ग्रेटर नोएडा में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजकुमार भाटी को हाउस अरेस्ट किया गया है। जिसकी जानकारी एक वीडियो के माध्यम से बाहर आई। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजकुमार भाटी का कहना है कि वो और उनके साथ कई साथी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहते थे, लेकिन उन्हें मंगलवार रात को हाउस अरेस्ट कर लिया गया।
सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी हुए हाउस अरेस्ट
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी को बीती मंगलवार रात से उनके घर पर हाउस अरेस्ट किया गया है। सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो बता रहे हैं कि बीती रात से ही दर्जनों पुलिस वाले उनके घर आ गए, जहां पर उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। उन्हें कहीं पर भी जाने नहीं दिया जा रहा है। दर्जनों पुलिस वालों ने उन्हें घर के अंदर बंद कर दिया है। वायरल हो रही तस्वीर में भी देखा जा सकता है कि सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी दर्जनों पुलिस वालों के बीच में मौजूद हैं।
सीएम योगी से मुलाकात को लेकर उठाया गया कदम!
दरअसल, सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने वायरल वीडियो में बताया कि मंगलवार को उन्होंने साथियों संग प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और मुख्यमंत्री के मिलने की बात की जानकारी अधिकारियों की दी थी। जिसके बाद उन्हें मंगलवार रात से ही उनके घर पर हाउस अरेस्ट कर दिया गया है।
किसानों के मुद्दों का CM को देना चाहते थे ज्ञापन
सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने बताया कि वो साथियों संग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शांतिपूर्वक मुलाकात करना चाहते थे। ताकि वो किसानों की समस्याओं की जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकें। लेकिन ऐसा हो नहीं सका, जिसके बाद सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने वीडियो जारी करके लोगों को हाउस अरेस्ट की जानकारी दी और सपा पार्टी संग जुड़ने की बात कही।
ग्रेटर नोएडा ट्रेड शो में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 में शामिल होने के लिए ग्रेटर नोएडा आए। जहां पर उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कार्यक्रम का इनोगरेशन किया। उपराष्ट्रपति और सीएम योगी ने इस दौरान इवेंट का इलेक्ट्रिक वाहन से दौरा किया, ड्रम बजाया और लोगों बातचीत की। सीएम योगी ने कहा कि 'मुझे याद है कि दुनिया जब कोविड-19 से जूझ रही थी। तब यूपी के कारीगर, श्रमिक जो देश के अलग-अलग जगहों पर काम कर रहे थे। उनके सामने भीषण आजीविका का संकट खड़ा हुआ था। पूरे देश को चिंता थी कि इन लोगों का क्या होगा, लेकिन मैं निश्चिंत था। मैंने कहा कि यूपी में इतना पोटेंशियल है कि 40 लाख नहीं, बल्कि 4 करोड़ भी आएंगे, तो यूपी इन्हें अपने यहां जगह देगा। मुझे बताते हुए प्रशंसा है कि जब 40 लाख कामगार और श्रमिक यूपी के अंदर आए थे। यूपी में एंट्री करते ही उनकी स्किल मैपिंग कराई थी। स्किल मैपिंग के साथ एक-एक जिले को हमने स्किल मैपिंग का डेटा उपलब्ध कराने के साथ ही हमने संबंधित यूनिट में जॉब करने का ऑफर दिया'।
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