Lucknow: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल शिलान्यास किया । अमृत स्टेशन योजना के तहत कुल 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास एवं 1500 रोड, ओवरब्रिज, अंडरपास स्टेशनों का होगा कायाकल्प। जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से किया वर्चुअल शिलान्यास। इसी कड़ी में लखनऊ स्थित गोमती नगर रेलवे स्टेशन पर कार्यक्रम में शामिल होने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी व सांसद बृजलाल समेत कई बीजेपी नेता शामिल हुए।
इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ में आज आठ परियोजनाओं का या तो शिलान्यास हो रहा है या लोकार्पण हो रहा है, इसीलिए मैंने अपने व्यस्ततम कार्यक्रम में आज लखनऊ का सांसद होने के नाते समय निकाला है और मैं यहां पर पहुंचा हूं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गोमती नगर रेलवे स्टेशन के पुनरविकास से काफी खुश हैं। उन्हें खुशी इस बात की है कि उनके सांसद रहते यह काम संपन्न हुआ है। उन्होंने सभी अधिकारियों को इसके लिए बधाई दी है। उन्होंने मजदूरों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया है कि उनके खून पसीने से ही गोमती नगर रेलवे स्टेशन का निर्माण संपन्न हुआ है।
लखनऊ में जल्द होगा जाएगा रिंग रोड का लोकार्पण
राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ में दो फ्लाईओवर पर काम चल रहा है। 8 और 9 फ्लाईओवर और नए हैं जिन पर काम शुरू होगा। रिंग रोड का भी निरीक्षण मैंने किया है, उसकी प्रोग्रेस अच्छी है विलंब हुआ है, देरी हुई है लेकिन उसका अवलोकन करने के बाद मैं सहज रूप से इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि आगामी तीन-चार दिनों के अंदर उसका काम पूरा हो जाएगा। इस मार्च के दूसरे सप्ताह में जब देश के प्रधानमंत्री देश की सारी परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, उसमें लखनऊ के रिंग रोड का लोकार्पण हो जाएगा। हिंदुस्तान के किसी भी राज्य से कोई लखनऊ आना चाहेगा, उसे शहर में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लखनऊ से बाहर किसी भी दिशा में जाना है, बाहर बाहर ही निकल सकेगा।
लखनऊ की धरती पर बन रही मिसाइल
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं यह भी बताना चाहूंगा कि अब लखनऊ की धरती पर मिसाइल बन रही है। दूसरे सप्ताह में इसका भी लोकार्पण जरूर हो जाएगा। मैं नहीं चाहता हूं कि दुश्मनों पर कभी मिसाइल चलाने की जरूरत पड़े, लेकिन देश की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है इसलिए इसका निर्माण लखनऊ में शुरू हुआ है। पूरा काम होने में साल 2026 तक का समय है लेकिन इसका लोकार्पण मार्च के दूसरे सप्ताह में हो जाएगा।
Gautam Buddha Nagar: गौतमबुद्ध नगर से भारतीय जनता पार्टी ने डॉ. महेश शर्मा को अपना उम्मीदवार घोषति किया है। इसके बाद से ही वह चुनावी जनसभाएं कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच अब उनके समर्थन में 13 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह आ रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि उनके अलावा 22 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आएंगे। जबकि सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी यहां दोबारा आ सकते हैं, जो कि प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने की अपील करेंगे। वहीं, इन दिग्गजों के कार्यक्रम को लेकर बीजेपी ने तैयारियां भी शुरू कर दी है।
गौतमबुद्ध नगर में दिग्गजों की जनसभा
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से डॉ. महेश शर्मा पर ही भरोसा जताया है। ऐसे में फिर से उन्हीं की जीत हो, जिसको देखते हुए अब तक बीजेपी के कई दिग्गज यहां आ चुके हैं। जी हां यूपी के डिप्टी सीएम ब्रिजेश पाठक और योगी आदित्यनाथ भी आ चुके हैं। लेकिन अब गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आएंगे। साथ ही जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने की अपील करेंगे। कहा जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ भी दोबारा जिले में आ सकते हैं।
महेश शर्मा का राजनीतिक करियर
बता दें कि, अगर डॉ. महेश शर्मा के राजनीतिक करियर की बात करें तो उन्होंने साल 2009 में पहली बार चुनाव लड़ा था। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस दौरान डॉ. महेश शर्मा और बसपा के सुरेंद्र सिंह नागर के बीच कड़ी टक्कर हुई थी। इसके बाद साल 2014 में रुख बदला और बीजेपी के डॉ. महेश शर्मा ने इस सीट से जीत हासिल की। उन्होंने यहां से सपा के उम्मीदवार को हराया था। वहीं, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने फिर से ही डॉ. महेश शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान पर उतारा था, जहां उन्होंने फिर से जीत हासिल की थी। शर्मा ने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी सतवीर गुर्जर को करारी मात दी थी। इस दौरान डॉक्टर महेश शर्मा को 8,30,812 वोट मिले। जबकि, सतवीर गुर्जर को 4,93,890 वोट मिले थे। ऐसे में अब बीजेपी प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं।
Greater Noida: गौतमबुद्ध नगर में जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है, प्रचार अभियान तेजी पकड़ रहा है। तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा को जिताने के लिए लगातार बड़े नेता यहां जनसभा करने पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार यानी 23 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महेश शर्म के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे।
बिसाहडा में होगी जनसभा
दादरी बिसाहडा में आयोजित होने वाली जनसभा में रक्षा मंत्री के साथ भाजपा क्षेत्रीय महामंत्री विकास अग्रवाल एवं जिलाध्यक्ष गजेन्द्र मावी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सांसद डॉक्टर महेश शर्मा भी संबोधित करेंगे। जिलाध्यक्ष गजेन्द्र मावी ने कहा कि लोकसभा गौतमबुधनगर के लोकप्रिय भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा के जनसमर्थन विशाल रैली को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संबोधित करेंगे। जिसमे हज़ारों की संख्या में क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ता पहुंचेंगे । जिसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। कार्यक्रम स्थल पर अधिक से अधिक संख्या में लोगों को लाने प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम स्थल का लिया जायजा
इसी कड़ी में कार्यक्रम स्थल का लोकसभा प्रभारी अनिल शिसोदिया, क्षेत्रीय मंत्री आशीष वत्स सेवानन्द शर्मा, मनोज शिसोदिया, कर्मवीर आर्य, इन्द्र नागर, राज नागर, गुरूदेव भाटी, विचित्र तोमर, मनीष भाटी, अशोक भाटी, अशोक रावल समेत कार्यकर्ताओं ने जायजा लिया।
Noida: गौतमबुद्ध नगर में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने जारचा क्षेत्र के बिसहाड़ा गांव में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। कहा कि नोएडा को किसी जमाने में ‘भ्रष्टाचार के केंद्र’ के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज बीजेपी की डबल इंजन सरकार के प्रयासों से यह ‘व्यापार के केंद्र’ में तब्दील हो गया है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में इस बार राजपूत समाज पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी से नाराज हैं। जगह-जगह पंचायत कर राजपूत समाज भाजपा प्रत्याशियों का खुला विरोध कर रहा है। लोकसभा चुनाव में कम भागीदारी को लेकर यह समाज भाजपा का विरोध में उतर आया है। इसी कड़ी में गौतमबुद्ध नगर में भी ठाकुर समाज भाजपा प्रत्याशी का खुलकर विरोध कर रहा है। ऐसे में नाराज राजपूत समाज को साधने और भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा के समर्थन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नोएडा में विशाल जनसभा को संबोधित करने पहुंचे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि, पश्चिमी यूपी के इस क्षेत्र में पहले कभी बस अपराधियों का राज रहता था। दिन रात अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जाता था, जिस कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया था, लेकिन आज नोएडा की पूरी तस्वीर बदल चुकी है। हर कोई यहां आना चाहता है। आज के दौर में कई युवा यहां रहकर नौकरी कर रहे हैं और खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
Greater Noida: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है. 19 अप्रैल को हुए पहले चरण की वोटिंग के बाद तो इसमें और भी तेजी आई है, PM मोदी से लेकर बीजेपी के सभी स्टार प्रचारक INDI गठबंधन पर तो विपक्ष बीजेपी सरकार को खूब खरी-खोटी सुना रहा है। लेकिन इस बीच अगर बीजेपी की कोई टेंशन बढ़ा रहा है तो वो है राजपूत समाज, जिनकी नाराजगी फिलहाल तो थमती नजर नहीं आ रही है। जिसने गौतमबुद्ध नगर बीजेपी प्रत्याशी महेश शर्मा की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। तमाम कद्दावर नेता रैलियां और दौरा कर रहे है लेकिन इसका कोई खासा असर जमीन पर देखने को तो नहीं मिल रहा है। हाल ही में बीजेपी के कद्दावर नेता की सभा में ज्यादा भीड़ भी नहीं दिखाई दी. जिसने जिला ईकाई पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
क्या अब तक राजपूत समाज बीजेपी से है नाराज?
इतना ही नहीं इस बीच तमाम आरोप भी बीजेपी पर लगे है, जिसने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. बता दें गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट के दादरी के बिसहाड़ा गांव में रक्षामंत्री की जनसभा हुई. ये इलाका ठाकुर बाहुल्य गांव है. जहां रक्षामंत्री के आगमन से यहां जनसभा स्थल पर उत्साह का माहौल देखा गया. अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को एक बार फिर मौका देने की अपील की. उन्होंने बीजेपी की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों का जिक्र किया. साथ ही सभी समाज के लोगों को आगे साथ लेकर चलने का वादा किया, लेकिन उनकी सभा में वो जोश कार्यकर्ताओं से लेकर जनता में नहीं दिखाई दिया. जिसके बाद नोएडा बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है. गौतमबुद्ध क्षेत्र में आने वाले विधायकों के भी पसीने छुटे हुए है. बीजेपी के लोकल नेता हर मोर्चे पर विफल साबित हो रहे है, इतना ही नहीं सभा में आई भीड़ ने कई ऐसी बातें बताई है जिसने दिल्ली में बैठे कद्दावर नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है.
भाड़े की भीड़ बुलाने के आरोप
बता दें रक्षामंत्री की सभा के दौरान के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए है, वीडियो में दिए बयान के मुताबिक भीड़ को 300-300 रुपये देकर सभा में लाया गया था. इसका खुलासा खुद सभा में आई भीड़ ने किया. उन्होंने आरोप लगाया कि एक नेता आए थे वो कंपनी बंद कराए और 60-70 लोगों को अपने साथ लेकर आए, इसके साथ ही एकऔर वीडियो सामने आया है जिसमें एक युवक ने कैमरे के सामने बताया कि कई लोगों को 600 रुपये दिहाड़ी पर इस रैली में लाया गया है, आपको बता दें मौके पर मौजूद लोगों ने गिनती भी की, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के 5वें चरण की वोटिंग 20 मई को होनी है। इस चरण में कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है। साथ ही कई कद्दावर नेताओं के सामने अपने गढ़ को बचाए रखने की भी चुनौती है। जिसको लेकर सभी दल जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। पांचवें चरण में देश के 8 राज्यों की 49 सीटों पर चुनाव है, जिसमें उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीट शामिल हैं। इस चरण में 695 उम्मीदवार मैदान में है, जिसमें 82 महिलाएं और 613 पुरुष कैंडिटेट शामिल हैं। इस चरण में राहुल गांधी से लेकर स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, रोहिणी आचार्य और चिराग पासवान जैसे दिग्गज नेताओं की अग्निपरीक्षा होने के साथ-साथ बीजेपी, कांग्रेस और टीएमसी जैसे राजनीतिक दलों का कड़ा इम्तिहान भी है। बता दें कि पांचवें फेज की जिन सीटों पर चुनाव है, उन सीटों पर 2014 और 2019 में बीजेपी ने अपना एकछत्र राज कायम रखा है।
पांचवां फेज बीजेपी के लिए भी अहम
पांचवें चरण में देश के 8 राज्यों की 49 सीटों पर चुनाव है। जिसमें उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीट शामिल हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र की 13 सीट, पश्चिम बंगाल की 7 सीट, बिहार की पांच सीट, ओडिशा की पांच सीट, झारखंड की 3 सीट, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की 1-1 सीट शामिल हैं। इस चरण में राजनीतिक दलों के साथ-साथ गांधी परिवार के सियासी वारिस माने जाने वाले राहुल गांधी की भी परीक्षा होनी है। इसके अलावा लालू परिवार से पासवान और शिंदे परिवार सहित कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। 2019 के चुनाव की बात करें तो इन 49 सीटों में से बीजेपी 40 सीटों पर लड़कर 32 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। जबकि कांग्रेस सिर्फ एक सीट ही जीत सकी थी। इसके अलावा जेडीयू के एक, एलजेपी एक, शिवसेना 7, बीजेडी एक, नेशनल कॉफ्रेंस एक और टीएमसी चार सीटें जीतने में सफल रही थी। बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए 41 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। जबकि यूपीए सिर्फ दो सीटें ही जीत सकी थी और अन्य को पांच सीटें मिली थी।
बीजेपी को चुनौती देना आसान नहीं
लोकसभा के तीन चुनाव से बीजेपी की सीटें जिस तरह बढ़ी है, उससे साफ जाहिर है कि कैसे इन सीटों पर उसे चुनौती देना आसान नहीं है। 2019 के चुनाव में बीजेपी ने जिन 40 सीट पर चुनाव लड़ी थी, उसमें से 30 सीट पर उसे 40 फीसदी से भी ज्यादा वोट मिले थे और 9 सीटों पर उसे 30 से 40 फीसदी के बीच वोट शेयर था। कांग्रेस को सिर्फ 3 सीट पर ही 40 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे, जिनमें से एक सीट ही जीत सकी थी। कांग्रेस को 17 सीटों पर 10 फीसदी से कम वोट मिला था। कांग्रेस 36 सीट पर चुनाव लड़ी थी जबकि बीजेपी 40 सीट पर चुनावी मैदान में थी।
5वें चरण का रण बीजेपी और कांग्रेस के लिए काफी रोचक
पांचवें चरण में 12 सीटें ऐसी हैं, जिस पर पिछले तीन चुनाव से एक ही पार्टी को जीत मिल रही है। इसके चलते इन सीटों को उस दल के मजबूत गढ़ के तौर पर देखा जा रहा है। बीजेपी के पास 5, टीएमसपी के 3, बीजेडी के पास 2, शिवसेना-कांग्रेस के पास एक-एक सीट है। ओडिशा में बीजेपी के सामने अस्का और कंधमाल को बचाए रखने की चुनौती है। महाराष्ट्र में गढ़ माने जाने बीजेपी धुले और डिंडोरी और शिवसेना का गढ़ कल्याण शामिल हैं। बीजेपी के मिशन में झारखंड की हज़ारीबाग सीट शामिल है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा, श्रीरामपुर और उलुबेरिया क्षेत्र टीएमसी के मजबूत गढ़ के तौर पर जाने जाते हैं। उत्तर प्रदेश में लखनऊ बीजेपी और रायबरेली सीट कांग्रेस के दुर्ग के तौर पर जानी जाती है। बिहार की मधुबनी सीट बीजेपी लगातार अपने नाम कर रखी है। इस तरह बीजेपी पांचवें चरण में मजबूत स्थिति में थी, लेकिन इस बार की चुनावी लड़ाई अलग तरीके की है। बीजेपी के लिए अपनी सीटें बचाए रखनी की चुनौती है जबकि कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। इस तरह कांग्रेस और बीजेपी के पांचवें चरण का चुनाव काफी रोचक माना जा रहा है।
क्या इंडी गठबंधन कर पाएगा बीजेपी के किले में सेंधमारी?
उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीट तो बिहार की पांच सीटों पर 20 मई को मतदान है। यूपी की 14 में से 13 सीटें बीजेपी जीतने में कामयाब रही थी जबकि कांग्रेस 1 सीट ही जीत सकी थी। बिहार की जिन पांच सीट पर चुनाव है, उन सभी को एनडीए ने जीती थी। जेडीयू और एलजेपी एक-एक सीट और बीजेपी तीन सीटें जीतने में सफल रही। पांचवें चरण में झारखंड की जिन तीन सीट पर चुनाव हो रहे हैं, उन सभी पर बीजेपी का कब्जा है। इसी तरह महाराष्ट्र की जिन 13 सीटों पर चुनाव हैं, उनमें से सात सीटें शिवसेना जीतने में कामयाब रही थी और बीजेपी 6 सीटें जीतने में सफल रही। एनडीए ने पूरी तरह से विपक्ष का सफाया कर दिया था। वहीं पश्चिम बंगाल की जिन सात सीटों पर चुनाव है, उनमें से चार सीटें टीएमसी जीतने में कामयाब रही थी जबकि बीजेपी 3 सीटें ही जीत सकी थी। पिछली बार की तरह इस बार भी कांटे की फाइट मानी जा रही है। इसके अलावा ओडिशा के पांच लोकसभा सीटों पर पांचवे चरण में चुनाव है। इन पांच से तीन सीटें बीजेपी जीतने में सफल रही थी जबकि दो सीट बीजेडी ही जीत सकी थी। इस बार बिहार से लेकर महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में विपक्ष एकजुट होकर चुनावी मैदान में है। इस बार ये देखना दिलचस्प होगा कि जैसे तीन चुनावों से बीजेपी को बढ़त मिल रही है, वो इस बार भी कायम रहती है या फिर इंडी गठबंधन बीजेपी को नुकसान पहुंचाने में कामयाब हो पाता है।
New Delhi: मोदी कैबिनेट 3.0 के शपथ ग्रहण समारोह के अगले दिन यानी सोमवार को मंत्रियों के विभागों को बंटवारा हो गया है। इस बार भी राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री, अमित शाह को गृह मंत्री, सीता रमण को वित्त मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही और भी कई मंत्रियों को दोबारा वही विभाग मिला है, मोदी सरकार 2.0 में था। यहां देखें मंत्रियों को कौन-कौन से विभाग की जिम्मेदारी मिली.
मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री और विभाग
1.सीआर पाटिल-जल शक्ति मंत्रालय
2.राजनाथ सिंह-रक्षा मंत्रालय
3.अमित शाह-गृह मंत्रालय
4.नितिन गडकरी-सड़क और परिवहन मंत्रालय
5.जे पी नड्डा-स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
6.शिवराज सिंह चौहान- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालयय/ ग्रामीण विकास मंत्रालय/ पंचायती राज मंत्रालय
7.निर्मला सीतारमण-वित्त मंत्रालय
8.डॉ एस जयशंकर- विदेश मंत्रालय
9.मनोहर लाल-विद्युत एवं शहरी मामलों का मंत्रालय
10.एचडी कुमारस्वामी-भारी उद्योग मंत्रालय/इस्पात मंत्रालय
11.पीयूष गोयल-वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
12.धर्मेंद्र प्रधान-मानव संसाधन विकास मंत्रालय
13.जीतन राम मांझी- माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय
14.राजीव रंजन (ललन) सिंह- पंचायती राज मंत्रालय, तथा मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
15.सर्बानंद सोनोवाल-पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय
16.किंजरापु राम मोहन नायडू-नागरिक उड्डयन मंत्रालय
17.डॉ वीरेंद्र कुमार-सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय
18.जुअल ओराम-जनजातीय कार्य मंत्रालय
19.प्रहलाद जोशी-उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
20.अश्विनी वैष्णव-सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय/रेल मंत्रालय
21.गिरिराज सिंह-कपड़ा मंत्रालय
22.ज्योतिरादित्य सिंधिया-पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्रालय
23.भूपेंद्र यादव-भारत का पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय
24.गजेंद्र सिंह शेखावत-पर्यटन मंत्रालय
25.अन्नपूर्णा देवी-महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
26.किरन रिजिजू-संसदीय कार्य मंत्रालय
27.मनसुख मंडाविया-श्रम एवं रोजगार मंत्रालय; तथा युवा मामले एवं खेल मंत्रालय
28.हरदीप सिंह पुरी-पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
29.जीके रेड्डी- कोयला मंत्रालय तथा खान मंत्रालय
30.चिराग पासवान -खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार
1.राव इंद्रजीत सिंह-सांख्यि की एवं योजना क्रियान्वयन, संस्कृति मंत्रालय के राज्य मंत्री
2.जितेंद्र सिंह-विज्ञान एवं तकनीक और भूविज्ञान मंत्रालय
3.अर्जुन राम मेघवाल-कानून एवंन्याय मंत्री एवं संसदीय कार्यराज्य मंत्री
4.प्रतापराव जाधव-आयुष मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री
5.जयंत चौधरी-स्किल डिवेलपमेंट मंत्रालय, शिक्षा राज्य मंत्री
राज्य मंत्री
1.जितिन प्रसाद-इस्पात एवं वाणिज्य राज्य मंत्री, आईटी राज्य मंत्री
2.श्रीपद नाइक-ऊर्जाराज्य मंत्री एवं अक्षय ऊर्जाराज्य मंत्र
3.पंकज चौधरी-वित्त राज्य मंत्री
4.कृष्णपाल गुर्जर-सहकारिता राज्य मंत्री
5.रामदास आठवले-सामाजिक एवं अधिकारिता राज्य मंत्री
6.रामनाथ ठाकुर-कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री
7.नित्यानंद राय-गृह राज्य मंत्री
8.अनुप्रिया पटेल-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री, केमिकल एवं उर्वरक मंत्रालय
9.वी. सोमन्ना-जलशक्ति एवं रेल राज्य मंत्री
10.चंद्रशेखर पेम्मासानी-ग्रामीण विकास राज्य मंत्री, संचार राज्य मंत्री
11.एसपी सिंह बघेल-पंचायती राज एवं मत्स्य एवं पशुपालन राज्य मंत्री
12.शोभा करंदलाजे-लघुउद्योग एवंश्रम राज्य मंत्री
13.कीर्तिवर्धन सिंह-विदेश राज्य मंत्री, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री
14.बीएल वर्मा-उपभोक्ता राज्य मंत्री
15.शांतनुठाकुर-जहाजरानी एवं जलमार्गराज मंत्री
16.कमलेश पासवान-ग्रामीण विकास राज्य मंत्री बंडी
17.संजय कुमार-गृह राज्य मंत्री
18.अजय टम्टा-सड़क परिवहन राज्य मंत्री
19.डॉ. एल मुरुगन-सूचना प्रसारण राज्य मंत्री एवं संसदीय कार्यराज्य मंत्री
20.सुरेश गोपी-पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री
21.रवनीत सिंह बिट्टू-खाद्य प्रसंस्करण एवं रेल राज्य मंत्री
22.संजय सेठ-रक्षा राज्य मंत्री
23.रक्षा खडसे-युवा एवं खेल राज्य मंत्री
24.भगीरथ चौधरी-कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री
25.सतीश चंद्र दुबे-कोयला और खनन राज्य मंत्री
26.दुर्गादास उइके-जनजातीय कार्यराज्य मंत्री
27.सुकांत मजूमदार-शिक्षा एवं पूर्वोत्तर विकास राज्य मंत्री
28.सावित्री ठाकुर-महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री
29.तोखन साहू-शहरी विकास राज्य मंत्री
30.राजभूषण चौधरी-जलशक्ति राज्य मंत्री
31.भूपति राजूश्रीनिवास वर्मा- भारी उद्योग एवं इस्पात राज्य मंत्री
32.हर्षमल्होत्रा-सड़क परिवहन राज्य मंत्री
33.निमूबेन बम्भानियाम-उपभोक्ता मामलेराज्य मंत्री
34.मुरलीधर मोहोल-सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री
35.जॉर्जकुरियन-अल्पसंख्यक कल्याण एवं पशुपालन राज्य मंत्री
36.पबित्र मार्गेरिटा-विदेश एवं कपड़ा राज्य मंत्री
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