एक बार फिर एक खुमार पूरे देश के सिर चढ़ कर बोलने वाला है. आप तो समझ ही गए होंगे हम किस खुमार की बात कर रहे हैं. जी हां, हम अपने पसंदीदा खेल क्रिकेट की ही बात कर रहे हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला 15 फरवरी से राजकोट में खेला जायेगा. जो कि भारतीय समयानुसार सुबह 9.30 बजे से खेला जाएगा. इससे पहले शुरुआती 2 मुकाबलों तक यह सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. वहीं इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम काफी बदली हुई नजर आ रही है. दरअसल, दिग्गज प्लेयर विराट कोहली ने निजी कारणों से ब्रेक ले लिया है. जबकि केएल राहुल चोट के कारण तीसरा मैच नहीं खेलेंगे साथ ही श्रेयस अय्यर और अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोट के कारण सीरीज से ही बाहर हैं.
तीसरे टेस्ट में 2 नये खिलाडियों का डेब्यू तय
जहां तीसरे टेस्ट में तेज गेंदबाद जसप्रीत बुमराह को आराम दिया जाना लगभग तय है. तो वहीं सूत्रों की मानें तो जसप्रीत अब तक राजकोट भी नहीं पहुंचे हैं. जबकि चोट के बाद ठीक होकर लौटे अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के खेलने पर भी संशय बरकरार है. इस तरह अब फैन्स को राजकोट टेस्ट में भारत की एक नई और अलग ही युवा पीढ़ी की टेस्ट टीम खेलती नजर आएगी. इस टेस्ट में सरफराज खान का डेब्यू करना तय माना जा रहा है. जबकि बतौर विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को मौका दिये जाने की संभावना है. यदि ऐसा होता है तो यह उनका डेब्यू मैच रहेगा.
4 खिलाड़ियों को छोड़कर नए पीढ़ी के खिलाड़ी
राजकोट टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा, जडेजा, कुलदीप और अश्विन के अलावा सभी नए पीढ़ी के प्लेयर खेलते नजर आएंगे. साथ ही चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को तो सीरीज के लिए चुना ही नहीं गया था. ऐसे में BCCI का प्लान साफ है कि वो टेस्ट में भी एक नई पीढ़ी की टीम तैयार करना चाह रहे हैं. जिनमें युवा पीढ़ी के खिलाडियों में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, रजत पाटीदार, सरफराज खान, अक्षर पटेल मोहम्मद सिराज और मुकेश कुमार शामिल हैं और ध्रुव जुरेल/ केएस भरत (विकेटकीपर)के रूप में शामिल हो सकते हैं.
राजकोट टेस्ट में 33 रनों पर 3 विकेट चटकाकर जब इंग्लैंड की टीम जश्न मनाने की तैयारी तभी क्रीज पर उतरे रोहित ने इंग्लैंड टीम के ख्वाबों पर पानी फेर दिया. रोहित भारतीय टीम की ढाल बनकर खड़े हो गए. रोहित ने क्रीज पर अंगद की तरह ऐसे पांव जमाये की इंग्लैंड के गेंदबाजों के होश उड़ गए. नतीजतन ना केवल भारत की बिखरती पारी पर लगाम लगाकर मजबूती से रोहित ने कमान संभाल ली बल्कि टेस्ट क्रिकेट में 10 पारियों के इंतजार के बाद रोहित शर्मा के बल्ले से शानदार शतक भी निकला. जिसके बाद राजकोट में टेस्ट शतक लगाने वाले रोहित ओवरऑल 10वें और भारत के छठे बल्लेबाज बन गए. रोहित ने आखिरी टेस्ट शतक पिछले साल जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ जड़ा था.उसके बाद ये 11वीं टेस्ट इनिंग है, जिसमें रोहित के बल्ले से शतक निकला है.
218 दिन बाद गरजा टेस्ट में रोहित का बल्ला
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट में हुआ. मैच में टॉस रोहित शर्मा ने जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. ऐसा लगा रोहित का पहले बल्लेबाजी का फैसला बैकफायर कर गया, जब भारत ने तीन विकेट 33 रन पर गवां दिए लेकिन यहीं से रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने डूबती नाव संभाल ली. इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा ने राजकोट टेस्ट में अपनी पारी के दौरान 196 गेंदों का सामना करते हुए 131 रन बनाये. इस दौरान उन्होंने 14 चौके और 3 छक्के जड़े. ये इंग्लैंड के खिलाफ रोहित का तीसरा टेस्ट शतक है. जो कि 3 साल के अंतराल के बाद उनके बल्ले से निकला है. ये उनके टेस्ट करियर का 11वां शतक भी है.
जडेजा और रोहित की बेहतरीन पार्टनरशिप
रोहित शर्मा ने अपनी शतकीय पारी के दौरान रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर लंबी-चौड़ी पार्टनरशिप भी की. इस विशालकाय साझेदारी की बदौलत ही टीम इंडिया जो बैकफुट पर आ गई थी, अब मुकाबले में फ्रंटफुट पर दिख रही है. इसके साथ ही जडेजा औऱ रोहित ने 204 रनों की साझेदारी करने के साथ 39 साल पुराने एक रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे विकेट के लिए टेस्ट मैच भारतीय टीम की तरफ से ये तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है.
दादा और धोनी का तोड़ा रोहित ने रिकॉर्ड
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ केवल शतक और बड़ी पार्टनरशिप ही नहीं की बल्कि एक मामले में सौरव गांगुली और एक मामले में महेंद्र सिंह धोनी को भी पीछे छोड़ दिया. इस शतक के बाद रोहित इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं और इस मामले में उन्होंने सौरव गांगुली को 5वें नंबर पर धकेल दिया है. रोहित से आगे इस लिस्ट में अब सिर्फ सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और राहुल द्रविड़ हैं. वहीं इस मैच में रोहित शर्मा ने महेंद्र सिंह धोनी को भी छक्के मारने के मामले में पीछे छोड़ दिया. महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट मैचों में कुल 78 छक्के जड़े थे. वहीं हिटमैन अब तक टेस्ट क्रिकेट में कुल 80 छक्के जड़ चुके हैं. रोहित शर्मा ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 3 छक्के लगाए. वैसे भारत की ओर से सर्वाधिक छक्के उड़ाने का रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम है. इस विस्फोटक ओपनर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 90 छक्के जड़े थे। टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड फिलहाल बेन स्टोक्स के नाम है. उन्होंने अब तक 128 छक्के लगाए हैं, जबकि बैजबॉल के जनक ब्रैंडन मैक्कुलम ने 107 छक्के जमाए थे.
कुछ बनने का और देश के लिए कुछ करने का जज्बा तो हर एक में होता है लेकिन कुछ लोग ही होते हैं जो अपनी मेहनत और सच्ची लगन से केवल देश का ही नहीं अपने मां-बाप का सिर भी फख्र से ऊंचा कर पाते हैं. कामयाबी के शिखर पर पहुंचने वाले हर शख्स की संघर्ष की कहानी तो जरूर होती है मगर कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा और दुनिया के लिए मिसाल बन जाती हैं. आज हम ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी का जिक्र करने जा रहे हैं जो कि क्रिकेटर ध्रुव जुरेल और उनके माता-पिता की संघर्ष की कहानी भी है.
फौजी के बेटे का टीम इंडिया में डेब्यू
बता दें राजकोट टेस्ट में टीम इंडिया की ओर से एक नहीं दो खिलाड़ियों का टेस्ट डेब्यू देखने को मिला. उन्हीं में से एक हैं ध्रुव जुरेल. जो कि भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले 312वें खिलाड़ी भी है. विकेट कीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल को तीसरे टेस्ट में केएस भरत की जगह मौका मिला है. दरअसल केएस भरत पहले दो टेस्ट में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे, जिसके बाद उन्हें राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया और ध्रुव जुरेल को मौका देकर दिनेश कार्तिक ने टेस्ट कैप दी. जानकारों की माने तो अगर ध्रुव राजकोट टेस्ट मैच में अपनी बेहतर छाप छोड़ते हैं तो उनके लिए आगे अवसर की झड़ी लग जायेगी क्योंकि राजकोट के बाद 2 और टेस्ट खेले जाने हैं. जिनमें उन्हें मौका मिल सकता है.
बेटे को आर्मी में देखने की थी पिता की ख्वाहिश
आगरा के 23 साल के क्रिकेटर ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह भारतीय सेना में रहे और हवलदार पद से रिटायर हुए. नेम सिंह जी चाहते थे कि ध्रुव नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) में शामिल हों और देश की सेवा करें, लेकिन क्रिकेट के प्रति ध्रुव का जुनून उन्हें एक अलग दिशा में ले गया. हालांकि ध्रुव के परिवार में पहले कोई भी क्रिकेट नहीं खेलता था, लेकिन ध्रुव की प्रतिभा को जल्दी ही पहचान लिया गया और उनके पिता ने उनके कौशल को विकसित करने के लिए कोच परवेंद्र यादव की मदद मांगी. वहीं अपने बेटे की सफलता से नेम सिंह जी बहुत ही रोमांचित हैं. वो इसे एक सपने के सच होने के रूप में मानते हैं और ध्रुव का समर्थन करने वाले सभी लोगों के आभारी हैं.
बेटे के संघर्ष में मां का अहम योगदान
घर की आर्थिक स्तिथि ठीक ना होने के बाद भी ध्रुव के माता-पिता ने किसी भी मुश्किल को ध्रुव की कामयाबी के आड़े नहीं आने दिया.ध्रुव के लिए पहला क्रिकेट किट खरीदने के लिए उनकी मां ने अपनी एकमात्र सोने की चेन भी गिरवी रख दी थी लेकिन ध्रुव दृढ़ निश्चयी रहे और कड़ी मेहनत करते रहे। ध्रुव की इसी लगन और मेहनत का नतीजा आज पूरी दुनिया के सामने है.
ध्रुव जुरेल ने अब तक खेले कुल 15 मैच
ध्रुव जुरेल के पास ज्यादा मैचों का अनुभव नहीं है. उन्होंने केवल 15 मैच खेले है. जिनमें ध्रुव ने 790 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं. इस दौरान विकेट के पीछे उन्होंने 2 स्टंप किए हैं. जबकि 34 कैच पकड़े हैं.
एक ओर जहां टीम इंडिया का इंग्लैंड संग तीसरा टेस्ट मैच चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज सरफराज खान की खूब चर्चा हो रही है. इसके साथ ही सब ये भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर वो कौन सी लड़की है जिसने सरफराज को ससुर के सामनेफ्लाइंग केस तक कर दी. हर कोई उनके बारे में जानने को बेताब है, आइये हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं सरफराज की बेगम.
कौन हैं रोमाना जहूर ?
कश्मीरी गर्ल रोमाना जहूर कश्मीर के शोफिया जिले के पशपोरा गांव की रहने वाली हैं। रोमाना की प्रारंभिक शिक्षा पशपोरा गांव में ही हुई और रोमाना ने बीएससी श्रीनगर से पूरी की है जिसके बाद रोमाना ने एमएससी दिल्ली से की है। आपको बता दें कि रोमाना दिल्ली की जिस कॉलेज में पढ़ती थीं सरफराज की बहन भी उसी कॉलेज में पढ़ती थीं और दोनों अच्छी सहेलियां भी थीं।
ऐसे शुरू हुई लव स्टोरी की शुरुआत
रोमाना और सरफराज की पहली मुलाकात 2019 में रणजी क्रिकेट मैच के दौरान ही हुई थी। जहां सरफराज मुंबई की ओर से जम्मू और कश्मीर के खिलाफ खेल रहे थे और रोमाना सरफराज की बहन और सहेलियों के साथ मैच देखने आई थी। जहां दोनों की पहली मुलाकात हुई। इस पहली मुलाकात में ही सरफराज अपना दिल रोमाना को दे बैठे और परिवार से बात करके खुद रोमाना के घर रिश्ता लेकर पहुँचे थे। युवा खिलाड़ी सरफराज खान ने 6 अगस्त को कश्मीर रीति रिवाजों के अनुसार रोमाना जहूर से उनके घर में ही निकाह किया। सरफराज ने अपनी शादी में काले रंग की शेरवानी पहनी हुई थी। वहीं उनकी दुल्हन रोमाना ने लाल रंग और गोल्डन रंग का लहंगा पहना हुआ था।
शादी के समय सरफराज बेहद खुश थे
सरफराज खान और रोमाना जहूर की शादी कश्मीर में हुई थी और सराफराज इस बात से बहुत खुश थे कि उनकी शादी घाटी में हुई थी। सरफराज खान ने अपनी शादी पर कहा था कि, "भगवान ने तय किया था कि कश्मीर में शादी करना मेरी किस्मत में है। मुझे यहां बहुत प्यार मिला है और जब भी समय मिलेगा मैं यहां आऊंगा।"
इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में डेब्यू खिलाड़ी ध्रुव जरेल ने शानदार पारी खेली. ध्रुव ने मार्क वुड को सचिन के अंदाज में छक्का लगाकर बताया कि उनके अंदर क्या काबिलियत है. बता दें ध्रुव जुरेल ने रेहान अहमद की बॉल पर दो छक्के लगाए, वो हॉफ सेंचुरी की ओर बढ़ ही रहे थे कि 124वें ओवर में लेट कट खेलने के चक्कर में विकेट के पीछे कैच थमा बैठे. इस तरह से ध्रुव की पारी तो खत्म हुई, लेकिन 104 गेंदों पर 46 रन ठोककर उन्होंने खुद को मैदान में साबित कर दिया. इसके साथ ही ध्रुव जुरेल की कहानी भी बहुत संघर्षों वाली है वो भी आपको बताते है.
बेटे को आर्मी में देखने की थी पिता की ख्वाहिश
आगरा के 23 साल क्रिकेटर ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह भारतीय सेना में रहे और हवलदार पद से रिटायर हुए. नेम सिंह जी चाहते थे कि ध्रुव नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) में शामिल हों और देश की सेवा करें, लेकिन क्रिकेट के प्रति ध्रुव का जुनून उन्हें एक अलग दिशा में ले गया। हालांकि ध्रुव के परिवार में पहले कोई भी क्रिकेट नहीं खेलता था, लेकिन ध्रुव की प्रतिभा को जल्दी ही पहचान लिया गया और उनके पिता ने उनके कौशल को विकसित करने के लिए कोच परवेंद्र यादव की मदद मांगी। वहीं अपने बेटे की सफलता से नेम सिंह जी बहुत ही रोमांचित हैं। वह इसे एक सपने के सच होने के रूप में मानते हैं और ध्रुव का समर्थन करने वाले सभी लोगों के आभारी हैं।
बेटे के संघर्ष में मां का है अहम योगदान
घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के बाद भी ध्रुव के माता-पिता ने किसी भी मुश्किल को ध्रुव की कामयाबी के आड़े नहीं आने दिया। ध्रुव के लिए पहला क्रिकेट किट खरीदने के लिए उनकी मां ने अपनी एकमात्र सोने की चेन भी गिरवी रख दी थी लेकिन ध्रुव दृढ़ निश्चयी रहे और कड़ी मेहनत करते रहे। ध्रुव की इसी लगन और मेहनत का नतीजा आज पूरी दुनिया के सामने है।
ध्रुव जुरेल ने अब तक खेले कुल 15 मैच
ध्रुव जुरेल के पास ज्यादा मैचों का अनुभव नहीं है। उन्होंने केवल 15 मैच खेले हैं। जिनमें ध्रुव ने 790 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान विकेट के पीछे उन्होंने 2 स्टंप किए हैं। जबकि 34 कैच पकड़े हैं।
भारत और इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा टेस्ट मैच रांची में खेला जा रहा है. जहां भारतीय टीम के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है. उन्होंने एक ऐसी कामयाबी हासिल की जो इससे पहले किसी भी भारतीय को नहीं मिली थी. इंग्लैंड के खिलाफ कपिल देव और अनिल कुंबले को भी विकेट लेने के मामले में अश्विन ने पीछे छोड़ दिया है.
100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने
भारतीय टीम के स्पिनर आर अश्विन ने एक और कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। भारत और इंग्लैंड के पिछले मुकाबले में जहां उन्होंने भारत की तरफ से सबसे तेज 500 टेस्ट विकेट लेने खिताब अपने नाम किया था तो वहीं अब रांची में इंग्लैंड के खिलाफ 100 विकेट लेने वाले अश्विन पहले गेंदबाज बन गए हैं। दोनों देशों के बीच खेले गए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अब वह दूसरे नंबर पर आ गए हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ लगाया विकटों का शतक
भारतीय टीम के चैंपियन स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड को जॉनी बेयरस्टो को lbw करने के साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ विकटों का शतक जड़ दिया है। आर अश्विन इस टीम के खिलाफ टेस्ट में 100 विकेट लेने वाले पहले भारतीय हैं। 23 टेस्ट में अश्विन ने अपने नाम यह 100 विकेट पूरे कर लिए हैं। इस दौरान अश्विन ने 55 रन देकर 6 विकेट लेकर बेस्ट गेंदबाजी का प्रदर्शन किया
सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने
आपको बता दें आर अश्विन अब सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर दिग्गज भागवत चंद्रशेखर का नाम है। उन्होंने 23 मैचों में 95 विकेट झटके थे। महान गेंदबाज अनिल कुंबले ने 19 टेस्ट खेलकर इंग्लैंड के खिलाफ 92 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं बिशन सिंह बेदी और कपिल देव के नाम इस टीम के खिलाफ टेस्ट में 85-85 विकेट हैं।
भारत और इंग्लैण्ड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच धर्मशाला में खेला जा रहा है. वहीं टीम इंडिया में एक ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिनकी निजी जिंदगी या यूं कह लें जिनकी लव स्टोरी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है. मतलब कि एक बार जिसके इश्क में गिरफ्तार हो गए उसे अपना जीवनसाथी बनाकर ही दम लिया. हम यहां किसी और की नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की बात कर रहे हैं.
प्रीति ने निभाया अश्विन का साथ
अश्विन धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं. अश्विन भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने वाले 14वें खिलाड़ी बन गए हैं. 100 टेस्ट मैचों के इस सफर में उनकी पत्नी प्रीति नारायण ने हर अच्छे और बुरे दौर में उनके साथ रहीं. वहीं आज के इस खास मौके पर भी अश्विन की पत्नी प्रीति नारायण धर्मशाला में मौजूद थीं. प्रीति को जब भी मौका मिलता है अश्विन को सपोर्ट करने के लिए स्टेडियम में मौजूद रहती है और अश्विन का हौसला बढ़ाती दिखाई देती हैं.
स्कूल टाइम से अश्विन का प्रीति पर था क्रश
अगर बात करे प्रीति नारायण और रविचंद्रन अश्विन के प्यार की तो ये तब से शुरू हो गया था जब दोनों स्कूल में पढ़ा करते थे। रविचंद्रन अश्विन और प्रीति नारायण एक ही स्कूल में पढ़ते थे। अश्विन और प्रीति 7वीं क्लास में एक दूसरे से पहली बार मिले थे। प्रीति को देखते ही अश्विन को पहली नजर में ही प्यार में हो गया था। जिसकी खबर पूरे स्कूल को थी कि अश्विन का प्रीति पर क्रश है लेकिन प्रीति भी मन ही मन उन्हें पसंद करने लगी थीं। इस बीच अश्विन को क्रिकेट के लिए स्कूल बदलना पड़ गया, लेकिन इसके बावजूद वह प्रीति से मिलने और बात करने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ ही लेते थे। स्कूल खत्म हुआ और फिर कॉलेज। इस दौरान अश्विन का पूरा ध्यान क्रिकेट पर चला गया, जबकि प्रीति एक इवेंट कंपनी में काम करने लगी थी। इस दौरान जब भी दोनों को समय मिलता था तो वह एक दूसरे मिल लेते थे। हालांकि तब तक अश्विन ने प्रीति को प्रपोज नहीं किया था।
10 साल की दोस्ती के बाद किया प्यार का इजहार
समय बीतता गया अश्विन और प्रीति दोनों अपने-अपने काम व्यस्त हो गए थे। इस दौरान अश्विन को चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में मौका मिला और प्रीति भी सीएसके के लिए सोशल मीडिया हैंडल संभालने का काम करती थी। फिर एक दिन अचानक दोनों की सीएसके के एक इवेंट मुलाकात हुई, लेकिन इस बार अश्विन ने मन बना लिया था कि वह प्रीति से अपने दिल की बात कह कर रहेंगे और उन्होंने 10 साल की दोस्ती के बाद प्यार का इजहार कर दिया।
अश्विन ने प्रीति को 2013 में बनाया जीवनसाथी
स्कूल की दोस्ती और फिर प्यार के बाद अश्विन ने साल 2013 में प्रीति से शादी रचा ली। अश्विन को लाइफ पार्टनर बनाने के बाद प्रीति ने बताया कि उन दोनों के बीच अभी भी दोस्ती वाला प्यार है। दोनों एक-दूसरे से खूब लड़ते भी हैं और प्यार भी करते हैं। प्रीति और अश्विन दो बेटियों के माता-पिता हैं। अश्विन की बड़ी बेटी नाम आखिरा है जिसका जन्म 2015 में हुआ था। वहीं उनकी दूसरी बेटी नाम अध्या है। प्रीति अक्सर अपनी दोनों बेटियों के साथ अश्विन का मैच देखने क्रिकेट स्टेडियम में आती रहती हैं।
भारत और इंग्लैण्ड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच धर्मशाला में खेला जा रहा है। वहीं अब ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया जब भी मैदान पर उतरेगी कोई ना कोई रिकॉर्ड जरूर तोड़ेगी। ऐसा ही कुछ धर्मशाला टेस्ट में भी देखने को मिला है। जहां भारतीय टीम के कुलदीप यादव ने में शानदार बॉलिंग करते हुए अपने टेस्ट करियर के 50 विकेट पूरे कर लिए हैं। इसके साथ ही उनके नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज हो गया।
टेस्ट करियर के 50 विकेट पूरे
मैच की शुरूआत में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया है। इस दौरान कुलदीप ने वह कर दिखाया है, जो 100 सालों में नहीं हुआ है। धर्मशाला टेस्ट में कुलदीप यादव ने अंग्रेजों के छक्के तो छुड़ा ही दिए साथ ही शानदार बॉलिंग करते हुए एक खास मुकाम भी हासिल कर लिया है। कुलदीप ने टेस्ट करियर के 50 विकेट पूरे कर लिए हैं। कुलदीप पिछले 100 सालों में सबसे कम गेंदें फेंककर 50 विकेट लेने के मामले में पहले नंबर पर आ गए हैं। वे भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में टॉप पर पहुंच गए हैं। कुलदीप ने 1871 गेंदें फेंककर 50 विकेट पूरे किए हैं।
सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में 43वीं रैंक
वहीं अगर भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट पर एक नजर डालें तो कुलदीप 43वीं रैंकिंग पर हैं। जबकि इस मामले में अनिल कुंबले टॉप पर हैं। कुंबले ने 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट लिए थे। वहीं रविचंद्रन अश्विन दूसरे नंबर पर हैं। अश्विन ने अब तक 100 मुकाबलों में 507 विकेट लिए हैं।वहीं कपिल देव तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 131 मैचों में 434 विकेट लिए हैं।
आईसीसी टी -20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइन में इंग्लैंड को हराकर भारत ने फाइनल में जगह बना ली है। इसके साथ ही भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया से 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में मिली हार का बदला लेने के बाद, अब भारत ने इंग्लैंड से 2022 टी 20 विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार का भी बदला ले लिया है। इससे पहले टीम इंडिया ने 2023 वनडे विश्व कप में भी इंग्लैंड को हराया था।
68 रनों से इंग्लैंड को हराया
बता दें कि गुरुवार को गयाना में गुरुवार को रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मैच खेला गया। जिसमें इंग्लैंड को 68 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। टास हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवर में 171 रन बनाए। कप्तान रोहित शर्मा (57 रन) के शानदार पारी खेलते हुए इस टीम को इस मुकाम पर पहुंचाया। विराट कोहली (09) पारी को तेजी देने के प्रयास में फिर जल्दी आउट हो गए, लेकिन रोहित (39 गेंद) को सूर्यकुमार यादव (36 गेंद पर 47 रन) के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला। दोनों ने भारत को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। वहीं, जवाब में इंग्लैंड की टीम 16.4 ओवर में 103 रन पर सिमट गई। अब भारत का सामना 29 जून को बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका से खिताबी मुकाबले में होगा।
तीसरी बार टी-20 के फाइनल में पहुंचा भारत
बता दें कि भारतीय टीम तीसरी बार टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले 2007 और 2014 में टीम इंडिया ने फाइनल खेला था। दोनों बार महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे। अब टीम इंडिया 10 साल बाद रोहित शर्मा की कप्तानी में फाइनल में पहुंची है। वहीं, भारतीय टीम एक साल के अंदर लगातार दूसरे आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है।
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