नौकरी की तैयारी में जुटे युवाओं के लिए हम आज भी 5 नौकरियां लेकर आए हैं। जो युवा 10वीं पास कर चुके हैं, उनके लिए बॉर्डर रोड्स आर्गनाइजेशन यानी BRO, SSC और CRPF में नौकरी का मौका है। BRO में सिलेक्ट होने पर 81 हजार रुपए महीना तो SSC या CRPF में सिलेक्शन पर 92 हजार रुपए तक मिलेगी सैलरी।
जिन युवाओं की उम्र 30 साल से कम है उनके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया में वैकेंसी है। सिलेक्शन पर 36 हजार से 1.1 लाख रुपए महीना तक सैलरी मिलेगी। साथ ही 36 साल से कम उम्र के वो स्टूडेंट्स जो पोस्ट-ग्रेजुएट हैं, उनके लिए DSSSB में वैकेंसी है। सिलेक्शन पर 34 हजार रुपए महीना तक मिलेगी सैलरी।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कैड (CADD) सेंटर का जॉब पक्का मेला आयोजित किया गया। जॉब पक्का मेले का उद्घाटन ग्रेटर नोएडा सिविल जज अकृति और रोहित पांडेय, जीएनआईओटी के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट के हेड ने किया। मेले में 13,000 से अधिक पंजीकरण हुआ था और 5,000 से अधिक प्रतिभागियों ने पहुंचकर साक्षात्कार दिया। इस जॉब पक्का मेले में 1000 से अधिक प्रतिभागियों का चयन हुआ।
फर्स्ट जॉब पक्का मिशन की शुरुआत
राम बी आर, उपाध्यक्ष, कैड सेंटर ने कहा "कैड सेंटर का लक्ष्य नए लोगों के लिए पहली नौकरियों का प्रवेश द्वार और अनुभवी पेशेवरों के बीच कैरियर की उन्नति के लिए उत्प्रेरक बनना है। हाल ही में लॉन्च किया है 'फर्स्ट जॉब पक्का', एक मिशन, जो नए लोगों के लिए अनुकूलित प्रशिक्षण और प्लेसमेंट प्रदान करता है। जॉब पक्का मेला एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो कई शहरों और कस्बों तक अपनी पहुंच बढ़ाएगा। यह मंच न केवल कैड सेंटर के छात्रों के लिए उपलब्ध है लेकिन हर नौकरी के इच्छुक के लिए। भारत के छह प्रमुख शहरों में रोजगार मेलों के माध्यम से 5,000 से अधिक प्लेसमेंट को सुविधापूर्ण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आयोजित आयोजन में 60 से अधिक शीर्ष कंपनियों की भागीदारी थी, जिन्हें तकनीकी मुखिया और एचआर द्वारा प्रत्यक्ष साक्षात्कार करने का अवसर मिला। मेला सफलतापूर्वक 5,000 से अधिक उम्मीदवारों को आकर्षित किया, जो विभिन्न पदों की तलाश में थे, जैसे कि ड्राफ्ट्समैन, डिज़ाइन इंजीनियर, संरचना इंजीनियर, डिजिटल मार्केटर, सॉफ़्टवेयर डेवलपर, लेखाकार, ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर, ग्राहक संबंध निर्वाहक, बिक्री और विपणन कार्यकारी, क्रेडिट मैनेजर, इंटीरियर डिज़ाइनर, और शिक्षा सलाहकार, आदि।
नामी कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे
कोची, चेन्नई, बैंगलोर, मुंबई, और दिल्ली में मेले के बाद ग्रेटर नोएडा में जॉब पक्का मेला का उद्देश्य था कि छात्र, नौकरी ढूंढने वाले और पेशेवर लोगों को 10 से अधिक इंजीनियरिंग और गैर-तकनीकी डोमेन के 3,800 से अधिक प्रवेश और मध्यस्थ स्तर की नौकरियों के साथ जोड़ा जाए। बताया गया कि जॉब पक्का फेयर भारत की सबसे बड़ी प्रतिभा खोज कार्यक्रम के रूप में खड़ा है, जो इंजीनियरिंग, मैकेनिकल/सिविल इंजीनियरिंग, ईईई/ईसीई, आईटी/कंप्यूटर साइंस, आर्किटेक्चर, बीपीओ/केपीओ, बैंकिंग और वित्त, बिक्री और विपणन, और मानव संसाधन प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तियों के लिए मजबूत मंच प्रदान करता है। इस मेले में टेक महिंद्रा, एड्रॉइट, सी एंड एस इलेक्ट्रिक, डेकैथ्लॉन, IIFL फाइनेंस, और स्टार हेल्थ इंश्योरेंस जैसी प्रसिद्ध कंपनियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जो सही उम्मीदवारों की खोज में इस कार्यक्रम में शामिल हुई।
नौकरियों की संख्या में 23% की वृद्धि
कैड के अध्यक्ष ने बताया कि भारत में भर्ती में एक महत्वपूर्ण वृद्धि का दर्जा प्राप्त किया, जिसके परिणामस्वरूप 2023 में 2021 के मुकाबले कुल नौकरियों की संख्या में 23% की वृद्धि हुई। नौकरियों के लिए बाजार में नए लोगों के लिए जुलाई 2023 में नोटिसबल 6% की वृद्धि हुई. ई-कॉमर्स और प्रौद्योगिकी स्टार्टअप, दूरसंचार और इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर उद्योग नौकरियों की भर्ती के लिए प्रेरित करते थे।
New Dellhi: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में बड़ी राहत मिली है। तेजस्वी यादव, लालू यादव और राबड़ी देवी बुधववारर को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होकर जमानत लेने पहुंचे । लालू का परिवार विशेष सीबीआई जज गीतांजलि गोयल की कोर्ट में पेश हुए। राउज एवेन्यू कोर्ट ने 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर तीनों को जमानत दे दी है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी।
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा 3 जुलाई को दाखिल की गई दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर 23 सितंबर को संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को समन जारी कर 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने तेजस्वी के अलावा लालू यादव और राबड़ी देवी सहितसभी 17 आरोपियों को भी समन जारी किया था।
उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर को सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि केंद्र सरकार से मामले में आरोपपी रेलवे के तीन पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मिल गई है। इससे पहले 12 सितंबर को जांच एजेंसी ने कोर्ट को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की केंद्र सरकार से अनुमति मिलने की जानकारी दी थी। सीबीआइ ने तीन जुलाई को दायर दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पश्चिम मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर) के तत्कालीन जीएम, डब्ल्यूसीआर के दो सीपीओ सहित 17 लोगों को आरोपित बनाया है।
Noida: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जल्द ही नौकरियों की बहार आएगी। इन दोनों शहरों का उत्तर प्रदेश के विकास में अहम योगदान है। इन दोनों शहर में कंपनियां बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा कर रही हैं। ये कंपनियां अगले पांच साल में 60 हजार करोड़ निवेश कर 1.5 लाख नई नौकरियों के अवसर पैदा करेंगी। गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में फरवरी में ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। इसमें नोएडा ने 60 हजार करोड़ का लक्ष्य हासिल कर लिया। नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी। इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1।5 लाख का रोजगार देंगी।
90 हजार करोड़ के प्रस्ताव
बता दें कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नोएडा नए सेक्टर विकसित हो रहे हैं। इसके तहत न्यू नोएडा का मास्टर प्लान बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए लटका है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है। जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके हैं। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।
दो कंपनियां कर रही सबसे अधिक इन्वेस्ट
प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। जिससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा।
Noida: थाना बिसरख पुलिस ने धोखाधड़ी कर फर्जी वीजा और पास पोर्ट बनाने वाले गिरोह का फर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरप्तार किया है। इनके कब्जे से 1 लैपटॉप, पैन ड्राइव, 5 मोबाइल फोन, 6 डेबिड कार्ड , 6 आधार कार्ड, जाली मोहर, 30500 रूपये, 1 फर्जी पासपोर्ट एवं वीजा बरामद हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को को थाना बिसरख पुलिस द्वारा दुकान संख्या एसएफ 95 गौर सिटी सेन्टर से लोगों के साथ फर्जी पासपोर्ट व वीजा बनवाने व विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी कर पैंसे ऐठने वाले मुकेश कुमार और सुष्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपी मुकेश मयूर गंज त्रिलोकपुरी दिल्ली का रहने वाला है। जबकि सुष्मा बिशनपुरा सेक्टर 58 नोएडा में रहती है। जबकि मूल निवास काठमांडू नेपाल है। यह दोनों मिलकर लोगों को विदेश भेजने के नाम पर फर्जी पासपोर्ट व वीजा बनवाने का झांसा देकर ठगी करते थे। दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज पुलिस ने जेल भेज दिया है।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 'जन विश्वास यात्रा' पर निकल पड़े हैं। यात्रा के पहले पड़ाव में मुजफ्फरपुर पहुंचे जहां तेजस्वी यादव के समर्थकों ने क्रेन के ऊपर चढ़कर उन पर फूल बरसाए। इस दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने कहा "कि कुछ लोग कहते हैं कि RJD MY (MUSLIM और YADAV) की पार्टी है लेकिन RJD तो BAP (BAHUJAN बहुजन + AGDA अगड़ा + POOR की पार्टी है. RJD MY के साथ साथ BAP की पार्टी है।"
यात्रा में उठाये जनता के मुद्दे
मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव ने जनता के मुद्दों पर बात करते हुए कहा, “कि मैं आपकी लड़ाई लड़ने के लिए यहां हूं, हम चाहते हैं कि बिहार शीर्ष राज्यों में गिना जाए और यह जन विश्वास यात्रा का पहला सार्वजनिक संबोधन है, हमें आपके विश्वास की जरूरत है। क्या आप हमें सत्ता देंगे? आशीर्वाद मिलेगा ना? बेरोजगारी सबसे बड़ा दुश्मन है, इसे जाना चाहिए। मैंने 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। मैंने कहा था कि हम रिक्तियां भरेंगे और बिहार को राष्ट्रीय औसत के बराबर लाएंगे। हमें धोखा दिया गया और हमारी नौकरी काट दी गई।''
जनता ने हमें बिहार की सबसे बड़ी पार्टी
'जन विश्वास यात्रा' से पहले तेजस्वी यादव ने गाय को चारा खिलाया और मंदिर में पूजा-अर्चना करके आशीर्वाद लिया। यात्रा शुरु करने से पहले तेजस्वी अपनी बेटी कात्यायनी को लाड-प्यार करते हुए भी नजर आए। इस दौरान तेजस्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "कि जनता हमारी मालिक है, हम मालिक के सामने जा रहे हैं। जनता ने हमें बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनाया।
'नीतीश जनमत को अपने पैर की जूती समझते'
इसके साथ ही तेजस्वी ने गठबंधन के मुद्दे पर कहा, "कि नीतीश कुमार के पास गठबंधन बदलने का न तो कोई विजन है और न ही कोई कारण। हमने 17 महीने में जो काम किया, उसे हम जनता के सामने रखेंगे। सीएम नीतीश कुमार जनता के फैसले को कोई महत्व नहीं देते, नीतीश कुमार जनमत को अपने पैर की जूती समझते हैं। जनता इसबार उनको जरूर जवाब देगी।"
11 दिनों में राज्य के 38 जिलों का करेंगे दौरा
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव 20 फरवरी से 1 मार्च तक पूरे बिहार का दौरा करेंगे. इस दौरान राज्य के सभी 38 जिलों में जायेंगे। 'जन विश्वास यात्रा' एक जन संपर्क कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य "सार्वजनिक विश्वास" जीतना है। इसकी शुरुआत मुजफ्फरपुर से हो गई है। तेजस्वी मोतिहारी, पूर्वी चंपारण जिले के मुख्यालय में रात्रि विश्राम करेंगे। इससे पहले तेजस्वी सीतामढ़ी और शिवहर में दो और सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करेंगे।
Noida: बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए राजकीय आईटीआई दादरी में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। जिसमें 196 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। इंटरव्यू के बाद 196 में से 89 अभ्यर्थियों को चयनित किया गया। जिन्हें मौके पर ही नियुक्ति पत्र सौंपा गया। नौकरी मिलने से युवाओं के चेहरे पर खुशी साफ देखी गई।
7 कंपनियों ने अभ्यर्थियों का किया चयन
बता दें कि उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशों के क्रम में एवं डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में शनिवार को जिला सेवायोजन कार्यालय एवं राजकीय आईटीआई एनटीपीसी दादरी दादरी ऊंचा अमीरपुर में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। जिला सेवायोजन अधिकारी मनीषा अत्री ने बताया कि आयोजित हुए रोजगार मेले में 7 प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधियों ने 196 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया। जिसमें से 89 अभ्यर्थियों का रोजगार के लिए चयन हुआ। रोजगार पाने वाले युवाओं ने सरकार और अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए खुशी जाहिर की।
अभ्यर्थियों को दी शुभकामनाएं
यहां पर कंपनियों द्वारा किसान भाइयों के सिलेक्ट बच्चों को ऑफर लेटर वितरित किए गये। जिला रोजगार अधिकारी मनीषा अत्रि, आईटीआई प्रिंसिपल विपिन पाठक, इसके अलावा किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष रामवीर नगर मौजूद रहे। सभी ने नव-नियुक्ति अभ्यर्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
नोएडा के थाना सेक्टर-49 पुलिस ने लोगों को ठगने वाले एक गिरोह को दो शातिर अपराधियों को धर दबोचा है। ये बदमाश फर्जी ट्रैवल कम्पनी बनाकर लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना की मदद से लोगों से ठगी करने वाले अभियुक्त इशाक युनूस उर्फ रोबिन उर्फ जितेन्द्र पुत्र युनूस उस्मान औऱ रोहित ओबराय पुत्र दिलबाग ओबराय को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के पास से बरामद हुए 104 पासपोर्ट
पुलिस ने शातिर अपराधियों को पीएनबी बैंक के पास होशियारपुर नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के कब्जे से 104 पासपोर्ट, 01 लैपटॉप, 06 मोबाइल, 04 फर्जी मोहरें, 31 वीजा कूटरचित, 36 फर्जी कम्पनी के वर्किंग कान्ट्रैक्ट व आई-20 कार बरामद की है।
दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी कर चुके हैं वारदात
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि अभियुक्त इशाक युनूस उर्फ रोबिन उर्फ जितेन्द्र उपरोक्त इस गैंग का सरगना है। इशाक युनूस इस काम को पिछले 6 सालों से अंजाम दे रहा है। यह गैंग लड़कों को गुमराह करता है कि उनकी नौकरी विदेश में जार्डन, साउदी अरब, कतर आदि जैसे देशों में लगवाई जायेगी। इस काम के प्रति लड़के से 80-90 हजार रूपये लिए जाते हैं। कोई कागज कम पाये जाने पर रेट बढ़ाकर उनसे और पैसे की डिमांड करता है। इसके द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर अपनी फर्जी फर्म का प्रचार प्रसार किया जाता है। यह विज्ञापन देखकर जब कोई पीड़ित/बेरोजगार व्यक्ति इनको सम्पर्क करता है। तो उसको बताया जाता है कि अगर और लड़कों को लेकर आओगे तो रेट कम कर देंगे। इसके बाद उक्त बेरोजगार लड़कों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनके फर्जी वीजा व कम्पनी कान्ट्रैक्ट दिखाकर उनसे पैसे ऐठते है। उन्हें कहीं भी नौकरी नहीं दिलायी जाती है। मौका पाकर पैसे इकट्ठा होते ही यह आफिस बंद कर भाग जाते हैं। यह पूर्व में दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटना को अंजाम दे चुके है।
ठगी की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। कुछ में लोगों और पुलिस की सतर्कता से खुलासा हो जाता है, तो कुछ का खुलासा सालों तक नहीं होता है। ऐसा ही एक मामला नोएडा में सामने आया है। नोएडा के सेक्टर-126 पुलिस ने विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने करीब 1200 बेरोजगार युवकों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया है। मामले में पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत 11 आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक महिला भी शामिल है। आरोपी सेक्टर-132 में अरबटेक ट्रेड सेंटर में इको प्राइजेज नाम से कंपनी आपरेट कर रहे थे।
भारत सरकार के मंत्रालयों के फर्जी दस्तावेज समेत सामान बरामद
डीसीपी विद्यासागर मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर-126 थाना क्षेत्र में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है। जो बेरोजगार युवकों से संपर्क करता है और विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी करता है। इसके बाद एसीपी प्रवीण कुमार सिंह की अगुवाई में मामले का पर्दाफाश करने के लिए एक टीम बनाई गई। इनपुट के आधार पर टीम ने सेक्टर-132 के अरबटेक ट्रेड सेंटर में इको प्राइजेज नाम की कंपनी में छापा मारा और 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी समीर शाह, बिहार के गोपालगंज निवासी नंद किशोर प्रसाद, मधुबनी निवासी मोहम्मद अली अख्तर, मोहम्मद एजाज, एजाज, दरभंगा निवासी एजाज अहमद, बेगूसराय के मोहम्मद नाजिम, पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी मुस्ताक खान, 24 परगना निवासी इंद्रजीत दास, झारखंड निवासी किशोर प्रसाद और दिल्ली निवासी नजराना के रूप में हुई। समीर शाह गिरोह का सरगना है, जबकि नजराना बतौर एजेंट काम करती है। अन्य आरोपी कर्मचारी हैं, जो सरगना के दिए गए निर्देशों पर काम करते हैं। आरोपियों के कब्जे से अलग-अलग नामों से तैयार 755 नियुक्ति पत्र, 140 पासपोर्ट, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, वाईफाई राउटर, नगदी, भारत सरकार के मंत्रालयों के फर्जी दस्तावेज और चेक बुक समेत सामान बरामद हुआ है।
एयरपोर्ट पहुंचने पर पीड़ितों को होता था ठगी का एहसास
विदेश भेजने के वाले गिरोह के बदमाशों की हकीकत पीड़ितों को एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद पता चलती थी। सरगना ने नोएडा के अलावा कई अन्य शहरों में भी ऑफिस खोलकर ठगी की है। गिरोह के बदमाश पैसे मिल जाने के बाद विदेश जाने के इच्छुक बेरोजगार युवकों को एक ही दिन एक स्थान पर बुलाते थे। इन सभी को फोन पर बताया जाता था कि उनका एजेंट एयरपोर्ट पर उनके पासपोर्ट, वीजा, टिकट और जिस देश में जा रहे है, उस देश की करेंसी के साथ मिलेगा। जब लोग विदेश में नौकरी की चाह लेकर एयरपोर्ट पहुंचते थे तो वहां कंपनी का कोई भी आदमी नहीं मिलता था। इस पर जब लोग इनके दिए मोबाइल नंबर और ऑफिस में संपर्क करने की कोशिश करते थे। तो मोबाइल और ऑफिस बंद मिलते थे।
आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में होगी कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरोपियों का एक बैंक खाता सीज भी किया है। आरोपियों में कई का आपराधिक इतिहास भी बताया जा रहा है। गिरोह में कई अन्य लोगों के भी शामिल होने की जानकारी पुलिस को मिली है। पुलिस अब उन पीड़ितों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है, जिनके साथ आरोपियों ने ठगी की है। आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल को भी पुलिस जांच के लिए भेजेगी। आशंका है कि इनके मोबाइल से पुलिस को ठगी के संबंध में कई अहम जानकारी मिल सकती है। आरोपियों के अन्य बैंक खातों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
4 साल पहले फर्जी कॉल सेंटर खोल शुरू की ठगी
एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि बेरोजगारों से ठगी करने के लिए समीर शाह ने करीब चार साल पहले एक संगठित गिरोह बनाया और इसमें अपने करीबियों को शामिल किया। गिरोह के सदस्यों का मकसद जल्द से जल्द अमीर बनने का था, इसलिए इन लोगों ने एक फर्जी कॉल सेंटर खोला। इसी कॉल सेंटर को इको इंटरप्राइजेज कंपनी का नाम दिया गया। कंपनी का प्रचार ऑनलाइन प्लेटफार्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि के जरिए किया गया। इस प्रचार पर विश्वास कर आम नागरिक कंपनी द्वारा दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर जानकारी करते थे। आरोपी संगठित रूप से जगह-जगह घूम-घूम कर अपनी कंपनी का नाम बताकर विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर भोले-भाले लोगों से पैसे की ठगी करते। इस तरह के काम से जो भी पैसा इकट्ठा होता, उसे आपस में बांट लेते थे। पकड़े न जाएं, इसके लिए ये अपना नाम बदलकर लोगों के सामने आते थे। जैसे समीर अपना फर्जी नाम एस. खन्ना, नन्द किशोर प्रसाद अपना फर्जी नाम अमित, मुस्ताक खान अपना फर्जी नाम जेम्स रखा हुआ था।
Noida: नोएडा धीरे-धीरे ‘जामताड़ा’ बनता जा रहा है। झारखंड के जामताड़ा के बाद साइबर ठगों का नोएडा मुफीद ठिकाना बना हुआ है। लगातार नोएडा और ग्रेटर नोएडा में साइबर ठग और इनके गिरोह पकड़े जा रहे हैं। हाईटेक शहर के लोगों को भी साइबर फ्राड खूब चूना लगा रहे हैं। अब नोएडा पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों के पास से भारी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। ये गिरोह लंबे समय से लोगों को ठग रहे थे।
विदेश में नौकरी दिलाने का दावा
जानकारी के मुताबिक नोएडा सेक्टर 63 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर पुलिस ने सूचना मिलने के बाद छापेमारी की। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौके से फर्जी कॉल सेंटर के मालिक सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लोगों को फोन करके दुबई, सर्बिया व कनाडा में नौकरी दिलाने का दावा करते थे। इसके बाद लोगों को फर्जी वर्क बीजा देने के नाम पर ठगी करते थे। नोएडा के थाना सेक्टर 63 के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कॉल सेंटर लंबे समय से एक महिला द्वारा चलाया जा रहा था. जानकारी मिलने के बाद छापेमारी कर कॉल सेंटर की मुख्य संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से भारी संख्या में लैपटॉप, मोबाइल और फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
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