Greater Noida: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जेवर एयरपोर्ट का निरीक्षण सहित तमाम महत्पूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की। वहीं, लोगों को सरकार की नीतियों का कितना फायदा मिल रहा है, इसको लेकर जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की। वहीं, सूरजपुर में स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में मिशन शक्ति अभियान के तहत यूपी बोर्ड 12वीं क्लास और सीबीएसई बोर्ड एग्जाम में फर्स्ट डिवीजन लाने वाली छात्राओं को 20 हजार रुपए का चेक, प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके बाद डिप्टी सीएम ने तीरंदाजी और एथलेटिक फुटबॉल गेम में मेडल लाने वाली महिला खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया।
विपक्ष पर कसा तंज
मीडिया से बातचीत करते हुए केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लामबंद होने का दावा करने वाले “इंडी गठबंधन” की हवा निकलनी शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश में टिकट आवंटन मामले में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच उठापटक जगजाहिर है। उत्तर प्रदेश में भी दोनों दलों का यही हश्र होना है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन नहीं “ठगबंधन” है। विभिन्न राज्यों में चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ लडऩे वाले दल एकजुट नहीं हो पाएंगे। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी भी दो बार ऐसा प्रयोग कर चुकी है। “इंडी गठबंधन” का निकाह के पूर्व तलाक होना शुरू हो गया है। यूपी मे बड़े-बड़े अपराधियों पर कार्यवाही हो रही है। अपराधी पहले सत्ता के संरक्षण में होते थे।
योगी सरकार की हर नीति आम जनता तक पहुंचे
डिप्टी सीएम ने कहा कि जनमानस की समस्याओं और निर्बल वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ पहुंचाने के विशेष प्रयास सभी संबंधित अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित किए जाएं। सरकार की मुख्य प्राथमिकता समाज की अंतिम पक्ति में खडे़ अंतिम व्यक्ति को सरकार की योजना से जोड़ना है। हर घर में हर गरीब को छत देने का भी सरकार कार्य कर रही है। सरकार राशन निशुल्क वितरित कर रही है। लाभार्थियों का पूरा राशन मिलना चाहिए। बिजली, पानी, शिक्षा स्वास्थ्य की कोई समस्या न हो। इस उद्देश्य के साथ अपने-अपने दायित्वों का अधिकारीगण निर्वहन करें।
बालिकाओं को कराया अन्नप्राशन
कलेक्ट्रेट परिसर में डिप्टी सीएम ने 6 माह की बालिकाओं को खीर खिलाकर अन्नप्राशन करवाया। इसे साथ ही प्रधानमंत्री शहरी एवं ग्रीमण आवास योजना की महिला लाभार्थिओं को डमी चाभी वितरण किया गया। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजनान्तर्गत स्वयं सहायता समूह की सदस्यों के आर्थिक समृद्धि और सशक्त बनाने के उद्देश्य से सामुदायिक निवेश निधि सीआईएफ की धनराशि 4 करोड़ 26 लाख 80 हजार सीएलएफ के पदाधिकारियों को चेक सौंपा।
उद्यमियों और निवेशकों के साथ की बैठक
वहीं, उपमुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट में उद्यमियों के साथ संवाद किया। उद्यमियों और निवेशकों को आश्वस्त किया कि उनके सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। केशव प्रसाद मौर्य ने जिला प्रशासन और प्राधिकरणों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में जनकल्याणकारी कार्यक्रमों, योजनाओं और विकास कार्यों को लेकर समीक्षा करते हुए कहा कि सरकार की मंशा और जनभावनाओं के अनुरूप अधिकारी अपना कार्य करें। विकास कार्य में गति प्रदान करें। सरकार की मंशा है कि हर गरीब तक जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे।
Greater Noida: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के प्रभावित किसानों से संवाद करते हुए कहा कि "देश और प्रदेश के विकास के लिए आपके द्वारा, जो योगदान दिया गया है, वह अविस्मरणीय है। आपके इस योगदान को सदियों तक याद रखा जाएगा।"
रनवे का किया निरीक्षण, दिए निर्देश
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह जी, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नगर ने ज्यूरिक एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन व यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ रनवे का निरीक्षण भी किया। नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के प्रभावित किसानों का ग्राम किशोरपुर में केशव प्रसाद मौर्य ने आभार प्रकट किया। इस मौके पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्यसभा के सांसद सुरेंद्र सिंह नगर ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की साइट पर पहुंचकर एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन के साथ बैठक की. इसके साथ यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के एसीईओ कपिल सिंह, जीएम एके सिंह से भी एयरपोर्ट की प्रगति और शीघ्र ही पहले रनवे का कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
जेवर विधायक ने भी किसानों का जताया आभार
इस मौके पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि "नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए जमीन देने वाले किसानों ने अपनी आने वाली पीढ़ियों और इस देश के विकास के लिए अपनी जमीनों की सहमति देकर देश की तरक्की और प्रगति में अहम भूमिका निभाई है।"
Lucknow: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिवाली पर विवादित बयान देकर एक बार फिर राजनीति के गलियारों में हलचल मचा दी है। स्वामी प्रसाद ने इस बार मां लक्ष्मी को लेकर तंज कसा है। जिसका जमकर विरोध हो रहा है। कांग्रेस और भाजपा के लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि स्वामी प्रसाद के मुहं में बावासीर है।
दिवाली पर सपा नेता ने पत्नी की पूजा की
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर एक्स पर फोटो के साथ पोस्ट कर लिखा है कि 'दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी का पूजा व सम्मान करते हुए कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है, चार हाथ,आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है? यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें जो सही मायने में देवी है। क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है।'
स्वामी प्रसाद के मुंह में बावासीर-आचार्य प्रमोद कृष्णम
वहीं, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्ण ने स्वामी प्रसाद मौर्य को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'स्वामी प्रसाद मौर्य के मुंह में बवासीर हो गई है। उन्हें इलाज की बहुत जरुरत है। मैं सीएम योगी आदित्यनाथ जी कहूंगा कि उनके बोलने पर पाबंदी लगाई जाई जाए। स्वामी प्रसाद मौर्य के दो संकल्प है- पहले हिंदुओं को गाली देना एवं दूसरा अखिलेश यादव की लुटिया डुबाना। यह लोग तुच्छ राजनीति के चलते हिंदू देवी देवताओं को अपमान करते हैं. लाखों करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं।'
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां बिसरख थाना क्षेत्र स्थित ब्लू सफायर मॉल में निर्माणाधीन बिल्डिंग की ग्रिल गिरने से दो लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद मौके पर ही हड़कंप मच गया. फिलहाल वहां से भीड़ को हटा दिया गया है और घटनास्थल पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है.
पुलिस प्रशासन के मुताबिक, अब तक हादसे के कारणों का पता नहीं चल सका है. उसी की जांच की जा रही है. मॉल में लगे सीसीसटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है. ताकि इतने भयानक हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके. मारने वाले व्यक्तियों का नाम हरेंद्र भाटी और शकील हैं.
बता दें कि, मॉल से बाहर आए लोगों में डर का माहौल है. उनका कहना है कि ये सब अचानक हुआ, किसी को भी इसकी भनक तक नहीं थी. अचानक से जोरदार आवाज आई और देखा तो ग्रिल गिरी थी, जिस कारण दो लोगों की मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही मामले की जांच जुट गई.
बरेली में मार्च 2010 में तौकीर रज़ा के भाषण से तनाव बढ़ गया था, जिससे दंगे भड़क गए थे। जिसमें खास समुदाय के लोगों ने दुकानों, एक पुलिस स्टेशन, एक पेट्रोल पंप और एक सब्जी मंडी में आग लगा दी थी। कई घरों को भी लूटकर जला दिया गया था। दंगों के कारण बरेली में 27 दिनों तक कर्फ्यू लगा रहा था। पिछली सरकार के कार्यकाल में अधिकारियों की लापरवाही के कारण तौकीर रज़ा बच निकलने में कामयाब हो गए थे लेकिन अब बरेली दंगे मामले में कोर्ट ने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खां को मास्टरमाइंड माना है।
दंगे के दौरान मौजूद अफसरों को भी कोर्ट ने लगाई लताड़
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर ने मामले से जुड़े आदेश जारी किए हैं। कोर्ट ने तौकीर रज़ा के खिलाफ समन जारी कर दिया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 11 मार्च को होगी। वहीं कोर्ट ने दंगों के दौरान मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ADG, IG, SSP, कमिश्नर और DM की भी आलोचना की है। साथ ही कोर्ट के आदेश की एक प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजने का आदेश दिया है। कोर्ट ने बरेली दंगों के मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए यह फैसला दिया है।
गवाहों के बयानों से साबित हुआ आरोप
आपको बता दें कि साल 2010 में हुए दंगे के मामले में तत्कालीन इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र यादव और कई गवाहों ने अपने बयान दर्ज कराए थे। इसमें जुलूसे मोहम्मदी के दिन मौलाना तौकीर रजा पर दंगा भड़काने का आरोप लगाकर सबूत पेश किए गए। वहीं कोर्ट ने दंगे के आरोपी रिजवान, दानिश, राजू, हसन, सौबी रजा, यासीन की हाजिरी माफी स्वीकार कर ली। दूसरी ओर कोर्ट में तारीखों से लगातार पेश ना होने पर बाबू खां, आरिफ, अमजद अहमद, निसार अहमद, अबरार, राजू उर्फ राजकुमार, कौसर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए और प्रेमनगर पुलिस को गिरफ्तार कर पेश करने का आदेश दिया।
Noida: नोएडा के सेक्टर-78 स्थित महागुन मॉर्डन सोसाइटी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 18वीं मंजिल की बालकनी से गिरने से 76 साल की महिला की मौत हो गई. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही मामले की जांच में जुट गई. कहा जा रहा है कि अब तक पुलिस को कोई भी शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
मानसिक रूप से परेशान थी महिला
जानकारी के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर-78 स्थित महागुन मॉडर्न सोसाइटी में आशा शर्मा नाम की महिला अपने परिवार संग रहती थी. महिला का घर 18वीं मंजिल पर था. उनके पति की मौत पहले ही हो चुकी है. परिजनों के मुताबिक, महिला मानसिक रूप से काफी ज्यादा परेशान रहती थी. शनिवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे वो फ्लैट की बालकनी में घूम रही थी. इसी दौरान अचानक वो 18वीं मंजिल से नीचे गिर गई.
वहीं, जैसे ही नीचे गिरने की आवाज आई तो मौके पर सुरक्षा गार्ड पहुंचे और उन्होंने आनन-फानन में मामले की जानकारी मृतका के परिजनों को दी. जिसके बाद मौके पर पहुंचे सभी लोगों उन्हें आनन-फानन में पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
नहीं मिली कोई तहरीर
वहीं, घटना की जानकारी लगते ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई और महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही मामले की जांच में जुट गई. पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक परिजनों की तरफ से कोई भी तहरीर नहीं मिली है. फिलहाल सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है, जो कि तथ्य सामने आएंगे. उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
Baghpat: बागपत के थाना चांदनी नगर क्षेत्र के गुण गांव से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक युवक ने तालाब में कूदकर अपनी जान दे दी. कहा जा रहा है कि अभी तीन दिन पहले ही युवक की शादी हुई थी. फिलहाल पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही मामले की जांच में जुट गई है.
3 दिन पहले हुई थी युवक की शादी
जानकारी के मुताबिक, जनपद बागपत की थाना चांदनी नगर क्षेत्र के गुण गांव का मामला है, जहां एक युवक ने तालाब में कूद कर आत्महत्या कर ली. लोगों का कहना है कि युवक बाइक लेकर आया और बाइक को खड़ा किया. इसके बाद वो अचानक से तालाब में कूद गया. जिसके बाद मौके पर ही अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. युवक को काफी बचाने की कोशिश की गई. लेकिन बचा नहीं सके.
युवक की मौत से मचा हड़कंप
वहीं, आनन-फानन में घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. जिसके बाद पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची. इस दौरान थाना चांदनी नगर इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने बताया युवक द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. साथ ही मामले की जांच जारी है. बता दें कि, युवक की तीन दिन पहले ही शादी हुई थी. शादी के बाद अचानक से युवक ने आत्महत्या कर ली, जो कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
लोकसभा चुनावों को लेकर इस समय हर पार्टी में उठा-पटक जारी कोई अपनी पार्टी छोड़कर किसी दूसरी पार्टी में शामिल हो रहा है। तो कोई अपने क्षेत्र से टिकट मिलने की आस लगाए बैठा है। इसी दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुछ ऐसे संकेत दिए हैं, जो पार्टी से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या और वरुण गांधी की किस्मत बदल सकते हैं। जी हां सूत्रों की मानें तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में पार्टी से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य और अभी तक भाजपा में रहकर राजनीति करने वाले वरुण गांधी को उम्मीदवार बना सकते हैं।
क्या स्वामी प्रसाद कभी सपा छोड़कर गए थे?- अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट देने के सवाल पर कहा "कि क्या स्वामी प्रसाद कभी सपा छोड़कर गए थे?" वहीं, जब उनसे पूछा गया "कि आपने स्वामी प्रसाद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया तो वो बोले, हमारी कमेटी विचार कर रही होगी। मुझे इसकी जानकारी नहीं है।" आपको बता दें कि बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश को लेकर नर्म रुख अपनाते हुए कहा था "कि उन्हें अखिलेश से कुछ भी शिकायत नहीं है।"
"सरकार के दबाव में पार्टी छोड़ रहे नेता"
वरुण गांधी को भी टिकट देने को लेकर अखिलेश यादव ने संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि इस पर विचार करेंगे। साथ ही सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा "कि हमारे जो नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं वह सरकार के दबाव में ऐसा कर रहे हैं।" जानकारों की मानें तो वरुण गांधी अमेठी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। ये सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है। इस सीट से वरुण के पिता संजय गांधी भी चुनाव लड़ चुके हैं।
Greater Noida: जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट 15 जून तक यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज बनाकर इसे यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। जिससे दिल्ली और आगरा जैसे शहरों से एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। जबकि हवाई अड्डे से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी के लिए अभी इंतजार करना होगा। दोनों को जोड़ने वाले 31 किमी लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम हरियाणा सीमा में शुरू तक नहीं हो पाया है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम अधर में
निर्माणकर्ता कंपनी ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इस हिस्से का 80 प्रतिशत काम हो चुका है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) कर रहा है। इसका 22 किमी का हिस्सा हरियाणा और 9 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश की सीमा में तैयार होना है। हरियाणा वाले हिस्से में काम शुरू नहीं हो सका है।
2114 करोड़ से बन रहा इंटरचेंज
उत्तर प्रदेश की सीमा में किसानों से जमीन अधिग्रहण के बाद इस पर तेजी से काम चल रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी देने के लिए यहां इंटरचेंज भी बनाया जा रहा है। करीब 2114 करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। जेवर एसडीएम अभय कुमार सिंह ने बताया कि सरकार ने लगभग 400 करोड़ खर्च कर हुए जेवर के किसानों से जमीन का अधिग्रहण कर छह लेन के एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू किया था। यमुना एक्सप्रेस-वे के ऊपर बनने वाले ओवरब्रिज और इंटरचेंज पर पिलर लगाने का काम पूरा कर गार्डर रखे जा रहे हैं। जल्द काम पूरा करते हुए दिल्ली व आगरा से कनेक्टिविटी शुरू करा दी जाएगी।
अक्टूबर
सूत्रों के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट से अक्टूबर में यात्री उड़ानें शुरू होने की संभावना है। इससे पहले हवाई अड्डे की प्रमुख शहरों से सीधे कनेक्टिविटी के लिए सड़क से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है।
तीसरे चरण के लिए सात मई को वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 सीटों पर मतदान है। इनमें से 10 सीटें उत्तर प्रदेश की भी हैं। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर 100 उम्मीदवार मैदान में है। तीसरा चरण कई मंत्रियों की साख का भी इम्तिहान लेगा। भले ही यह लोकसभा का चुनाव हो लेकिन इस बार केंद्र के साथ ही राज्य सरकार के मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। तो वहीं इस चरण में सपा के उम्मीदवारों के साथ-साथ मुलायम परिवार के लोगों की भी अग्निपरीक्षा है। मोदी सरकार के मंत्री एसपी सिंह बघेल खुद मैदान में है तो योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह और अनूप वाल्मीकि को तीसरे चरण में परीक्षा से गुजरना होगा। इसके अलावा योगी सरकार के सात मंत्रियों पर अपने इलाके की सीटों पर बीजेपी को जिताने की टॉस्क है।
2019 के चुनाव में इन 10 सीटों में से बीजेपी ने 8 सीटें जीतीं
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 10 सीट पर चुनाव है। जिसमें हाथरस, संभल, आगरा, फतेहपुर सीकरी, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बदायूं, आवंला, बरेली और एटा सीट शामिल है। 2019 के चुनाव में इन 10 सीटों में से बीजेपी ने 8 सीटें जीती थी जबकि सपा सिर्फ दो सीटें ही जीत सकी थी। बसपा और सपा इस बार अलग-अलग चुनावी मैदान में है, लेकिन कांग्रेस और सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार रखे हैं तो इंडिया गठबंधन के तहत एक सीट पर कांग्रेस और 9 सीट पर सपा चुनाव लड़ रही है। बसपा ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन बरेली सीट के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है। इसके चलते बसपा तीसरी फेज में 9 सीटों पर चुनावी मैदान में है। इस चरण में आगरा और हाथरस सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है तो बाकी सीटें अनरिजर्वड है।
आगरा में मोदी सरकार के एक तो योगी सरकार के दो मंत्री मैदान में
तीसरे चरण में मोदी सरकार के मंत्री एसपी सिंह बघेल की अग्निपरीक्षा है। आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से एसपी सिंह बघेल लगातार दूसरी बार चुनावी मैदान में है। बघेल का मुकाबला सपा के सुरेश चंद कर्दम और बसपा की पूजा अमरोही से है। सपा प्रत्याशी सुरेश चंद कर्दम जूता कारोबारी हैं जो वर्ष 2000 में आगरा से महापौर का चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं पूजा अमरोही कांग्रेस नेता सत्या बहन की पुत्री हैं। इस तरह से तीसरे चरण में एसपी बघेल की परीक्षा होनी है। उनके साथ-साथ योगी सरकार के दो मंत्रियों की साख भी दांव पर है। योगी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय को भी इस चरण में अपना राजनीतिक कौशल साबित करना होगा. आगरा लोकसभा इलाके के तहत आने वाले आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से उपाध्याय बीजेपी विधायक हैं। विधायक और मंत्री होने के नाते लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को जिताने का जिम्मा उनके कंधों पर है। आगरा के निवासी होने के नाते योगी सरकार के नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति की साख भी आगरा सीट के चुनावी नतीजे से जुड़ी है। योगी सरकार के दोनों मंत्रियों को आगरा लोकसभा सीट से बीजेपी को जिताकर खुद को साबित करने की है।
मैनपुरी और हाथरस में भी तीखी टक्कर
मैनपुरी सीट से सपा की डिंपल यादव के खिलाफ बीजेपी से योगी सरकार के मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं। जयवीर सिंह मैनपुरी सदर सीट से बीजेपी के विधायक हैं। सपा अपने गठन के बाद से लगातार मैनपुरी सीट जीतती आ रही है। 1996 से लेकर अभी तक सपा मैनपुरी में नहीं हारी है। इस बार बीजेपी ने जयवीर सिंह को उतारा है, जो योगी सरकार के कद्दावर मंत्री माने जाते हैं और ठाकुर समुदाय से आते हैं। लेकिन डिंपल यादव के सामने उनकी दाल गलना आसान नहीं है। वहीं हाथरस लोकसभा सीट पर बीजेपी से चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे अनूप वाल्मीकि योगी सरकार में मंत्री हैं। जो कि अलीगढ़ के खैर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। बीजेपी ने इस बार उन्हें हाथरस सीट अपने मौजूदा सांसद का टिकट काटकर दिया है। हाथरस में अनूप वाल्मीकि का मुकाबला सपा के जसवीर वाल्मीकि और बसपा के हेमबाबू धनगर से है। ग्राम प्रधान से विधायक और फिर राज्य मंत्री तक का सफर तय करने वाले अनूप वाल्मीकि के लिए हाथरस सीट को बचाए रखने की चुनौती है। बीजेपी के लिए यह सीट काफी मजबूत मानी जाता रही है। ऐसे में अनूप वाल्मीकि को विधायकी के बाद संसदीय सीट जीतने की चुनौती है।
फतेहपुर सीकरी के साथ-साथ आगरा सीट भी बनी चुनौती
फतेहपुर सीकरी सीट पर बीजेपी के राज कुमार चाहर का मुकाबला कांग्रेस के रामनाथ सिकरवार और बसपा के राम निवास शर्मा के बीच माना जा रहा है। योगी सरकार में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। बेबी रानी फतेहपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले आगरा ग्रामीण क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं। महिला कल्याण मंत्री होने के नाते भाजपा की उनसे यह अपेक्षा होगी कि वह आधी आबादी के बीच पार्टी के जनाधार को मजबूती देंगी। इसके अलावा बीजेपी की जाटव चेहरा मानी जाती है, जिसके चलते दलितों के बड़े वोटबैंक जाटव समाज को भी साधने की है। फतेहपुर सीकरी के साथ-साथ आगरा सीट पर दलित वोटों को बीजेपी के पक्ष में लामबंद करने की चुनौती है।
आंवला सीट पर होगा त्रिकोणीय मुकाबला
आंवला लोकसभा सीट पर बीजेपी के दो बार से सांसद धर्मेंद्र कश्यप की साख दांव पर है। बीजेपी ने एक बार फिर से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। जिनका मुकाबला बसपा के आबिद अली और सपा ने नीरज मौर्य के बीच है। इस त्रिकोणीय मुकाबले में योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह की प्रतिष्ठा भी जुड़ी है। राज्य सरकार में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह आंवला विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक हैं। जो कि आंवला लोकसभा सीट का हिस्सा है। क्षेत्रीय विधायक और मंत्री के रूप में लोकसभा चुनाव में वह आंवला सीट पर बीजेपी की जीत दिलाने के लिए मशक्कत करनी होगी.
संभल सीट पर बीजेपी को जीत मिलना काफी अहम
बात करें संभल लोकसभा सीट की तो 2019 में सपा के शफीकुर्रहमान बर्क ने जीत दर्ज की थी, लेकिन उनके निधन के बाद सपा ने उनके पोते जियाउर्रहमान को प्रत्याशी बनाया है। सपा से जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बीजेपी से परमेश्वर लाल सैनी और बसपा से शौलत अली चुनाव मैदान में हैं। बीजेपी यह सीट 2014 में जीती थी, लेकिन पिछले चुनाव में हार गई है। संभल सीट पर योगी सरकार की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। गुलाब देवी इस लोकसभा सीट के चंदौसी विधानसभा क्षेत्र की विधायक हैं। इस तरह संभल सीट पर बीजेपी को जीत दिलाने का टॉस्क है।
अरुण सक्सेना पर बीजेपी के छत्रपाल गंगवार को जिताने का जिम्मा
बरेली लोकसभा सीट पर सपा के प्रवीण कुमार ऐरन और बीजेपी के छत्रपाल सिंह गंगवार के बीच सीधा मुकाबला है। बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार का पर्चा निरस्त हो गया है। बीजेपी ने अपने दिग्गज नेता संतोष गंगवार का टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को उतारा है। जो 2022 के विधानसभा चुनाव में बहेड़ी सीट से चुनाव हार गए थे। बरेली विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक और राज्य सरकार में वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना के लिए भी तीसरा चरण कम प्रतिष्ठापरक नहीं है। सक्सेना को अपनी राजनीतिक कौशल को साबित करने के लिए बीजेपी के छत्रपाल गंगवार को जिताने का जिम्मा है।
कल्याण सिंह के बेटे-पोते की प्रतिष्ठा भी दांव पर
एटा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह पर एक बार फिर भरोसा जताया है। राजवीर के खिलाफ सपा ने देवेश शाक्य और बसपा ने मोहम्मद इरफान पर दांव खेला है। कल्याण सिंह के बेटे और पोते दोनों की परीक्षा तीसरे चरण के चुनाव में होनी है। राजवीर सिंह के बेटे संदीप सिंह यूपी की योगी सरकार में मंत्री है। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह तीसरे चरण में एटा लोकसभा सीट पर जीत की तिकड़ी लगाने के इरादे से चुनाव मैदान में हैं और उनके पुत्र बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह इस लोकसभा सीट के पड़ोस के अतरौली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। इस तरह पुत्र होने के नाते संदीप सिंह की प्रतिष्ठा भी पिता के चुनाव से जुड़ी है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022