लोकसभा सत्र के दूसरे दिन सांसदों के शपथ लेने कार्यक्रम जारी रहा। वहीं, लोकसभा स्पीकर पद के लिए एनडीए और विपक्षी गठबंधन के बीच सहमति नहीं बन पाई है। इसलिए अब स्पीकर पद को लेकर इतिहास में पहली बार चुनाव होगा। एनडीए ने फिर से ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कर्नाटक से कांग्रेस सांसद के शुरेश को विपक्षी गठबंधन की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बनाया गया है। दोनों ने नामांकन दाखिल आज कर दिया है। अब लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव 26 जून यानि कल होगा।
कौन हैं के सुरेश, जिन्हें विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर उम्मीदवार बनाया
गौरतलब है कि कोडिकुन्निल सुरेश यानी के सुरेश केरल की मवेलिकारा लोकसभा सीट से सांसद हैं। 1989 से उनका इस सीट पर कब्जा है। अबतक 7 बार सांसद बन चुके हैं। सुरेश कांग्रेस की सरकार में 2012 से 2014 तक राज्य मंत्री थे। 2018 में उन्हें केरल कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया गया था। लोकसभा चुनाव 2024 में मवेलिकारा लोकसभा सीट पर कांग्रेस और सीपीआई के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस के सुरेश ने सीपीआई के उम्मीदवार अरुण कुमार को 10868 वोटों के अंतर से हराया था। सुरेश को 369516 वोट मिले, जबकि अरुण कुमार ने 358648 मत हासिल किए।
दूसरी बार ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर बनाना चाह रही एनडीए
बता दें कि एनडीए की तरफ से 18वीं लोकसभा के स्पीकर पद के लिए ओम बिरला को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है। ओम बिरला 17वीं लोकसभा में भी लोकसभा के स्पीकर रह चुके हैं. उन्होंने राजस्थान के कोटा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रह्लाद गुंजन को 41974 वोटों से शिकस्त दी थी. RSS का गढ़ माने जाने वाले कोटा के चुनावी मैदान में बीजेपी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को उतारा था। वह कोटा बूंदी सीट से लगातार तीसरी बार सासंद बने हैं.
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष ने अपने स्पीकर पद के दावेदार को मैदान में उतार दिया है। 26 जून को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ प्रोटेम स्पीकर अगले अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए मतदान कराएंगे। लोकसभा में स्पीकर पद के लिए बीजेपी की ओर से सांसद ओम बिरला और कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता सुरेश सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने नामांकन भरा है। 72 साल में ये तीसरी बार होगा, जब लोकसभा स्पीकर को लेकर चुनाव होंगे। इससे पहले 1952, 1976 में स्पीकर पद को लेकर चुनाव हो चुके है।
क्यों नहीं हो सकी आपसी सहमति
सत्ताधारी पार्टी एनडीए ने स्पीकर पद के लिए आपसी सहमति के लिए कोशिश की थी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजस्थान सिंह और सांसदी कार्य मंत्री रिजिजू ने इंडिया गठबंधन के नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की और फोन से बातचीत भी की। लेकिन आपसी सहमति नहीं बन सकी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आपसी सहमति के लिए इंडिया गठबंधन ने एनडीए से डिप्टी स्पीकर पद की मांग की थी। लेकिन इसको लेकर एनडीए गठबंधन तैयार नहीं हुआ और बात बिगड़ गई।
विपक्ष ने अपने प्रत्याशी का किया ऐलान
इंडिया गठबंधन की ओर से लोकसभा स्पीकर के लिए प्रत्याशी का ऐलान किया गया। कांग्रेस नेता के सुरेश के नाम को फाइनल कर दिया। आपको बता दें, के.सुरेश 8 बार के सांसद हैं। ऐलान के कुछ देर बाद ही के.सुरेश ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इससे पहले ओम बिरला ने स्पीकर पद के लिए नांमाकन किया। उनके साथ बीजेपी नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा लोकसभा सेक्रेटरी जनरल रूम में पहुंचे और नॉमिनेशन करवाया। सत्ता पक्ष के पास पूर्ण बहुमत है। एनडीए के पास 292 सांसदों का समर्थन है।
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