देश में एक बार फिर एनडीए की सरकार सत्ता में बैठने वाली है। जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसी के तहत शुक्रवार को नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे। जहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को एनडीए सांसदों के समर्थन वाला पत्र सौंपा। इसके बाद मुर्मू ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को दही-चीनी खिलाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी को ‘दही-चीनी’ इसलिए खिलाई क्योंकि उन्होंने मोदी को केंद्र में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। इसके साथ ही मुर्मू ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले मोदी को अपनी शुभकामनाएं भी दीं। वहीं इसकी तस्वीरें जैसे ही बाहर आईं, सोशल मीडिया में वायरल हो गईं। तमाम लोग इसे परंपराओं से जोड़ने लगे, तो कुछ ने कहा-पहली बार इस तरह की तस्वीर राष्ट्रपति भवन से सामने आई है। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी 9 जून यानी रविवार को शाम 6 बजे तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
हिंदू धर्मशास्त्रों में दही-चीनी का महत्व
हिंदू धर्मशास्त्रों में दही-चीनी का महत्व विस्तार से बताया गया है लेकिन इसका साइंटिफिक महत्व भी है। विज्ञान की मानें तो दही में कई सारे गुण भी होते हैं। इसमें अगर थोड़ी सी चीनी मिल जाए तो उसके गुण दोगुने हो जाते हैं। दही में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है, इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके अलावा दही और चीनी का सेवन करने से हमारे शरीर को तुरंत ग्लूकोज मिलता है और पूरे दिन शरीर ऊर्जावान रहता है। दही और चीनी खाने से मानसिक शांति का अनुभव भी होता है। धर्माचार्य कहते हैं कि दही चंद्रमा का स्वरूप होता है। दही खाकर घर से बाहर जाने वाले लोगों की जो उद्देश्य या मनोकामना होती है, वह सीधे चंद्रमा तक पहुंचती है। उसमें काफी हद तक सफलता मिलने की संभावना बन जाती है।
9 जून को होगा शपथ ग्रहण समारोह
राष्ट्रपति भवन से निकलने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि आज सुबह एनडीए की बैठक हुई। जिसमें गठबंधन के मित्रों ने मुझे इस जिम्मेदारी के लिए चुना है। एनडीए के सभी सहयोगियों ने राष्ट्रपति को इस बारे में सूचित किया और राष्ट्रपति ने मुझे फोन करके प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किया। उन्होंने मुझे शपथ ग्रहण समारोह और कैबिनेट मंत्रियों की सूची के बारे में बताया। मैंने उन्हें बताया है कि 9 जून की शाम हमारे लिए उपयुक्त होगी।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024