मुस्लिमों के त्योहार मुहर्रम को लेकर नोएडा पुलिस सतर्क हो गई है. इस दौरान किसी को कोई परेशान ना हो इसको लेकर तैयारियां कर ली गई हैं. दरअसल नोएडा शहर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों से जुलूस आदि का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है. जिसके कारण मुहर्रम के अवसर पर रूट डायवर्जन किया गया है.
इन रास्तों में किया गया बदलाव
17 जुलाई को सुबह करीब 11 बजे से ए-69 सेक्टर 22 से प्रारम्भ होकर चौडा मोड, एडोब चौराहा होते हुए वी0वी0गिरी संस्थान के सामने से होते हुए एनटीपीसी के सामने से यू-टर्न लेकर प्रकाश हॉस्पिटल, सुमित्रा हॉस्पिटल, मोरना बस स्टैण्ड के सामने से होते हुए यू-टर्न लेकर सेक्टर 50 की मार्केट व रामाज्ञा स्कूल के सामने से होते हुए ई-97 सेक्टर 50 नोएडा तक पर समाप्त होगा. इसके बाद 17 जुलाई को दोपहर 2 बजे से जामा मस्जिद सेक्टर 06 से प्रारम्भ होकर रॉयल इन्फील्ड तिराहा सेक्टर 10 से बांस बल्ली मार्केट होते हुए एमपी-01 मार्ग से स्टेडियम चौक से शिवानी फर्नीचर चौक, झुण्डपुरा चौक से उद्योग मार्ग से सेक्टर 5 होकर थाना फेस-1 के सामने होते हुये सेक्टर 04 तक मार्ग पर यातायात आवागमन आवश्यकतानुसार प्रतिबंधित किया जाएगा.
असुविधा होने पर हेल्पलाइन नंबर पर करें कॉल
इसके साथ ही 17 जुलाई को दोपहर 2 बजे से सेक्टर 16 कार मार्केट से प्रारम्भ होकर नयाबांस सेक्टर 15 से यू-टर्न कर रजनीगन्धा चौक से बाऐं मुडकर टी-सीरीज चौक, टेलीफोन एक्सचेंज चौक से बाऐं सेक्टर 04 तक के रूट से होकर अपने गंतव्य को जा सकेंगे. लोगों से अपील की गई है कि असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें. वहीं लोगों से ट्रैफिक से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए यातायात पुलिस के हेल्पलाइन न. 9971009001 से सम्पर्क करने को कहा गया है.
आज मुसलमानों के त्योहार मुहर्रम की देशभर में धूम है। मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन हुसैन की शहादत को याद करते हैं और साथ ही ‘या हुसैन’ के नारे लगाते हैं। नोएडा के सेक्टर 12 में भी मुस्लिम समाज के लोगों ने मुहर्रम के अवसर पर जुलूस निकाला।
‘या हुसैन’ के नारे के साथ निकाला जुलूस
नोएडा के सेक्टर 12 में मुस्लिम समाज के लोगों ने मुहर्रम के मौके पर जुलूस निकाला। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इस भीड़ में बच्चे, जवान और बुजुर्ग भी शामिल थे। इस दौरान अजदारो ने ‘या हुसैन’ ने नारे भी लगाए। जुलूस के दौरान माइक और स्पीकर का भी इस्तेमाल किया गया था, जिसके इस्तेमाल से नारे लगाए गए। अजदारो ने हुसैन की शहादत को भी याद किया।
मुस्लिम समाज के लिए क्या है मुहर्रम की महत्ता?
मुहर्रम के महीने की दसवीं तारीख को पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन शहीद हुए थे। इस गम में हर साल अशुरा के दिन ताजिए निकाले जाते हैं जो कि शोक का प्रतीक होता है। इसी कारण इस महीने को शोक का महीना भी कहते हैं। इस दिन शिया समुदाय मातम मनाता है और सुन्नी समुदाय रोजा-नमाज करके अपना दुख मनाता है। इसी को निभाते हुए सेक्टर 12 में मुस्लिम समाज ने काले कपड़े पहनकर जुलूस निकाला।
मुसाफिरों में बांटा पानी और फ्रूटी
जुलूस के साथ ही अजदारो ने इस मौके पर राहगीरों को पानी और फ्रूटी भी बांटी। मुहर्रम के जुलूस में कई बार लोग इस तरह से खाद्य सामाग्री बांटते नजर आते हैं।
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October 05, 2024