आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार का कहर देखने को मिला है. जिसमें यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के बेटे और बहू की कार का भीषण एक्सीडेंट हो गया है. दरअसल नंदी के बेटे-बहू मर्सिडीज कार लेकर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर जा रहे थे. इसी दौरान उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई. जिसमें दोनों को गंभीर चोटें आई हैं. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई कार
मिली जानकारी के मुताबिक उनके बेटे अभिषेक और बहू कनिष्का किसी काम से आगरा से लखनऊ जा रहे थे. कार में सिर्फ दो ही लोग थे और अभिषेक खुद गाड़ी चला रहे थे. उनकी कार जब एक्सप्रेस वे के 194 किलोमीटर पर पहुंची तो अचानक कंट्रोल से बाहर हो गई और जाकर डिवाइडर से टकरा गई. डिवाइडर से टकराने के बाद मर्सिडीज कार के आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. बेटे अभिषेक और बहू कनिष्का को चोटें आई हैं. सूचना पर मौके पर तुरंत अधिकारी पहुंचे और उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया.
पीजीआई लखनऊ किया गया रेफर
वहीं मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद उन्हें प्राइवेट गाड़ी से लखनऊ भेजा गया है. उन्हें पीजीआई लखनऊ रेफर किया गया है. बहू कनिष्का की नाक में गंभीर चोट आई है. कार की टक्कर के बाद डिवाइडर पर लगे तीन बिजली के खंभे भी टूट गए हैं. सूचना मिलने के बाद डीएम सुभ्रांत कुमार शुक्ला खुद मौके पर पहुंचे और इलाज की व्यवस्था करवाई.
Noida: उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास विभाग ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में जमे कई अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। नोएडा प्राधिकरण के 6 अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के 2 और यीडा के एक कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है।
ये कर्मचारी हुए सस्पेंड
बताया जा रहा है कि ये अधिकारी और कर्मचारी ट्रांसफ़र के बाद भी नोएडा प्राधिकरण से नहीं जा रहे थे। सस्पेंशन का यह आदेश प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल सागर ने शुक्रवार को जारी किया है। नरदेव सहायक विधि अधिकारी, यूएस फ़ारूक़ी प्रबंधक प्लानिंग, विजेंद्र पाल सिंह कोमर निजी सचिव, प्रमोद कुमार लेखाकार, सुशील भाटी, सहायक विधि अधिकारी और सुमित ग्रोवर, प्रबंधक, प्लानिंग को सस्पेंड किया गया है।
ट्रांसफर के बाद भी नोएडा में जमे थे
बता दें कि बीते दिनों ऐसी सूचना थी कि प्राधिकरण के 6 अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इस कार्रवाई से जुड़ी सभी पत्रावली प्राधिकरण से मंगवा ली गई थी। दरअसल नोएडा प्राधिकरण से ट्रांसफ़र के बाद भी नई तैनाती की जगह पर न जाने को लेकर इस कार्रवाई का अंदेशा था।
बैठक में मंत्री ने जताई थी नाराजगी
बता दें कि पिछले दिनों औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने समीक्षा बैठक में कर्मचारियों और अधिकरियों को लेकर नाराजगी जताई थी। चेतावनी दी थी कि ट्रांसफ़र के बाद भी जमे अधिकारी-कर्मचारी सस्पेंड होंगे। लेकिन फिर भी इन ट्रांसफ़र अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया था। हांलाकि यह इसकी सूची काफी लंबी है। जिसमे सीनियर मैनेजर से लेकर कई अधिकारी शामिल है।
ग्रेनो और यमुना प्राधिकरण के कर्मचारी भी सस्पेंड
वहीं, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी जूनियर सिविल इंजीनियर विजय कुमार वाजपेयी, सहायक प्रबंधक सुरेंद्र कुमार सस्पेंड हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक 2 और सीनियर मैनेजर के ख़िलाफ़ कारवाई की फाइल बनी थीं, जो कि रुक गई हैं. मतलब आदेश जारी नहीं हुए हैं। इसी तरह यमुना विकास प्राधिकरण के प्रशासन प्रबंधक अजब सिंह भाटी को भी सस्पेंड किया गया है।
Noida: उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी में एक और नया आयाम जुड़ने जा रहा है। नोएडा सेक्टर-51 में आइकिया करीब 5500 करोड़ रुपये की लागत से लिक्ली नोएडा स्टोर बनाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रोजेक्ट का सोमवार को वर्चुअली शिलान्यास किया। लिक्ली नोएडा का भूमि पूजन समारोह सेक्टर 62 एक्सपो सेंटर सेक्टर-62 में आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, स्वीडन के राजदूत जान थेसलेफ, इंग्का सेंटर्स के वैश्विक विस्तार और विकास निदेशक सेबेस्टियन हाइल्विंग और आइकिया इंडिया की सीईओ सुजैन पुल्वरर मौजूद रहे।
2028 तक लिक्ली नोएडा स्टोर बनने की उम्मीद
बता दें कि आइकिया के इस प्रोजेक्ट में करीब 9000 लोगों को रोजगार मिलेगा, जो 2028 के अंत तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है। 2018 में कंपनी ने देश का पहला रिटेल स्टोर हैदराबाद में खोला था। 37 मंजिला के प्रोजेक्ट में शॉपिंग के अलावा होटल, मीटिंग प्लेस, फूडकोर्ट, फन जोन जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
एक साथ पार्किंग हो सकेंगी 4500 गाड़ियां
कंपनी के निदेशक सेबेस्टियन हाइल्विंग ने बताया कि नोएडा का मीटिंग-प्लेस 2028 तक शुरू होगा। उम्मीद है कि यहां साल में 2.5 करोड़ लोग आएंगे। यहां कम कार्बन उत्सर्जन वाली सस्टेनेबल तरीकों से प्राप्त निर्माण-सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा। बिल्डिंग पर्यावरण के अनुकूल होगी। इसके साथ ही दो मेट्रो स्टेशनों से सीधा कनेक्शन रहेगा। 4500 पार्किंग क्षमता में 70 से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशनों की सुविधा भी मिलेगी।
लॉजिस्टिक हब बनेगा नोएडा और ग्रेटर नोएडा
शिलान्यास क बाद सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नोएडा में लिक्ली का शिलान्यास प्रदेश को आधुनिक शहरी जीवन का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना न केवल नोएडा की संपन्नता की वृद्धि और विकास को दर्शाती है, बल्कि पूरे राज्य में सस्टेनेबल, समुदाय-केंद्रित स्थान बनाने के दृष्टिकोण से भी मेल खाती है। सीएम ने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण का क्षेत्र इस साल के अंत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की दूसरी सुविधाओं के साथ ही भारत के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ जुड़ जाएगा। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन भी गौतमबुद्धनगर में ही पड़ेगा।
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October 05, 2024