यूपी की 'लेडी सिंघम' कहलाई जाने वाली शामली की डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर के पति ने धोखा दिया, पहचान बदल कर शादी करने के बाद लाखों रूपये का फ्राड किया.
इन दिनों यूपी की 'लेडी सिंघम' DSP श्रेष्ठा ठाकुर किसी अपराधी को पकड़ने के लिए नहीं, बल्कि निजी जीवन के कारण सुर्खियों में बनी हुई हैं. दूसरों को बचाने वाली खुद ही ठगी और धोखाधड़ी का शिकार हो गई है. उन्होंने अपने ही पूर्व पति रोहित राज पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. 2012 बैच की पीपीएस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर ने अपने पति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी थी, जिसके बाद पुलिस ने उनके पूर्व पति रोहित को अरेस्ट कर लिया है.
6 साल पहले हुई थी दोनों की शादी
रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों की शादी 6 साल पहले एक मेट्रोमोनियल साइट के जरिए हुई थी, जहां पर रोहित ने खुद को 2008 के बैच का IRS अफसर और अपनी तैनाती रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर बताई थी, लेकिन बाद में उसके झूठ का खुलासा हुआ और पता चला कि वो कोई IRS अफसर नहीं है. इस झूठ के खुलासे के बाद भी श्रेष्ठा अपनी शादी बचाने के लिए शांत रहीं। लेकिन जब उनको ये पता चला कि रोहित उनके नाम से लोगों से ठगी और धोखाधड़ी कर रहा है तो उन्होंने शादी के दो साल बाद ही तलाक ले लिया. इसके बाद भी रोहित ने उनके नाम पर ठगी करना बंद नहीं किया और लगातार श्रेष्ठा की पोजिशन का फायदा उठाने की कोशिश करता रहा. जिससे तंग आकर श्रेष्ठा ने गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र में अपने पूर्व पति पर एफआईआर दर्ज कर दी, जिसके बाद पुलिस ने उसको अरेस्ट कर जेल भेज दिया.
कौन हैं श्रेष्ठा ठाकुर
आपको बता दें कि श्रेष्ठा ठाकुर यूपी के उन्नाव जिले की हैं, उन्होंने साल 2012 में UPPSC की परीक्षा को पास किया था, जिसके बाद उनको DSP बना दिया गया. उनके बेहतरीन और बेखौफ अदांज को देखने के बाद वह अक्सर चर्चा में रहने लगी और लेडी सिंघम के नाम से जानी जाने लगीं. वर्तमान में श्रेष्ठा ठाकुर शामली जिले में बतौर डिप्टी एसपी तैनात हैं. इसके पहले वो साल 2017 में बुलंदशहर जिले में सर्किल ऑफिसर के पद पर कार्यरत थीं.
शामली जनपद के थाना भवन क्षेत्र के गांव हसनपुर लुहारी में स्थित प्राइमरी पाठशाला नंबर एक में पढ़ने वाली 8 साल की बालिका के साथ प्रधानाध्यापक जुल्फिकार ने की मारपीट की। जब बच्ची के घरवालों ने स्कूल में जाकर इसकी शिकायत की और घरवालों ने इसका ऐतराज किया, तो अपनी गलती मानने की जगह प्रधानाध्यापक जुल्फिकार ने परिजनों के साथ ही गाली-गलौज की।
स्कूल न आने से था नाराज
प्रधानाचार्य ने अभद्रता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिससे पता चलात है कि प्रधानाध्यापक जुल्फिकार छात्रा के स्कूल न आने को लेकर नाराज था। मारपीट में मानवी की पीठ पर चोट के गंभीर निशान व घाव बन गए। घर पहुंच कर मानवी ने घटना की सूचना परिजनों को दी। परिजनों ने थाने में तहरीर देकर कारवाई की मांग की है।
परिजनों के साथ भी बुरा व्यवहार
परिजन जब विरोध करने पहुंचे तो वहां प्रधानाध्यापक जुल्फिकार ने अभद्रता करते हुए परिजनों को भगा दिया। घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। बालिका की मां ने कहा मोदी जी के कहने से हमने अपनी बच्ची का सरकारी स्कूल में कराया था
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October 05, 2024