GREATER NOIDA: HIV एक लाइलाज बीमारी है, ये हम सबको पता है। ऐसे में जब ये बात किसी को पता चले कि वो इस बीमारी से संक्रमित है, तो सोचो उसके जीवन में क्या गुजरेगा। वो एक दिन नहीं बल्कि रोज तिल तिल मरता है। पीड़ित के साथ पूरा परिवार भी मानसिक प्रताड़ना झेलता है। कुछ इसी तरह एक घटना ग्रेटर नोएडा से भी सामने आई। जहां ये पता चलने पर कि वो HIV संक्रमित है, मानो उसके जीवन में मुसीबत का पहाड़ ही टूट पड़ा हो। इस युवक की रिपोर्ट एक नहीं दो दो बार पॉजिटिव आई। जिसके बाद पूरा परिवार टूट गया। खुद युवक ने भी अपनी जीवन लीला समाप्त करने की सोच ली।
क्या है पूरा मामला?
27 अप्रैल को शारदा अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदार को खून देने मुस्तकीन पहुंचा, जहां ब्लड सैंपल देने के बाद उसे पता चला कि उसके ख़ून में कुछ दिक्कत है और उसे अपने ब्लड की जांच करवा लेनी चाहिए। शारदा अस्पताल के डॉक्टर्स के कहने पर मुस्तकीन ने अपने खून की जांच करवाई। जहां उसकी रिपोर्ट HIV पॉजिटिव आई। ये सुनते ही मुस्तकीन के होश फाख़्ते हो गये। उसने ये जानकारी अपने परिजनों को दी। उसके बाद पूरे परिवार में मातम पसर गया।
सुसाइड करने का बनाया प्लान
पीड़ित ने बताया कि 4 मई को उसने अस्पताल को सैंपल दिया था और 6 मई को उसे बताया गया कि वो HIV पॉजिटिव है। जिसके बाद परेशान होकर घर पहुंचे मुस्तकीन ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का मन बन लिया।
दोबारा जांच में ख़ुलासा
हालांकि इस दौरान मुस्तकीन के रिश्तेदारों ने फिर से HIV जांच करवाने की सलाह दी, अधूरे मन से ही सही 7 मई को मुस्तकीन ने दोबारा जांच करवाई, जिसकी रिपोर्ट उसे 15 मई को मिली। जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि उसकी रिपोर्ट HIV निगेटिव है। अब पीड़ित मुस्तकीन का कहना है कि शारदा अस्पताल की लापरवाही के चलते उसे असहनीय पीड़ा हुई। अब पीड़ित मुस्तकीन शारदा अस्पताल पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं।
Greater Noida: पिछले दिनों हुए मोटोजीपी रेस ने देश और पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था. इसी तरह सोमवार को बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में गलगोटिया यूनिवर्सिटी के साथ साथ जे.के. टायर और आईएसआईई इंडिया ने संयुक्त रूप से कार रेसिंग का आयोजन कराया. जिसमें लगभग 16 राज्यों के मेधावी छात्रों ने हिस्सा लिया। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और गलगोटिया ग्रुप के सीईओ ध्रुव गलगोटिया ने झंडी दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रतिभा को पहचानने की जरूरतः जेवर विधायक
इस मौके पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि "हर बच्चे में कोई ना कोई प्रतिभा छिपी होती है, जरूरत है, उन्हें पहचानने और निखारने की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत में विश्वास करता हुआ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। गलगोटिया ग्रुप के सीईओ ध्रुव गलगोटिया ने भी सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर गलगोटिया यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के. मल्लिकार्जुन बाबू, प्रोवाइस चांसलर अवधेश कुमार व रजिस्टर नितिन गौड़ के साथ जे.के. टायर और आईएसआईई के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने छपरौला में अधिसूचित एरिया पर अवैध कब्जे को सोमवार को ध्वस्त कर दिया। बुलडोजर की मदद से करीब 25000 वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त किया गया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर परियोजना विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने छपरौला गांव में अतिक्रमण को हटवाया। एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने बताया कि अधिसूचित एरिया में बाउंड्री बनाकर अवैध कॉलोनी काटी जा रही थी। इसकी सूचना मिलने पर परियोजना विभाग की टीम प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मियों, स्थानीय पुलिस व पीएसी के साथ मौके पर पहुंच गई।
लगभग 25000 पर मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कर लिया गया है। उन्होंने कालोनाइजरों को चेतावनी दी है कि दोबारा से अतिक्रमण करने की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Noida: योगी सरकार लगातार शहीदों और महापुरुषों से जुड़ी स्मृतियों को सहोजने का काम कर रही है। इसी कड़ी में नोएडा में बलिदानियों के याद में वॉर मेमोरियल बनाएगी। नलगडा गांव में 74 गुमनाम बलिदानियों के लिए बनेगा वॉर मेमोरियल बनेगा। जिसके लिए 22 एकड़ जमीन को चिन्हित किया गया है।
इसी गांव में भगत सिंह बनाई थी असेंबली में बम फेंकने की योजना
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया था। जिस पर अब काम हुआ शुरू हो गया है। नलगडा गांव को शहीद भगत सिंह गांव भी कहा जाता है। जानकारी के मुताबिक शहीद भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंकने की योजना अपने साथियों के साथ मिलकर नलगडा गांव में बनाई थी। नलगडा गांव में रहकर ही बम तैयार किए गए थे। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश अपने भारत के अन्य वार मेमोरियलों से अलग बेहतरीन और शानदार वॉर मेमोरियल बनाने के आदेश दिए हैं। यह भारत का बेहतरीन वार मेमोरियल होगा।
शराब घोटाले के मामले में ईडी और अरविंद केजरीवाल का विवाद अब कोर्ट पहुंच चुका है। ईडी का समन ठुकराने पर कोर्ट ने केजरीवाल के खिलाफ सख्ती दिखाई है।
New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दो मुकदमे चल रहे हैं, जिनमें से एक बीजेपी के आईटी सेल ने किया है. दरअसल दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर सोशल मीडिया के एक यूट्यूबर ध्रुव राठी के एक वीडियो को X (पूर्व में ट्वीटर) रि-पोस्ट करने का आरोप है. वीडियो में दिखाई गई गलत जानकारी को मुद्दा बनाकर बीजेपी आईटी सेल ने दिल्ली के सीएम के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस कर दिया था. अरविंद केजरीवाल पर हो रही दूसरी सुनवाई दिल्ली के आबकारी नीति में की गई अनियमितताओं की है. जिसमें ईडी ने अब तक 5 समन जारी किए हैं, कोर्ट के सामने पेश नहीं होने पर जज ने केजरीवाल पर फटकार लगाते हुए उन्हें 17 फरवरी को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा।
मानहानि केस में राहत
आईटी सेल के द्वारा किये गये मानहानि केस में केजरीवाल को कोर्ट ने राहत दी है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीएम को राहत देते हुए व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने से छूट दी है तो वहीं पर मानहानी की याचिका को खारिज करने से इंकार करते हुए 29 फरवरी को कोर्ट में पेश होने का ऑर्डर दिया है. सीएम के वकील ने दिल्ली विधानसभा सत्र का हवाला देते हुए रियायत की गुजारिश की थी। जिस पर कोर्ट का कहना है कि मुख्यमंत्री को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्मस पर लोखों लोग फॉलो करते हैं, ऐसे में सीएम को भी ध्यान देना चाहिए कि कैसे वीडियोज को री-पोस्ट किया जा रहा है. उनके परिणाम क्या होंगे और उनकी प्रामाणिकता क्या है।
शराब घोटाले मामले में समन जारी
कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की नोटिस ठुकराने पर कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को दो टूक में कोर्ट में पेश होने को कहा। कोर्ट ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल 17 फरवरी तक कोर्ट में पेशकर अपना पक्ष रखें। अतिरिक्त मुख्य दंडाधिकारी एमएम दिव्या मल्होत्रा ने दलीलें पूरी होने के बाद ये समन जारी किया।
इतनी बार ईडी के समन को ठुकरा चुके हैं केजरीवाल
केजरीवाल के खिलाफ कथित शराब घोटाले के मामले को लेकर ईडी ने अब तक 5 बार समन जारी किया है। जिसे सीएम अरविंद केजरीवाल ने ठुकरा दिया। पहली बार केजरीवाल को ईडी ने 3 नवंबर को समन जारी किया। उसके बाद क्रमशा: 22 दिसंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी और फरवरी में समन जारी किया। हाल ही में दिए गए समन को सीएम केजरीवाल ने ठुका दिया था और ईडी के सामने पेश होने से इंकार करते हुए कहा था कि ईडी की कार्रवाई गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित है. ईडी शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल के बयान को रिकॉर्ड करना चाहती है. सीएम के बार-बार समन मिलने के बावजूद पेश ना होने पर बीजेपी के नेता दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान देते हुए कहा है कि ईडी का काम किसी भी प्रकार की अनियमितता की जांच करने का है, जांच का विषय कुछ भी हो सकता है. अगर उन्हे जांच में कुछ गड़बड़ नजर आता है तो सीएम केजरीवाल को ईडी की जांच में सहयोग करके अपना पक्ष साफ करना चाहिए।
गौतमबुद्ध नगर में हज यात्रा को लेकर अब प्रशासन मुस्तैद है। जिसको लेकर 2 मई 2024 को जिला अस्पताल सेक्टर 39 नोएडा में हज यात्रियों का टीकाकरण किया जाएगा। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि टीकाकरण अभियान डॉक्टर उबेद कुरैशी द्वारा संचालित किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान के दौरान जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व हज ट्रेनर फुरकार अली भी जिला अस्पताल में मौजूद रहेंगे।
हज यात्रियों को टीकाकरण कराना अनिवार्य
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी गौतमबुद्ध नगर युक्ति पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि हज यात्रा पर जाने से पूर्व हज यात्रियों को टीकाकरण कराना अनिवार्य है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय के माध्यम से जनपद गौतम बुद्ध नगर में हज यात्रियों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 157 हज यात्रियों में से 100 का टीकाकरण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। शेष 57 हज यात्रियों का टीकाकरण सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 तक 02 मई 2024 को सेक्टर 39 नोएडा स्थित जिला अस्पताल में किया जाएगा।
Sitapur: सीतापुर के SP चकेश मिश्रा ने बड़ी कार्रवाई की है. एसपी ने कमलापुर थाने की सभी पुलिसकर्मियों लाइन हाजिर करने के साथ दारोगा सस्पेंड कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, देर रात एसपी चक्रेश मिश्रा कमलापुर थाने गए थे। क्राइम ब्रांच ने नशीले पदार्थ की बड़ी खेप को पकड़ा था. लेकिन SHO भानु प्रताप सिंह ने इस मामले में थाने में FIR दर्ज नहीं की थी. जिसके बाद एसपी ने ये कार्रवाई की है।
क्राइम ब्रांच के मादक पदार्थ पकड़ने से नाराज थे दारोगा
बताया जा रहा है कि मादक पदार्थ की खेप पकड़े जाने से SHO कमलापुर भानु प्रताप सिंह क्राइम ब्रांच पर नाराज़ भी हुए थे. उनका कहना था बिना मेरी जानकारी के ऐसा कदम क्यों उठाया गया. मुझे इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी गयी. जिसके बाद सीतापुर एसपी चक्रेश मिश्रा ने कमलापुर थाने पर बड़ा एक्शन लेते हुए SHO भानु प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया और दरोगा रमेश जायसवाल को लाइन हाजिर कर दिया।
ये हुए लाइन हाजिर
एसपीने हेड कांस्टेबल राकेश चंद्र, मनोज कुमार सिंह, समर बहादुर, विजय चंद्र को भी लाइन हाजिर कर दिया। कांस्टेबल- विनोद कुमार सरोज, अनिल कुमार यादव, सतीश कुमार, भुवाल चंद्र जय कुमार, गौरव कुमार, कमल सिंह, अजय कुमार, दिनेश कुमार, प्रिंस भारती, अनुज कुमार, विजय पाल दिनेश कुमार, अभिषेक कुमार, अमित सिंह, इरशाद अहमद, आकाश कटियार को भी लाइन हाज़िर किया गया है।
आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए किसी तारीख की मांग नहीं की। इसलिए दिल्ली के उपराज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर प्रस्तावित की। आतिशी ने कहा कि वह अपने कैबिनेट मंत्रियों के नाम बाद में बताएंगी। यानी कैबिनेट पर अभी फैसला नहीं हुआ है और यह संभावना है कि वह अकेले ही शपथ लेंगे।
DELHI NEWS: दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा मंजूरी के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेज दिया। उन्होंने राष्ट्रपति को 21 सितंबर को नये मुख्यमंत्री आतिश के शपथ ग्रहण का प्रस्ताव भी भेजा। इधर, मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अरविंद केजरीवाल अपना सरकारी आवास छोड़ेंगे। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि हमने सुरक्षा कारणों को लेकर सरकारी आवास ना छोड़ने को कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। एक दिन पहले 17 सितंबर को आप विधायक दल की बैठक में आतिशी को मुख्यमंत्री चुना गया था। जिसके बाद शाम को केजरीवाल ने एलजी विनय सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
आतिशा किस दिन लेगी शपथ?
सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी (आप) विधायक दल ने खुद नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख प्रस्तावित नहीं की है। ऐसे में उपराज्यपाल ने राष्ट्रपति मुर्मू को पत्र भेजकर आतिशी के शपथ ग्रहण के लिए 21 सितंबर की तारीख का प्रस्ताव दिया है। अगर राष्ट्रपति इस प्रस्ताव पर सहमत होते हैं तो आतिशी शनिवार को शपथ लेंगी।
ये नाम दौड़ में शामिल हैं…
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री मौजूदा कैबिनेट में बदलाव के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मौजूदा मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. वहीं अन्य दो सीटों के लिए कई विधायक दौड़ में हैं। दोनों सीटों की में एक सामान्य सीट है
इस सामान्य सीट पर सोमनाथ भारती, दुर्गेश पाठक, संजीव झा, दिलीप पांडे और महेंद्र गोयल मंत्री बनने की दौड़ में हैं।
26-27 सितंबर को विधानसभा सत्र, आतिशी बोलीं- केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना है मकसद…
इसी दिन सुबह आप विधानसभा दल की बैठक में केजरीवाल ने आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा। जिसपर विधायक सहमत हो गये। मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद आतिशी ने कहा कि अगले चुनाव तक मेरे पास सिर्फ दो काम हैं। पहला- दिल्ली की जनता को बीजेपी की साजिशों से बचाना। दूसरा- केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री बनाएं।
इस्तीफे के बाद क्या करेंगे केजरीवाल?
केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से भले ही हट गए हो, लेकिन वह आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय नेता बने रहेंगे। इस्तीफे के बाद उनका पूरा फोकस हरियाणा विधानसभा चुनाव पर होगा। वे पार्टी उम्मीदवारों के लिए फुल टाइम प्रचार कर सकेगे । बता दे कि कांग्रेस के साथ गठबंधन तय नहीं होने के बाद आप सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। केजरीवाल खुद हरियाणा के सिरसा जिले के सिवानी गांव के रहने वाले हैं। इसके बाद उनका फोकस झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर रहेगा होगा। झारखंड में झामुमो के साथ चुनाव लड़ सकती है आप।
उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर में गोलगप्पे के ठेले से विवाद शुरु हुआ, जोकि इतना बढ़ गया कि गोलियां तक चल गईं। जिसमें 6 लोग घायल हो गए। दो पक्षों के बीच कहासुनी से शुरु हुई बातचीत छत पर से गोली चलाने तक जा पहुंचीं, पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गोलगप्पे की तरह फूले लोग, चली गोलियां
रनियां थाना क्षेत्र के राजेंद्र चौराहे पर बुधवार की शाम को एक ठेले के पास गोलगप्पे खाने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। जानकारी के मुताबिक, विवाद होने के कुछ देर बाद एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दुकान पर हमला कर दिया जिसमें जमकर पथराव हुआ और लाठी-डंडे भी चले। इसी दौरान छत पर चढ़े मकान मालिक ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग भी शुरू कर दी। इस विवाद में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए है, हालांकि कोई गंभीर रूप से घायल नहीं है। मामले की जानकारी जैसे ही पुलिस तक पहुंची, पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
क्या हुआ विवाद?
बताया जा रहा है कि विवाद की शुरुआत में, फत्तेपुर रोशनाई गांव के रहने वाले सत्यम सिंह राजेंद्र चौराहे पर पानी की बोतल लेने के लिए कार से उतरा, तो वहां पहले से मौजूद गंगा सिंह नाम का युवक ठेले के पास गोलगप्पे खा रहा था। दोनों में किसी बात को लेकर पहले कहासुनी शुरु हुई थी, फिर मारपीट होने लगी। इसके बाद नीलम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने आर्यनगर निवासी दीपू, हरिशंकर, लाला टांडिया, लालू, हरिकिशन, सुनील, कल्लू, गंगा सिंह, लल्लन, और 10 अज्ञात के खिलाफ रनिया थाने में मारपीट और जान से मारने की धमकी का केस दर्ज किया है।
गलत रिपोर्ट का हवाला देकर हुई मारपीट
केस दर्ज कराए जाने के बाद गुरुवार को दूसरे पक्ष की दुकान पर सैकड़ों की संख्या आए लोगों ने हमला कर दिया। उनका कहना था कि उनके खिलाफ गलत रिपोर्ट लिखाई गई है। इस दौरान दुकान के आसपास जो भी मिला उसे पीटा गया। इसके बाद छत पर दुकान मालिक रवि गुप्ता ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग करता हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जिसके बाद लोग सोशल मीडिया पर रिएक्शन भी दे रहे हैं कि कानपुर खुद में गजब शहर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना में एक पक्ष की तहरीर पर 9 नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।
दुनिया में मां और बच्चे के रिश्ते को सबसे अनमोल कहा जाता है। 9 महीनों की पीड़ा के बाद मां बच्चें को दुनिया में लेकर आती है। तभी को मां को प्रथम गुरु कहा जाता है। लेकिन नोएडा के सेक्टर-39 से एक दिल दहला देने वाला मामला संज्ञान में आया है। जहां एक कलयुगी मां ने ममता को शर्मसार कर दिया है। नवजात को मकान की छत पर संदिग्ध अवस्था में छोड़कर चली गई, जिससे नवजात की मौत हो गई।
कलयुगी मां का दिल दहला देने वाला कारनामा
नोएडा सेक्टर-39 थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेक्टर-45 की एक घटना को जिसने भी सुना, वो सन्न रह गया। एक कलयुगी मां ने अपने बच्चे को एक मकान की छत पर संदिग्ध अवस्था में छोड़ दिया। इस घटना से न सिर्फ इंसानियत बल्कि ममता भी शर्मसार हो गई है।
मकान की छत पर संदिग्ध अवस्था में मिला नवजात शिशु
इस करतूत के बाद मां बच्चे को छोड़कर भाग निकली। जब मकान की छत पर बच्चे को देखा गया, तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई। घटना को सुन मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस को नवजात शिशु मकान की छत पर संदिग्ध अवस्था में मिला था।
ममता पर लोक-लाज का डर पड़ा भारी
बताया जा रहा है कि कलयुगी मां ने प्रसव के बाद लोक-लाज के डर की वजह से नवजात शिशु को छत पर छोड़ दिया और खुद मौके से फरार हो गई। पुलिस नवजात शिशु के बारे में आसपास के क्षेत्र में जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022