अगर आप शेयर मार्केट में अपनी सालों की जमा पूंजी लगा दें और शेयर मार्केट में गिरावट आ जाए तो आप भी अपना माथा पकड़ लेंगे। ऐसा ही कुछ बुधवार को शेयर मार्केट के निवेशकों के साथ हुआ। जहां शेयर मार्केट में आई बड़ी गिरावट के चलते इन्वेस्टर्स के 13 लाख करोड़ रुपये डूब गए, तो वहीं गिरावट के बीच बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर ताश के पत्तों की तरह ढह गए, वहीं भारतीय अरबपति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भी तगड़ा झटका लगा है।
शेयर बाजार निवेशकों के करीब 13 लाख करोड़ रुपये स्वाहा
अगर बात करें भारतीय शेयर बाजार की तो बुधवार का दिन शेयर बाजार के लिए सबसे बुरा साबित हुआ। कारोबार के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 1046 अंक तक फिसला, तो वहीं निफ्टी ने 388 अंक तक टूट गया। हालांकि स्टॉक मार्केट में कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार में मामूली रिकवरी जरूर की, लेकिन इसके बावजूद सेंसेक्स 906.07 अंक या 1.23 फीसदी की गिरावट के साथ 72,761.89 के स्तर पर क्लोज हुआ। जबकि निफ्टी 338 अंक या 1.51 फीसदी फिसलकर 21,997.70 के लेवल पर बंद हुआ। इस गिरावट के बीच शेयर बाजार निवेशकों के करीब 13 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।
गौतम अडानी की नेटवर्थ करीब 66,000 करोड़ रुपये से ज्यादा घटी
वहीं मार्केट में आए इस भूचाल ने छोटी-बड़ी सभी कंपनियों को काफी नुकसान पहुंचाया। जिनमें ऑटोमोबाइल सेक्टर से लेकर बैंकिंग सेक्टर तक के दिग्गज नाम शामिल हैं। दुनिया के टॉप अमीरों की लिस्ट में शामिल भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी और मुकेश अंबानी को बड़ा घाटा झेलना पड़ा है। गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 90,000 करोड़ रुपये घट गया। गौतम अडानी की सभी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर तो 13 फीसदी तक टूट गया। इसके अलावा अन्य शेयरों में 5-8 फीसदी तक की बड़ी गिरावट देखने को मिली। कंपनियों के स्टॉक्स में आई गिरावट का सीधा असर गौतम अडानी की नेटवर्थ पर दिखा, जो फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, 8 अरब डॉलर यानी करीब 66,000 करोड़ रुपये से ज्यादा घट गई।
मुकेश अंबानी की नेटवर्थ कम होकर 112.5 अरब डॉलर रह गई
दूसरी तरफ अगर बात करें देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की तो फोर्ब्स के मुताबिक रिलायंस चेयरमैन को 3.5 अरब डॉलर या करीब 30,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। उनकी कंपनी का शेयर 2.63 फीसदी की गिरावट लेकर 2,873.20 रुपये पर बंद हुआ। इस बीच कंपनी की मार्केट वैल्यू कम होकर 19.39 लाख करोड़ रुपये रह गया। इसके अलावा मुकेश अंबानी की नई कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का शेयर भी बुरी तरह टूटा। इसमें कारोबार के दौरान 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिलीबाजार बंद होने पर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर 9.24 फीसदी गिरकर 328.40 रुपये पर बंद हुआ। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन भी कम होकर 2.08 लाख करोड़ रुपये रह गया। रिलायंस के शेयर टूटने की वजह से मुकेश अंबानी की नेटवर्थ कम होकर 112.5 अरब डॉलर रह गई। फोर्ब्स के मुताबिक, रिलायंस चेयरमैन इतनी संपत्ति के साथ दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट में दसवें पायदान पर हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने निवेशकों की मांग को देखते हुए आईटी/आईटीईएस के चार भूखंडों की योजना लॉन्च कर दी है। इस योजना के लिए शुक्रवार से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए हैं। जिसके लिए 9 अगस्त तक पंजीकरण किए जा सकते हैं। रिजर्व प्राइस के हिसाब से इन भूखंडों की कीमत करीब 233 करोड़ रुपये हैं। अगर सभी चार भूखंड आवंटित हो जाते हैं तो इससे करीब 8 हजार करोड़ रुपये के निवेश और 5000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।
आईटी विभाग ने 4 भूखंडों की स्कीम की लॉन्च
दरअसल, आईटी कंपनियों की मांग को देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एनजी रवि कुमार ने आईटी-आईटीईएस भूखंडों की स्कीम जल्द लॉन्च करने को कहा था। सीईओ की पहल पर आईटी विभाग ने 4 भूखंडों की स्कीम लॉन्च कर दी है। दो भूखंड टेकजोन में दो भूखंड नॉलेज पार्क-5 में स्थित हैं। टेकजोन के दोनों भूखंड 48567-48567 वर्ग मीटर के हैं, जबकि नॉलेज पार्क-5 के दोनों भूखंड 8080-8080 वर्ग मीटर के हैं। इस स्कीम की समस्त जानकारी सहित ब्रोशर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट और भारतीय स्टेट बैंक के वेब पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। इस स्कीम में पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
9 अगस्त तक कर सकते हैं पंजीकरण
वहीं ब्रोशर डाउनलोड करने की सुविधा शुक्रवार से ही शुरू कर दी गई है। 9 अगस्त तक पंजीकरण कराया जा सकता है। प्रोसेसिंग फीस जमा करने की अंतिम तिथि 7 अगस्त और डॉक्यूमेंट जमा करने की अंतिम तारीख 9 अगस्त है। अगर ये चार भूखंड आवंटित हो जाते हैं, तो करीब 8 हजार करोड़ रुपये का निवेश और 5 हजार युवाओं को रोजगार मिलने का अनुमान है। इस बारे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार का कहना है कि आईटी/आईटीईएस कंपनियों के लिए ग्रेटर नोएडा हब के रूप में उभरा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टीविटी से भी निवेशक बहुत प्रभावित हैं। उन्होंने इस स्कीम के बेहद सफल होने की उम्मीद जताई है।
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October 05, 2024