Greater Noida: देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम कानून (CAA) केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले लागू कर दिया है। सीएए की अधिसूचना जारी होते ही गौतमबुद्धनगर में अलर्ट जारी हो गया है। पुलिस की निगरानी बढ़ गई है। वहीं, पाकिस्तान से आई सीमा हैदर सीएए लागू होने पर खुशी जताई है। सीमा हैदर ने सचिन मीना और अपने बच्चों संग मिठाई बांट कर सीएए का स्वागत किया है। ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में अपने आवास पर पटाखों के साथ जश्न मनाया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री और सीएम योगी धन्यवाद दिया है। वहीं, आगामी लोकसभा चुनाव और CAA की अधिसूचना जारी होने के बाद नोएडा पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस ने भीड़ भाड़ वाले इलाकों में फ्लैग मार्च किया है। इसके साथ सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्टों पर नज़र रखी जा रही है।
क्या है सीएए कानून
गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आए गैर-दस्तावेज गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारत की राष्ट्रीयता देने के लिए लाया गया है। गैर मुस्लिम प्रवासियों में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई हैं।
ये लोग ले सकते हैं नागरिकता
नागरिकता अधिनियम, 1955 यह बताता है कि कौन भारतीय नागरिकता प्राप्त कर सकता है और किस आधार पर। कोई व्यक्ति भारतीय नागरिक बन सकता है यदि उसका जन्म भारत में हुआ हो या उसके माता-पिता भारतीय हों या कुछ समय से देश में रह रहे हों, आदि। हालांकि, अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने से प्रतिबंधित किया गया है। अवैध प्रवासी वह विदेशी होता है जो: (i) पासपोर्ट और वीजा जैसे वैध यात्रा दस्तावेजों के बिना देश में प्रवेश करता है, या (ii) वैध दस्तावेजों के साथ प्रवेश करता है, लेकिन अनुमत समय अवधि से अधिक समय तक रहता है।
विदेशी अधिनियम, 1946 और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम, 1920 के तहत अवैध प्रवासियों को कैद या निर्वासित किया जा सकता है। 1946 और 1920 अधिनियम केंद्र सरकार को भारत के भीतर विदेशियों के प्रवेश, निकास और निवास को विनियमित करने का अधिकार देते हैं। 2015 और 2016 में, केंद्र सरकार ने अवैध प्रवासियों के कुछ समूहों को 1946 और 1920 अधिनियमों के प्रावधानों से छूट देते हुए दो अधिसूचनाएं जारी की थीं। ये समूह अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई हैं, जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आए थे। इसका मतलब यह है कि अवैध प्रवासियों के इन समूहों को निर्वासित नहीं किया जाएगा।
Greater Noida: पबजी खेलते खेलते पाकिस्तान से अवैध रूप से नोएडा के रबुपुरा के सचिन के घर पहुंची सीमा हैदर लगता है कि शतरंज की भी माहिर खिलाड़ी है। यही कारण है कि उसके पहले पति गुलाम हैदर ने बच्चों को वापस भेजने के लिए कानूनी नोटिस भेजने की बात कही है। वहीं, सीमा हैदर ने विधिवत ढंग से दोबारा विवाह कर उसका जवाब दे दिया। इस विवाह के जश्न में सीमा और उसके आसपास के लोग पूरी तरह डूबे नजर आए। हालांकि सीमा और सचिन का दावा है कि उन दोनों ने पिछले साल 12 मार्च को ही नेपाल में मुलाकात के दौरान एक मंदिर में शादी की थी, जिसको आज पूरा एक साल हो गया है। इसलिए आयोजन को किया गया है।
लाल जोड़े में मंडप पहुंची सीमा, सचिन को डाली वरमाला
बता दें कि शादी की पहली सालगिरह धूमधाम से मनाने के लिए सीमा और सचिन ने रबूपुरा में समारोह का आयोजन किया। इसके लिए बाकायदा एक मंडप सजाया गया था। दुल्हन के लाल जोड़े में सीमा मंडप पहुंची थी, उधर सचिन ने ग्रे कलर के कोट पैंट पहन रखे थे। पूरा समारोह एक शादी की तरह आयोजित किया गया। सचिन ने सीमा को हाथ पकड़कर वरमाला स्टेज पर चढ़ाया। दोनों ने एक दूसरे के गले में वरमाला पहनाई। सीमा ने सचिन के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद लोगों ने दोनों को आशीर्वाद देते हुए शगुन भेंट किया। इसके अलावा शादी की तमाम अन्य रस्में पूरी की गईं।
आज वास्तव में उसकी शादी हुई हैः सीमा हैदर
इस दौरान सीमा खुश नजर आ रही थी। सीमा ने कहा कि वह आज बेहद खुश है। आज वास्तव में लग रहा है कि उसकी शादी हुई है। सीमा ने भारत के लोगों और रीति रिवाजों को प्रशंसा की। समारोह के दौरान वकील एपी सिंह मौजूद थे। फिलहाल सीमा हैदर और सचिन दोनों जमानत पर हैं और जांच एजेंसियों की देखरेख में हैं। ऐसे समय पर सीमा हैदर ने सचिन मीणा के साथ 'दूसरी शादी' की है। सीमा का पहला और पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर बच्चों को वापस पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। हाल ही में उसने सीमा हैदर और सचिन मीणा को कानूनी नोटिस भेजने की भी बात कही है। ऐसे में सीमा ने गुलाम हैदर कानूनी नोटिस का जवाब कुछ इस अंदाज मे दिया है।
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