हरियाणा विधानसभा चुनाव में सपा अपने प्रत्याशी उतारेगी या फिर कांग्रेस उसे कुछ सीटें देगी इन कयासों के बीच अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि सपा संभवतः यहां से अपने प्रत्याशी न उतारे। अखिलेश ने X पोस्ट पर लिखा कि ‘हरियाणा चुनाव में ‘INDI ALLIANCE’ की एकजुटता नया इतिहास लिखने में सक्षम है। हमने कई बार कहा है और एक बार फिर दोहरा रहे हैं व आगे भी दोहरायेंगे कि ‘बात सीट की नहीं जीत की है’।
भाजपा की नकारात्मक, साम्प्रदायिक, विभाजनकारी राजनीति
अखिलेश ने लिखा है कि हरियाणा के विकास व सौहार्द की विरोधी ‘भाजपा की नकारात्मक, साम्प्रदायिक, विभाजनकारी राजनीति’ को हराने में ‘इंडिया एलायंस’ की जो भी पार्टी सक्षम होगी। हम उसके साथ अपने संगठन और समर्थकों की शक्ति को जोड़ देंगे। बात दो-चार सीटों पर प्रत्याशी उतारने की नहीं है, बात तो जनता के दुख-दर्द को समझते हुए उनको भाजपा की जोड़-तोड़ की भ्रष्टाचारी सियासत से मुक्ति दिलाने की है। साथ ही हरियाणा के सच्चे विकास और जनता के कल्याण की है। पिछले 10 सालों में भाजपा ने हरियाणा के विकास को बीसों साल पीछे धकेल दिया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सोमवार को लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में 20 उम्मीदवारों को जगह मिली है। हरियाणा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की लास्ट डेट 12 सितंबर है, वहीं 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी।
गठंबधन पर नहीं बनी कांग्रेस संग बात
आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने ऐलान किया था कि कि अगर शाम तक कोई समझौता नहीं हुआ तो उनकी पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम जारी कर देगी। जिसके बाद AAP की पहली लिस्ट जारी हो गई है। लिस्ट में आम आदमी पार्टी की तरफ से उन 11 सीटों पर भी उम्मीदवार उतारे गए हैं, जहां पर कांग्रेस उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। जिसके बाद गठबंधन फेल माना जा रहा है।
इन लोगों को मिला टिकट
आपको बता दें, बीजेपी और कांग्रेस पहले ही उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है। बीजेपी ने 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। वहीं, कांग्रेस ने रविवार देर रात दूसरी सूची जारी कर दी। कुल 41 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव अब 1 नहीं 5 अक्टूबर को होगा। वहीं, जम्मू कश्मीर में वोटिंग पहले की ही तरह तीन चरणों में होगी लेकिन अब मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। भारतीय निर्वाचन आयोग ने ने हरियाणा के लिए मतदान के दिन को 1 अक्टूबर से संशोधित करते हुए 5 अक्टूबर 2024 कर दिया है। इसी तरह जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना का दिन 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर कर दिया है।
इसलिए बदलनी पड़ी वोटिंग की तारीख
निर्वाचन आयोग बताया कि यह निर्णय बिश्नोई समुदाय के मतदान अधिकारों और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए लिया गया है। आयोग ने कहा कि बिश्नोई समुदाय ने गुरु जम्भेश्वर की याद में आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को बरकरार रखा है। यह उत्सव एक अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसी को देखते हुए मतदान की तिथि में बदलाव किया है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अब वोटों की गितनी 4 को नहीं बल्कि 8 अक्टूबर को होगी। लेकिन चुनाव तय तिथि पर ही होगा। जम्मू-कश्मीर में इस बार तीन 18, 25 और 1 अक्टूबर को मतदान होगा।
NEW DELHI: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक 9.53 फीसदी मतदान हो चुका है। जींद में सबसे अधिक 12.71 फीसदी मतदान हुआ है। प्रदेश की 90 विधानसभा क्षेत्रों में 2.03 करोड़ मतदाता हैं, अपने वोटिंग कर रहे हैं। जिसमें कुल 1031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। हरियाणा के नतीजे जम्मू कश्मीर के साथ 8 अक्तूबर को आएंगे। बता दें कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में मतदान हो रहा है। जिसके लिए अधिसूचना 5 सितंबर को जारी हुई है। नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर थी और 16 तक उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस लिया।
हरियाणा में 5.24 लाख युवा मतदाता
बता दें कि हरियाणा 2.03 करोड़ मतदाताओं में से 1.07 करोड़ से अधिक पुरुष हैं, 95 लाख से अधिक महिलाएं हैं और 467 थर्ड जेंडर हैं। 5.24 लाख युवा मतदाता हैं । जबकि कुल 1.49 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जिनमें से 93.5 हजार पुरुष, 55.5 हजार महिलाएं और छह थर्ड जेंडर हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु के 2.31 लाख मतदाता हैं, जिनमें 89.9 हजार पुरुष और 1.41 लाख महिलाएं हैं। इसके अलावा, 100 वर्ष से अधिक आयु के 8,821 मतदाता हैं, जिनमें 3,283 पुरुष और 5,538 महिलाएं हैं। सेवा मतदाताओं की कुल संख्या 1.09 लाख है, जिनमें 1.04 लाख पुरुष और 4,791 महिलाएं हैं।
कितने अमीर हैं उम्मीदवार
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, 1031 उम्मीदवारों में से 101 यानी की 10 फीसदी महिला हैं। इस बार 1028 प्रत्याशियों में से 538 (52%) प्रत्याशी करोड़पति हैं। इससे पहले 2019 में चुनाव लड़ने वाले कुल 1138 प्रत्याशियों में से 481 (42%) प्रत्याशी करोड़पति थे। 277 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी संपत्ति पांच करोड़ या इससे ज्यादा है। 136 उम्मीदवारों की दौलत दो से पांच करोड़ के बीच है। 50 लाख से दो करोड़ की संपत्ति वाले 228 उम्मीदवार हैं। 10 लाख से 50 लाख संपत्ति वाले 191 उम्मीदवार हैं। जबकि 196 प्रत्याशियों की संपत्ति 10 लाख से कम की है।
कांग्रेस के उम्मीदवार सबसे अधिक करोड़पति
इस बार कांग्रेस के प्रत्याशियों के औसत संपत्ति 24.40 करोड़ रुपये है। दूसरे नंबर पर भाजपा के उम्मीदवारों के औसत संपत्ति 24.27 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, इनेलो के प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 9.64 करोड़, जजपा की 9.36 करोड़, आप की 5.57 करोड़ और बसपा के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.46 करोड़ है।
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December 17, 2022