Mathura: कान्हा की नगरी मथुरा में पुलिस को एक कार की डिग्गी से इतने रुपये मिले के गिनते-गिनते पुलिसकर्मी थक गए। दरअसल, मांट थाना इलाके में यमुना एक्सप्रेस वे पर बृहस्पतिवार रात चेकिंग के दौरान पुलिस ने ने कार को तलाशी के लिए रोका। तलाशी में कार में करोड़ों रुपये की नकदी मिली। कार में मिली रकम करीब दो करोड़ रुपये बताई गई है।
बैग में रुपये भरकर गोरखपुर ले जा रहा था प्रॉपर्टी डीलर
यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल प्लाजा पर संदिग्ध वाहनों की पुलिस और आबकारी टीम चेकिंग कर रही थी। इसी समय नोएडा की ओर से आई स्विफ्ट डिजायर कार को रोका गया। कार की तलाशी ली तो उसमें रखे बैगों में नोट भरे मिले। कार सवार ने खुद को अश्विनी निवासी गोरखपुर बताया।
गुरुग्राम से लेकर आ रहा था गोरखपुर का व्यक्ति
चेकिंग टीम ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। मौके पर आयकर टीम पहुंची। आयकर, आगरा टीम ने रुपयों को गिना तो नकदी करीब दो करोड़ रुपये की निकली। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ में कार सवार ने बताया कि वो गुरुग्राम में प्रॉपर्टी डीलिंग करता है। यह पैसा उसने गुड़गांव में प्रॉपर्टी डीलिंग में कमाया है। पैसा घर रखने जा रहा था। हालांकि वह धनराशि से संबंधित साक्ष्य मौके पर प्रस्तुत नहीं कर सका। एसपी देहात त्रिगुण बिसेन ने बताया कि नकदी के साथ कर सवार को पकड़े जाने की बात सही है। मगर, मामले की जांच आयकर विभाग की टीम कर रही है।
Pryagraj : श्री कृष्ण जन्मभूमि से सटे शाही ईदगाह मस्जिद परिसर का सर्वे कोर्ट कमिश्नर के द्वारा कराए जाने के लिए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति करने के मामले में हाईकोर्ट 11 जनवरी को सुनवाई करेगा। इससे पूर्व हाईकोर्ट ने 14 दिसंबर को परिसर का सर्वे कराए जाने को मंजूरी दे दी थी। लेकिन सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति तथा अन्य नियम कायदे तय करने के लिए सोमवार सुनवाई हुई लेकिन कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया.
मस्जिद पक्ष ने सुनवाई टालने का किया अनुरोध
बता दें कि 2 बजे जब मामले की सुनवाई शुरू हुई तो वक्फ बोर्ड तथा मस्जिद पक्ष के वकीलों ने यह कहते हुए सुनवाई टालने का अनुरोध किया कि उनकी ओर से सभी मामले आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. साथ ही 14 दिसंबर को सर्वे कराए जाने के आदेश को भी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। इन दोनों याचिकाओं पर 9 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इसलिए तब तक हाईकोर्ट में इस प्रकरण पर सुनवाई न की जाए।
हिंदू पक्ष ने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने कोई स्थगन आदेश नहीं दिया
दूसरी ओर हिंदू पक्ष का कहना था कि 14 दिसंबर के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने कोई स्थगन आदेश नहीं दिया है। इस मामले पर मुस्लिम पक्ष ने 15 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली थी, मगर उनको कोई स्थगन आदेश नहीं मिला। इसलिए इस न्यायालय को प्रकरण पर आगे सुनवाई जारी रखनी चाहिए। दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने प्रकरण की सुनवाई के लिए 11 जनवरी 2024 की तिथि नियत कर दी है.
Mathura: वृंदावन के श्री ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन को आईं दो महिला श्रद्धालुओं की रविवार को मंदिर के रास्ते में मौत हो गई। एक महिला जबलपुर (मप्र) और दूसरी सीतापुर (उप्र) की रहने वाली थी। दोनों महिलाएं भीड़ के दबाव में अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं। तबियत बिगड़ने से मौत होने की पुष्टि पुलिस द्वारा की गई है। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव लेकर चले गए।
भीड़ के आगे पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त
रविवार को चार लाख से अधिक श्रद्धालु बांके बिहारी के दर्शन को पहुंचे। पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त हो गई। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय पुलिस द्वारा की गई पुष्टि के अनुसार बीना गुप्ता (70) पत्नी ओम प्रकाश गुप्ता निवासी गंज बाजार, महोली, सीतापुर, जो कि अपनी पड़ोसन शिवानी व अन्य परिजनों के साथ वृंदावन में श्रीबांके के दर्शन को आई थीं। रविवार सुबह 11.30 बजे करीब वह मंदिर में दर्शन को निकली थीं। तभी वह भीड़ के चलते अपने परिजनों बिछड़ गईं। पड़ोसन शिवानी उनके साथ थीं। हरि निकुंज चौराहा के पास चलते-चलते उनकी तबीयत बिगड़ी और अचेत हो गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस उन्हें सौ शैय्या अस्पताल में लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
Mathura: कोहरे के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। अब मथुरा में घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर दो बसें आपस में टकरा गईं। जैसे बसों की टक्कर हुई चीख-पुकार मच गई। हादसे में 40 यात्री घायल हुए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के कारण हाईवे पर काफी देर तक जाम लगा रहा। वहीं, सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं।
तड़के सुबह हादसा हुआ, सीएम ने दिए निर्देश
जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब 3 बजे दो बसें आगरा से नोएडा की तरफ जा रही थीं। तभी धुंध होने के कारण यमुना एक्सप्रेस-वे के माइलस्टोन 110 राया कट के पास दोनों बसें आपस में टकर गईं। इस हादसे में दोनों बसों में सवार 40 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए सूचना पर पहुंची पुलिस ने 31 घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जबकि अन्य 9 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं, सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए घायल यात्रियों के इलाज के लिए समुचित उपचार और आला अफसरों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए।
नोएडा जा रही थी दोनों बसें
मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि एक बस धौलपुर से नोएडा जा रही थी। वहीं, दूसरी बस इटावा से नोएडा जा रही थी। दोनों बसों की टक्कर के कारण 40 यात्री घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है और जाम को भी खुलवा दिया गया है।
Mathura: एक ओर जहां लोग हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद की बात कर रहे हैं। समुदाय विशेष के लोगों को भड़काकर देश में उपद्रव करना चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर हिंदू मुस्लिम एकता की मिशाल पेश करते हुए अकील सहारनपुरी मथुरा सहित पूरे बृज का भ्रमण कर रहे हैं। अकील सहारनपुरी ना सिर्फ भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा, कृष्ण क्रीड़ा स्थली वृंदावन और पालन भूमि गोकुल सहित पूरे बृज का भ्रमण करेंगे, बल्कि कृष्ण की लीलाओं का अध्यन भी करेंगे।
हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल
अकील सहारनपुरी कृष्ण लीलाओं के अध्यन के साथ समाज में एक छाप भी छोड़ने का काम करेंगे। पिछले लंबे समय से अकील सहारनपुरी हिन्दू-मुस्लिम एकता का अलख जगाते हुए जगह-जगह लोगों को दोनों धर्मों के प्रति सचेत करने का काम कर रहे हैं। हिंदू मुस्लिम भाई-चारे और सद्भावना के लिए भी लोगों को एक कर मिलाने में लगे हैं। अकील सहारनपुरी ये दावा है कि वो पिछले 25 सालों से भी अधिक समय से हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने हिंदू मुस्लिम की कई बातों को सुलझाया है।
मंदिरों में करेंगे दर्शन
अकील सहारनपुरी भगवान कृष्ण की खोज में मथुरा पहुंचे हैं। जहां वो मथुरा वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर, श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, गोकुल मंदिर, गोवर्धन पर्वत परिक्रमा राधा रानी मंदिर बरसाना सहित सभी प्रमुख मंदिरों में दर्शन भी करेंगे। इस दौरान उन्होंने दोनों धर्म के लोगों को एक साथ रहने का सलाह भी दिया। मथुरा में बीजेपी के अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम में भी अकील सहारनपुरी ने भाग लिया। उन्होंने इस दौरान दोनों धर्म के लोगों से एक-दूसरे से विवाद नहीं करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारी पद्धति अलग-अलग हो सकती है, लोगों हम दोनों धर्म और कर्म को मानने वाले लोग हैं। दोनों धर्मों में अगर सबसे बड़ी समानता है तो वो है मानवता की।
विवादों को बैठकर सुलझाने की सलाह
अकील सहारनपुरी ने कहा कि अभी दोनों धर्मों के बीच कुछ जगहों को लेकर विवाद है, जिसमें काशी और मथुरा शामिल है। उन्होंने कहा कि दोनों धर्म के गुरुओं को बैठकर इसका हल निकालना चाहिए। इस मौके पर अकील सहारनपुरी का लोगों ने माला और पटका पहनाकर स्वागत किया। साथ ही उन्हें स्मृति चिन्ह भी सम्मान के रूप में भेंट किया गया।
मथुरा: परीक्षाएं सभी के लिए कठिन होती हैं लेकिन कुछ लोग ईमानदारी से तो कुछ नकल के बलबूते इनमें पास होना चाहते हैं और अब तो ऐसी कोई परीक्षा ही नहीं बची जिसमें सॉल्वर पकड़े ना जाएं। हर परीक्षा में 2-3 सॉल्वर पकड़े जाना तो जैसे अनिवार्य सा हो गया है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा में शनिवार को उप्र पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान देखने को मिला। जहां सिपाही भर्ती परीक्षा की पहली पाली में एक केंद्र पर सॉल्वर और दूसरे केंद्र पर फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। जहां सॉल्वर अपने रिश्तेदार के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा था, अलीगढ़ का युवक सामान्य कोटे से दो बार फेल होने के बाद इस परीक्षा में अपना नाम-पता और जाति बदलकर आरक्षित कोटे का परीक्षार्थी बनकर परीक्षा देने आया था।
सामान्य की जगह एससी कोटे से किया आवेदन
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मथुरा शहर कोतवाली इलाके में स्थित प्रेम देवी बालिका इंटर कॉलेज में पहली पाली में परीक्षा देने देवेंद्र कुमार पुत्र पप्पू निवासी भूरेखां, नौहझील पहुंचा था। यहां बायोमेट्रिक मिलान के दौरान पाया गया कि युवक का नाम अंशुल शर्मा पुत्र पप्पू शर्मा निवासी चांदजोर, खैर, अलीगढ़ है। उससे पूछताछ की गई तो उसने सच कबूल करते हुए बताया कि वह दो बार कुछ-कुछ अंकों से परीक्षा में फेल हो चुका है। इस बार सामान्य जाति की जगह एससी कोटे से उसने आवेदन किया था। आधार कार्ड में अपना नाम-पता बदलकर देवेंद्र कुमार पुत्र पप्पू निवासी भूरे खां, नौहझील कर लिया था।
रेटिना जांच में पकड़ में आया सॉल्वर
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के अनुसार मगोर्रा थाना क्षेत्र में स्थित जसवंत सिंह भदौरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कोसी खुर्द, मगोर्रा केंद्र पर पंकज कुमार पुत्र नाहर सिंह निवासी सराय दाऊद, बलदेव के स्थान पर मौसम कुमार पुत्र बच्चू सिंह निवासी जरैलिया, नौहझील परीक्षा देने पहुंचा। मौसम खुद को केंद्र पर चेकिंग के दौरान पंकज बताने लगा। बायोमेट्रिक जांच में वह पास भी हो गया। मगर, रेटिना (आंखों की पुतली) की जांच में पकड़ा गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने रिश्तेदार पंकज कुमार के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था।
दोनों के खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है। केंद्र व्यवस्थापक की ओर से तहरीर मिलते ही इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा।
मार्च का महीना आ गया है और इस महीने के शुरू होते ही होली के त्योहार की धूम भी शुरू हो जाती है। वहीं ब्रज में होली का उत्सव सबसे प्रमुख उत्सवों में से एक है। यह उत्सव ब्रज के हर घर मंदिर में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। ब्रज में बसंत पंचमी के दिन से ही होली का उत्सव शुरू हो जाता है। इन 40 दिनों में जो रंग ब्रज में उड़ता है, जितने अलग-अलग प्रकार से होली खेली जाती है वैसी होली शायद कहीं और देखने को नहीं मिलती। होली के मौके पर सभी भक्त राधा कृष्ण के साथ होली खेलना पसंद करते हैं। साथ ही इस मौके पर भगवान के लिए बाजारों में कई अनोखी पोशाक भी आ रही है।
बेहद खास है इस बार कान्हा जी की पोशाक
वृंदावन के पोशाक निर्माता कृष्ण लोक के दुकान मालिक गणेश अग्रवाल ने बताया ’कि इस बार होली के लिए कई खास तरह की पोशाक बाजार में आई हैं। जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं। बाजार में कटोरी पोशाकें आई हैं, जिसमें भगवान के कपड़ों पर ही रंग बिरंगी कलंगियों के साथ रंगों की कटोरी लगी हुई है। इन कटोरियों को गुलाल के ग्लिटर से सजाया जाता है। यह गुलाल वाला गिल्टर भी बेहद खास है। इसे अलग तरह से पिसवा कर उसमे रंग मिला कर कटोरियों पर लगाया जाता है। साथ ही कई तरह की पिचकारियां, मटकी और कई अलग तरह की चीजें भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुई हैं।
होली का त्योहार की हर ओर धूम मची है। आप सबको तो पता ही होगा कि ब्रज की होली दुनियाभर में मशहूर है। देश-विदेश से लोग मथुरा की होली आनंद लेने यहां आते हैं। ब्रज में बरसाने और नंदगांव की लट्ठमार होली सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। लोग दूर-दूर से इस त्योहार को मनाने यहां आते हैं।
फागुन शुरू होते है छाने लगती है खुमारी
कान्हा की नगरी मथुरा-वृंदावन और पूरे ब्रजधाम में फागुन का महीने शुरू होते ही होली की खुमारी छाने लगती है। वृंदावन की कुंज गलियों में अबीर और गुलाल की बौछार होने लगती है। प्रेम रंग में सराबोर मथुरावासी सिर्फ रंग गुलाल ही नहीं लड्डू, फूल और माखन से भी होली खेलते हैं। दुनियाभर से बड़ी संख्या में लोग ब्रज की होली देखने मथुरा पहुंचते हैं। बरसाने की लट्ठमार होली को देखने का अपना अलग ही मजा है।
लट्ठमार होली क्यों खेली जाती है?
मान्यता है कि भगवान कृष्ण अपने सखाओं के साथ राधा रानी के गांव यानि बरसाने में होली खेलने आया करते थे। नंदगांव के ग्लावे और बरसाने की ग्वालिन होली खेलती थीं। तभी से यहां होली खेलने की ये परंपरा चली आ रही है। गोप जब गोपिकाओं को प्रेम में छेड़ते थे, तो गोपिकाएं उन्हें लट्ठमारते हुए भगाया करती थीं। इसी मान्यता को जीवंत रखने के लिए यहां हर साल लट्ठमार होली खेली जाती है।
ब्रज में पूरे 40 दिन तक होली का त्योहार मनाया जाता
18 मार्च को बरसाना के राधा रानी मंदिर में लट्ठमार होली का आयोजन किया जाएगा। 19 मार्च को नंदगांव में लट्ठमार होली का आयोजन होगा। 20 मार्च को कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में होली का आयोजन किया जाएगा। 21 मार्च को गोकुल में छड़ी मार होली खेली जाएगी। आपको बता दें कि पहले बरसाने में लट्ठमार होली खेली जाती है उसके बाद नंदगांव में होली खेली जाती है और सबसे आखिर में रंगभरी एकादशी के दिन वृंदावन में फूलवारी होली खेली जाती है। हालांकि ब्रज में पूरे 40 दिन तक होली का त्योहार मनाया जाता है। अलग-अलग मंदिरों में भक्त नंदलाला के साथ होली खेलते हैं।
Mathura: मथुरा के बरसाना के लाडली जी मंदिर में रविवार दोपहर भगदड़ मचने से एक दर्जन श्रद्धालु बेहोश हो गए। आनन-फानन में सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक रविवार को लड्डू होली थी। इससे पूर्व दोपहर करीब सवा 1 बजे लाड़ली जी मंदिर में राजभोग के दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा थी। इसी दौरान भगदड़ मचने से करीब एक दर्जन श्रद्धालु बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ को मौके पर ही उपचार दिया गया। भीड़ पर नियंत्रण के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
धक्का-मुक्की के बीच श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
बांके बिहारी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। यहां विद्यापीठ चौराहे से लेकर मंदिर तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। वीकेंड होने के कारण भीड़ नियंत्रण के लिए होने वाली व्यवस्थाएं फेल दिखीं। दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने धक्का-मुक्की के बीच किसी तरह आराध्य के दर्शन किए। भीड़ के दबाव में आकर बच्चे और महिलाएं चीख पड़े।
भीड़ के आगे बेबस दिखे पुलिसकर्मी
पंचकोसीय परिक्रमा करने के लिए दिल्ली एनसीआर समेत देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे। इसकी वजह से विद्यापीठ चौराहे से लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगीं रहीं। दाऊजी तिराहा से मंदिर के द्वार तक दर्शनार्थी मंदिर तक पहुंचने का इंतजार करते दिखे। भीड़ को नियंत्रित करने में जगह-जगह लगे पुलिसकर्मी बेबस नजर आए। मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जयकारों के बीच अंदर प्रवेश किया।
Mathura: वृंदावन में शुक्रवार सुबह से ही बांकेबिहारी मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं की पांच सौ मीटर लंबी कतार लग गई। बांकेबिहारी मार्ग पर जबर्दस्त भीड़ के दबाव के बीच मिनटों का रास्ता घटों में तय किया। धक्के खाते हुए श्रद्धालुओं ने जन-जन के आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन किए।
कपाट खुलने से डेढ़ घंटे पहले से ही मंदिर की गलियां खचाखच भरीं
गुड फ्राइडे की छ़ुट्टी होने के साथ ही अगले दिन शनिवार और रविवार का भी अवकाश होने पर बांकेबिहारी मदिर में सुबह से ही आस्था का सैलाब उमड़ा पड़ा। पट खुलने से करीब डेढ़ घंटे पहले से ही मंदिर की गलियां, बांकेबिहारी बाजार श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गया। बांकेबिहारी बाजार से लेकर मंदिर के द्वार तक पांव रखने की जगह नहीं रही। अपने निर्धारित समय से 15 मिनट पहले साढ़े सात बजे जैसे ही बांकेबिहारी के मंदिर के पट खुले, वैसे ही श्रद्धालुओं का रेला ने मंदिर में प्रवेश किया।
गर्मी के कारण रोते रहे बच्चे
गर्मी के कारण बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, दर्शन करने आए दिल्ली निवासी वीपी शर्मा (65) भीड़ के दबाव में बांकेबिहारी पुलिस चौकी के पास बेहोश हो गए। पुलिस ने डॉक्टर बुलाकर प्राथमिक उपचार कराया, हालत सुधरने पर परिजन अपने साथ ले गए।
एक दिन में 4 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
बांकेबिहारी मंदिर के उप प्रबंधक उमेश सारस्वत ने बताया कि शुक्रवार को चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बांकेबिहारी के दर्शन किए। शनिवार और रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए आने की संभावना है। लगातार तीन दिनों का अवकाश होने के कारण श्रद्धालु ज्यादा संख्या में आए। शनिवार और रविवार को इससे भी अधिक श्रद्धालु आ सकते हैं।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022