Noida: गौतमबुद्धनगर जिले में पुलिस ने थाना सेक्टर-20 और फेस-1 के सयुंक्त ऑपरेशन में बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वाहन चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय दद्दू गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंड शाकिब उर्फ दद्दू सहित 8 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए शातिरों के नाम मोहम्मद इमरान, मोहम्मद मोनू उर्फ जमशेद, मोहम्मद फरनाम, राशिद उर्फ काला, मोहम्मद शाहिवजादा, साकिब उर्फ गद्दू, रोहित मित्तल और रंजीत सिंह हैं। पुलिस टीन ने इन सभी को सपबैल तिराहा सेक्टर-18 से गिरफ्तार किया है।
चोरों के कब्जे से 10 लग्जरी कार और असलहा बरामद
पुलिस ने शातिरों के कब्जे से चोरी की गई 20 लग्जरी कार बरामद की हैं। साथ ही 1 पिस्टल, 5 जिंदा कारतूस 32 बोर, 3 तमंचे और 3 जिंदा कारतूस 315 बोर बरामद किए हैं। इसके अलावा चोरों के पास से गाड़ियों को चोरी करने वाले तमाम उपकरण बरामद किए हैं।
प्रोग्रामिंग एक्सपर्ट हैं चोर
पकड़े गए सतिर हाईटेक्निक प्रोग्रामिंग तकनीक की सहायता से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। गैंग का सदस्य मो. फरमान और राशिद काला कारों की चाबी की प्रोग्रामिंग का एक्सपर्ट है। ये लोग ड्राईवर साईड का शीशा तोड़ देते थे। इसके बाद कनेक्टिंग केबल के माध्यम से कार की एक “REMOTE KEY” तैयार करके कार को स्टार्ट कर लेते थे। घटना को अंजाम देने के दौरान गैंग के अन्य सदस्य आसपास के इलाकों में नजर रखते थे। किसी प्रकार का खतरा महसूस होने पर बैंक के सदस्य साथियों को अलर्ट कर देते थे।
फर्जी दस्तावेज बनाकर कई राज्यों में बेंचते गाड़ियां
शातिर गैंग के सदस्य चोरी की गई गाड़ियो के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें दिल्ली, पंजाब, जयपुर, हैदराबाद जैसे स्थानों पर बेंचते थे। दूसरे राज्यों में गाड़ियों को भेजने के लिए गैंग के लोग अपने अन्य साथियों की मदद लेते थे।
नोएडा पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। लग्जरी कार चोरी करने वाले शातिर किस्म के अपराधियों को, जिसपर तमाम मुकदमें दर्ज थे। पुलिस ने मॉनिटर कर गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गैंग के कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और साथ ही 17 लग्जरी कारें भी बरामद की हैं। चोरी की ये कारें दिल्ली, उप्र, मध्यप्रदेश से चोरी की गई।
शातिर अपराधी सिर्फ 5 मिनट में चुरा लेते थे लग्जरी गाड़ियां
पकड़े गए अपराधी चोरी की गाड़ियों को देश के अलग-अलग राज्यों में बेचते थे। जिसकी वो मन माफ़िक कीमते वसूल करते थे। इनके कनेक्शन पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान में थे। अलग-अलग राज्यों के बार्डर पार कराने के लिए ये अपराधी फर्जी कागज भी बनाते थे। साथ ही किसी को शक न हो इसलिए खुद को मैकेनिक बताते थे। पुलिस ने बताया कि ये सालों से चोरी कर रहे थे, इसलिए महज 5 मिनट में ही गाड़ियां चुरा सकते थे।
पुलिस ने बरामद की 17 लग्जरी गाड़ियां
डीसीपी राम बदन सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें सीआरटी व थाना सेक्टर-24 पुलिस से जानकारी मिली थी। जिसके बाद थाना सेक्टर-54 के पास चेकिंग को बढ़ाया गया। इसी दौरान पुलिस ने अब्बास उर्फ इकराम, कप्तान उर्फ भूरा, आरिफ उर्फ डोरामोन, आसिफ उर्फ पाटू, अब्दुल रज्जाक को गिरफ्तार किया। साथ ही इनके कब्जे से 17 कार अलग-अलग कंपनी लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की। अभियुक्तों के पास से हाई फ्रीक्वेंसी डिवाइस कोड, गाडी लाक (इग्नेशन स्विच), 7 रिमोट चाबी, 26 साधारण चाबियां, 21 पैकेट विभिन्न गाडियों के सेंसर चिप सामान बरामद हुआ।
जीपीएस को हैक कर करते थे गुमराह
पुलिस ने बताया कि इन शातिर चोरों को गाडियों के लॉक तोड़ने व डूप्लीकेट चाबी बनाने की जानकारी है। चाबी बनाकर ये गाड़ी चोरी करते और कार लेकर फरार हो जाते। साथ ही ये काफी शातिर भी है, ये चोरी की गाड़ियों के जीपीएस ट्रैक को निकाल लेते थे या फिर हैक कर लेते थे, जिससे लोकेशन का पता नहीं चल पाता था।
फर्जी नंबर लगाकर करते थे गाड़ियों को पार्क
पुलिस ने बताया कि ये चोरी की गाड़ियों की नेम प्लेट बदलकर उन्हें पार्किंग में लगाते थे। राज्यों के बॉर्डन और चेकिंग को भी आसानी से चकमा दे देते थे। गाड़ियों के फर्जी डॉक्यूमेंट से लेकर हर छोटी-बड़ी चीज की इन्हें जानकारी है, जिससे बेहद आसानी से गाड़ी चोरी कर लेते थे।
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