नोएडा प्राधिकरण NOIDA AUTHORITY के नए-नए CEO लोकेश एम को आए कुछ ही दिन हुए हैं। उनके सामने नई-नई चुनौतियां सामने खड़ी हैं। जिसमें सबसे पहले हैं, अधिकारियों के रवैये को सुधारना। जनता के प्रति अधिकारियों के रवैये ठीक नहीं हैं। CEO लोकेश एम खुद सड़कों पर उतरकर लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं। शनिवार को सीईओ सेक्टर-34 में लोगों के बीच पहुंचे, जहां उन्होंने जनता दरबार लगाया और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान सीईओ के सामने एक मार्मिक तस्वीर उस वक्त दिखी, जब एक बुजुर्ग उनके सामने पहुंचकर रोने लगा। सीईओ ने भी इस मौके पर नई मिशाल पेश की। उन्होंने ना सिर्फ बुजुर्ग को चुप कराया, बल्कि उसकी समस्याओं को भी सुना
‘साहब गुमराह करते हैं अधिकारी’
बुजुर्ग अयूब ने CEO को अपनी तकलीफ सुनाई, बुजुर्ग ने बताया कि वो पर्थला सेक्टर-122 में कई सालों से अपने परिवार के साथ रह रहे हैं लेकिन पानी की किल्लत के कारण उन्हें काफी तकलीफ हो रही है। उनके यहां पानी की लाइन नहीं है। इसकी शिकायत कई बार जल अधिकारी से कर चुके हैं। परंतु अधिकारी द्वारा उन्हें केवल गुमराह किया जा रहा है। मजबूर होकर अब आपके पास आया हूं। यह देख वहां मौजूद डीजीएम जल ने कहा कि सोमवार को आकर मुझसे मिलिए। इस बात पर बीच में टोकते हुए सीईओ बोले- सोमवार को क्यों, आज ही मौके पर जाइए। इसके बाद लोगों ने सीईओ की सराहना की। सेक्टर-34 में जनसुनवाई के बाद सीईओ ने सेक्टर-112 और सेक्टर-122 का निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।
Noida: लगातार धरना दे रहे किसानों की आखिरकार जीत हुई प्राधिकरण ने किसानों की मांगी मान ली है किसान परिषद का सातवां आंदोलन प्राधिकरण पर 16 जून 2023 से चल रहा था। जिसके मद्देनजर किसानों ने 21 सितंबर को प्राधिकरण की संपूर्ण लॉकडाउन का आह्वान किया था। इसको देखकर प्राधिकरण अधिकारियों के हाथ पैर फूले हुए थे। प्राधिकरण अधिकारियों ने किसान परिषद को वार्ता का निमंत्रण दिया था। जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया था।
बैठक में किसानों के मुद्दे पर बनी सहमति
इसी के तहत मंगलवार को किसान परिषद की मीटिंग अधिकारियों से बोर्ड रूम में 1:00 बजे शुरू हुई। इसमें काफी गमहा गमही के बाद सीईओ लोकेश एम ने कहा कि आपकी मांगे जायज है और हम 10% व 64% 1997 से देने की सहमति जताते हैं। अग्रिम बोर्ड बैठक में इसका निर्णय ले कर के शासन स्तर पर भेजा जाएगा । इसके साथ-साथ आबादी निस्तारण मूल 5 परसेंट के प्लाट, व 5% के प्लाट में कमर्शियल गतिविधि के संबंध में भी सकारात्मक वार्ता रही।
सीईओ ने धरने को किया संबोधित, दिया आश्वासन
इसके बाद किसान नेता सुखबीर खलीफा के अग्रह पर नोएडा सीईओ ने किसानों के धरने को सम्बोधित करते हुए मांगें मानने की बात कही। इसके बाद सर्वसम्मति से किसानों ने धरने को अक्टूबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया। किसानों ने अधिकारियों से कहा कि आपको अक्टूबर तक का समय दिया जाता है।
3 महीने से प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे थे किसान
यदि काम नहीं होते तो किसान परिषद मिनी सचिवालय नोएडा को बंद करने की क्षमता 24 घंटे रखता है। बता देें, सेक्टर 6 नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर पिछले 3 महीने से किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा था, जो अब स्थगित कर दिया गया है।
Noida: योगी सरकार में जीरो टोलरेंस की नीति की पोल नोएडा में उस वक्त खुल गई जब सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के सेक्टर 29 के सामने मेन रोड अचानक धंस गई। सेक्टर 29 के सामने मेन रोड पर एक दिन पहले अचानक सड़क धंसने से गहरा गड्ढा हो गया था। वहीं वाहन चालक बाल-बाल हादसे होने से बचे। अचानक सड़क धंसने के पीछे घटिया सामग्री लगाया जाना सामने आया है।
जल विभाग की लापरवाही आई सामने
इस मामले में जल विभाग और सिविल विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सूत्रों के अनुसार सड़क के बगल से बह रहा नाला लीकेज होने की वजह से ही सड़क धंसी है। ये घटना वर्क सर्किल 2 की है। जिसके SM विजय रावल हैं, इनका ट्रांसफर हो चुका है, लेकिन अभी तक रिलीव नहीं हुए हैं। इसके साथ ही वर्क सर्किल 3 के सिविल विभाग के सतेंद्र गिरी का भी ट्रांसफर हो चुका है लेकिन वह भी अभी तक जमे हुए हैं। ।
नोएडा प्राधिकरण सीईओ ने नहीं दिए अभी तक जांच के आदेश
सूत्रों के मुताबिक जल विभाग और सिविल ने घटिया सामग्री से निर्माण कराया गया, जिसकी वजह से सड़क धंसी। वर्क सर्किल के इंजिनियर मोटा कमीशन लेकर ऐसे घटिया सामग्री इस्तेमाल करने वाले ठेकेदारों को हरी झंडी दे दी जाती है। अभी तक नोएडा प्राधिकरण के CEO ने इस मामले जांच के आदेश नहीं दिए हैं।
अभी तक नहीं भरा गया गड्ढा
वहीं, अभी तक सड़क धंसने को लेकर नोएडा प्राधिकरण की ओर से किसी भी तरह के जांच के आदेश नहीं दिए हैं और न ही कोई कार्रवाई की है। गौरतलब है कि 8 फीट हुए गहरे गड्ढे के चारो तरफ बैरिकेडिंग लगाई है लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने अभी तक इसे भरने का काम शुरु नहीं किया है। जबकि नोएडा से दिल्ली और ग्रेटर नोएडा की तरफ इस रोड से होकर रोजाना लाखों वाहन गुजरते हैं।
Noida: अगर आपके पास पालतू डॉग है तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। दरअसल जल्द ही सेक्टर-137 के पार्क में डॉग शो का आयोजन किया जाएगा। यहां कुत्तों के खेलने के लिए उपकरण और पेयजल की भी व्यवस्था होगी । प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बुधवार को डॉग पार्क के निरीक्षण के बाद इसके कायाकल्प के निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि तैयारी पूरी होने के बाद लोगों को डॉग शो के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
बता दें कि सेक्टर-137 पार्क की चारदीवारी पर थीम पेंटिंग कराई जाएगी। यहां कुत्तों की आकृति के अलावा अन्य विषयों पर पेंटिंग होगी। सीईओ ने वाहनों के साथ आने वाले कुत्तों के मालिकों के लिए जगह तलाशने के बाद पार्किंग की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, डॉग पार्क के तालाबों को साफ कराने को कहा है। तालाबों का पानी बदलने के अलावा दूसरे अन्य तरीके से भी सफाई कराने के आदेश दिए गए हैं।
नोएडा प्राधिकरण एक बार फिर से बिल्डरों पर एक्शन लेने के मूड में नजर आ रहा है। आदेश के बाद भी धनराशि न जमा कराने वाले बिल्डर पर एक्शन की बात सामने आई है। आपको बता दें, इस पूरे मामले में 1260 फ्लैट्स की रजिस्ट्री बाकी है।
25 प्रतिशत धनराशि की गई जमा!
लिगेसी स्टाल्ड रियल एस्टेट प्रोजेक्टस की समस्याओं के निदान के लिये प्रशासन द्वारा 56 बिल्डरों के लिए आदेश जारी किया गया था, जिसमें 22 बिल्डरों द्वारा छूट के बाद कुल देय धनराशि का 25 प्रतिशत राशि जमा कराई गई थी, जिसमें 275.72 करोड़ रुपए जमा किए गए है। इसके बाद 6 बिल्डर्स की देयता शून्य हो गयी है।
1260 फ्लैट्स की रजिस्ट्री होना बाकी
नोएडा प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक, इन 28 बिल्डर परियोजनाओं में कुल 2558 फ्लैट बायर्स के पक्ष में उप पटटा प्रलेख कराने की प्राधिकरण ने 56 बिल्डर परियोजनाओं में से 22 बिल्डरों को अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत छूट दी। इन बिल्डरों ने अब तक 25 प्रतिशत धनराशि रुपए 275.72 करोड़ जमा कराई। 6 बिल्डर्स का बकाया शून्य हो गया है। इन 28 बिल्डर परियोजनाओं में कुल 2558 फ्लैट बायर्स के पक्ष में रजिस्ट्री की अनुमति दी गई। जिसके सापेक्ष 3 सितंबर 2024 तक 1298 फ्लैट बायर्स के पक्ष में रजिस्ट्रियों की गई। 1260 रजिस्ट्रियों शेष हैं।
नहीं मिलेगा जीरो पीरियड का लाभ
जानकारी के मुताबिक, जब तक 22 बिल्डर ये अपना 25 प्रतिशत पैसा पूरा जमा नहीं करते इनको एनजीटी के जीरो पीरियड का लाभ नहीं दिया जाएगा। साथ ही साथ बिल्डर के भूखण्ड के निरस्तीकरण एवं सीलिंग की कार्यवाही, प्राधिकरण की देयता की वसूली हेतु इन बिल्डर्स के प्रकरण को आर्थिक अपराध शाखा को रेपर कर दिया जायेगा। आपको बता दें, मंगलवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नोएडा के द्वारा प्राधिकरण के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर बिल्डरवार बायर्स के पक्ष में अधिक से अधिक रजिस्ट्रियों कराने एवं प्राधिकरण की देयता की वसूली किये जाने के लिए बैठक की।
Noida: नोएडा प्राधिकरण नोएडा की तमाम समस्याओं और विकास कामों को लेकर एक्शन मोड में है। जिसकी जानकारी नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने सोमवार को दी। उन्होंने नोएडा प्राधिकरण द्वारा के एक्शन प्लान पर बात की है और साथ ही ये भी बताया है कि कैसे वो समस्याओं को लेकर एक्शन में हैं।
नोएडा में अब नहीं होगी पार्किग की समस्या!
नोएडा में पार्किंग की समस्या को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने नया प्लान बनाया है। जिसमें बताया गया है कि सेक्टर-18 के सावित्री मार्केट, सेक्टर-62 के फोर्टिस हॉस्पिटल और सेक्टर-6 के इंदिरा गांधी कला केंद्र के पास पार्किंग बनेगी।
अवैध अतिक्रमण पर होगा गंभीर एक्शन!
नोएडा प्राधिकरण आबादी निस्तारण को लेकर कर रहा प्रयासरत है और अवैध अतिक्रमण को लेकर भी गंभीर है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि 1 जनवरी 2024 से अब तक 1068 करोड रुपए की जमीन को नोएडा प्राधिकरण ने कब्जे से छुड़ाया है।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने दी विकास कामों की जानकारी
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