने के लिए तुरंत टेक्नीशियन बुलाया गया। लेकिन लिफ्ट मैन्युफैक्चरिंग टीम को भी आने में करीब एक घंटा लग गया। मेंटेनेंस टीम ने काफी प्रयास किया लेकिन लिफ्ट खोलने में सफल नहीं हो पाई। आखिरकार टेक्नीशियन की मदद से करीब डेढ़ घंटे के बाद महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस घटना ने सोसाइटी के निवासियों में सुरक्षा उपायों को लेकर दहशत है। सोसाइटी के लोग मेंटेनेस टीम पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। इस घटना के बाद जेपी विश टाउन क्लासिक के निवासियों ने मेंटेनेंस टीम और प्रशासन से तुरंत उचित कदम उठाने की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
Noida: नोएडा की सोसाइटियों में लिफ्ट हादसे रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। आए दिन किसी न किसी बिल्डिंग में लिफ्ट खराब होने से लोग उसमें फंस कर परेशान हो रहे हैं। अब सेक्टर 137 स्तिथ पारस टीएरा सोसायटी में रविवार देर रात लिफ्ट खराब होने से तीन लोग फंस गए। बताया जा रहा है कि लिफ्ट 25 मंजिल से अचानक नीचे गिर गई। लिफ्ट गिरते ही सोसाइटी में हड़कंप मच गया और लोग एकत्रित हो गए।
सीधा 25वीं मंजिल पर पहुंच गई लिफ्ट
बताया जा रहा है कि लिफ्ट में अचानक आई खराबी के चलते सीधे 25वीं मंजिल पर जा रुकी। घटना के बाद सोसायटी के लोगों में दहशत का माहौल है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को किसी तरह शांत किया। सोसाइटी के लोगों ने बतायाकि टावर-5 की लिफ्ट चौथी मंजिल पर खराब हो गई थी। जब तीन युवक लिफ्ट से बाहर निकलने लगे, तभी अचानक लिफ्ट फेल हो गई और वह तेजी से ऊपर जाने लगी। लिफ्ट सीधे 25वीं मंजिल पर पहुंच गई और सबसे ऊपरी मंजिल की छत को तोड़ दिया। कोतवाली प्रभारी विनीत राणा का कहना है कि तीन युवक लिफ्ट में फंस गए थे। तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
बता दें कि पिछले साल सेक्टर 142 में लिफ्ट गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसाइटियों की इमारतें तो बाहर से खूबसूरत दिखती हैं लेकिन अंदर समस्याओं का अंबार है। लिफ्ट एक्ट कानून बनने के बाद भी सोसइटियों में लगातार लिफ्ट हादसे हो रहे हैं। लिफ्ट में फंसकर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं घंटों से परेशान होते हैं। इसके बाद भी बिल्डर और स्थानीय प्रशासन की ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। अब रविवार की रात ग्रेनो वेस्ट की ग्रीन आर्च सोसायटी की लिफ्ट में एक बच्चा डेढ़ घंटे तक फंसा रहा।
लोहे के रॉड से खोला गया लिफ्ट का दरवाजा
जानकारी के मुताबिक, बिसरख थाना क्षेत्र के ग्रीन आर्च सोसाइटी के टावर F की लिफ्ट से 8.30 बजे निशित का बेटा खेलकर अपने फ्लैट पर जा रहा था। इसी दौरान लिफ्ट 8वें फ्लोर पर जाकर अटक गई। बच्चे के शोर मचाने पर सोसाइटी के लोग और सिक्योरिटी गार्ड के साथ मेंटेनेंस विभाग के लोग पहुंचे। मेंटनेंस विभाग ने करीब डेढ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लोहे के रॉड से लिफ्ट का दरवाजा खोलकर बच्चे को बाहर निकाला। करीब डेढ घंटे तक बच्चे के फंसे रहने के कारण परेशान रहा।
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